तमिलनाडु के डिप्टी चीफ मिनिस्टर उदयनिधि स्टालिन एक बार फिर विवादित बयान दे दिया है। दरअसल शुक्रवार को चेन्नई में एक बुक लॉन्च इवेंट में उदयनिधि स्टालिन ने तमिल भाषा के डेवलपमेंट के लिए 150 करोड़ रुपये का फंड देने पर केंद्र सरकार की आलोचना की और कहा कि इसके उलट, संस्कृत, जो “मरी हुई भाषा” है, को 2,400 करोड़ रुपये मिल रहे हैं। अब संस्कृत को “मरी हुई भाषा” कहने के लिए स्टालिन बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं। जबकि कांग्रेस स्टालिन के बयान को तथ्यातमक रूप से सही बता रही है तो आरजेडी सभी भाषाओं के सम्मान की बात कह रही है।
00:00तमिल नाडु के डिप्ती चीफ मिनिस्टर उदय निधी स्टालिन एक बार फिर विवादित बयान की वज़ा से सुर्खियों में आये हैं।
00:30अब संस्कृत को मरी हुई भाषा कहने के लिए स्टालिन बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं।
01:00अब भाषा तमिल का अपमान कर रहे हैं इस बात को स्टालिन को सोच रहे हैं।
01:04देखिए ये बहुत गलत बयान है।
01:08इस तरह का बयान वो देते रहते हैं।
01:10और पहले भी सनातन के खिलाफ, हिंदू के खिलाफ, पूजा के खिलाफ, जो बयान वो देते रहें।
01:18अभी भी इस तरह का बयान देकर वो गलत फ़हमी पैदा कर रहे हैं।
01:22उनके बयानों से कोई असर पढ़ने वाला नहीं हम तमिल का भी सम्मान करते हैं।
01:26और संस्कृत को मरी हुई भाषा कहना ये घोडा पत्ती जनक है।
01:30उनको मालूम नहीं है कि सबसे scientific language अगर कोई कही जाती है तो संस्कृत कही जाती है।
01:36और सब भाषा का सम्मान इस देश में है।
02:06उसको प्रमोट करने हूं। उनके एक बच्चे नहीं संस्कृत सीख रहे हैं।
02:10तिसलिए तथ्यात्म के रूप से सही का है।
02:14हिंदी हो, तमिल हो, संस्कृत हो, सब भाषा का महत अपना अपना है।
02:21और संस्कृत भाषा का भिसेस महत है, ये भी सब को पता है।
02:25लेकिन हर जगह पर हमारा राज्यों में भाषा अलग अलग है, तो हमारी जो मात्री भाषा है, राष्ट भाषा है, उसको ही सब लोग मानते हैं, मांकी अपना अपना भाषा सब का है, सब का सम्मान होना चाहिए।
02:40बहराल, उदे निधी स्टालिन का ये बयान पहला ऐसा बयान नहीं है, जिसने विवाद खड़ा किया हूँ।
02:46स्टालिन पहले भी इस तरह के बयान दे चुके हैं और चर्चा में बने रहते हैं।
02:51सितंबर 2023 में उन्होंने सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से करके और इसे खत्म करने की बात कहकर डेश में बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था।
Be the first to comment