मुंबई, महाराष्ट्र: फेमस एक्टर एंड फिल्ममेकर अनुपम खेर ने IANS के साथ खास बातचीत की और अपनी फिल्म 'कैलोरी' के बारे में बताया कि ये एक ऐसी मानवीय कहानी है जिसे दुनिया तक पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि फिल्म फेस्टिवल्स ऐसे सब्जेक्ट्स को पहचान दिलाने में बहुत मदद करते हैं, जिन फिल्मों के पास बड़े मार्केटिंग बजट नहीं होते। वे मानते हैं कि असली ब्रिलियंस पाने के लिए कलाकार को भीतर तक उतरना पड़ता है। साथ ही इस साल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में अनुपम खेर की चार फिल्में शामिल होने पर उन्होंने खुदको बहुत खुशनसीब भी बताया। अनुपम खेर ने कहा कि बॉक्स ऑफिस जरूरी है, लेकिन हर फिल्म की कीमत सिर्फ उसकी कमाई से नहीं आँकी जानी चाहिए। कुछ फिल्में दिल को छू जाती हैं और वही लंबे समय तक याद रहती हैं। उन्होंने बताया कि IFFI सालों में बहुत डेवलप हुआ है, खासकर गोवा में शिफ्ट होने के बाद। बातचीत के आखिर में उन्होंने अपने आने वाले प्रोजेक्ट्स जैसे 'खोसला का घोसला' की सीक्वल और कुछ नई फिल्मों की तैयारी का जिक्र भी किया।
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