राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने मणिपुर दौरे के दौरान हिंदू समाज और भारतीय सभ्यता की स्थिरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मजबूत सामाजिक नेटवर्क के कारण हिंदू समाज हमेशा जीवित रहेगा और यह पूरी दुनिया के संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है। भागवत ने इतिहास और ब्रिटिश काल के उदाहरण देते हुए बताया कि समाज की एकता और संकल्प ही उसकी ताकत है। संघ का उद्देश्य समाज को नष्ट करना नहीं बल्कि इसे मजबूत और समृद्ध बनाना है। उनका संदेश है कि हर नागरिक का कर्तव्य है धर्म, संस्कृति और सभ्यता की रक्षा करना।
00:00यूनान, मिस्र, रोमा, सब मिट गए जहां से, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, भारत यह एक अमर समाज, अमर सिविलाइजेशन का नाम है, परिस्थिती का विचार तो सब को करना पड़ता है, लेकिन आप देखो, परिस्थिती आती है और जाती है, लेकिन दुनि
00:30यूनान, मिस्र, रोमा, सब मिट गए जहां से, कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, तो भारत यह एक अमर समाज, अमर सिविलाइजेशन का नाम है, बाकी सब आये चम के चले गए, लेकिन इन सब के उदाय और अस्ता हम नहीं देखे हैं, और हम अभी भी हैं, और रह
01:00हैं, क्योंकि एक बेसिक नेटवर्क ऐसा हमने बनाया है, अपने समाज का, उसके जलते हिंदू समाज रहेगा, हिंदू नहीं रहेगा, तो दुनिया नहीं रहेगा, क्योंकि यह जो धर्म नाम की चीज़ है, जिसका मैंने बुल्ले किया,
01:24समय समय पर उसको जीकर दुनिया को देना, यह हिंदू समाज ही करेगा, उसका यह इश्वर प्रदत्त करते हैं, यह तो बात सही है, कि भारत वर्शाम आज नहीं है, भारत वर्शाम बहुत पहले से हैं, रामायन में भारत वर्शे का वरणा नहीं, महाभारत में भारत वर्
01:54ब्रह्मदेश से लेकर तो अफगानिस्थान तक प्रदेशों के उलेक वहां के राजा उनका संबंद सारी प्रजाद यहां तक तिर्था स्थान है
02:07लोगों का आना जाना चल रहा है राज्य बदल गए कभी अनेक राजा थे कभी एक ही चकरवर्ति समराठ थे
02:16कभी हम स्वतंत्र थे कभी हम परतंत्र थे लेकिन भारत हमेशा भारत के नाते एक प्राचीन एक राष्टर रहा है
02:30यह भी सबकी मानेता है यह सबकी यह जो नाम मैंने लिए उनका साहित्य पढ़ लो इसमें यह मिल जाएगा
02:42यह तो 1945 के बाद वितियम हाज समाप्त होने के बाद दुनिया का पॉलिटिकल सेटप बदल गया उसमें पॉलिटिकल स्वार्थों के कारण लोग उल्टी भाचा बोलने लगे नहीं तो हमारे सब लीडर्स का यह बेसिक अंडर्टेंड जा कि पूरा भारत अपना एक है
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