Jagdeep Dhankhar Speech: 124 दिन बाद इस्तीफे के बाद जगदीप धनखड़ ने मंच से अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि उनकी हाल की पृष्टभूमि ही साबित करती है कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी कभी नहीं छोड़ी। इस दौरान उन्होंने आरएसएस की विचारधारा की तारीफ की और भारत की सांस्कृतिक जड़ों, संस्थागत अखंडता और सुरक्षा खतरों की चेतावनी दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि देश आज “गैरज़रूरी सुरक्षा खतरों” से जूझ रहा है और हमें आत्म‑विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए। उनके बयानों ने राजनीतिक हलकों में नया जोर और चर्चा पैदा कर दी है।
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