सवाईमाधोपुर. जिला मुख्यालय पर इंदिरा कॉलोनी में राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक मानटाउन में रविवार को आयोजित राज्य स्तरीय प्रतिभा खोज परीक्षा में घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। यहां परीक्षा केंद्र पर पेपर और ओएमआर शीट का समय पर वितरण नहीं करने पर अभिभावकों ने केन्द्र के बाहर जमकर हंगामा किया। सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी हरिकेश मीणा केन्द्र पर पहुंचे तो अभिभावकों ने उनका घेराव किया। विरोध के चलते तीन घंटे तक डीईओ परीक्षा केन्द्र के अंदर ही बैठे रहे।
यह था मामला
राज्य प्रतिभा खोज परीक्षा तीन चरणों में आयोजित हुई। परीक्षा में पहला पेपर सुबह नौ से पौने दस बजे तक मेंटन एबिलिटी टेस्ट (एमएटी), इसके सवा दस बजे से ग्यारह बजे तक लैंग्वेज कम्यूनिटी टेस्ट (एलसीटी) तथा साढे ग्यारह बजे से दोपहर एक बजे तक स्कॉलर एटीट्यूट टेस्ट (एसएटी)की परीक्षा का कार्यक्रम था। गंगापुर सिटी की कई स्कूलों से छात्रों के साथ अभिभावक भी आए थे। परीक्षा केन्द्र के बाहर हंगामा तब शुरू हुआ, जब पहला पेपर पौने दस बजे छूटा। इस दौरान परीक्षा केन्द्र से निकलकर बहुत से छात्र मुख्य द्वार के बाहर आ गए। इस दौरान छात्रों ने अभिभावकों को बताया कि उन्हें परीक्षा में प्रश्न पेपर एवं ओमएमआर शीट देरी से दी गई थी। इससे उनको समय कम मिला और पेपर भी नहीं हुआ। इस पर अभिभावकों को गुस्सा आया। इसी दौरान जिला शिक्षा अधिकारी हरिकेश मीणा परीक्षा केन्द्र से बाहर निकलकर अपने गाड़ी से जैसे ही रवाना होने वाले थे तो गुस्साएं अभिभावकों ने उन्हें घेर लिया और खरी-खोटी सुनाई। जैसे-तैसे वे अभिभावकों से बचकर अपने गाड़ी में बैठे और गाड़ी स्टार्ट हुई तो गुस्साएं अभिभावकों गाड़ी के आगे आकर खड़े हो गए। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी एवं इनके साथ अन्य कर्मचारी भी गाड़ी से वापस उतरे और परीक्षा केन्द्र तेजी से घुस गए। इसके बाद अभिभावकों का गुस्सा और बढ़ गया।। अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए परीक्षा केन्द्र के गेट पर विरोध किया। करीब आधे घंटे बाद जिला शिक्षा अधिकारी फिर जाने के लिए गेट के बाहर निकले ही थी तो अभिभावकों ने फिर से खरी-खोटी सुनाना शुरू किया, लेकिन वे संतोषजनक जवाब नहीं देे पाए। ऐसे में फिर से वे बचकर परीक्षा केन्द्र के अंदर चले गए। इसके बाद सुरक्षा के लिए मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी।
अभिभावकों व परीक्षार्थियों ने ये लगाए आरोप
अभिभावक रीता जैन, सुमन गर्ग, मनीष कुमार, जितेन्द्र, विष्णु सिंह, कपिल कांत शर्मा, विनोद गौतम, शेरसिंह गुर्जर, अवधेश शर्मा ने आरोप लगाए कि परीक्षा केन्द्र पर एमएटी का पहला पेपर नौ बजे के स्थान पर सवा नौ बजे दिया गया तथा ओएमआर शीट पौने नौ बजे की जगह 9.10 बजे बांटी गई। इसके अलावा पहला पेपर पूरा होने के बाद परीक्षार्थियों को परीक्षा केन्द्र के बाहर क्यों आने दिया, जबकि नियम के अनुसार उन्हें बाहर निकलने ही नहीं देना था। दूसरी ओर परीक्षार्थी सलोनी बंसल, तन्वी चौधरी, अक्षिता सहित अन्य लोगों ने आरोप लगाए कि ओमएमआर शीट व प्रश्नपत्र निर्धारित समय पर नहीं दिए। इससे पेपर हल करने में समय कम मिला परीक्षार्थी अंदर, प्रवेश पत्र अभिभावकों के पास बाहर जब परीक्षार्थी सुबह पौने 10 बजे परीक्षा केन्द्र के बाहर आए तो कई अपना प्रवेश पत्र अभिभावकों के पास छोड़ गए। इसके बाद भी उनको परीक्षा कक्ष में बिठाकर परीक्षा ले ली गई। इससे अभिभावकों में और ज्यादा गुस्सा बढ़ गया और परीक्षा प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए।
इनका कहना है...
राज्य प्रतिभा खोज परीक्षा में पूरी तरह से सावधानी बरती गई है। मैंने वीक्षकों और बच्चों से बात की तो मामला केवल इतना ही था कि ओएमआर शीट प्रश्नपत्र के साथ बांटी गई, जबकि ओएमआर शीट को पहले बांटना था ताकि बच्चे उसे पेपर शुरू होने से पहले पूरा भर सकें।
हरिकेश मीणा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, सवाईमाधोपुर
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