Skip to playerSkip to main content
Utpanna Ekadashi 2025 Parana Time: हिंदू धर्म में उत्पन्ना एकादशी का बहुत अधिक महत्व है। यह वही तिथि मानी जाती है जब स्वयं देवी एकादशी का प्राकट्य हुआ था। हर साल यह व्रत मार्गशीर्ष महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर रखा जाता है। इसे सभी एकादशी व्रतों की पहली और मुख्य एकादशी कहा जाता है, क्योंकि इसी दिन एकादशी माता का जन्म हुआ था। वहीं 15 नवंबर को उत्पन्ना एकादशी के व्रत के बाद 16 नवंबर को पारण किया जाएगा. Utpanna Ekadashi 2025 Parana Time: What to eat to break the fast of Utpanna Ekadashi.

#utpannaekadashi2025 #utpannaekadashivratparanavidhi #utpannaekadashivratparanatime #utpannaekadashivratkatha #utpannaekadashi #utpannaekadashikatha

~PR.114~CA.146~

Category

🗞
News
Transcript
00:00मार्ग्रशिश महीने के कृष्णपक्ष में पढ़ने वाली इकादशी को उत्पन्य इकादशी कहा जाता है।
00:30उत्पन्य इकादशी व्रत का पारण अगले दिन यानी दुआदशी तिथी पर किया जाता है।
01:00पारण का समय है।
01:30और इसके बाद पारण करें।
01:32सबसे पहले मुक्ष में तुलसी दल रख कर निकलें।
01:34ध्यान रहे कि तुलसी दल को चबाना नहीं है।
01:36इसके बाद आप व्रत खोल सकते हैं।
01:39द्वादशी के दिल केवल सात्वी भोजन ही ग्रहन करें।
01:42इस दिन चावल जरूर खाएं।
01:44इस प्रकार एकादशी व्रत के बाद विदिविधान से पारण करने से व्रत का पूर्नेफल प्राप्त होता है।
01:50जो सादक पूरिश रधा और आस्था के साथ उत्पन एकादशी कवरत रखते हैं।
01:54उन्हें भगवान विष्णू का आश्यरवात प्राप्त होता है।
01:57और घर परिवार में सुक सम्रिधी बनी रहती है।
01:59उमीद करते हूँ आपको यह जानकारी पसंद आई होगी।
02:02फिल्हाल अमारे इस वीडियो में इतना ही वीडियो को लाइक शेर और चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूले।
02:29करें लागार करते हैं।
02:39यह जाँ अमारे कर दिए रहत नाए खिते हैं।
02:45गपस्दी सम्रियों आएंवात पतना हैं।
02:49झाल कर्दों पर्ड़की थाल
Be the first to comment
Add your comment

Recommended