00:00आज मुझे और मेरी पूरी फैमली को आजम भाई लेके जा रहे थे इसलामाबाद, प्राइम निस्टर सेकरिटेरियट, मुलाकात के लिए सिलिप पे नाम लिखे हुए थे, लिफ्ट के जरीए हम उपर चले गे, हसाम भाई और अवैस भाई से मिलने के बाद हम चले गए रा
00:30क्या कर सकता हूँ आपके लिए, गाओं की सड़क और स्कूल के लिए दर्खास लिखी, मशूद भाई ने चन्द दिनों में अमल दरामद की यकीन दियानी कराई, जैनब मुहम्मद और दौा को एडवांस में एद भी मिली, एमैन ने आमना बेहन ने बेगम और दौा के सा