00:00आलू प्याच की बारिश
00:01एक बार की बात है एक छोटे से गाउं में लोग बहुत परेशान थे
00:05कई दिनों से आसमान में बादल तो थे
00:07मगर बारिश का नामों निशान नहीं था
00:09खेट सूख चुके थे, किसान मायूस थे
00:12गाउं के एक पंडित जी बोले
00:14अगर भगवान खुश हो जाए तो खूब बारिश होगी
00:18गाउं वाले सब मंदिर में जुट गए
00:21पूजा पाठ हुआ धोल नगाडे बजे
00:23तभी आसमान में बिजली चमकी और कुछ बादल चाने लगा
00:27पहले तो हलकी हलकी बूंदें गिरने लगी
00:30लोग हासी खूबिया में नाचने गाने लागे
00:32होसिया में सपोर संदेट साथ ये
00:35पर फिर लोगों ने देखा
00:37कि जीए की एकाच से कोश्टी था
00:40अरे ये क्या
00:41आसमान से पानी नहीं आलू और प्याज गिर रहे हैं
00:45किसी के सिर पर प्याज गिरा
00:46किसी के सिर पर आलू गिरा
00:48कोई आलू जमा करने लगा
00:50कोई प्याज जमा करने लगा
00:52बच्चे खुशी से चिल्लाने लगे
00:54अब सबजी खरीदे नहीं जाना पड़ेगा
00:56गाउं की औरतें टोक्रिया लेकर बाहर निकलाई
00:58एक लेडिश बोली
01:00आज तो पकोडे की दावत होगी
01:02दूसरी लेडिश बोली
01:03बस अब टमाटर की बारिश भी हो जाए
01:05तो चटनी बन जाए
01:06लेकिन तभी गाउं के चतुर लालू ने कहा
01:09भई जल्दी सब आलू प्याज इकठा कर लो
01:11भगवान नाराज हुए तो
01:13कद्दू बरसाने लगेंगे
01:14सब हसने लगे और जटपट सबजियां बटोडने लगे
01:18उस दिन गाउं में सच में दावत हुई
01:20आलू प्याज की सबजी
01:22आलू के पराठे
01:23प्याज के पकोडे और सबके चेहरों पर
01:26मुस्कान की बारिश सीख
01:27कभी कभी खुशियां आसमान से नहीं
01:30हमारी सोच और हांसी से बरस्ती है