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सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील विशाल सिंह ने OneIndia Hindi से खास बातचीत में बताया कि आने वाले मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत ने अपने अब तक के फैसलों में किस तरह का दृष्टिकोण दिखाया है।
चाहे रोहिंग्या शरणार्थी मामला हो, जहाँ उन्होंने कहा था “भारत कोई धर्मशाला नहीं है”, या अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के माइनॉरिटी स्टेटस केस — हर जगह उनकी न्यायिक सोच और राष्ट्रहित के प्रति दृष्टि साफ झलकती है।
देखिए यह विशेष अंश, जिसमें अगली पीढ़ी के CJI की कार्यशैली और सोच पर खुली चर्चा हुई है।
In an exclusive conversation with OneIndia Hindi, Supreme Court lawyer Vishal Singh discusses Justice Surya Kant’s judicial approach through some of his landmark cases — from the Rohingya refugees matter, where he remarked “India is not a dharamshala,” to the Aligarh Muslim University minority-status case.
This segment gives a deep insight into how India’s next Chief Justice thinks and decides.

#JusticeSuryaKant #NextCJI #SupremeCourt #OneIndiaHindi #SahiPakdeHain #RohingyaCase #AMUCase #IndianJudiciary #VishalSingh #CJIIndia

~HT.410~ED.276~GR.124~

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00:00जी देखिए सबसे पहले तो मैं कहना चाहूंगा जो माइनोर्टीज की राइट की बात कही गई थी अलिगर्ण मुसलिम उनिवर्सिटी में उसमें जश्टिस सुरिकांद जो है डिसेंटिंग में थे मतलब की एक होता है जो जजमेंट के साथ होता है एक होता है जो जजमें�
00:30के बिना किसी गौर्रमेंट के आजाते है इसमें उन्होंने एक बिसेश टिपड़ी की थी कि भारत कोई धर्मसाला नहीं है यह किसके टिपड़ी यह ओनरेबल जश्टिक सुरिकांद की टिपड़ी है हमारे साथ कुछ और अजबकता भी है जो सरके साथ थे और आपके दिम
01:00जश्टिस सुरिकांद जो है डिसेंटिंग में थे मतलब कि एक होता है जो जज्जमेंट के साथ होता है एक होता है जो जज्जमेंट के विरोध में होता है विपच्च में होता है उनका उस जज्जमेंट में नहीं था वो उनका कहना था कि माइनॉर्टीज का राइट जो �
01:30से तो उनके माइने में जो उनका उपीनियन था उसमें एलीगर मुसलिम उनिवर्सिटी करेंगार는데 कि मैन्णा माना जाएगा एलेगर मुसलिम उनिवर्सिति ख़ें
01:41लेकिन उसमें जो होता है पच्छ में आते हैं तीन ज़ज और दो ज़ज भी पक्ष पहला जो बहुमत की अधार पे निर्ड़ आ गया लेकिन शूर कान जी का गाया अलग तो दूसरा बता दूसरा चीज जो नीट पीजी का हुआ नीट पीजी का मामला था वो जन्वरी दोज
02:11देखते हैं 36 गड़ में की 50% सीट 36 गड़ के लोगों के लिए रिजर्व रहती है जारकण में देखते हैं अधरी स्टीट में तो डोमी साहिल के अधार पर उनकर कोई रिजर्वेशन नहीं दिया जाएगा उनको नॉर्मल रिजर्वेशन जो चल रहा है वो तो चलेगा ले
02:41यह जो है आप पोस्ट ग्रेजुएट की बात हो रही है नीट पीजी में यह जजमेंट है यूजी में कोई डोमी साहिल का मतलब कोई एक व्यक्ति जो उस राज में रह रहा है तो उस राज के रहने की वज़ए से उसको राइड मेरता है
03:10तीसरा इसमें एक था कि सेक्शन सिक्स ए जिसको कि फोन इस्टु वन की मैजॉर्टी के साथ पास लिया गया है यह जो यह बात कर रहा हूं मैं आसम एकॉर्ड के यह कहा गया कि जो सेक्शन सीक्स ए इंक्लूड किया गया था उस पे कोस्टेन उड़िया कि यह कॉंश्टि�
03:40है कि 1971 के पहले भी वह भारत की नागरिक थे तो इनसे हम कुछ राइट्स लेंगे और वह राइट्स इसलिए लेंगे क्योंकि इस धर देश सबसे पहला है कि जो मूल निवासी है उनका है चौती चीज मैं आपको बताना चाहूंगा जो एक सबाल कर दूं मैं दिमाग में आ
04:10तो घुस्पैटिया उनके लिए यूज किया जाता है जो बिना किसी आधार के बिना किसी गौर्णमेंट के आजाते हैं और इसमें अनुमती के आजाते हैं जी रिफ्यूजीज वाला जो मैटर चल रहा है अभी भी जश्टिस उरिकांद के हाँ चल रहा है और अभी आगे �
04:40पहले यहां का वैले प्रूफ दिखाईये और इसमें एक चीज और मुद्दा है तो आने का वैले प्रूफ जी आप क्यों आये क्या आपके लिए रास्ता खोला था जी या और दूसरी चीज में कहा था कि आधार काड सीटिजन सिपका प्रूब नहीं है क्योंकि आज कल हर क
05:10जो सिटिजन सिपका प्रूफ नहीं है यह पार वॉनरेबल जिस्टिस ने स्रियकान जी ने दो दो बार ये कहा जब बिहार एलेक्टरल रोल के उपर इसायार जब हुआ तो उसमें चैलेंज किया गया तो मतब एक उन्होंने आधार काड को जो चार्ट दिया था एलेक्शन
05:40कि लियर कट क्रिस्टल डियरेक्शन की आधार कार्ड नोट भी कंसीडर आज दा शिटीजन सिटीजन से एक इसमें और मैं एड करना चाहूंगा जो कि बहुत इंपोर्टेंटेंट इसमको जामना क्योंकि जब हम मीडिया की बात करते हैं जब आम जनता की बात करते हैं तो �
06:10लिए यहां पर कोस्टन लगाएं उसके बाद अगले ही दिना इंडिया गॉट लेटेंट एक सो समय रहना के द्वारा चलाया जा रहा था और उसमें फ्रीडम ऑफ स्पीच के नाम पर भारतिये मातापिता के लिए बहुत ही बद्धा मजा किया था जिसके बाद ऑन्रेबल
06:40अगले ही दिन समय रहना अमेरिका में चले गया और अमेरिका में जाने के बाद फिर उन्होंने एक मजा किया उसके बाद ऑन्रेबल जश्टीस सुरिकान ने कहा कि आप अगर यह सोच रहे हैं कि भारत की 16 अधिकार से बाहर होकर हमारे ओर्डर्स का वायलेसर करेंगे और हम
07:10पावर है कि भारत का नागरी किसी भी देश में हो अगर गलती करेंगा तो हम इसे बुला सकते हैं फिर अगले दिन वह आयत क्वोट में और कोट से भरी कोट में मापी वागा और उसकी बाद आज तक यह सक्ति थी जी यह सक्ति ती यह जुडिसरी का जो एक पावर होता है �
07:40किसी ने जूता पे का वो मुद्दा जब कंटेंट बनके गया तो वो भी जश्ति सुरीकांद के कोट में गया था और कंटेंट पेटीशन पे हमारे सेब्ये को से бесп登録 को आदमी को आगे बढ़ाये लेकिन non-level justice ने कहा कि जब इस देश के चीश्ef जश्टिस उफ इंडिया ने
08:10करिमिनल कंटेम्ट उस केसमें नहीं बना। अगर पासके प्रडोकट की तरह यूजा रहे चाहिए ह।
08:25तो इसको काई स्ट्प कर देना चाहिये। जो बार कउंसिल अप इंडिया ले रही है गाइडलाइन Zальной
08:39रही है, civil action के उनका पर्मानेंट रद्द कर रहा है, वो सब होना चाहिए, लेकिन
08:43contempt petition issue करके उनको और limelight नहीं देगे जाए, तो ये भी
08:47matter on double justice surikang किया था, और इसको dismiss कर दिया गया
08:51contempt को with certain guidelines.
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