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00:00:00ज्यादा तर जो बलातकार होता है वो भारत में अपराध माना ही नहीं जाता तो उसकी रिपोर्ट कैसे दर्च करा दोगे
00:00:05क्योंकि ये एक एंडेमिक बीमारी है ये लगातार हर जगह है हर गली महले में चल रहा है
00:00:11पिडिता को या तो डरा थमका के चुप कर दिया जाता है या खरीद लिया जाता है या कि उसके घरवाले ही इज़त का पवितरता का प्योरिटी एंड ओनर का हवाला दे करके उसका मुबंद कर देते हैं
00:00:23शात्रा के साथ एक गैंग रेप की घटना सामने आई है उस घटना में पुलीस रिपोर्ट के अनुसार आजूपी जो है वो कतित तौर पे उनका मित्र या जानकार था
00:00:33तो 40 लाख महिलाओं का प्रतिवर्ष भारत में बलादकार होता है और ओफीशियल रिकॉर्ड कहते हैं 30-31 हजार पर आपकी सारी आउट्रेज थंडी पढ़ जाती है जैसे ही कोई एक मामला थंडा पढ़ता है
00:00:48इंडिया पर वेस्टर्न कल्चर चा रहा है इसलिए रेप बढ़ा रहा है रेप नहीं बढ़ा रहा पहली बार रेप की रिपोर्टिंग भढ़ रही है लड़की को इतना सहास आया है कि बाहर खुल के बता भी पा रही है वो भी एक प्रतिशत रणकी निन्यानवे प्रति�
00:01:18है मेरा वहां मेरे पिताजी का घर है और वहां पे दुर्गपूर में अभी एक सात्रा के साथ एक यांग रेप की घटना सामने आई है और उस घटना में पुलीस रिपोर्ट के अनुसार आजूपी जो है वो कथित तौर पे उनका मित्र या जानकार था
00:01:37सवाल ये है कि उसमें उससे क्या देखना पड़ रहा है सवाल ये है कि इस तरह के जहां पे
00:01:50जिनके जो पेडिता है उनके जो जानकार है जब उनके साथ इस तरह की घटना हो रही है
00:02:00तो ये हमारे समाज में इस तरह के रिष्टों के बारे में क्या बताता है
00:02:07हमारे रिष्टों का स्तर अब क्या हो चुका है
00:02:11और दूसरा सवाल ये है कि सरकार इस बारे में क्या कर सकती है
00:02:17रिष्टों के बारे में
00:02:17इस तरह की घटनाओं के बारे में
00:02:20बैठी बैठी है
00:02:30पूरी जो
00:02:32बात है न
00:02:34उसको पहले अपने तल पर
00:02:37अच्छे से समझा करिए
00:02:39ठीक है? और फिर जहां तक
00:02:41आप खुदी पहुँच जाए, वहां पहले पहुँच जाए
00:02:43और फिर आप मेरे पास
00:02:45ले करके आईए, है न? तो उसमें
00:02:47मैं आसानी से फिर आपको समझा पाऊ
00:02:49देखिए
00:02:55बलातकार कोई आज की चीज नहीं है
00:03:01हजारों सालों से हो रहे है
00:03:05होते आए है
00:03:07और ना कोई वो बंगाल की
00:03:09या भारत की चीज है
00:03:10वो विदेशों में
00:03:13भी होते हैं
00:03:15यहां तक की
00:03:16कम होता है पर पशुओं के भी कुछ प्रजातिया है
00:03:19जिन में भी माना जाता है या देखा गया है
00:03:21गि बलातकार जैसी कुछ घटना घटती है
00:03:24बहुत कम होता है पशुओं में ऐसा
00:03:26पर वहां भी होता है
00:03:27पर
00:03:31भारत में
00:03:35उसकी जो प्रक्रति है
00:03:37वो बहुत अलग है
00:03:39आज के भारत की आप बात कर रहे हैं तो
00:03:41चीज को गहराई में ले जाना पड़ेगा
00:03:44नहीं तो बंगाल में अभी हुआ है
00:03:46पिछले साल वो आरजी कारवाला मामला हुआ था
00:03:49तब भी आपने सवाल पूछा था
00:03:50आपने नहीं माने किसी और ने
00:03:52तब भी मैंने कुछ बोला था
00:03:53ऐसे मामले एक के बाद एक आते रहेंगे
00:03:55हम उसकी जड़ तक पहुँचे बिना
00:03:57यूही सतही सवाल जवाब करते रह जाएंगे
00:04:00तो इसलिए थोड़ा गहरे जाना जरूरी होता है
00:04:02विदेशों में
00:04:08भी बलातकार होते हैं
00:04:11पर वो वहाँ पर एक व्यक्ति के खिलाफ की गई चीज है
00:04:17वो जेंडर वाइलेंस है
00:04:20सामने एक व्यक्ति है जो एक एक स्त्री है
00:04:23और दूसरा व्यक्ति है जो पुरुष है
00:04:27और वो उस पर बल प्रयोग कर रहा है
00:04:30वासना पूर्ति के लिए
00:04:33जब विदेशों में बलातकार होता है
00:04:36तो ज्यादा तर उसकी प्रक्रति ये होती है
00:04:39ठीक है न?
00:04:40एक स्त्री है योई स्त्री है
00:04:42और शारिरिक दृष्टि से आकरशक हो सकती है
00:04:47और मुझे किसी कारण के चलते
00:04:49उस पर बल प्रयोग का मौका मिल गया है
00:04:54तो मैं करूँगा और उससे मेरी
00:04:56मैं वासना पूरी करूँगा
00:04:58ऐसा होता है वहाँ पर
00:04:59बलातकार ऐसा भी नहीं है कि
00:05:05भारत में ही बहुत ज़्यादा होता है
00:05:08विदेशों में भी बहुत ज़्यादा होते हैं
00:05:11और कई सूचकांकों की माने
00:05:15तो उनमें तो ऐसा निकल कर आता है जैसे विदेशों में ही जादा होते हैं
00:05:18पर अंतर है
00:05:23विदेशों में भी
00:05:28जब
00:05:30सोशल सर्वेस किये जाते हैं और वहाँ पूछा जाता है कि
00:05:34क्या आपके ऊपर कभी
00:05:37सेक्श्योल एसॉल्ट या रेप हुआ है
00:05:38तो जितने मामले निकल कर आते हैं
00:05:43वो अधिकारिक तोर पर
00:05:45दर्ज मामलों से कहीं ज्यादा होते हैं
00:05:47कई कई गुना ज्यादा होते हैं
00:05:49ये विदेशों में भी होता है
00:05:50और भारत में उसका जो अनुपात है
00:05:55कि कितने मामले दर्ज होते हैं
00:05:58और कितने बलातकार वास्ताव में हो रहे हैं, वो कितना है, हम बात करेंगे, अगर मुझे याद रहा, तो मैं आपको बोलूँगा, भूल जाओं तो याद दिला दीजेगा.
00:06:07तो चलिए यहीं सुष्णूरू कर लेते हैं, हम इस पूरे मुद्दे कोई समझना चाह रहे हैं, किसी एक मामले को नहीं, क्योंकि मामले तो एक के बाद एक आते रहते हैं, हमें दुख देते हैं, चोट देते हैं, हम कुछ दिनों तक उस पर हम कुछ आगरह भी कर लेते हैं,
00:06:37और फिर वो मामला ठंडा पड़ जाता है
00:06:38तो हम इस पूरे मुद्दे को ही समझ लेते हैं
00:06:41आधिकारिक आकड़े ये हैं
00:06:45Official Records के भारत में
00:06:48हर साल लगभग 30,000-35,000 बलातकार दर्ज होते हैं
00:06:53ये दर्ज हो रहे हैं
00:06:54ये दर्ज हो रहे हैं
00:06:57तो उसके आधार पर हम कह देते हैं कई बार की
00:07:01देखो भारत में स्थिति इतनी खराब है
00:07:03कि प्रति दिन लगभग 100 बलातकार के मामले सामने आते हैं
00:07:08और ये आकड़ा ही हमें बहुत भयानक लगता है
00:07:11भयानक है भी प्रति दिन 100 मामले
00:07:14पर अगर हमें भारत में बलातकार की प्रक्रति को समझना है
00:07:19तो हमें ओफिशियल डेटा से नहीं कहीं और से शुरुआत करनी पड़ेगी
00:07:23ठीक है अच्छे से समझो
00:07:25और वो शुरुआत हमें करनी पड़ेगी जो NHFS डेटा है उससे
00:07:31National Family Health Survey
00:07:34NFHS डेटा
00:07:36तो यह होता है कुछ-कुछ सालों में हर बार
00:07:40हमारे पास जो डेटा है अभी आखरी
00:07:43वो 20-21 का है और उसके बाद एक सर्वे और हो चुका और उसका डेटा आ रहा है धीरे-धीरे
00:07:48तो उससे हमें पता चलता है जब महिलाओं से बात की जाती है
00:07:57महिलाओं लड़कियों से 15 साल से उपर वाली
00:07:59तो वो कह रही है कि
00:08:036.3 प्रतिशत महिलाओं कह रही है कि
00:08:08हमारे उपर कभी न कभी
00:08:12बलातकार हुआ है
00:08:15यह कितना बैठ गया आप थोड़ा समझते हैं
00:08:19145-150 करोड भारत की आबादी है
00:08:2270 करोड से उपर महिलाएं हो गई
00:08:25आज भारत में 70 करोड से उपर महिलाएं है
00:08:29आधी होनी चाहिए थे आधी नहीं है
00:08:30आधी से 4-5 करोड कम है
00:08:32किस वज़े से कम है?
00:08:34बुरूण हत्या वगयरा से कम है
00:08:365 करोड महिलाएं भारत की आबादी से गायब है
00:08:38ब्रूनत्या कर दी गई है उनकी
00:08:40तो फिर भी 70-72 करोड महिलाएं होनी चाहिए
00:08:44इन में से जो 15 साल से उपर की है
00:08:51जिन से ये पूछा जा सकता है
00:08:53कि ये sexual assault हुआ कि नहीं हुआ
00:08:54वो गरी 50 करोड है
00:08:56ठीक है
00:08:5870-72 करोड महिलाएं उसमें से 50 करोड ऐसी जो
00:09:0115 साल से उपर की है
00:09:03इन में से 6.3 प्रतिशत ऐसी बैठती है
00:09:08जो खुद कह रही है अपने मूँ से
00:09:10जब उनसे एक आंच में पूछा जाता है
00:09:12ठाने में नहीं
00:09:14पुलिस रिकॉर्ड के माध्यम से नहीं
00:09:16कि बस टिक कर दो
00:09:18कि तुम्हारे उपर कभी
00:09:20तो टिक कर दो बस
00:09:22तो टिक कर देती हैं
00:09:236.3 प्रतिशत आती है
00:09:25और फिर उनसे और भी कुछ लिए जाते हैं
00:09:27आगे डिटेल्स
00:09:28तो यह कितना हो गया
00:09:33कितना हो गया
00:09:36ठीक है
00:09:373 करोड पर यह 3 करोड का आखड़ा
00:09:40वो निकला जिन पर उनकी पूरी
00:09:42जिन्दगी में कभी न कभी
00:09:43बलातकार
00:09:46की घटना घटी है
00:09:49तो प्रतिवर्ष पर कैसे आएं
00:09:51तो प्रतिवर्ष का भारत से कोई डेटा उलब्ध नहीं है
00:09:54पर विदेशों में जब सर्वे हुआ है
00:09:57तो उसमें यह निकल कर आया है कि
00:10:00जो यह 6 प्रतिशत हैं
00:10:03इन्होंने ऐसा नहीं बोला हुआ है
00:10:05कि हम पर जीवन में एक बार भी आगात हुआ था
00:10:07और जिस पर आमतोर पर बलातकार होता है
00:10:09उसका कई बार भी हुआ होता है
00:10:13कारण क्या है वो अभी आगेस पश्ट होगा आपको
00:10:15तो यह निकल करके आया
00:10:20कि जिन्हों ने भी कहा
00:10:21कि रेप उनके उपर हुआ है
00:10:24तो 10 से 20 प्रतिशत
00:10:27ऐसे हैं जिन पर किसी भी
00:10:30एक वर्ष में
00:10:32जो पूरी तादाद निकलेगी
00:10:33इसका 10-20 प्रतिशत ले लो
00:10:35ये वो संख्या होगी जिन पर किसी भी
00:10:37एक वर्ष में बलादकार
00:10:39हुआ है
00:10:40बात समझ रहे हैं भाई आपने जो तीन करोड बोला छेदर शामलों तीन प्रतिशत ले करके पचास करोड का
00:10:48तीन करोड थोड़ा जाद आएगा वो तो है कि उसकी पूरी reproductive life थी उसमें कितनों पर हुआ है अब उसमें से हमें per year data पर आना है तो उसका जो per year आता है अगर हम दूसरे देशों से standards लें तो वो आता है 10 से 20 प्रतिशत तो ये जो 3 करोड थोड़ा ऊपर है इसके 10 से 20 प्रति�
00:11:1815 प्रतिशत ले लीजिए तो 3 करोड का 15 प्रतिशत कितना बैठा कितना बैठा 45 लाग 45 लाग आप 40 लाग ले लीजिए चलिए हाला कि 45 लाग से भी उपर होगे तीन करोड से भी थोड़ा उपर था ठीक है और हो सकता है कि 10 20 प्रतिशत बाहर रहा है भारत में 15 नहों 22 ये भ
00:11:48तो 40 लाख महिलाओं का प्रतिवर्श भारत में बलातकार होता है
00:11:5440 लाख महिलाओं का
00:11:57और ओफिशियल रिकॉर्ड कहते हैं
00:12:0130-31 हजार
00:12:04माने जितनी महिलाओं का बलातकार होता है
00:12:08उसमें से एक प्रतिशत भी जा करके
00:12:11दर्ज नहीं कराती है
00:12:14एक प्रतिशत भी नहीं कराती है
00:12:17तो इसका कारण समझने की कोशिश की गई
00:12:22तो उसमें से कारण ये निकल गर के आया
00:12:27कि वो दर्ज करा ही नहीं सकती है
00:12:28क्योंकि ज्यादा तर जो बलातकार होता है
00:12:31वो भारत में अपराध माना ही नहीं जाता
00:12:34तो उसकी report कैसे दर्ज करा दोगे
00:12:36ज्यादा तर जो भारत में बलातकार होता है
00:12:41वो अपराध कानूनन है ही नहीं
00:12:43तो उसकी report कैसे दर्ज करा दोगे
00:12:46भारत में जो rape होता है
00:12:49वो 70-90% marital rape है
00:12:54आप बलातकार की पूरी प्रकृती समझना चाहते हैं न
00:12:58तो सिर्फ तब मत उग्र हो जाया करिये
00:13:03जब कोई एक मामला सामने आए
00:13:06क्योंकि ये एक एंडेमिक बीमारी है
00:13:09ये लगातार हर जगह है, हर गली महले में चल रहा है
00:13:1331,000 पर कितना बैठ रहा था?
00:13:20हम कह रहे थे एक लगभग 100 प्रति दिन
00:13:22ठीक, तो 40,000,000 पर कितना बैठ गया?
00:13:2910,000 से ज्यादा प्रति दिन, 12,000 प्रति दिन
00:13:32100 प्रति दिन पर हम कह रहे थे, और ये कितना ज्यादा है?
00:13:36ये 10, 12,000 है प्रति दिन
00:13:37लेकिन ये कहीं दर्ज नहीं हो सकता
00:13:40क्योंकि 70 से 90 प्रतिशत मामले जो है
00:13:42प्रति है, वो मेरिटल रेप के हैं?
00:13:46मेरिटल रेप सोज़ते हैं, क्या होता है?
00:13:50जहां पति ही पत्नी का बलादकार कर रहा है
00:13:52और भारतिय कानून इसको
00:13:55बलादकार मानता ही नहीं
00:13:59त्योंकि
00:14:00परमपरा, जिसको हम कई बार कह देते हैं
00:14:02कि धर्म शांस्तर का समर्थन प्राप्त है
00:14:04वो पत्नी को पती की
00:14:06संपत्ति मानती है, संपत्ति, व्यक्ति नहीं
00:14:08संपत्ति
00:14:09चीज है जैसे भी इस्तेमाल करें, पती की चीज है
00:14:12कैसे भी इस्तेमाल करें, वो व्यक्ति
00:14:14नहीं है, इंडिविजूल नहीं है
00:14:15वो एक चीज है
00:14:17वो एक प्रपरटी है
00:14:19तो उसका कैसे भी इस्तिमाल हो सकता है
00:14:21तो आप जा करके इस पर
00:14:23किसी भी तरीके की रिपोर्ट नहीं दरज करा सकते
00:14:26हाँ इस प्रक्रिया में आपको
00:14:28मार पीट दिया हो
00:14:29आपके खून वेरा निकला आया हो
00:14:31हड़ी ही तोड़ी तो आप जा करके रिपोर्ट आप दर्ज करा सकते हैं समानेता है आप नहीं किया सकते कि मेरे पती ने रेप किया है मेरा तो मैं जा करके इसमें रिपोर्ट दर्ज करा रही हूँ
00:14:39फिर पुरुशों पर भी सर्वे हुआ
00:14:43तो इस बात की पुष्टी हुई
00:14:47वो प्रतिशत कितना है वो आप खोज के निकालेगा
00:14:50जहां पर पुरुषों ने खुदी स्विकार गिया कि हाँ
00:14:53पत्नी की
00:14:55कंसेंट हो न हो
00:14:57हम
00:14:58इतने प्रतिशत पुरुष कह रहे हैं कि हाँ
00:15:01पत्नी की कंसेंट के बिना भी हम इंटरकोर्स करते हैं
00:15:04समझ में आ रही है बात यह
00:15:08तो रेप चीज दूसरी है आप उसको जो समझ रहे हो
00:15:12रेप उससे बहुत आगे की बात है
00:15:14आप रेप के सिर्फ वो मामले देख रहे हो
00:15:18जो पुलिस रिकॉर्ड में जा रहे है और प्रेस में आ रहे है
00:15:20आप रेप वो देखी नहीं पा रहे है जो घर-घर में है
00:15:25अब आगे की और समझिए
00:15:31तो यह जो 40,00,00,00 मामले है
00:15:35इसमें से लगभग 30,00,00 मामले वो हैं
00:15:42जो मेरिटल रेप के हैं
00:15:44और इनकी कोई गिंती नहीं हो सकती, इनकी कोई अकाउंटिंग नहीं हो सकती
00:15:47कोर्ट अगर चाहता भी है कि इस पर हम नियम बनाए
00:15:52तो सरकार आड़े आकर खड़ी हो जाती है
00:15:54सरकार गयती है नहीं, नहीं, यह हम नहीं होने देंगे
00:15:58और कई बार तो
00:16:00courts ने, judges ने भी
00:16:02जो रुख लिया है
00:16:04वो ऐसा लगता है
00:16:07जैसे समर्थन किया जा रहा हो कि हाँ
00:16:09पत्नी के तो सीमित अधिकार ही होंगे
00:16:11दामपत्ते रिष्टे में
00:16:12समझ में हारे यह बात यह है
00:16:17अभी हमने कहा कि
00:16:2040 में से लगभग
00:16:2330 लाग तो यह हो गए
00:16:24जो marital rape के ही मामले है
00:16:26तो 10 लाग तो अभी भी बच्टा है
00:16:28लेकिन सरकार के पास तो 31,000 मामले ही दर्ज है
00:16:31तो यह 10 लाग क्या है
00:16:32यह जो 10 लाग मामले है
00:16:36इसमें से लगभग
00:16:377-8 लाग मामले है
00:16:38caste-based rape के
00:16:40caste-based rape के
00:16:43जादा तर मामले वो है
00:16:44जहां पर जो rapist है
00:16:47वो उची जातिका है तथा कथित
00:16:50और जो पीड़िता है
00:16:52वो दलित वर्ग से है
00:16:55तो इसलिए जबरदस्त दोनों में
00:16:58पावर एस सिमेट्री है
00:16:59पैसे को लेकर भी
00:17:02रुतबे को लेकर भी
00:17:04जात को लेकर के भी
00:17:05पहचान को लेकर भी
00:17:06और पीड़िता को या तो
00:17:10डराधमका के चुप कर दिया जाता है
00:17:12या खरीद लिया जाता है
00:17:13या कि उसके घरवाले ही
00:17:15इज़त का पवितरता का
00:17:18purity and honor का हवाला दे करके
00:17:20उसका मुबंद कर देते हैं
00:17:22या कि अगर वो पुलिस स्टेशन चली भी जाती है
00:17:24तो पुलिस वाले उसका मदाग बनाकर उसको भगा देते हैं
00:17:27ऐसे भी मामले आए हैं
00:17:30आप पढ़िए का मथुरा केस
00:17:331972 का जहां पर पीड़िता पुलिस स्टेशन गई है
00:17:35और वहां पर
00:17:37पुलिस वालों नहीं उसका शोशन कर दिया है
00:17:39रेपी कर दिया है
00:17:40बहुत मामले हैं ऐसे
00:17:42तो ये भी जो साड़े साथ मामले हैं
00:17:46ये भी ज्यादातर कभी रोशनी में आते ही नहीं
00:17:49कम ही आते हैं इन में से
00:17:50अब बचे लगबग धाई लाक मामले
00:17:55इन धाई लाख मामलों में से
00:17:59तीसे एक हजार दर्ज हो जाते हैं
00:18:03इन धाई लाख मामलों में भी जादातर दर्ज नहीं होते
00:18:06क्योंकि बात वही आ जाती है कि तुछ से शादी कौन करेगा
00:18:09अगर ये बात जाहिर हो गई कि तू
00:18:11बलतकृत हो चुकी है तो तुछ से शादी कौन करेगा तो ये बात बाहर नहीं जानी चाहिए
00:18:17तो ये सिर्फ तीन लाग मामले हैं इन में से कुछ हिस्सा जाकर के इसकी F.I.R. हो जाती है
00:18:23ये है रेप
00:18:26रेप वो नहीं है जो अब यदा-कदा पढ़ लेते हो अख़बार में
00:18:30भारत में रेप में दो एंगल्स हैं जो बहुत-बहुत बड़े हैं
00:18:40एक है पैट्रियार्की और एक है कास्ट
00:18:43सौ मामले हैं अगर रेप के तो उसमें सत्था रच्सी मामलों में तो पती ही रेपिस्ट है
00:18:55अब क्या करना है बोलो
00:18:56और अरेंजड मैरिज के साथ ये मामला और भी रोचक हो जाता है
00:19:01क्योंकि ये जो पती है ये एक अपरिचित व्यक्ति है
00:19:04जो कि अब बाकाइदा
00:19:08विधी अनुसार, धर्मा नुसार, समाज अनुसार, कानून अनुसार
00:19:15पत्नी के साथ जवरन संभोग कर सकता है
00:19:20इसको अब मानेता मिल गई है क्योंकि अब पत्नी इसको सौप दी गई है ले जा भाई
00:19:23ये है रेप
00:19:29पर आपकी सारी आउट रेज
00:19:35ठंडी पड़ जाती है जैसे ही कोई एक मामला ठंडा पड़ता है
00:19:39आप नहीं देख रहे हो कि वो जो
00:19:44पूरा हमने अनादर करा है शुति का, उपनिशदों का
00:19:50उसका परिणाम है बलातकार
00:19:52भारत का बलातकार पश्चिम के बलातकार से अलग है भाई
00:19:56पश्चिम में उसमें ये नहीं होता है कि पती चण बैठा है
00:20:03या कि जाती देख करके उसका शोशन किया रहे
00:20:06बहुत बड़ी संख्या में जो पीड़ताएं होती है
00:20:08वो दलित और आदेवासी होती है
00:20:11और कई बार तो बलातकार सबक सिखाने के लिए किया जाता है
00:20:15ना सिर्फ लड़की को बलकि उसके पूरे समुदाए को
00:20:17कि ये देखो
00:20:18वो जो शरीर है लड़की का वो लड़की का ये शरीर नहीं है
00:20:22वो माध्यम है जिसके द्वारा उसके पूरे समुदाए को आतंकित किया जाता है
00:20:26और फिर धर्म गुरु आ करके बोलेंगे
00:20:34कि लड़की का शरीर पुवित्र होना चाहिए
00:20:35बार बार बार पुवित्रता को उसके शरीर
00:20:38से जोड़ दो ताकि
00:20:40बलितकरत होने के बाद
00:20:41बलातकारी शान से
00:20:44क्या सके कि ये देखो हटा दी इसकी पुवित्रता
00:20:46मैंने
00:20:46एक एसेट था इसके पास
00:20:49वर्जिनिटी वो छीन लिया मैंने
00:20:51समझ मैं आ रही है बात
00:20:59उसके साथ एक कालपनिक एसेट
00:21:03जोड़ दो उसके शरीर के साथ
00:21:04क्या पुवित्रता
00:21:06जबकि पुवित्रता का रिष्टा शरीर से हो नहीं सकता
00:21:09उसका रिष्टा चेतना से है
00:21:16तो पुवित्र होना चाहिए शरीर पुवित्र होना चाहिए
00:21:18और जैसे ही तुमने पुवित्रता का रिष्टा उसके शरीर से जोड़ा
00:21:21उसके पूरे समुदाय को दंड देने का
00:21:24मज़ा चखाने का एक तरीका
00:21:26मिल गया किसी रेपिस्ट को
00:21:28कि लो तुमारे
00:21:30कुनबे की लड़की मैंने खराब कर दी
00:21:32सुना इस तरह की भाशा
00:21:33ये लो मैंने तुमारे पूरे कुनबे को ये नीचा दिखा दिया
00:21:36तुमारे लड़की खराब कर दी
00:21:37मैंने अब जो कर सकते हो करो
00:21:38और अब एक बार वायलेशन कर दिया
00:21:40तो सदा के लिए violation हो गया, तूटी हुई चीज तुम जोड़ थोड़ी पाऊगे
00:21:43लो
00:21:45तो भारत में रेप अलग बात है
00:21:49भारत में रेप अलग बात है
00:21:55जिस दिन हमने धर्म का अर्थ
00:21:58उपनिशद से हटा करके समृति करा था
00:22:02उस दिन समझीए कि ये सब शुरू हो गया था
00:22:06जबकि ये जानी समझी बात है कि स्मृति में जो कुछ लिखा है
00:22:16उसे शुति सम्मत होना चाहिए और स्मृति अगर शुति का उलंगन कर रही है
00:22:21तो स्मृति को हटा दो, शुति की बात माननी जाएगी
00:22:23क्योंकि शुति वोग देती है जो कालातीत सत्य है
00:22:27और स्मृति वो बाते कहती है जो उस समय के समाज में प्रचलित है
00:22:32उस समाज में जो प्रचलित है उन चीजों को मध्यम बनाकर सहारा बनाकर
00:22:41उन चीजों को भी सम्मान दे कर
00:22:42किसी तरह से धर्म को
00:22:45अशिक्षित लोगों तक भी पहुँचा सको
00:22:47इसके लिए स्मृति थी
00:22:48लेकिन भारत में धर्म का मतल़ भी बन गया
00:22:55स्मृति
00:22:56और उसी स्मृति को भारत जी रहा है
00:22:59और ये बहुत बड़ी सफलता हो गई
00:23:03आशे ग्रंथों की जिनको वो महत्यों कभी मिलना ही नहीं चाहिए था
00:23:08जो उन्हें मिल गया और
00:23:09इसके कारण उपनिशदों और गीता को वो महत्यों नहीं मिलने पाया
00:23:14जिसके वो अधिकारी थे
00:23:15आप जी रहे हैं उनको
00:23:20आपको पता भी नहीं है
00:23:22आपका चाल चलन बोल बाचीद व्यवहार
00:23:25सब उन्ही से निर्धारित हो रहा है
00:23:28मैं आपसे कहूँ
00:23:36आपस्तंबध धर्मसूत्र
00:23:38या गौतम धर्मसूत्र
00:23:39या बौधायन धर्मसूत्र आपने न पढ़ा होगा
00:23:42सुना ही ना होगा नाम
00:23:43पर आप जैसे जी रहे हो ना आप उन्हीं से जी रहे हो आप जब पढ़ोगे तो आपको जटका लग जाएगा आप कहोगे इसमें तो वही सब बाते लिखी जो हम करते हैं पर ये चीज तो आपने कभी पढ़ी नहीं थी क्योंकि वो सब हवाओं में आ गया वो चीज शास्त्
00:24:13एक खास काल में उस काल के बाद उनकी कोई अहमेती नहीं है आप लोगों को मनुस्मृति से संबंधे जब विकल्प वगयर आते हैं परीक्षा में तो आप में से कई लोगों ने लिखाए कि अरे ये सब तो बिलकुल हमारे घर में हो रहा था पर हमें पता ही नहीं था कि य
00:24:43भई कृषिप्रधान देश था बहुत लोग पढ़े लिखे नहीं थे तो उन तक कथाओं के माध्यम से अच्छाई पहुचाना था ये आदर शरूप में स्मृतिका उद्देश ये था
00:24:55माना ये गया था कि इन लोगों का आंतरिक केंद्र सक्रिय ही नहीं होगा कभी एक जनसंख्या का बड़ा वर्ग है जिसका आंतरिक सच्चाई का केंद्र कभी सक्रिय नहीं होगा तो इनको उपर-उपर से बता दो कि तुम ऐसे रहोगे तुम्हारे ये दाइत हैं ये कर्त�
00:25:25को धर्मान लिया
00:25:26और उसके बाद एक गजब और हुआ
00:25:37विदान्त
00:25:41जो अद्वायत के अलावा कुछ है ही नहीं
00:25:43उसकी द्वयतात्मक
00:25:45व्याख्याएं कर दी गई
00:25:46जब द्वयतात्मक व्याख्या होती है
00:25:49तो इधर जीव खड़ा हो जाता है
00:25:51और उधर खड़ा कर दिया जाता है
00:25:53एक रचैता ईश्वर को
00:25:54Creator God को
00:25:55Now it is God and Man
00:25:57और जो कुछ भी
00:26:01परंपराईं चल रहीं थी समाज की
00:26:03उनको mythology में डाल दिया गया
00:26:08माने ये कह दिया गया
00:26:09कि वो परंपरा God से आ रही है
00:26:11अब और गजब हो गया
00:26:14अब आप उस चीज़ को एकदम ही नहीं तोड़ सकते
00:26:16आपकी जो परंपरा है
00:26:21एक बार आपने वेदान्त की जो
00:26:23द्वैतात्मक व्याख्या है वो कर दी
00:26:25जो की हो ही नहीं सकती
00:26:27जो की एकदम गलत है
00:26:29आपने कर दी
00:26:31तो उसके बाद आपने क्या खड़ा कर दिया
00:26:32ये Creator God है
00:26:35और फिर आपकी अपनी जितनी सामाजिक माननेताएं और पूर अरवागरह थे
00:26:39उनको आपने क्या कर दिया?
00:26:41Sacred बना दिया
00:26:42कैसे sacred बना दिया?
00:26:43ये कहके कि ये तो भगवान ने दिये हैं
00:26:45मैंने थोड़ी दिये हैं
00:26:47तो इस्तरी है
00:26:50पती को परमेश्वर मानना
00:26:51और उसकी सब आग्याओं का पालन करना
00:26:53ही तेरा धर्म है और ये बात मैं नहीं बोल रहा है
00:26:55ये बात
00:26:56भगवान ने बोली है
00:26:58उपनिशदों का आपमान होता गया होता गया
00:27:05हमने कभी पूछा नहीं कि भई
00:27:06मेरा तो शुरुति धर्म है
00:27:08विदान्त कहा है इसमें ये सब जो तुम बता रहे हो
00:27:11तो भारत में आप रेप समझना चाहते हैं
00:27:26तो आपको समझना पड़ेगा कि मामला पीछे से क्या चल रहा है
00:27:29साउथ अफ्रिका में भी उदारन के लिए रेप
00:27:33एक बड़ी समस्या है
00:27:35पर वहां रेप की प्रक्रती बंगाल में जो रेप हो रहा है उससे अलग है
00:27:39या कि यूपी के किसी गाओं में जो रेप हो रहा है
00:27:42किसी दलित लड़की के उपर उससे अलग है
00:27:43या कि जो मेरिटल रेप हो रहा है जिसको वो स्तिरिये सोच रही है
00:27:50कि ये तो मुझे
00:27:51मैं ग्रहस्त हूँ, मैं पत्नी हूँ
00:27:55तो मुझे तो ये बरदाश्ट करना ही पड़ेगा
00:27:57ये चीज अलग है
00:27:59चोड़े-चोड़े सर्वेज हुए है
00:28:06जहां पूछा गया है महिलाओं से
00:28:07रेप होता है तो महारा घर में
00:28:09कहती है हाँ
00:28:10ये भी पूछा गया
00:28:11क्या गलत है ये, क्या बुरा लगता है
00:28:13तो कहती है नहीं ठीक है उसका हक है
00:28:15क्या है उसका हक है
00:28:19ये तो रेप है
00:28:23जो सीधी-सीधी पिटाई होती है उसको ले करके
00:28:25भी बहुत महिलाओं ने बहुत सर्वेज में बोला है
00:28:27यहां क्या है उसका पती है मार लेगा तो इसमें क्या है ऐसा
00:28:46आ रहे ये बात समझ में
00:28:47इसके मूल कारण को समझने की जगह है
00:28:53जो हमारे संसकारवादी लोग हैं वो कहते हैं इसका मूल कारण यह है कि भारत में
00:28:59पाश्चात संस्कृत हावी हो गई है
00:29:01लड़कियां छोटे कपड़े पहन रही है
00:29:04और लड़कों के उपर भी वेस्टरन कल्चर हावी हो रहा है तो वो
00:29:10सेक्शोली अराउस ज्यादा होते हैं इसलिए रेप हो रहा है
00:29:13तुम कितने बहिमान अदमी हो
00:29:15फिर ऐसे लोग कहते हैं कि लड़कों को ब्रहमचर्रे सिखाओ तो फिर रेप कम हो जाएगा
00:29:20तुम कितने बहिमान अदमी हो
00:29:23तुमने जो संस्कृति चला रखी है रेप उसका परिणाम है
00:29:30पाशाते संस्कृति से नहीं आ रहा है रेप
00:29:33जब 70-80 प्रतिशत रेप घर में ही हो रहा है
00:29:39और रिष्टेदारों द्वारा ही हो रहा है
00:29:43खासकर पति द्वारा तो पश्यम से कहां से आ गया
00:29:49वो तो फिर हमेशा से हो रहा था
00:29:52अब तो रिपोर्टिंग बढ़ी है
00:29:55महिला थोड़ी जगने लगी है तो जो रिपोर्टिंग है रेप की
00:30:02वो पिछले 20 सालों में लगभग दोगुनी हो गई है
00:30:05तो इसको प्रमाण की तरह खायाता है कि देखो इंडिया पर वेस्टरन कल्चर चा रहा है इसलिए रेप बढ़ा रहा है रेप नहीं बढ़ा रहा है
00:30:11पहली बार रेप की रिपोर्टिंग बढ़ रही है लड़की को इतना सहास आया है कि बाहर खुलके बतावी बार है
00:30:17आधी आबादी को अपाहिज कर दोगे, उसकी जबान काट लोगे,
00:30:47उसको पिंजड़े में डाल दोगे, उसके मन में ये बात डाल दोगे कि तेरा तेरा जो सब्मिशन है, वो तो डिवाइनली ओर्डेंड है, वो तो भगवान की मर्जी है, तो राष्ट्र आगे बढ़ेगा फिर कभी, आधी आबादी, आधी आबादी, और ये आधी आबादी
00:31:17वो मेडल्स देता था, वो कहता था ये आरियन रेस को दुनिया पे चाना है, चलो आबादी बढ़ाएं, तो वो ब्रॉंज मेटर देता था अगर पांच बच्चे पैदा कर दिये, सिल्वर मेडल देता था अगर साथ बच्चे पैदा कर दिये, और गोल्ड मेडल देता था
00:31:47से अपनी बेटियों को बढ़ा करते हो
00:31:49कि पराया धन है किसी के घर जाएगी
00:31:51उसके बच्चे पैदा करेगी
00:31:52उसका परिणाम है ये जो
00:31:55आप बात अभी कर रहे हो बात
00:31:57और दूसरी चीज चास्ट
00:32:03जो स्मृति ग्रंथ हैं
00:32:09उसमें अगर कोई
00:32:11ऊपर का
00:32:13उपर के वर्ण का
00:32:17नीचे की वर्ण की स्तरी का
00:32:20बलातकार कर दे तो उसको
00:32:22बहुत कम सजा है
00:32:22लेकिन अगर कोई शुद्र जा करके
00:32:27किसी तथकतित उच्च वर्ण की लड़की
00:32:30का बलातकार कर दे या महिला का
00:32:32तो उसे मृत्य दंड भी दिया जा सकता है
00:32:34तो रेप के बहुत जबरदस्ट कास्ट डाइमेंशन्स हैं
00:32:53और एक बात सुनो जदातर जो मामले आते हैं न बलातकार के सुर्खियों में
00:32:58वो सुर्खियां दलित लड़कियों को तो बैचारियों को नसीब भी नहीं होती
00:33:04उनका बलातकार हो जाता है तो बहुत हेडलाइन्स नहीं बनने पाती
00:33:09क्योंकि मीडिया भी कुछ मामलों को तवज्जो देता है कुछ मामलों को तवज्जो नहीं देता
00:33:28भारत राष्ट्र का जो हर तरीके से पतन हुआ
00:33:38कला में, विज्ञान में, युद्ध में, सामरिक्षेत्र लडाईयों में, सब में,
00:33:46टेकनोलोजी में, साहित्य में,
00:33:52वजय बहुत सीधी है,
00:33:54पचास प्रतिष्ट आबादी को दबा कर रखोगे तो कहां से राष्ट आगे बढ़ेगा,
00:34:00और बाकी जो पचास प्रतिष्ट आबादी है, उसकी बहुत सारी उर्जा लग रही है इस पचास प्रतिष्ट को दबाने में,
00:34:05उसका आधा ध्यान इसी पर है कि लड़की कहीं किसी तरीके से जरा आजाद न निकल जाए
00:34:12हरिशंकर परसाई ने कहा था न
00:34:16इस राष्ट की आधी उर्जा तो लड़कियों की डोली उठवाने में जा रही है
00:34:22तो ये राष्ट तरक्की कहां से करेगा
00:34:35यूही मैं आपसे नहीं विदा अंत की बात करता हूँ और विदानत माने सिर्फ अद्वैत होता है
00:34:40और वो अकेला है जो शिखर पर है बैठ करके और वहाँ से चिला रहा है कि मुर्खों
00:34:48देह तुम हो यह नहीं तो देह के आधार पर यह भैदवाओ कैसे कर रहे हो
00:34:53पर हमने गजब करा
00:35:04नारी को
00:35:06चेतना तो माना ही नहीं हमने देह तक नहीं माना
00:35:10हमने उसको वस्तु बनाया प्रॉपर्टी चीज
00:35:13जो मैं आपसे बोला करता हूँ न
00:35:15कि महिला का शरीर नहीं मनुष्य की चेतना है आप
00:35:20सच्चाईद उससे नीचे की है
00:35:24आपको कोई महिला का शरीर भी नहीं मानता
00:35:26आपको प्रॉपर्टी माना जाता है
00:35:29चेतना होती है चेतना से नीचे देह और देह से नीचे
00:35:34संपत्ति चीज वस्तु
00:35:37तो इस्तरी धन पशुधन इस तरह से गिना जाता था पहले
00:35:42वो शब्द अब नहीं है पर मानसिक्ता अभी भी वही है
00:35:45और यही वज़े है कि जैसे जैसे इस्तरी
00:35:56साक्षर सशक्त सक्षम होती जाती है
00:36:00वैसे वैसे प्रजनंदर कम होती जाती है
00:36:02क्योंकि अब वो अपने उपर पती को जबरदस्ती चड़ने नहीं देती
00:36:07वो अपने अधिकार जान जाती है
00:36:10एक तरह से कहिए तो वो अपना बलातकार कम होने देती है
00:36:32जो बड़े से बड़ी नाइंसाफी हम धर्म के साथ कर सकते थे
00:36:36धर्म को तो बहुत बरबाद किया
00:36:40हमने वो ये था कि हमने अपनी ही परंपराओं को
00:36:44माननेताओं को, स्वार्थों को, पूर्वाग्रहों को
00:36:47ग्रंथों में ये लिख करके दिखा दिया
00:36:50कि ये सब तो उपर से आ रहा है
00:36:54ये सब तो उसने चाहा है
00:36:56ये उसने नहीं चाहा है
00:36:57ये तुम्हारी चाहल है कि तुम ये सब वहां लिखे दे रहे हो
00:37:00और एक बार तुमने
00:37:09इस्तरी को
00:37:12एक नीचा नागरिक बना दिया
00:37:17या संपत्य बना दिया
00:37:18तो अब अगर वो सर उठाएगी तो पुरुष को बुरा तो लगेगा न? तो फिर उसे उसकी आउकाद दिखाने का एक तरीका भी होता है बलातकार. बहुत सर उठा रही थी? ले. बहुत मूझ खुलता है ना तेरा? ले.
00:37:33रेप. तो कीप यू इन यो प्लेस. ये भी वो क्यों कर रहा है? क्योंकि उस पुरुष के भीतरे बात बैठा दी गई है. कि उपर वाले ने ही स्तरी को बनाया है पुरुष की सेवा के लिए. तो यो इतना क्यों उठ रही है? इतना उठ रही है तो फिर सजा देना जायज है �
00:38:03क्योंकि जब उपर वाले ने ही तेरे ले नियम बना दिया कि जरा दब के चल, जरा ढख के चल, तो तू क्यों इतना उड़ रही थी? अब तू उड़ रही थी, तो बॉइस विल भी बॉइस. उन्होंने तेरा रेप कर दिया, तो ये कोई बहुत बड़ा अपरात नहीं हो �
00:38:33मैं इसलिए आपको आपके वास्तविक धर्मगरंथों के पास ले जा रहा हूँ, ताकि वो सब कुछ जो आप यूही धर्म के नाम पर पकड़े हुए हो छोड़ दें,
00:38:53कि जाइए, देखिए, वास्तव में कितने उचे हैं आपके उपनिशद और कितनी खुली बाते कह रहे हैं, कितने उदार हैं,
00:39:14पश्यम में जो फेमिनिस्ट्स हुए हैं, उन्होंने कहा,
00:39:16कई तरीकों से कहा है, पर उनका कहने का तरीका यह था है, कि लड़की यह ऐसे तो पैदा होती है,
00:39:24पर उसको जो वूमन बना दिया जाता है, उसको जो जेंडर दे दिया जाता है, सिक्स नहीं, जेंडर, वो समाज देता है,
00:39:32भारत ने इससे भी आगे की चाल चली
00:39:35भारत ने का वो हम नहीं दे रहे वो
00:39:37उपर से आ रहा है
00:39:39देखो धार्मिक किताबों में लिखा हुआ है
00:39:41जिन किताबों में ऐसा लिखा हुआ है वो धार्मिक है ही नहीं
00:39:44और आपके ये धार्मिक किताबें, वो मैं आपके पास लेके आ रहा हूं, उनमें कहीं लिखा है?
00:39:50गीता में लिखा है कहीं?
00:39:52अश्टा वक्र बोल रहे हैं ऐसा?
00:39:58रिभु बोल रहे हैं ऐसा?
00:40:09संतों के इतने दोहें मैंने आपको पढ़ा दिये.
00:40:12और इतने भजान, इतनी चौपाईयां, बताईए है कहीं पर?
00:40:22और जिन्होंने ऐसा कह दिया हो अपने दोहों चौपाईयों में,
00:40:27तो याद रखिए संतों की बातें भी इस्मृतियां हैं.
00:40:30उसमें से वही लेना है,
00:40:31जो बात हम ब्रहमास्मी और तत्तों मसी से मेल खाएगी,
00:40:36जो कुछ नहीं मेल खा रही ठुकरा देंगे.
00:40:37ये है हमारा वास्तविक धर्म, उचे से उचा,
00:40:49और हमने उसको क्या बना डाला?
00:40:56कि विदेशों से जब महिलाएं आती हैं भारत ब्रहमन में,
00:41:02टूरिस्ट बन करके,
00:41:04तो कई देश हैं, जो कई बार उनको एडवाईजरी देते हैं,
00:41:07कि भारत तो जा रही हो,
00:41:10पर बचकर रहना इन इन जगहों पर,
00:41:11इस समय पर ऐसे ऐसे लोगों से इन इन शहरों में,
00:41:15बहुत रेप होता है,
00:41:17ये बना डाला हमने भारत को,
00:41:37हम, बोलिए,
00:41:39आचारी जी, इसी संदर में,
00:41:47सिर्फ एक बात और मैं पूछना चाह रहा हूँ,
00:41:52कि मंगाल में जो तीन घटनाई घटी हालाल में,
00:41:55आर जी कर लास्ट ये हुआ था,
00:41:58उसके बाद ही कुछ दिन बाद,
00:42:00एक साउथ लॉख कॉलेज है,
00:42:02साउथ कालकटा में,
00:42:03वहाँ पर एक लड़की गई थी,
00:42:06अड्मिशन के लिए,
00:42:07अड्मिशन के दौरानी उसके संग गैंग रेप हुआ,
00:42:10और थोड़े दिन पहले ही,
00:42:12फिर दुरगापूर मेडिकल कॉलेज में,
00:42:13एक लड़की अपने ही एक मित्र के साथ,
00:42:16कैंपस के बाहर ही निकली,
00:42:17वहाँ फिर उसका गैंग रेप हुआ,
00:42:20जिसमें आपने अभी जो जिक्रिकिया,
00:42:23उसके घहराई में घुश कर,
00:42:25कि रेप कहां से आता है,
00:42:27तो एक ये एक चीज बार-बार जो नजर में आ रही है,
00:42:30वो ये है कि,
00:42:32इंसिचूशन के भीतर भी,
00:42:34और बिशेश करके,
00:42:35एजुकेशनल इंस्टिटूशन के भीतर भी,
00:42:37ये घटनाएं घट रही है,
00:42:38और जोड़िये इसमें,
00:42:40एजुकेशनल इंस्टिटूशन में भी,
00:42:42जो हाई अथॉरिटी है,
00:42:44अगर वो वो मन हो,
00:42:46तो वो भी प्रिजूडिस्ट होगी,
00:42:48वो ही तो मझे की बात है,
00:42:49जो law college में,
00:42:50जो principal है,
00:42:52उन्होंने भी इसी rake के,
00:42:54को समर्थनी किया एक तरीके से,
00:42:57और बहुत दुख की बात है,
00:42:58या जो भी कुछ हो रहा है,
00:43:00वो बहुत शर्मनाक है,
00:43:01क्योंकि हमें पता ही नहीं है,
00:43:02कि हमारा statement कहां से आ रहा है,
00:43:03वो हवाओं में है
00:43:05मैं पूछतो रहा हूँ
00:43:07आप स्तंब धर्मसूत्र आप में से कितनों ने पढ़ा है
00:43:09नाम भी कितनों ने सुना था आज से पहले
00:43:11कितनों ने सुना था
00:43:13लो
00:43:13और ये वो धर्मसूत्र है जिनसे फिर
00:43:17उनकी रचना हुई जिनको नाम दिया था
00:43:19धर्म शास्त्र जिसमें मनूस्मृति, आगेवल की स्मृति
00:43:22और पराशारिस्मृति ये साब आते हैं
00:43:24आपने नहीं सुना ना
00:43:27आपने तो मनुस्मृति ये नहीं पढ़ी है
00:43:29तो आपनेया ओपर के धर्मसूत्र तो क्या ही पढ़े होंगे
00:43:31पर आप उनको जी रहे हो
00:43:34इसी तरीके से ये सब जो व्यक्ति हैं, इनको पता ही नहीं है कि ये जिसको जी रहे हैं, वो बात किस प्रभाव से आ रही है, हवाओं में है वो सब कुछ, हवाओं में है, आप उसको सोख लेते हो, आप उसको सोख लेते हो, और महिला तो और ज़्यादा सोख लेती है, क्यों
00:44:04तो उस वक्त उसको विश्वास करना ही पड़ता था बहुत बातों पर जब आपका बस नहीं चलता तो फिर विश्वास के अलावा कोई सहारा नहीं बचता
00:44:17तो महिलाएं और ज़्यादा वो सब पुरानी बातों पर और पुरानी कथाओं पर विश्वास कर लेती हैं जबकि महिलाओं को और ज्यादा इंक्विजिटिव होना चाहिए यह जो तुम बोल रहे हो यह जो तुम्हारा नजरिया है रुख है बहेवियर एटिचूड है यह क
00:44:47और पापा की परी को भलाई ना पता हो कि पापा नहीं कोशिश भरपूर कर ली थी उसका भी अबॉर्शन कराने की प्यादा हो गई उद्र घटना से
00:44:56भई सब जो एटेंट्स होते हैं अबॉर्शन क्यों सफल भी नहीं हो जाते और कई बार तो आप चाह रहे होते हैं अबॉर्शन करा दे करान नहीं सकते क्योंकि प्रेग्नेंसी एडवांस्ड हो गई है तो सोचो कि अगर पांच करोड मारी गई हैं लड़गियां
00:45:21यह तो एक्चुल डेट्स हैं तो डिजायर्ड डेट्स कितनी रही होंगी पांच करोड को तो सफलता पूरुवक मार दिया गया
00:45:29और ऐसी कितनी होंगी जिनको चाहा गया होगी मार दे पर वो दरभटना से पैदा हो गई
00:45:35या कि वो पैदा सिर्फ इसलिए हो गई क्योंकि लग रहा था इस बार लड़का हो जाए शायद इस बार लड़का हो जाए और वो लड़की एक के बाद एक आती गई वो पैदा हो गई
00:45:44वो धूमिल की पंक्तियां है ना बड़ी प्यारी पंक्तियां कोई मुझे लाकर क्या भी दे दे कि
00:45:57ओ प्यारी भावियों ओ नठखट बहनों आईने को घूर ना छोड़ दो सिंगारदान को छुट्टी दे दो कोई देगा मुझे
00:46:05आप लोगों को यही बोल रहा हूँ सिंगारदान को छुट्टी दे दो
00:46:14आपको बात समझ में नहीं आ रही है आप बहुत ज्यादा विश्वासी हो
00:46:21क्योंकि नप पढ़ने लिखने के कारण आपको पता ही नहीं है कि आज जो हवाओं में वो आ कहां से रहा है कि जिस पर आप यकीन कर रहे हो और कहीं काल तो नहीं आपका
00:46:34और ये मैं कोई महिलाओं को भणका नहीं रहा हूँ मैं पुरुशों को उनकी विम्मेदारी याद दिला रहा हूँ
00:46:55चैन से जीना चाहते हो तो तुम्हारे आसपास जो भी महिलाएं हैं उनको आजादी दो चैन दो
00:47:02नहीं तो जिन्दगी का नियम है जो शोषण करेगा उसे शोषण बरदाश्ट भी करना पड़ेगा
00:47:09यह धूमिल की है नहीं यह नहीं है यह चैट ने हैलूसिनेट कर रहा है
00:47:39कविता ही बना दी गूगल करो गूगल करो इन्हीं ओ प्यारी ओ प्यारी भावियों ओ नठखट भेहनों सिंदूर्दान धूमिल यह लिखो सर्च फ्रेज
00:47:53ओबीडियेंट सबमिसेव पागल हो गई हो
00:48:06ट्रेडिशनल तुम्हारे लिए क्या है ट्रेडिशन में जो ट्रेडिशन का पालन करे जा रही हो बताओ तो
00:48:14तुम्हारे लिए क्या है ट्रेडिशन में तुम्हें क्या मिलेगा ट्रेडिशन का पालन करके
00:48:20कोई और मौज मार रहा है कोई और मखन चान रहा है तुम्हें क्या मिल रहा है ट्रेडिशन से
00:48:27लेकिन सबसे ज़्यादा अभी करवा चौथ है
00:48:36कई सालों तक मैं कुछ ने कुछ बोल दिया करता था
00:48:41अब मुझसे बोला भी नहीं जाता
00:48:43कुछ नहीं बोला मैं
00:49:06यह याद है न एक लड़की
00:49:15वो समर्पे तुनोंने कविता लिखी थी
00:49:18मैंने खोजा बहुत पर कुछ एतिहासिक बहुत
00:49:25उसमें मुझे रस्तावेज मिला नहीं जहां से पता चले
00:49:27कि वो लड़की ठीक ठीक कौन थी
00:49:29पर ऐसा लग रहा है जैसे कि इरानी क्रांती की बात कर रहे हैं वो
00:49:33जहां पर कोई लड़की थी
00:49:37जो
00:49:38पेट में बारूद बांध करके सीधे
00:49:42टैंक के नीचे घुज गई थी टैंक को उड़ाने के लिए
00:49:45तो
00:49:48उसके लिखी थी उसमें से उध्रण है
00:49:52ओ प्यारी भावियों ओ नठकट बेहनों सिंगार दान को छुट्टी दे दो
00:49:56आइने से कहो कुछ देर अपना अकेला पन घूरता रहे
00:49:59कंगी को जड़े हुए बालों की याद में गुनगुनाने दो
00:50:03रिबन को फेक दो अलगनी पर
00:50:06ये चोटी करने का वक्त नहीं और ना बाजार का
00:50:09बालों को एट कर जुड़ा बांध लो
00:50:11और सब की सब मेरे पास आओ
00:50:13देखो मैं एक नई और ताजा ख़बर के साथ घर की दहलीज पर खड़ा हूँ
00:50:17ओख जैसा मैंने पहले कहा है
00:50:21बीस सेबों की मिठास से भरा यौवन
00:50:24जब फटता है तो ना सिर्फ टैंक तूटता है
00:50:28बलकि खून के छीटे जहां जहां पड़ते हैं
00:50:31बंजर धर्ती पर आजादी के कल्ले फूटते हैं
00:50:35और ओ प्यारी लड़की कल तू जहां आतिश के अनार की तरह फूट कर बिखर गई है
00:50:41ठीक वहीं से हम आजादी की वर्षगानाट का जशन शुरू करते हैं
00:50:45जहां सबसे ज्यादा
00:50:54पिछडी बातें हो रही होंगी
00:50:59सबसे ज्यादा रिग्रेसिव बातें
00:51:02सबसे ज्यादा महिला दमन करने वाली बातें
00:51:10वहां सबसे ज्यादा महिलाओं की भीड़ोगी समर्थन में
00:51:14तालीब जा रही होंगी नाच रही होंगी
00:51:16सोचे न महिला तो इसलिए उसको बता दिया गया
00:51:32कि तुम्हारे लिए सोचने का मार्ग है ही नहीं
00:51:35तुम तो बस मानो और ऐसी ऐसी यहाँ पर केला रख दो
00:51:39यहाँ पर नार्यल रख दो और ऐसा कर लो
00:51:40और धागा बांद लो और ये लटका लो
00:51:42और इससे बस तुम्हारा हो जाएगा
00:51:44आप जिसको बोलते हो ना कि
00:51:52Indian mentality ये पता तो करो
00:51:55वो Indian mentality कहां से आ रही है
00:51:56आप जिसको बोलते हो ना कि
00:52:00मम्मी लोग तो सब ऐसे ही सोचती है
00:52:02तुम सोचो तो कैसे सोचती है
00:52:04अच्छा एक बात बताओ इंसान तो सब है
00:52:06कोई जर्मनी में पैदा हुई ये लड़की
00:52:09कोई भारत में पैदा हुई ये लड़की
00:52:10jeans तो एक बराबर है
00:52:11अरे इतना होता है अंतर
00:52:14लाख में
00:52:16लाख में एक अंश का अंतर होगा
00:52:19कि उसकी आखे चलो नीली है तुमारी काली है
00:52:21उसका कट तुम से दो इंच उपर होगा
00:52:23इतना ही अंतर होगा
00:52:24बाकी तो भारत की महिला हो कि जर्मनी की महिला हो
00:52:27एक ही है एक ही है कि नहीं है
00:52:29तो ऐसा कैसे होता है
00:52:31कि भारत की मम्मी और जर्मनी की मम्मी में
00:52:34इतना अंतर दिखाई देता है
00:52:36यह जेनिटिक तो नहीं है
00:52:37यह हवाओं में है जो तुम्हारे भीतर घुसरा है
00:52:41तुम्हें दिखाई क्यों नहीं दे रहा
00:52:42और फिर तुम बोलती हो हमारी तो मम्मियां होती ही ऐसी है
00:52:46वो मम्मी ऐसी है नहीं
00:52:49उसको बना डाला इस समाजने ऐसा
00:52:51कोई पैदा नहीं हुई थी ऐसी
00:52:54जर्मन वुमन वो अच्छी नहीं होती है
00:53:09गंदी होती है
00:53:11यह से छोटे कपड़े पहनती है
00:53:13और कई बार तो डाइवोर्स भी दे देती है
00:53:15इंडियन वुमन होती है
00:53:17जिसको तुम वफादारी बोल रहे हो
00:53:27वफादारी है कुछ और है
00:53:28वफाका अरत्वी समझते हो
00:53:29पहली वफा निभाई जाती है
00:53:33सच्चाई से
00:53:34जो सच्चाई के लिए वफादार नहीं हो
00:53:36किसी और का वफादार कैसे हो जाएगा
00:53:38धर्म है आपका जो सत्य को सबसे
00:53:43उपर रखता है सत्यम उपना पना
00:53:45एक बार नहीं सो बार
00:53:49सत्य के पास लाट लाट कर आऊंगा
00:53:50माया खीचेगी खीशती रहे मैं लाटूंगा
00:53:53मैं लाटूंगी मैं लाटूंगी
00:53:58मेरी भी भावाषा देखो बायस्ड हो गई
00:54:00और ये
00:54:12मैं सब में कोई इस लिए नहीं गया रहा है कि मैं इस तरी समर्थग हो गया रहा हूँ
00:54:15मैंनी इस तरी समर्थग हूँ
00:54:19जो तुमने पनी हालत बना रखी है
00:54:22कोई पसंद करेगा
00:54:30लोग क्याते हैं
00:54:31अचाहरी जी शादी क्यो नहीं गरी
00:54:34किस से
00:54:42हालत देखो अपनी
00:54:46पर इंसान हूँ
00:54:50और इस तरी पुरुष्टा भी इंसान है
00:54:54और ये बात मेरी
00:54:58गर्मा पर
00:54:59कीचर डालती है कि
00:55:01इन इंसानों ने अपनी ये हालत कर लिए
00:55:04और इंसान सब एक बराबर होते हैं
00:55:14potentially
00:55:15वही समभावना अस्त्री में है
00:55:17जो पुरुष में है
00:55:18वही समभावना
00:55:19सब में एक बराबर है
00:55:20लेकिन वही समभावना होते हुए भी
00:55:23कोई अपने आपको बिलकुल
00:55:25सरकस की कैद का जानवर बना दे
00:55:29और रोज तमाशे करे
00:55:30तो ये बात
00:55:33dignity की तो नहीं है न
00:55:35caricatures
00:55:40caricatures in the female form
00:55:43क्या हो सकती थी
00:55:45क्या बन गई
00:55:46और आत्म विश्वास भरपूर है
00:55:53हम आंटी हैं
00:55:59moral upper hand
00:56:04I am the virtuous auntie
00:56:08तु अपनी भी जिद्दगी खराब कर चुकी है
00:56:14तु अपनी बेटी की अपने बेटे की भी जिद्दगी खराब कर रही है
00:56:18लेकिन तुझे confidence पूरा है कि तु कुछ है
00:56:22आता जाता तुझे कुछ नहीं
00:56:28पर विश्वास पूरा है क्यों
00:56:34मैंने वो सारे काम करें हैं
00:56:37जो समाज में नैतिक माने जाते हैं
00:56:40तो अब तु मेरी इज़त करो
00:56:41मैंने वो सारे काम करें हैं
00:56:43जो समाज में नैतिक माने जाते हैं
00:56:45तो अब तु मेरी इज़त करो
00:56:47मैं अंटी हूँ
00:56:47अभी हम
00:56:59जो
00:57:01नया बैच बना रहे हैं
00:57:03प्रेयोग कर रहे हैं
00:57:05बाकी आप लोग के उपर हैं
00:57:06आप जानो आप उसमें क्या करने वाले हो
00:57:07कि लाओ सब महिलाओं को
00:57:10ग्रहणियों को लाओ कामगाजी महिलाओं को लाओ
00:57:12तो उनसे सबसे भी कहा है कि बताओ
00:57:14लोगों को कैसे बताओगे
00:57:16कि गीता समागा में क्या होता है
00:57:19सत्रों में क्या होता है उन्हें कैसे बताओगे
00:57:21तो ये भी है
00:57:25ऐसे देखो बेटा पाप लगेगा
00:57:28ऐसे बताओगे
00:57:39देखो बेटा, पाप लगेगा
00:57:44अचारी जी सब भगवान जी की बाते बताते हैं
00:57:51ध्यान से सुनना और अच्छे नंबरों से पास होना
00:57:55दही चाट के माखन मिस्री बगल में रख करके गीता सत्रों में बैठा करो
00:58:04नहीं, कहा नहीं है
00:58:07पर थोड़ी सी ढील दे दो तो ये भी कह दिया जाए
00:58:10एक तरह से पुरुष होने के नाते
00:58:19मुझे शिकायत है, शिकायत थलका शब्द है, खुंदक है इस समाज से
00:58:27तू ढंकी लड़कियां क्यों नहीं पैदा कर पाया
00:58:31क्योंकि मेरा भी स्वार्थ है न
00:58:35कुछ मुझे भी तो चाहिए थी
00:58:40वही भाव मैं अबला हूँ, मैं तो पैदा ही अबला की गई हूँ, और जब आप अपने आपको अबला घोशित कर देते हो ना,
00:59:09तो अब भूत हिंसक हो जाते हो, तो कि अगर मैं अबला हूँ, तो अब मैं अपने दुर्बल होने का बदला निकालूंगी,
00:59:22जिसने मुझे दवा कर रखा, जिसने मुझे शोशित किया, उसकी हर जगे शिकायत करूंगी और अपने आपको मैं पूरी दुनिया में विक्टिम बना कर पेश करूंगी,
00:59:32बड़े से बड़ा गुना होता है, भीतर अपने आपको दुर्बल बना लेना या दुर्बल मान लेना, अब आप सिर्फ शिकायतें, शिकायतें, शिकायतें,
00:59:42और वही घरेलू, खुरपेंच, साजिशें, देवरानी, जिठानी, पीछे से उसकी रस्सी खीचना, आगे से उसका पल्लू खीचना,
01:00:04घर को नर्क बनाना, ये सब दुर्बलता के बाई प्रोडक्ट्स होते हैं, आप से किसने कह दिया आप दुर्बल हो, आप अपने लिए ये घरेलू खटपट क्यों चुन रहे हो, आप अपने लिए जीवन के बड़े रणक शेत्र क्यों नहीं चुन रही हो, बस वही की ग�
01:00:34जूँगी, अरे बेलन क्यों मारना है, जाओ सीधे टैंक चलाओ, संघर्ष भी किससे हो रहा है, जिठानी से, अरे दुनिया में इतनी बड़ी-बड़ी समस्याइं है, मैं कह रहा हूँ, आमंत्रित कर रहा हूँ, आओ जूजो उनसे, छोड़ो जिठानी को, पडोसन की बि
01:01:04और वही फिर सब आप जो टी-वी सीरियल देखते हैं, उसमें सब सामने आता है, आता है कि नहीं, यही तो होता है, उसमें लगातार, यह क्या अपनी हालत बना ली है, क्या कर लिया यह, और उपर से confidence भरपूर, मैं आंटी हूँ, तुम मेरी सुनोगे,
01:01:26नू बीटा, नू, गिरी चीज नहीं उठाते, तो आपको भी नहीं उठाओंगा फिर कभी,
01:01:44आधी तो को पोशित हैं, अरे ठीक है, चलो बचपन में जो भी हो गया,
01:01:52थोड़ा खाना, पीना, दौड़ना, खेलना, कूदना, जिम जाना शुरू करो,
01:02:00अब तो तुम्हारे पास एए आई है, चैट जीपटी से ही पूछलो, क्या मेरे लिए अच्छी खुराक होगी,
01:02:04क्यों भारतिय संसकार के नाम पे कार्ब्स खाये जा रहे हो, खाये जा रहे हो,
01:02:10और घरवालों को भी खिला रहे हो, दाल, चावल, रोटी, सबजी,
01:02:12इसमें क्या है कार्बो हाइड्रेट्स के लावा, और सबजी के नाम पे भी आलू,
01:02:17यही बना रहे हो, यही खा रहे हो, यही खिला रहे हो
01:02:24और यह सब कुछ वहीं से आ रहा है, हवाओं से आ रहा है
01:02:29तुमको पता भी नहीं है कि तुहारा पूरा जो व्यवहार है और निर्धारित कौन कर रहा है
01:02:33शरीर को भी मजबूत नहीं बनाना है
01:02:47मन से भी अबला रहना है
01:02:48तन से भी अबला रहना है
01:02:50ऐसा कोई सर्वे हुआ नहीं है
01:02:55पर होना चाहिए
01:02:56जो
01:02:58रेप सर्वाइवर्स हैं
01:03:00रेप विक्टिम्स हैं
01:03:02अगर उनकी कद काठी ना पी जाएगी
01:03:04तो वो औससच से कम निखलेगी
01:03:08भारत में महिलाओं की
01:03:13जो औससच कद काठी वो वैसे ही
01:03:16कम होती है
01:03:16पर जो रेप विक्टिम्स हैं
01:03:20उनका और कम निखलेगा
01:03:21ये यह हाइपोसिस है मेरा
01:03:22इसको अभी जाचा जानबाकी है
01:03:24पर यह हाइपोथेस से मेरा
01:03:25जितना कमजोर बनोगे
01:03:31दुनिया उतना चढ़ेगी
01:03:33तुम्हारे उपर भई
01:03:34और morality कोई तरीका नहीं होता है
01:03:37कि ताकतवर बनने का
01:03:38कि मेरे पास कुछ नहीं है
01:03:40न भीतरी ताकत न बाहरी ताकत
01:03:43पर मेरे पास
01:03:43मैं आंटी हूँ
01:03:46तुम मेरी सुनोगे
01:03:48कोई नी सुनेगा उपर उपर से हांजी आंटी
01:03:51पीछे आगे � हसते है तुमारे उपर
01:03:52हां जी आंटी हां जी आँटी
01:03:56और पूशे हसते है आंटी को बेवकूफ बनाया मूरक है
01:03:58आंटी छोड़ दो मम्मी का भी यह होता है
01:04:04नहीं जानते क्या
01:04:05लड़का जरा सा बड़ा हुआ नहीं तुम्हारा
01:04:08पंदरा साल का उतों में बेवकूफ बनाना शुरू कर देता है
01:04:11क्यों? मुबाइल चलान तक तो ठीक से जानते नहीं
01:04:17तो उसके लिए भी 14-13 साल का लड़का होगा उसके पीछे जाते बद मुबाइल चला दे
01:04:20अब वो इज़त करेगा तुम्हरी पर अबला बनके रहना है अबला
01:04:25मैं नीर भरी दुकी गठरी
01:04:46हाँ बोलिये इसी पर आगे बोलिये कुछ होतो
01:04:48एक आद ले लो मुझे पता है एक आद ले लो चलो
01:04:53दुनिया की अगर मुझे सही आद है तो चाएद
01:05:0130 प्रतिश्यत या 50 प्रतिश्यत एनिमिक महिलाएं भारत में हैं
01:05:06हमारी आबादी दुनिया की 16 प्रतिश्यत है
01:05:08यहां महिलाओं में खून ही नहीं होता
01:05:11अखून है तो उसमें
01:05:17आइरन नहीं होता
01:05:18क्यों उसमें भी
01:05:20morality है
01:05:21मैं तो इतना सा ही खाती हूँ
01:05:24पारम पर एक धारम एक महिला हूँ
01:05:27सब को खिला के थोड़ा सा जो बच जाता है
01:05:29वो खा लेती है
01:05:29पागल हो गई है
01:05:32दिमाग भी खराब हो जाता है
01:05:36चीजों की भीतर कमी हो ना
01:05:39तो दिमाग भी उल्टा पुल्टा चलता है
01:05:41प्रणाम अचारी जी
01:05:47अचारी जी भी आपने
01:05:48mention किया कि अगर एक study
01:05:50होती अगर
01:05:51rape victim survivors पे
01:05:54तो actually मैंने भी just
01:05:56google किया तो एक foreign
01:05:58study है जो
01:05:59impact
01:06:02है
01:06:04lessons from a multi-generational
01:06:07longitudinal research study
01:06:08year long study है और उसमें वो
01:06:10सारे domains
01:06:11right from cognition
01:06:12to आपने जो
01:06:14developmental puberty पहले आ गई
01:06:16तो height growth वगरा affected होगा
01:06:18तो वो सारे domains को
01:06:20adversely affect करता है
01:06:21depression हो गया
01:06:22this is after sexual abuse
01:06:24sexual abuse का 23 year पे
01:06:26असर क्या है
01:06:27ये तो है ही important कि
01:06:29असर जो है वो बहुत adverse होता है
01:06:31ये तो है ही important
01:06:32मैं कुछ इससे भी आगे का कह रहा हूँ
01:06:34मैं कह रहा हूँ जिनका अभी
01:06:36explicit sexual abuse नहीं भी हुआ है
01:06:38उनकी देखो
01:06:40समझ में आ रही बात
01:06:43और
01:06:44ये तो है कि sexual abuse के बाद क्या हुआ है
01:06:47मैं कह रहा हूँ जिनका हुआ है
01:06:48उनका कट-काठी कितना था
01:06:50अभी उससे पहले भी यो देखो
01:06:52मैं कह रहा हूँ
01:06:54कि being weak
01:06:56is invitation to exploitation
01:06:58आप weak थे इसलिए
01:07:00ज्यादा संभावना हुई कि आपका रेप होगा
01:07:02ये कह रहा हूँ
01:07:04हाँ बोलिए जल्दी बोलिए
01:07:08प्रणाव अचारी जी
01:07:17अभी हम रेप के बारे में बात कर रहे थे
01:07:20तो मैं थोड़ा सा डिरेक्शन को
01:07:22चेंज करके एक क्वेस्चिन आया था मेरे मन में
01:07:24वो पूछना चाहा रही हूँ
01:07:25रेप को बोला जाता है
01:07:27सबसे हीनस क्राइम है
01:07:28हमारे सुसाइटी में
01:07:30पर वो तो दे के स्तर पे है
01:07:32हम एक इन कोई-कोई
01:07:35मर्डर करता है कोई
01:07:36किसी को धोका देता है या चोरी करके
01:07:39चल जाता है वाई इसंट दाट
01:07:41ने पवित्रता
01:07:43तो जनिटल से
01:07:45बांधी गई है न इसलिए
01:07:46तो वो क्यों है हम इस
01:07:48वो इसलिए क्योंकि बाबाजी ने ऐसा खराया है
01:07:51और किसी वज़े से नहीं है
01:07:52भई पवित्रता का संबंध किस से होता है
01:07:57चेतना से
01:07:58और पवित्रता को यौनांग से बांदिया
01:08:01तो चेतना भी अब किस से बान दी?
01:08:03यौनांग से
01:08:04तो माने आप का अगर यौनांग का अतिकर्मन हो गया
01:08:07तो आपकी चेतना भी मार दी गई है
01:08:11ये कहा जा रहा है बाबाजी द्वारा
01:08:12पवित्र और अपवित्र क्या हो सकता है?
01:08:17चेतना
01:08:18ठीक है? तो purity word
01:08:20चेतना के साथ ही associate होगा
01:08:22पर उसको आपके genital के साथ जोड़ दिया गया
01:08:24तो माने consciousness अब कहाँ घुसेड़ दी गई है?
01:08:30genitals की दिशा
01:08:31तो आपका genital अगर violate हुआ है
01:08:34तो उसको कह दिया आता है कि आपकी consciousness
01:08:36violate हो गई है तो ये तो हो गया ना बड़ा crime
01:08:38क्योंकि the human being
01:08:40is a conscious entity
01:08:41तो अगर आपकी consciousness violate हो रही तो बड़ा का crime है
01:08:45और आपकी consciousness
01:08:46कहाँ मान ली गई है? कहाँ पर है?
01:08:49वो genital में है
01:08:50तो इसलिए history की consciousness यहाँ नहीं है
01:08:52उसको माना गया है कि वो उसके genital में है
01:08:55तो इसलिए इतना बड़ा हुआ हो जाता है कि
01:08:57और फिर वो कभी खुद suicide भी कर लेती है
01:09:01कभी उसका घर वाले मार देते हैं
01:09:03ओनर किलिंग में मार देते है
01:09:04कि इसका रेप हो गया है भी किसी लायक नहीं है
01:09:07इसको मारी दो
01:09:08या छुपा दो इस बात को या कुछ और कर दो
01:09:10जगह तो ऐसा भी है कि जो रेपिस्ट है
01:09:13उसी से शादी कर दी जाती है
01:09:14भारत में ऐसा नहीं है
01:09:16पर पाकिस्तान अफगानिस्तान में ऐसा भी होता है
01:09:18रेपिस्ट को सजाई ये दी जाती है कि अब तो इससे शादी करेगा
01:09:21ये मेल्स के साथ नहीं होता है
01:09:23क्योंकि रेप तो मेल्स के साथ भी होता है
01:09:25गे कम्यूनिटी में बहुत जादा होता है
01:09:27पर उनको इतना हाइलाइट नहीं किया
01:09:29क्योंकि जब वो सब परंपराएं बनी थी
01:09:32उस समय पर होमो सेक्शॉलिटी उतनी जादा थी नहीं
01:09:35अगर होती तो उससे सम्मंदित भी वहाँ कुछ नकुछ होता
01:09:38अभी कितना है समय
01:09:49अभी कितना है बताओ
01:09:52पिर तो चलना पड़ेगा
01:09:56कल मिलिये
01:09:58कल बात करते है
01:10:05क्योंकि वोगाँ
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