Jinn Ki Shadi Unki Shadi episode 16- Wahaj Ali & Sehar Khan - Presented by Sunsilk
Digitally Presented by Sunsilk #frizzgoneshineon
Jinn Ki Yeh Kahani Hai, Unki Zubaani Hai! ❤✨
A Spooky Story With A Twist Of Love & Laughter! ✨👻 Jinn Ki Shadi Unki Shadi Is All Set To Bring Horror, Comedy & Romance Your Way! 🎭
Writer: Syed Nabeel | Director: Saif e Hasan | Producer: Momina Duraid Productions
Starring 🌟 Wahaj Ali, Sehar Khan, Arslan Naseer, Romaisa Khan, Sidra Niazi, Laiba Butt, Syed Jibran, Irfan Motiwala, Nadia Afgan, Tamkenat Mansoor, Arbaaz Khan, Asif Khan, Nabeel Ahson & others.
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00:00जादी तो मैं अली से ही करूँगी जाहे इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों देनी पड़े
00:16खुशी, इसे मैं प्यार बहुत करता हूँ, पसंद है मुझे को लिड़की, बस प्रॉब्म ही है कि खुशी एक जिंसा भी है
00:26क्या? शुकर करो मैंने अभी आजर को नहीं बताया, और ना जाने वो तुम्हारा क्या हश्र करता, एक ना एक दिन तो सारी दुनिया को पता चली जाएगा, यहां से निकलने के बात ना, मैं सबसे पहले तुमसे खुला लूँगी, देख लेना तो, काश मैं ओ दिन देख सक�
00:56मैं तंग आगे हूँ इस ओरत से, जमशेद, इनका नाम आजर भाई जाने, यह तो किसी मुल्क का नाम नहीं है, देख रहे हैं कितना मुश्किल है इस ओरत के साथ रहना, अगर तुम चाहो, तो मैं तुम्हारी मुश्किल आसान कर सकता हूँ, वो कैसे, देखो जमशेद, म
01:26मुझे इनसान जमा करने का शौक है, होबी है मेरी, जैसे तुम लोग सिक्के और टिक्टे जमा करते हो, बिल्कुल वैसे ही, आजर भाई, जमशेद की बेहन को भी जूते जमा करने का बहुत शौक है, उसकी अर्मारी में एक से एक आला जूता पड़ा होता है, अली और उस
01:56अगर तुम दोनों इस तहखाने से आजाद होना चाहते हो, तो तुम्हे मेरा एक काम करना होगा, आजर भाई, मुझे बताए, मैं इस जहान्नुम से निकलने के लिए कुछ भी करूँगा, उन्होंने तावीज बेने हैं, हमारा बस नहीं चलता, मगर वो फिर भी दडले से
02:26जोर पे मेरी कैद में रहेगी, और काम क्या है आजर भाई, तुम्हें असद, अली, जारा, और चंगेज, चारों को जान से मारना होगा, क्या, इस में इतना हैरान होने वाली क्या बात है, आजादी तो तुम इनसानों के लिए बहुत अहमियत रखती है, लेकिन आजर भा�
02:56ठीक है, में इसटे रहो, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता
03:00आजर भाई, मैं ये काम करने के लिए तयार हूँ
03:05समीरा, तुम बिलकुल पागल हो चुकी हो, हम इजददार शेरीफ लोग हैं, हम ये काम नहीं कर सकते, चलो खामोशी से बैट जा अपनी जगा पे
03:13और यहां बैटके क्या करूँ, तुम्हारी बच्तम इजी देखू, तुम्हारे ताने सुनु, अगर तुम्हें मेरे साथ नहीं नहीं नहीं रहना, तो मुझे भी तुम्हारे साथ को रहने का शौक नहीं है
03:20बाइस साल की उमर में कराची से यहां पर अपने भाई भाई भेन माबब सब को छोड़कर मैं यहां पर आई तुम्हारे लिए
03:26इसलाम बाद शिफ्ट हुई और तुमने मुझे क्या दिये आज तक किया किया तुमने मेरे लिए
03:31इज़त तक से तुम मुझे दे नी सके
03:33नहीं तु क्या कमी रह गई है महदूद वसाहिल होने के बावजूद तुम्हे अच्छा घर दिया अच्छी गाड़ी दी अच्छी जिंदगी दी तुम्हारा रवईया तुम्हारी चर्प जबानी मुझे गुसा दिलाती है
03:43हर बात पर लटती हो मुझे के बहाने दूणती हो शादी के बाद में नहीं तुम बजली हो
03:49हाँ में बदल गई गाई और अब मैं आजधादी चाहती हूँ तुमसे भी और इसका आद काने से भी
03:55लेकिन एक बात याद रखना लड़की
03:59ये काम करने के लिए तुम्हारे पास सिर्फ 24 घंटे है
04:03अगर इस वक्त में एक काम ना हुआ
04:05तो अतली बार तुमें कैद नहीं करूँगा मैं
04:10तो आप इसे अजाद कर देंगे?
04:14हूँ
04:14इसकी रूख को इसके जिस्म की कैद से अजाद कर दूआ
04:44करता हुआ
04:45कि दूख कि दूख करद कुछ करता है
04:59कि मैं अगे अन्धरा सकता हुआ
05:07पेरी बात तो आप अन्र अचुकी एंगे और
05:10दूसरी बात
05:12आप तो ऐसे पूछने हैं जैसे मैं आपको मना कर दूँ रहे हैं।
05:15क्या कर नहीं थी?
05:17मुझे मिस्स करने के अलाव़े?
05:29आपको पता है कि मैं आपको मिस्स करती हूँ?
05:34जाहिर है
05:37तुम्हारी आँखों में जो कुछ लिखा है
05:39मैं वह सब कुछ बढ़ सकता हूँ?
05:45आपने कभी बताया ही नहीं तो भला मुझे कैसे पता चलता हूँ?
05:50कोई बात नहीं?
05:56एक मिट एक मिट एक मिट मुझे पैठने दे हैं
06:04मुझे कुछी से चक्कर आरे मुझे
06:06लेकिन मुझे तो लगता था कि तुम्हे सब कुछ पता है
06:12जो कुछ मेरे दिल में है
06:14नहीं
06:15आपने कभी बताया ही नहीं
06:18कोई सिगनल नहीं दिया
06:20मैं बाला कैसे जानू आपके दिल में क्या है
06:24कुछ मत काओ
06:25आज मैं बस सब कुछ कहुँगा जो तुम सुनना चाहती हो
06:31नातिया
06:36मैं तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:41तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:42तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:43नातिया
06:44तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:45नातिया
06:46नातिया
06:47तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:50तुम्हे बहुत पसंद करता हूँ
06:51और तुम्हे बहुत करता हूँ
06:54और तुम से शादी करना चाता हूं
06:59जा तुम मैरी में
07:06नच्छा बलीव इस
07:08नहीं नहीं पुम से बहुत महुत बगते हूं
07:12इसके मत बढ़ सब हमारा रिलेशन्छिप
07:16और वे रेंड जोन से लफ सून में चला गिया
07:20नच्छा बडीव इस
07:24लेकिन इस बात का जिकर तुम अपी किसी से नहीं करोगी
07:31मैं सही मौका देखकर भाई भापी से कुछ बात करूंगा
07:38इस से ओके
07:54क्या बात है जारा क्या देख लिए कुछ नहीं कुछ भी तो नहीं कुछ तो है
08:13बना रात के दस पुझे आपके प्षेरे पर बारा क्यों बज़ रहे हैं वो चंगीस आचा नहीं है न सारा दन काम करने की वज़े से थकावर डो गई और अब सरचकरार है
08:23ठीक है थोड़ा रेस्ट कर लो ना लेट हो गया है यह भी सोता हूं
08:28नेप मत कर देना भई
08:31लेकिन मेरी बात याद रखना इस पात का जिकर अभी किसी से भी नहीं करना ओके
08:47उफो कितनी वार का हो गए
08:50और नहीं कोड़ी पर्मिस वार कोट कर चलो पर मैं जाती हो जाती हूं
09:03मेरा मतलब है जाता हूं
09:10माय में लफना
09:16और महपबत में कहां किसी चीज का होश रहता है
09:22पाई
09:27पाई
09:33पाई
09:40पाई
09:41अब इनी में सिगनल सी आते वर नाभी लाई जा के वियोड को बताती
09:45कि अली सी निमजे प्रपोस किया है
09:47I am sold
09:49आतात to
09:54क्रश प्राव
09:57अधिया अधिया
10:21किया हुआ है क्या हुआ है कि अ सब्सक्राइब को ठ
10:40हुँआ है कि दिल ही भड़ताना कि मेरा किंiew नहीं बहुता है सुरूलो ना तो मेरा हाथ मेज़िया ऑद दिल मेर भरता ना तो हमなた से िूमारा हाथ
10:51आपी क्या है? पहेलिया?
10:53हाँ.
10:54मैं सोच रहा था कि पहली पहली थो हम किसी ना किसी तरह एक्स्टोर करी लेंगे
10:58दूसरी पहली पर काम शुरू करते हैं.
11:00अपी?
11:01हाँ ना?
11:02अज मेरा मूद नहीं गहरा है.
11:05सच को हो तो मेरा तो
11:07अभी भी सर्चक्रार है.
11:10पो नगर को है, तुम इतनी लभी ड्राइब कर अइब तहके खाई होगी.
11:17कुई बात नहीं?
11:19तुम रेस करो कल सुवह कर लेंगे.
11:21आज सुना.
11:23ला मुझे तो मैं कुछ करती हो.
11:24तुम रेस करो क्ल कर लेंगे.
11:28अज संपल तुम दे थो मुझे.
11:31असनी ना तुम दे दो मुझे, मैं अपना माइंड डाइवर्ट कर लोगी और ना
11:38खुशी के मान नींदी नी आएगी मुझे
11:42अब तुम जाओ
11:45जाओ ना
11:46जाओ
11:52पागरा
11:58इसे कसी जिस कितनी खुशी हो रही है
12:01तुम एसे सोच भी कैसे सकती हो
12:24वो मासूम लोग हैं, हमारे खैर खुशा है
12:27उन्होंने हमें रात का खाना भी दिया है
12:30तुम अपनी हजादी के लिए उनके जान ले लोगी
12:33मुझे यह असार मेरी नानी ने बानना सिखाया था
12:36उनने का था कि अगर तीन दफ़ा आइतर कुर्सी बढ़के अजार बान लो ना
12:39तो कोई भी हवाई चीस उसार में दाखिल नहीं हो सकती
12:42अब आजिर और उसकी फैमिली हमारी बातें नहीं सुन सकते हैं
12:45क्या मतलब
12:47बेवकूफ आदमी
12:49मैं तुम्हे कोई कातिल लगती हूँ
12:51शादी से पहले तो लगती थी लेकिन अब
12:54कह दो
12:55कह दो कि मैं तुम्हें जहर लगती हूँ
12:56मैंसा तो कुछ नहीं कामन है
12:58चमशेद
12:59मेरा किसी का खून करने का कोई रादा नहीं है
13:01क्या
13:03तो तुमने जूट बोले हाजर से
13:05तुम्हे पता है वह तुम्हे नहीं छोड़ेगा
13:10मेरे पास 24 गंटे है
13:12और 24 गंटे बहुत होते है
13:14मैं कुछ न कुछ सोच लोगी
13:16तुम्हें पागल तो नहीं हो गई हूँ
13:18तुमने सुना नहीं है
13:20इतने हरसे से अली के खांदान
13:22और हवेली के जिन्नात की दुश्मनी चल रही है
13:25वह तिरसे से उनका कुछ नहीं कर पाए
13:27तो तुम 24 गंटे में क्या कर लोगी
13:29तुम फिकर मत करो
13:30मुझे अल्ला पर बनुसा है
13:32कुछ ना कुछ हो जाएगा
13:33मुझे तुम्हारी बहुत फिकर हो रही है
13:35तुम्हें वाकि मेरी फिकर हो रही है
13:37तुम्हें वाकि मेरी फिकर हो रही है
13:39जाहर है
13:41मैं तुमसे आज भी मौपत करता हूँ
13:43अगर यह वाकि सच है ना जमशेद
13:45तो यह आजर वाजर हमारा कुछ नहीं बिगाड सकते
13:47मौपत में बहुत ताकत होती है
13:50और हम कामियाब होंगे
13:52मैं तुम्हे यहां से अजाद करवा लूगी
13:54तुम बिल्कुल फिकर मत करो
13:56तुम अपना ख्याल रखना
13:59ठीक है
14:15भाउबंगो पार करे भीक नूबंगो धूबंगो जवस्टाइ से लाओी है
14:21तुम बिल्कुल प्रेश्टप्ट भीक है
14:36जब बिल्कुल
14:37जब बिल्कुल
14:41भाउबगो
14:42बिल्कुल
14:44जाए वाद में, ठीक हो, इस वब सब्सक्राइब क्यों जाग गए और रात पर सो ही नहीं है, रात में पहले ही बार इतने अर्से के बाद मुझे चैन की नींद आईया, ओ, अली, मैंने दूसरे पाई रिया अलकल ले, क्या, वाकई, लेकिन कैसे ना दिया, बस तिर खुश हो
15:14माक रवांगी से चलता है, लेकिन तुम सोते सोते खुश्यों हो गई, अरे मत लग तुम, ओ, यू क्लेवर, समझ गई, समझ गई, समझ गई, तेवारों के भी कान होते ना, हमें मोताद रहना चाहिए, मुझे कुछ समझ में यारा, क्या बोल रही हो, समझ गई, अच्छ मे
15:44तुम खुद क्यों तकलीफ कर रही हो, जारा भावी को कह दो, छोड़ो ना, आज हो, बस तुम तयार हो, ओके,
15:57कैसे हल कर दोती है, ये, जहिं तो बहुत है, जाब टाहल करी लियो, ये, जहिं लोग इने पाघिल क्यों होते हैं,
16:10अजया लिया लोगी
16:15Samira बात करी यूँ
16:18यार कब से मेसेज किया हुआ है
16:21यार जल्दी सुन बजोर्ग का नंबर भेजो बहुत जरूरत है
16:25हैं?
16:27सारे नंबर कैसे डिलीड हो गई?
16:31तो तुम फून का ध्यान क्यों नहीं रखती?
16:35चलो ठीक है तुम बस पिन लोकेशन भीजो मुझे फॉररत
16:46क्या कर रही हो तूम?
16:49मैं फ्लैनिंग कर रही थी
16:52आठ घंटे गुज़र गया है तुमने अब तक कुछ नहीं किया
16:55सारी रात बद्रों की तरा हाविले में इधर उधर गूंथी है
16:59और ये खबीज मेरे ही कर में बैटूंस में रामसा सोटा है
17:02देखे आधर भाई
17:04किसी को जान से मारना असान काम नहीं होता
17:06वक्त लगता है
17:08किससे बात कर रही थी?
17:10वो मैं परी दोस्से बात कर रही थी
17:13और उसको मैंने ये जहर का इंतिजाम करने के लिए बोलती है
17:17हम पहले ये कर चुके
17:19बच गहते है वो
17:21उसके बाद से अपना हर खाना वो किसी कुटे बिली या परिंदे को चखाते
17:25पर खुद खाते
17:26आजिर भाई आप फिकर मत करें
17:28मैंने अपनी दोस्सको एक ऐसे जहर का इंतिजाम करने के लिए बोला है
17:32जो सिरफ इंसानों पर काम करता है
17:35जानरों को से कोई लेना देना नहीं है
17:37आजकल इंसानों ने बहुत रक्की कर दिये
17:40वह आप जिनों की तरह बैकपट थोड़ी है
17:42जो आज भी विरानों और बेया बानों में बिसेरा करते हैं
17:45क्या वक्वास कर रही हो
17:47हमें पैकपट क्या रही हो
17:49आप खुद ही देख लें
17:50क्या आज तक आपके जिनों में कोई
17:52साइंस दर गुज़रे
17:58नहे
17:59वही तो
18:01आप देखें हम इंसानों ने साइंस की मदद से कितने बड़े बढ़े बहार सर करनी है।
18:06कितनी खतरनाक नमारियों पर काबू पा लिये।
18:09मुझे वो जहर के वारे में बताओ।
18:12वो जहर खाते ही चार से पांच घेंटे में दिलका दोरा पड़ जाते है।
18:16चोके जान लिवा होते है!!
18:17मेरी तो दौसते खुद इस्तिमाल किये।
18:20क्या मतलब।
18:21खुद इस्तिमाल किये तो बच कैसे के?
18:24अरे मेरे कहने का मतलब है,
18:25कि उसने अपनी सास को कतल करने के लिए यही जहर इस्तिमाल किया था।
18:30और आप यकीन करेंगे कि पुलिस को भी शक्त नहीं हुआ
18:32अच्छा
18:34यह कैसा जाहर है जिसका मुझे हिल्म ले
18:38वो आप छोड़ें
18:40मैं पस यो गई और यो आई
18:42ठीक है लेकिन तुमारे पास सरफ सौला गेंटे
18:46और अगर तुमने मुझे दोगा देने की या भागने की कोशिश के
18:50तो याद रखना तुमारा अंचाम बाप बयान अकोगा
18:54चाय भी तयार है
19:03असर भाई लेना नाश्ता लेना आप लोग कुछ करे कि नहीं रहे
19:06लखी है यह सब क्या है край काई तुम इस घर में मेहमानimm को आज तुमारा पहला देना और यह सब
19:11जारा भी पहली बात तो आप लोग मुझे मैहमान मत समझें
19:14ओके
19:17दूसरी बात क्या है और उसमें जएदाए इंटरेस्टेव
19:19और दूसरी बात यह है कि मुझे लगता है आप लोगों को आदत डालनेनी चाहिए मेरे हाथ का नाश्टा खाने को
19:25क्यों? आप में चंगेश चाचा की जगा नौकरी कदमी है यहाँ पर?
19:30असद मज़ाब क्यों कर रहे हैं? वो मुहबद से कह रही है
19:34मेरे कहने का मतलब था कि अब अली और मैं साथ मिलकर काम करने तो पता नहीं ना मैं कितने दिन यहाँ रुको
19:41तो मैंने सोचा है कि अपसे खाना और नाश्टा मैं ही बनाऊगी
19:47जारा आपी आप रेस्ट करेंगे, ओके?
19:49बाइधे हैं को मैं अब थे कोक क्य praticamente है?
19:52महाँ तुम्हारे तो मजे होगे बई जारा?
19:55नादिया यह अच्छी बात नहीं है तुम्हारी अम्मी सोनें की तु क्या कहेंगे?
19:58कि मेरी बीटी से काम कर बारे है?
20:00अधे, वो कुछ नहीं कहेंगी, उनको सुनके बहुत खुशी होगी कि फानली उनकी बेटी नहीं भी घर के काम करने शुरू किया है
20:05हाँ, हाँ, बहुत कुछी होगी, तुम बता रही थी कि तुमने दूसरी पहली सॉल्फ कर ड़ी?
20:09ओ, हाँ, हाँ, वेट वेट, उनके भी आता है, तो दूसरी पहली है, सरुकत चीड है, तारों की भीड है, मैंने ममा से पूछा था, उन्होंने मुझे बताया कि चीड एक किसम का दरख दोता है, और हवेली के बाहर मैंने बहुत से ऐसे लंबे-लंबे दरख देगे थे, इसका
20:39फिर है, हुद हुद की चाल है, हुद हुद एक परिंदा है, वोट पैकर, ये ऐसा परिंदा है, जो दरखतों में सुराख करता है, इसका मतलब हमें ऐसा चीड का दरख दूनना होगा, जिसमें सुराख हो, कपड़े का रुमाल है, जिसका मतलब हमें वहां एक रुमाल मिले
21:09मुझे समझ में यारी
21:11हाथ से टुटो लोगे, मुझे कुछ ना बोलोगे
21:13लिख दिया है पन्ने पर रोष्टी में खोलोगे
21:18तरी खैर हो गई
21:19वो भी मैं करी लूँगी सॉल्ब
21:22वाव
21:23इस मेंक सेंस
21:25तुम्हें तो कमाल कर दिया या
21:26या ऐसे शकल सितनी जहीं लगती नहीं तो नादिया
21:30जल्दी से नास्ता कर लो फिर पहली पहली सॉल्ब करते है
21:33ओके
21:35कुछ चाहिए?
21:36ने ने मैं
21:38चाहिए?
21:39तुम लो ना नादिया
21:40ने ने आपके
21:41आपके
21:56जाए
22:12अशो कर अखलाए
22:16आपके
22:17ने को पूभाए
22:21मुझे भदृल साम से मिलना था
22:24कहो बेटा, मेरा नमबर विलिस्लाम है
22:31असामने कॉम
22:33वालेकॉम असला
22:34अंकल मुझे आपका नमबर डॉक्टर फ्रहाना ने दिया था
22:37वो आपकी बेटी की क्लास पर लो रह चुकी है
22:39और अभी दोनों सर्विस हॉस्पिरल में साथ काम कह रही है
22:41मेरा नम समीरा है
22:54इस वक्त हम सफर पर निकल रहे हैं
22:56जर्व शहर से बाहर जा रहे हैं
22:58नई अंकल मेरे पास सिरफ आठ घंटे हैं
23:01हाँ प्लीज मेरी मदद करें
23:02मेरे शोहर और मेरी जान को खत्र है
23:03बेटा तुम तफसील से मामले बयां करो
23:11हम देखते हैं हम क्या कर सकते हैं
23:14आजाओ अंदर बैठ कर बात करते हैं
23:17आप लोग गाड़ी में बैठिये और मैं इस बच्छी की बात सुनके आता हूँ
23:22आजाओ बेटा
23:25रोको मेरी बात सुनो
23:35जी
23:40यह तुम क्या कर रहे हूँ
23:42क्या कर रहा हूँ
23:44तुम मुझ से कुछ कहते हो
23:47और अकेले में नादिया से कुछ और
23:48अगर तुम चाहते हैं क्या ओली
23:50मैंने किस से क्या कह दिया
23:51तुमने नादिया को प्रपोस नहीं किया
23:53देखो तुम मुकर नहीं सकते
23:54मैंने अँखों से देखा और कानों से सुना
23:57अली तुम ये डबल केम्स क्यों खेल रहे हो
23:59अभी मुझसे कसम ले ले मैं
24:01मुझसे नहीं पता यार आपने क्या देखा और क्या सुना
24:04अली देखो जूट मत बोलो
24:06मैंने खुद देखा कि तुम नादिया की कमरे में थे
24:24वह मैं गॉर्ट बावी जब मैं इसके कमरे में गया तो वह बिलावजा शर्मारी थी एक्सरा मुस्कुरारी थी
24:38जाहिर है अली वह एक लड़की है जिब तुम उसको पुपोस करोगे तो वह शर्माएगी मुस्कुराएगी और वह बिचारी तो तुम्हें पसंद भी करती है
24:47यह जरूर किसी जिनने मेरी शकल में जाकर उससे कहा है
24:55तेकिन इस हवेली के जिननों का तुम्हारी लव लाइफ में कैसा इंटरस्ट
24:59चमकी यह जरूर चमकी ने मेरी शकल में जाकर उससे जूट बोला है
25:05तो तुम्हारी कहने का मतलब यह है
25:07चमकी ये चाहती है कि नादिया तुम से फ्री हो जाए
25:12और खुशी का दिल तुमसे खराब हो जाए
25:14जाए है इसके लाएग आप और क्या मकसद हो सकता है
25:16तो ठीक है तुम जाकर फॉरां ये बात नादिया को बता दो
25:21उसे सच सच पतादो कि जो कुछ उसे उसने सुना, तूमने कहा ही झाhe जा रहीं?
25:24नहीं भाबी, मैं अभी यहीं नहीं कर सकता है. भीजिसु.
25:27ठीक है, मैं खुद उसको जाके बता देदाू हूँ.
25:29नहीं भाबी, भीजिसु. अभी नहीं.
25:31मैं उसके साथ मिलके पहीलियां सॉल्फ कर रहा हूँ यार
25:34अगर उसको पता चल गया तो वन अराज होके घर चली जाएगी
25:38और मैं अकिली ये काम नहीं कर सकता मुझे अभी उसकी जरूरत है
25:41मैं सही वक्त आने पर उसको खुद पता दें गुदा
25:45मारी मर्जी आली
25:46अगर किसी को अपने मकसद के लिए इस तरह इस्तमाल करना अच्छी बात नहीं है
25:50I know भावी
25:52लेकिन मैं क्या करूँ मैं मशबूर हूँ यार
25:56खुशी कभी कुछ पता नहीं चल रहा
25:58मुझे जल्दस जल्दस तक पहुँचना है
25:59मैं बाद में नादिया से सौरी कर लूँगा
26:02I promise
26:03मेरा दीर हमेशा सही निशाने पर बैठता है
26:12तुमने जो बाते मुझे बताई है
26:16उससे अंदाजा होता है कि ये जिन्नात की एक जहीन और मकार नसल से तालुक रखते है
26:22इसे जियान कहते है
26:25जियान लफ्स जिन्से ही निकला है
26:28जिसके माइनी है पोश्चीडा
26:31अपनी मर्जी के मालिक ये बेहुरूप्या होते है
26:35कई रूप अफ्तियार कर लेते है
26:37इनसानों के आबादियों में रहते है
26:39और इनमें से कई तो इनसानों से शादियां भी कर लेते है
26:44अक्सर इनका बसेरा पुरानी वीरान इमारतों में होता है
26:49बाबाजी असल बात तो यह है कि उस हवेली के मालक बहुत ही हमदर्द लोग है
26:52और यह जिन्नात नसलों से उनके पीछे पड़े हुएं
26:55उनको घर से निकालना चाते हैं उनके घर पे कबसा करना चाते हैं
26:58मुझे इल्म है जियान नसल दर नसल दुश्मनी पारते हैं
27:03उन्हें ये बात हजम ही नहीं होती कि इनसान को अश्रफल मखलुकात बनाया गया है
27:09वो हमेशा इनसानों को डराने दमकाने और देर करने के कोशिश में लगे रहते हैं
27:15बाबाजी आप उनकी मदद करें ना वो लोग बहुत परिशान है
27:19मैं तो खुद बहुत परिशान हूँ हमें आपके मदद के जरूरत है
27:22प्लीज हमारी मदद करें
27:23बीटा ऐसा नकरो
27:24मैं जरूर मदद करता
27:27लेकिन मैं बता चुका हूँ
27:28कि मैं शेहर से बाहर सफ़र पर जा रहा हूँ, इंशालला वादसी पर मैं जरूर उनकी मदद करूँगा.
27:35नहीं बाबा जी, मैंने आपको बताया है ना कि मिरे पर सिर्फ चंद घंटे ही बाकी हैं.
27:38और इनी में मैंने अगर कुछ ना किया तो वो जिन्नात मुझे और मेरे शोहर को जान से मार देंगे.
27:42तुम दोनों का बंदो, बस तुम मैं अभी किये देता हूँ, आख, बिसमिल्लाह।
27:46जो, ये दो तावीज हैं, बहुत ताकतवर और मुझरिब, एक आपके लिए है और दूसरा आपके शोहर के लिए है, आप बिसमिल्लाह पढ़कर जब तावीज पहन लेंगी, तो इन्शाललाह जिन्नात से महफूज रहेंगी.
28:15लेकिन बाबजी मैंने आपको बताया है ना कि मेरे शोहर कैद में है, और उस ते लिसमिल्लाह पे बहुत मजबूत और बड़ा ताला लगा हुआ है, आप मुझे बताएं, मैं उसका क्या करूँ?
28:25इन ताविज़ों को जब आप ताले पर मस करेंगी, तो ताला खुल जाएगा. लेकिन दिहान रहे, ये काम आपको नहायत पुर्टे से करना होगा. अगर जिन्नात ने देख लिया, तो वो फौरण ताले को बंद कर देगा, और दोबारा आपको ताला खूलने का मौका नह
28:55बहुत शुक्री आपका बाबाजी, आपका बहुत शुक्री मौका.
29:07नदिया?
29:10आजये?
29:16किती लंबी उमर है आपकी, अभी आपके बाल में ही सोच वी थी मैं.
29:22अच्छा, कि तुम आपजेनाब क्यों करने लग जाती हो, हम दोस्त हैं, तुम का करो और पहले भी कितनी मार तुमने तुम ही कहा है?
29:31पहले की बात कुछ और थी अली, अब अब मुझे तुम कहते हुए शरम आती है.
29:40अच्छा, ज़रो तुमारी मरजी, अब चलें?
29:43अब चलें?
29:44हाँ.
29:45पॉनीद हो गये हैं.
29:46मैं तुम बहुत एक्साइटेड हूँ.
29:48हमारी मेशन के लिए, और तही आर भी.
29:51जबा पर चलते हैं?
29:53हाँ.
29:54आजर, वो लड़की समीरा तैकाने में मौझूद नहीं है.
30:13जानता हूँ, मैंने इसे खुदाजाद किया.
30:18क्या?
30:19लेकिन क्यों?
30:21बड़े मकसद को हासिल करने के लिए अक्सर छोटी मोटी कुर्बानिया देने पड़ती है.
30:27क्या मतलब?
30:28मैं समझी नहीं.
30:30इतनी मुश्किल से मैंने उसे कैद किया था.
30:32तुमने कौन सा पहाड़ खोद के कैद किया था उसे?
30:35वो बेवकूफ लड़की खुद चल के आया थी तुम्हारे जाल में.
30:38आजर्ण मजाक मत करो.
30:39मुझे बताओ, क्यों आजाद किया है उसे?
30:41इसलिए क्योंके जो काम हम नहीं कर सकते,
30:43वो इन बेवकूफ इनसानों से करवाएंगे.
30:46उसे मैंने 24 गंटे की मौलत दी थी.
30:49अब चंदी गंटे रहे गए.
30:51आजर्ण लेकिन ये इनसान फितरतन धोकेबाज और मकार जात होते हैं.
30:56हम इन पर भरोसा नहीं करना चाहिए.
31:00क्या धोका देगी मुझे वो लड़की?
31:03क्या है उसके बस में?
31:05उसके दिल में खौफ है कि मैं एक जिन हूँ.
31:10कहीं भी, कभी भी पहुँच सकता हूँ.
31:13वो जानती है कि इस हवेली के बाहर भी वो मेरी कृफ्ट से आजाद नहीं.
31:17लेकिन आजर, अब वो वली बात नहीं रही.
31:20वस्यों दिन्ने मरने से पहले तुम्हारे पर काड़ दिये थे.
31:24और वो मुकदस अथ्यार अभी भी हवेली में कहीं दफन है,
31:28जिसने हमारी ताकतें सल्ब की थी.
31:30में बेबस कर दिया था.
31:32बेबसी तो बहुत महसूस होती है,
31:35कि इस हमेली के बाहर हमारी हैसित, हमारी ताकत सब बेकार है.
31:40लेकिन वो लड़की ये बात नहीं चांती,
31:43जब तक उसके दिल में खौफ है,
31:45तब तक वो मेरा काम करने पर मच्पूर है.
32:05अज़ाएँ खिल
32:10लिए समय जटेएप्न
32:13कर दक बहुरादर
32:15लिए सिर्ड़
32:18लिए घश्वर
32:19लिए खिल
32:22लिए
32:24लिए
32:25लिए
32:29लिए
32:31लिए
32:32लिए
32:33कर दो कर दो
32:45कर दो
32:49कर दो
32:55किर दो
32:57हाण
32:59कि कर
33:00क्या कर रही हूँ?
33:09असद, तुम्हे तुम्हे दराई दिया
33:11इसको देख रख दी, नादिया और अली को?
33:19असद मुझे नादिया बिशारी पर बहुत तरसाता है
33:22कितनी अच्छी लड़की है ना
33:24दिल से अली को पसंद करती है, उससे मुहबबत करती है
33:27और उसकी वज़ा से हम सबका कितना ख्याल रखती है
33:29तो ये तो बहुत अच्छी बात है, इसमें तरस खाने की क्या बात है
33:34अली उससे मुहबबत नहीं करता ना
33:37यार अली अपनी मर्जी का मालिक है, वो जिससे मुहबबत करे हम उसे फोर्स तो नहीं कर सकते है
33:42जो भी है, मुझे नादिया बहुत पसंदा और हर लिहास से खुशी से बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत है
33:46खुशी? कौन खुशी?
33:51अली की खुशी? जो भी अली की खुशी है
33:54अली की कोई तो खुशी होगी ना
33:56हमारी नादिया उससे बहुत बहुत बेतर है
33:59हमारी नादिया कुप्पी की बेटी ही ना आपकी
34:03अपना होनी के लिए ना होनी रिश्टे होना जरूरी नहीं है
34:07बास लोग गैर होकर अपनों से बहुत बहुत बेतर होते हैं
34:09और तुम उसको देखते नहीं हो, मुकिस तरह से हमारा ख्याल रखती है, भाग भाग के सारे घर की काम करती है, पहेलियां सुलजाने में हमारी मदद कर रही है, मुझे एक बात का पता है, कि नादिया से बेतर लाइफ पार्टनर अली को मिल ही नहीं सकती है।
34:21मुझे अपने भाई का पता है, उसको नादिया जैसी ओवर लड़कियां बिल्कुल भी पसाने हैं।
34:32जो बचके हैं।
34:51जब दिवार के आदे कत पर साया आए, और सूरज का नेजा घंटे दो बढ़ जाए, मश्रे की जाने तुम अपना मू कर लेना, दो सो कदम पर जो लिखा है, वो पढ़ लेना।
35:14मश्रे किदर हैं। जै क्या बता किदर है। तुम मुझे भी क्या पता। फोने कंपास निकालो ना।
35:30उस तरफ। तरफ। तो सो कदम गेन लोगे ना तुम? हाँ, तो होंगे लो, आगया।
35:371, 2, 3, 4, 5
35:43वाइव
35:58यह केच से किसरा आजाद हो नहीं?
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36:51यहां तो कुछ भी नहीं है
36:53अरी शुर हम रेक कदम सही गिने थे
36:55जाहरा यार तुम भी गिन रही थी मैं भी गिन रहा था
36:57एक-एक कदम ठीक गिना है
36:59अरी मगर यहां तो ऐसा कुछ भी नहीं जिसको पढ़ा जा सके
37:05के हिलियों के चक्कर में खुआर हो गए
37:12हुआ
37:18जह
37:42समीर, तुम आ गई हो, कहा गई थी?
38:12जब शेद में एक बहुत ही पहुचे हुवे बाबा के पास गई थी, और वहां से तावीज लेकर आई हूँ, यकीन करो, उनसे मिलते ही मुझे समझ आ गई थी, कि वह हमारी मदद कर सकते हैं, लेकिन तुम्हें आजर में हवेली से बाहर कैसे जाने दिया? तुम्हें पता तो
38:42बस देखते जो, इसके मदद से इंशाल्लाव
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