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Watch Mohabbat Ek Saza Episode 135 in full HD — the latest heart-wrenching episode of this iconic Pakistani drama! 💔

In this episode, the emotional rollercoaster continues as love, betrayal, and sacrifice reach new heights. Will the characters find redemption, or are they doomed to face the consequences of their actions?

🌟 With powerful performances and gripping twists, Mohabbat Ek Saza keeps you on the edge of your seat! Don’t miss out on the latest drama that has everyone talking!

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#MohabbatEkSaza #Episode135 #PakistaniDrama #LoveAndBetrayal
Transcript
00:00दमकी ना भी हो तब भी डरा कर गया है मुझे
00:26है क्या करने वाले हो क्या क्कट रहो है के गारोकी तुम €
00:34मुझे ब mm
00:41हाँ
00:51हाँ
00:53अली मेरी जान
01:04तुम फिर से नूर के दर्वाजे के बाहर हो
01:06मुबार अखबाद
01:08नहीं नहीं
01:10कहना तो बहुत असान है
01:12लेकिन मुझे नहीं लगता कि नाजली में ये सलाहियत मौजूद होगी
01:16तो फिर तुम खुदी पैता कर लो नासान
01:18एक तो आप बार बार मुझे ताने देने लग जाती है अटल साहबा
01:21अगर एक प्लाइन काम नहीं किया तो मैं इसमें क्या कर सकती हूँ
01:24मेरी भी सुनो नासान
01:25तुम्हें बचाने के लिए मैं तुम्हें से पे बंदूख नहीं रखूँगी
01:28आप तो मुझे नहरास हो गया अटल साहबा
01:32अलीना अलीना इधर आओ
01:38आओ अलीना तुम्हारी मा का मूझ बहुत खराब है आकर ठीक कर दो जल्दी से
01:43क्या हुआ
01:46बेची का मूझ तो मा से ज़्यादा खराब है
01:51खेरियत है सब जीक तो है ना
01:54औरे वही अली फिर से नूर के दिर्वाजे पर जाकर खड़ा हो गया
01:57एग्जिबीशन की औरते भी मुझ से नूर के बारे में ही सवालात किये जा रही थी
02:01मेरा सारा मूझ खराब हो गया
02:02नूर का उनसे क्या ताहलोक है
02:04मुझे नहीं मालूम
02:06वैसे भी तो लोगों को सुकून नहीं होता
02:08उन्हें लगता है कि मुझे नूर को एग्जिबीशन में बुलाना चाहिए
02:11अरी नहीं अब और क्या रह क्या
02:12क्यों इस महरानी की क्या बात है
02:14अगर तुम देंसे अपनी वरक्शॉप की पिदाई तक्रीम में भुलाया था
02:17तो फिर फिदाई तक्रीम में भी बुला सकती है
02:19अम्मी प्लीज दिमाख अराब में करें
02:21पता नहीं क्या हो गया
02:22इतनी देश से उसके दर्वाजे पर खड़ा हुआ है
02:24पता नहीं इसको मिलता क्या है वहाँ पर हर वक्षड़े रहने से
02:26ओहो
02:33ये तो बहुत गुसी में लग रहा है
02:36मैंने उसके कंदे पर हाथ रखा
02:41फिर एकाथ से यहां से पकड़ा
02:42ठीक है? मैंने उससे कहा
02:44के मैं इसका बड़ा भाई हूँ
02:45हाँ
02:46ठीक है
02:47मैंने कहा के मैं बड़ा भाई हूँ
02:49उशामदीद अली सर
02:50लगता है अली आ गया, रुखो
02:53अलमास, मेरी बात अभी मुकमल नहीं हुई है
02:57अली
02:57अली, एक मिनिट
03:00जाओ, जाकर उसी की सुनो
03:02उसी की जाकर सुनो
03:03उसने जो भी कहना था मैंने सुन लिया है
03:05क्या हुआ है भाई, तुम इतने घुसे में क्यो हो
03:08यार जाहिद मुझसे कुछ मत पूछो यार
03:10बिल्कुल ही मत पूछना मनना बहुत बुरा हो जाएगा यार
03:12लेकिन तुम भी कोई बात करो न, सिकून मिलेगा तुम्हे
03:14मैं एक बात कहने वाला हूँ
03:16आओ यहां बैट कर थोड़ी बात करें
03:17मेरे पास भी तुम्हें बताने के लिए कुछ है
03:19आओ
03:19अरे जाहिद के पास भी एक बॉम निउस है
03:22अकर तुम सुनोगी तो तुम्हाय दिमाग चक्रा जाएगा
03:24अरे चलो न, आब रास्ते से हट कर ज़रा बात करते हैं
03:27आओ, आओ, आओ, आओ
03:28देखो मैं तुम्हें क्या बताने वाला हूँ
03:31ऐसे के, आओ, आओ, यहां बैठो
03:37तुम, हमेशा परेशान रहते हो न, यह बिलकुल ठीक नहीं है
03:42बैठो
03:43अरे तुम किस किसम की औरत हो अलीना
03:46कौन मैं नाजन, यहां तुम्हें तुम्हें तुम्हें देखा ना अली कितने घुस्से में गया है
03:50तुम्हें चाहिए कि तुम उसके पास जाकर उससे बात करो
03:53पूछो के आखिर हुआ क्या है
03:54तुम यहां बैठके मिलके हमसे बाते कर रही हुए फिजूल किसम की
03:57आइडिया तो तुम्हारा बहुत अच्छा है
03:59क्योंकि अली भी तो अंदर मीरे इंतजार कर रहोगा ना
04:02उस नागिन की लफ स्टोरी मुझे सनाने के लिए
04:03अलीना नाजान सही कह नहीं
04:06जाके देख हमसे मुचोर से
04:07नहीं अम्मी नहीं
04:09जितना मैं दिल्चस्पी लूँगी उतना ही मेरे आसाब खराब होगे
04:11सच कहूं तो मेरे दिमाग खराब होगे
04:13लगता है आप अपनी बीटी को सही तरह से
04:17गाइड नहीं कह रहे आए दुल साहबा
04:18सारी गाइड लाइन सिर्फ मेरे लिए ही तो होती है
04:21अगर मेरी बेटी मेरी बात माने तो
04:22अच्छा ठीक है
04:23ठीक है भई मैं जा रही हूँ
04:26लेकिन अगर मैं जाकर पच्टा ही न तो ये सब आपकी वज़े से ही होगा
04:29तुमारी वो कजन जो है ना तुमारी वो कजन
04:38उससे आजकल कुछ जाद ही अपने पैरों पे खड़े होने का नशा चड़ा हुआ है
04:41और देखना जरूर उस फाते नहीं नूर को चड़ाओगा वो ही करता है इस तरह की फुजूल हरकत है
04:45उसे मेरी मदद की जरूरत ही नहीं है अब
04:47क्योंकि मुझसे मदद मांगना ही है मुझसे कुछ भी शेयर कलेना उसकी जिन्दगी की सबसे नाकाबिले बरदाश चीज़ है ये
04:52तो ठीक है फिर जो करना करें वो फाते नहीं है वो बंदर मैने जर्मन गया उसका
04:56जरूरत से ज्यादा जहीं तो वो पहले ही था उसके कांट्रेक्ट भी साइन कर रहा है भार में जाया नूर मेरी तरफ से जाके करें मॉडलिंग तुमारा
05:01अली मैं तुमें समझती हूं और तुम हब पर भी हो
05:04लेकिन मैंने नूर से भी बात की है वो हमेशाए ये काम नहीं करेगी वो तो सिर्फ अपने बैंक का करस इतारने के लिए कर रही है ये सब
05:11यार बहाना है या और कुछ नहीं
05:13हमेशा करें या ना करें
05:14उसकी जिंदेगी का बेगी मकसद और वो पता है
05:16सिर्फ जलाना है मुझे
05:17अगर चाहे तो मैं उसकी बदद कर सकता हूना
05:19सिर्फ दो पैसे ही तो है और क्या है
05:20तुम्हें ये दो पैसे लगते हैं
05:22लेकिन इसे भी अदा करने के लिए उसे कुछ करना तो होगा ना
05:24यार अलमास मदाखलात मत करो तुम
05:26यार उससे अंदाजा है अच्छी तरह
05:28दो पैसे हो या दो मिलियन मेरे लिए बड़ी बात नहीं है
05:30उसे मॉडलिंग करनी है बस बात यह है
05:32वो मूँ पर एक टन मेकप करने के बाद बिलबोर्ड पर आकर करजाजा कर देगी अपना
05:35इतना असान है
05:36और इस सब के पीछे क्या राज़े अच्छी तरह पता है यार मुझे
05:40सब मालूम है
05:41सिर्फ अलीना को जलाने के लिए करीए वोई सब
05:43उसे पता है लिना जलेगी
05:44जाहिर
05:45फरहतवाले मामले के बाद मैं जो जलिस हुआ था
05:48वो बदला लेगी अब
05:49हझेकत तो यह के सदाद देना चाहती है वो
05:51मैं भी दिखाऊंगा उसे के मैं क्या हूँ
05:52उसे बताऊंगा मैं कि सदाद दिन آخر होता क्या है
06:13झाल
06:43कर दो हुआ है
07:13ये क्या हो रहा है यहां, किचन में तो तीसरी दुनिया की जंग छुड़ गई है, खाना बना रही हूं मैं, लेकिन इस तरह खाना बनाओगी तो कौन खाएगा सब के सब भूके रह जाएंगे, सब जाया हो जाएगा, और अगर खाएंगे तो पेट खराब हो जाएगा, खान
07:43जुन करना अच्छी बात नहीं है, फीटूगी मैं, माय डालोगी सब को, तो पास साफिर उल्ला, ऐसा ना करो, वरना मैं तुम्हारे हाथ का खाना नहीं खाऊंगी, आप अंदर जाये नानी, हराम से जाकर अंकल के पास बैठे, मैं नूर की मदद करूगा, आज खाने की ज
08:13नूर, नूर सुनो न, क्या हम थोड़ी बात कर सकते हैं, इसे मुझे दो, मैं ये साइट पर रखो, यार, तुम जानते हो कि तुम क्या कर रहे हो, जानना इतना मुश्किल नहीं है, इसे अंदाजा नहीं लगा सकते हो तुम, अब उसे तुम्हे धंकी दी होगी न, तुम्
08:43इतना जहीं होना ज़रूरी नहीं, जबके मैं अच्छा खासा जहीं इनसान हूँ, ठीक है हार मानी, आज तुम हसने वारी नहीं, उसने मुझे धंकी दे का हैरान कर दिया, मेरी जबान ही बंद हो गए थी यार, और मेरी ऐसी जबान बंद हुई कि मसे कुछ कह ही नहीं सकी,
09:13संदी तूटती है तो उनका सबसे बहतरी इंकाम यही होता है, यानि दूसरे को तोड़ना, नूर मुझे भी लगता है कि तुम्हें इसमें हैरान होने की ज़रूरत नहीं है, बलके मुझे तो लगता है कि तुम्हें हैरानी छोड़कर, यह सोचना शुरू करना चाहिए कि �
09:43रहेगा, तुम्हें लड़ाई आखरी नहीं होने वाली, नूर, देखो एक साल पहले जब तुम लड़ी थी, वो धंकया नहीं देता था, लेकिन अब धंकी देता है, मुझे लगता है कि जब तुम सालात तयार कर लो तो यह भी सोच लेना कि अगली लड़ाई में क्या क्य
10:13रहो नूर, मुझे अली को समझने की जर्वत नहीं, उसका घुस्सा ठीक हो ही जाएगा, जो कुछ भी उसने मुझसे कहा है, मेरा मतलब वो धंकी देकर खुदी पश्ताएगा बात में, चलो खेर, मैं सब कुछ भूल गई हूँ, मैं अब ठीक हूँ, वो घुस्सी में बोल
10:43तुम इतना भी भाग लो, मुझे नहीं पगड सकती, मैं तुम्हे पगड दूँगी, मैं तुम्हे पगड दूँगी, देख लेना, मैं और तेज बागूँगा, हाँ, तो अमी चान, आप क्या कहेंगी इस खबर के बारे में, ये तो अली साहा भी बताएंगे, अपनी मह�
11:13के वास था अलीना, वो लड़की एक बार शुरत के मज़ा ले चुकी है, क्या वो कमपनी की मामूनी सेकेटरी बने से मुतमाहिन होगी, उसे बहाना चाही था, इसी दिए वो पुराने दिनों में वापिस चैदी गई, देखते हैं वो क्या जाती है, मेरे दिमाग में भी क�
11:43बस भी करो, मेरे सेब में दर्द हो रहा है, सुपा से शोर पचा के रखा हुआ है तुम दोरों ने, जो जाके बार खेलो, चलो
11:49हाँ
12:07यह तुम क्या करी हो बेटा, मगर इसने जानभूच का टकर नहीं मारी
12:13मैंने कब कहा के जानकर किया है, इंसान देखकर तो चलता है ना
12:17I'm sorry, इंटे मुसे गालेती हो गई
12:22क्या हुआ है, तुम बच्चों पर किसे ला रही हो
12:25मेरी बात सुनो बेटा, कैसे तुमसे कहा था मारीन के लिए
12:29जाओ जाकर इंके पेट में मार कराओ, कैसे ते कहा था तुमसे
12:32मुझे लगता है तुम वाकई पागल हो गई हो अलमास
12:35सुनो बेटा, नासली तुम पर घुसा नहीं करूँगी लेकिन सच पताओ मुझे
12:38जूद महीं बोली, मैं सच बोल रही है
12:41गल्यती सी हो गया मुसे
12:42अलमास क्या हो रही है
12:47महतरमा को कुछ नहीं हुआ
12:49बस अपनी जलन और भडाव मेरी इस बच्चे पर निकाल गई है
12:52और कुछ नहीं
12:53यह पागल हो गई है
12:54इसने मेरी पेट पर मारा ता बेच्छा मेरी चीख निकल गई
12:57और बस कुछ नहीं हुआ
12:58अलमास तुम ठीक तो होना तुम्हें कुछ हुआ तो नहीं
13:00इसे कुछ नहीं हुआ तुम फिकर मत करो बच्चा बिल्गू ठीक है
13:02लेकिन इसके इस तरह चिलाने से हमारी बेटी डर गई है बहुत
13:05मुझ पर बाते मत डालो नाजार
13:07कुछ दिर पहले तुम इस पर पागलों की तरह चीख रही थी कि चाओ अपने कमरे में
13:10चलो बेटा डरोमत मेरी जा डरोमत
13:13बच्चे भागते भागते से टकराए और ये पूछ रही है
13:16तुम्हारी अम्मिने तो कही मुझे मानने के लिए नहीं कहा था
13:18क्योंकि तुम्हारे काम ऐसे ही होते हैं
13:20उदा के वास्ते ऐसे लजाम तो मत लगाओ
13:22देखो बच्चो खेलते वक्त खयाल रखा करो ठीक है
13:26नासली जान
13:28मैंने जो कुछ भी कहा है भूल जाओ उसे ठीक है डरना नहीं
13:33और मुझे भी कुछ नहीं हुआ और बेबी भी ठीक है
13:36हम अगर आप दोनों भी खयाल किया करो घर में ऐसे नहीं बागा करो ठीक है
13:40चलो अलमास चलो
13:42बेचारे डर कही है
13:44मेरी तो बस विसाखता चीख निकल गई थी साहिद
13:46ठीक है
13:50डर उमर ठीक है
13:52तुम नराज मत होना
13:53कुछ नहीं हुआ ठीक है बी डासम
13:55पेशर तुम्हें कोई फाइदा नहीं हो रहा
14:02लेकिन तुम इससे दूसरी को नुखसान पहुचा सकती है
14:04अगर तुम इस बच्ची को अपने हग बेस्तमाल नहीं कर सकती
14:08तो फिर तुम इससे अलमास के खिलाफ इस्तमाल करोगी
14:11चलो चली हाथी
14:14और क्या चाहती ओ लीना
14:28देखो तुम चुदी बीच में आकर खुदी परेशान हो रही हूँ बिटा
14:31मैं क्यों परेशान हूंगी अम्मी
14:32कैसी बाते करीये मैं परेशान नहीं हो रही
14:34देखिए मेरा जहन खराब है और मेरी नियत भी
14:36अलीना वो तुमसे तुम्हारा किर्दार चुराएगी
14:39यह निलामी तुम्हें जहर देदी की
14:41कोई भी उसके गले में मौजूद उसहार पर तब जो नहीं देगा
14:44बस उसे देखेगा, उसे सुनेगा
14:46मैं आपको बताऊं लोग क्या बाते करेंगे अम्मी हा
14:49कि यह औरत अलीना की एग्जिबीशन में सिर्फ एक मौडल की हैसियत से आई है
14:53बस और यह भी कि मैंने उसे दो पैसे दे कर मौडल बनाया है
14:57अम्मी आप सोचे, सोचे कि मेरी इतनी बड़ी एग्जिबीशन है
15:01और मैं एक मौनफरिद महमान की हैसियत से एक डिजानर के तौर पर अलग बैठोंगी बिलकुल
15:07और नूर सिर्फिक मौडल होगी वहां पर अम्मी
15:09फिर मैं कहां और वो कहां होगी अम्मी
15:11और यह सब को दिख रहा होगा
15:13मैं कौन हो और उसका लेवल क्या है
15:16और अम्मी फिर अली की शकल भी देखने वाली होगी सच में
15:20उस वक्त अली यह सोचने पर मजबूर हो जाएगा
15:22कि नूर को दो उसकी किसी बात की परवा ही नहीं
15:24अली और सब के सामने मुश्किल में परचाओगी मत करो
15:28नहीं अम्मी जान
15:29इस बाहर मुश्किल में आने वाली मैं नहीं वो होगी
15:59खाना भी यहीं पर खाओगे
16:08क्या
16:09मर्द
16:11तुम्हें खाने की जेपल पर मिस कर रहा है
16:15अरे हाँ खाना भी तो खाना है आतो
16:17क्या हो गया है तुम्हें
16:21मेरा मतला तुम्हारा मूट खराब लग रहा है सब ठीक है न
16:24नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है बस थोड़ा ठक रहा हूँ है
16:27हाँ यही तो मैं कह रही हूँ
16:29तुम यहां थ salvage के लिए आये हो
16:31स्नोकर खेलने की बात कर रही हूँ मैं
16:35तुम्हें तुम्हें पसंद है बस इसलिए खेल रहा हूँ यार
16:37तुमने क्या किया
16:40क्या
16:42चलो अली, चलो, हम दोनों अच्छी तरह जानते हैं कि तुम यहां किसके लिए आया हो, ठीक है?
16:49यार, अलीना, मैं तुम्हें क्या बताओं, कितनी बार बताओं, कुछ नहीं हुआ है
16:52हम एक दूसरे को बहुत अच्छी तरह से जानते हैं, अली
16:55तुम मुझे माफ करना, लेकिन जब भी मैं तुम्हें इस हालत में देखती हूँ, तु सुकून से नहीं रह पाती
17:02ये मेरे बस में नहीं है मतलब, मैं नहीं कर पाती
17:05अच्छी तरह से समझ लो, देखो नौर वो आरत तुम्हें
17:25नहीं कर सकती है विल्कुल, वो तुम्हारे लिए नहीं है
17:27और मैं ये देख रही हूँ, अली, और तुम भी ये देख रहे हो
17:33अली, मैं तुम्हारी कहानी लिखूँगी
17:38ये असान नहीं है, कि तुमने जिस रास्ते पर कदम रखा हैं उससे पीछे आड़ सको
17:45मेरी जा, ये बात मैं अच्छी तरह जानती हूँ, अब तुमने मेरा हाथ छोड़ दिया है
17:51और उसका हाथ पकड़ लिया है, तो प्लीज प्लीज ये मत समझो के
17:55तुम्हें ऐसे देखकर मैं खुश हो रही हूँ
17:59और मैं तो कह रही हूँ के, मैं तुमसे बहुत महबत करती हूँ
18:04चलो, खाना काते हैं
18:25चले न प्लीज, वो कहानी दोबारा सुने हैं मज़ा आ रहा था
18:28वो बच्चे को मारने वाली कहानी
18:31देखो, मैं तुम्हें दुबारा बताता हूँ
18:33लो सुनो, मैंने उस बुरे बच्चे को, वो जो बुरा बच्चा था न
18:37उसे कान से पकड़कर घुमा घुमा के दिवार पर दे मारा
18:40जाहिद, बच्चों को ऐसी बेवकुफाना चीज़ें मत सिखाओ
18:43अरे ये क्या बात हुई? बच्चों को भी खबर होनी चाहिए कि दुनिया में बुरे लोग भी मौजूद है यानी
18:48यानी हम भी तो बच्चों को आगाह करने के लिए सब बता रहे हैं
18:52जाहिद, तुम गुंटों और बदमाशों की बात कर रहे हो
18:56और फिर यहां कर खुश ही खुशी बताते हो कि तुमने किस तरह उन्हें मारा
18:59चाकू ओ वाले बदमाश हमारे सर पे मुस्सलित हो रहे हो
19:02और हम यहाँ शाम की खाने पर दास्ताने सुनाएं, बहुत अच्छा करें हो ना
19:06आप लोगों पर कोई मुसीबत नहीं आई
19:07तुम तो हो ना
19:08खाला
19:09ओ, सब आ गए
19:14और सब ने खाना भी खाना शुरू कर दिया
19:16अली, क्या तुम्हें अपनी बेहन की महारत का पता है?
19:21बैट जओ, बैट जओ, खाना खत्म करो अपना
19:24जो लड़के अपने भाई को खत्र में डाल दे फिर भी उसकी हिमायत करोगे
19:28खाला, बात को बढ़ाए मत
19:30बिलकुल बढ़ाओंगी जओ, तुम मुझे मचमूत मत करो, ख़दा के लिए
19:33आंटी, बच्चों को अपना खाना सुकून से खाने दिया करें
19:37हाँ हाँ, बिलकुल, क्यों नहीं
19:39अब देखना आगे-आगे ये लड़के हम पर क्या-क्या मुसीबत दिलाई दी
19:42आयतल साहिबा, महनूर साहिबा, पुलीस वाले आए है, वो दर्वाजी पर महनूर साहिबा के बारे में पुछ रहे है
19:50पुलीस यह करने आई है, बयान ही दिये के तुम लोग ने भाए
19:52हमने बयान दिया है, लेकिन शायद हमसे कोई गलती हो गई है
19:56नहीं, नहीं, मुझसे कोई गलती नहीं हुई
20:02तो फिर वो क्यों आए है, नहीं मालू मुझे
20:06पता नहीं कौन सा कारणामा किया है
20:08जी, फरमाईए दोस्तो, क्या बात है
20:24मानूर साहिबा को हमारे साथ पुलिस टेशन चलना होगा
20:27एक मिनट आपको कोई गलत फहम है हमने तो अपना बयान दे दिया
20:31इनके खिलाफ कम्प्लेन आई है
20:32अच्छा, क्या?
20:34वो एक नंबर का बदमाश है, मानूर पर इल्जाम लगा रहा होगा
20:37वो खुद उस ललके को चाकू मार कर इल्जाम इस पर लगाना चाहता है
20:40एक मिनट, एक मिनट आफिसर, क्या आप लुग मुझे साफ बताएंगे कि क्या इल्जाम लगाएगा है मेरी बहन पर
20:44मानूर साहिबा पर धोका दाईक इल्जाम है
20:46नहीं मेरे दोस नहीं है, कोई काम नहीं है
21:03देखो तुम कोई पॉसिबलिटी बनाओ, मैं हर काम कर लूँगा
21:07चाहे कोई भी काम हो
21:09बहुत शुक्रिया दोस शुक्रिया, खुश्रो
21:16ये क्या हो रहा है, नहीं नहीं, तुम्हें नहीं कह रहा
21:21चलो बात में बात करेंगे
21:22आप ओफिसर
21:25देखे इस तरह मुरासब नहीं लग रहा, हम खुद ले आते हैं अपनी बहन को
21:31आप घर से उठा कर कैसे ले जा सकते हैं इसको
21:33हमारे यही रूल्स है सर, धुका दही का इलजाम मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा
21:37क्या, क्या मतलब धुका रही, क्या यह सैच है, चलो जाहिद जल्दी
21:41रुके मैं भी आ रहा हूँ, तो आओ जल्दी
21:44हाई वो बिचारी लड़की, कैसे पकड़ की ले गए उसे
21:59तुम तो रहने ही दो, परिशान हो रही हो तो, साथी चली जाती
22:03जो बोया वो ही काटा, उसका दोगत ही करना, कोई हैरानी की बात नहीं
22:08अब यह आप तो ऐसा मत कहें, हो सकता है ऐसा कुछ ना हो
22:12यह तुम क्या रही हो लीना, लगता है अपनी खीमती जिल्वी भू गई हो सायथ
22:16ओ, अब मैं समझी, अब पता चला कि तुम उस लड़की को कवर क्यों कर रही हो
22:21यह बात मेरे दिमाग में पहले क्यों नहीं आई, क्या मतलब है इस बात का
22:27अ-अ, अरे देखो, क्या तुम शर्मिंदा हो गई, क्या तुम्हे वाक्य शर्मिंदगी का एसास हो रहा है
22:33अई, चलो भई, बस बहुत हो गया है आप लोग अराम से खाना खाईए
22:37तुम्हारी सामने तो इंसान दो नवाले भी सुकून से नहीं खा सकता
22:49क्या हुआ अलमास, हाँ, क्या तुम्हे बुरा लगा, बोलती क्यों बंद हो गई
22:53पहले तुमने मेरे शोहर को मुझ से चुराया और फिर मेरे जेवर भी चुराए
22:57तुम्हाले जेवर छोड़ी करने के बज़ए मौत को दर्जी दूँगे
23:00इंशालला, एक दिन ये भी होगा
23:02तुम जानती हो हम दोनों के दर्म्यान क्या फर्क है नाजान
23:05मैं अपनी गलतियों से सबक हासल करती हूँ लेकिन तुम कभी नहीं करती
23:09तुमने अपनी जिन्दगी में जो भी बुरा किया
23:12किसी को भी जो भी तक्लीफ पहुचा उससे कुछ नहीं सीखा
23:14सिर्फ इस फर्क के वज़ा से मैं जितनी भी तफ़ा हार जाओ लेकिन हमेशा मैं ही जीतोंगी तुम से
23:19और तुम तुम तुम चाहे जितनी भी तफ़ा अपने किसमत आजमाल वेखिन हमेशा तुम हारोगी मतr स्कूंध आ
23:22ये तम देख लेना नाजान मैं अपने शाहर को हासिल करूंगी अल्मास तुमने सुना मैं इस ष़ोहर को हासिल करूगी वह मेरा शोहर है
23:32संभालो खुद को, पैक्चाना सार्ण
23:36देखा आपने, पट्टमिस कहेंगी
23:41ठीक है, मैंने तो वो ही सब किया, जो कुछ आपने कहा था अतुल साहिबा
24:02अबा, अस्तग्फर अल्ला, ये क्या चीज़ पकाई है तुमने, इस तरह का पलाओ है यहाँ
24:15क्या तुमने पलाओ कहा, पलाओ ऐसा होता है, बड़ा ही अजीब साहिका है इसका
24:21अबस वो थोड़ा अजीब साह है
24:30तौर लो तुम
24:36हाँ, हाँ क्यों नहीं
24:38मत खाओ बेटा, वरना इसे खाकर लाजबन तुम्हारा पेड़ खराब हो जाएगा
24:45जानते हो ना तुम, इसने किस तरह मार मार कर सबजियां काटेंगे
24:50हद हो गई, ऐसा सलूक तो कोई भी इंसान सबजियों के साथ नहीं करता
24:54मीठा, मीठा, हाँ, तुमने नमक की जगा चीनी डाल दी है
25:11हद करती तुमने, पूरा दस्तरखान बरबाद कर दिया है
25:16अमा, मुझे रोटी पकड़ा दें चाहिए कुछ खाने को मिल जाए
25:24कुछ तो खाने के लाइक है
25:36पनीर और रोटी जिंदेकी की बुनियाद है
25:39तो फिर हम दोलों क्यों ला कुछ और करें नूर
25:41बहाँ चलकर हवा ही खा लेते हम दोलों
25:44और इन लोगों को अरहम से खाना खाना देते हैं
25:46क्या कहती हो, चले, आजाओ
25:48आप लोग खाए
25:52हाँ खा रहे हैं बस्जाइका खाना
25:55बहुत ही बस्जाइका है
26:00लगता है आज इसका पकाने का मूड ही नहीं था
26:14क्या रहे हैं आजाओ
26:16अजाओ
26:18आजाओ
26:20आजाओ
26:24झाल झाल
26:54इतना गुस्सा दिलाया उसने मुझे
26:57इतना गुस्सा दिलाया कि क्या बताऊ
26:59मुझे लगता है कि सर भार दूसे
27:00मुझे लगता है कि तुम उसे इल्जाम मत दो
27:02क्या? क्या कहा तुम में किसे इल्जाम दो फिर?
27:05तुम खुद को इल्जाम दो
27:06तुमने अपने आपको गुसे में आने की अजासत दी
27:09और तुमने ही उसे ये मौका दीआ
27:10शायद तुम्हारे तालुकात की फित्रत ये ये
27:14शायद तुम इसी तरा महब्बत करती हो
27:16तुम्हें लगता है फाते वो जो मुझे तकलीव देता है उसमें मज़ा आता है मुझे
27:20नहीं यह सवाल अपने आप से पूछो
27:24कितनी बार हुआ है
27:26तुम आखिर क्यों बार बार एकी जगा में फस जाती हो
27:30एकी लडाई लड़ती रहती हो और उसका नतीजा भी एकी निकलता है
27:32आखिर ऐसा क्यों है
27:33मुझे लगता है कि तुम्हें ये बात अपने आप से पूछने चाहिए
27:36क्या तुम्हें ऐसा नहीं लगता कि खुद से सवालात पूछने का वक्त नहीं आया
27:42यार ये सब क्या है मुझे समझ नहीं हो रहा
27:50ये धोका दही के केस का क्या मतलब हुआ यार
27:53एक चाको मानने वाले बदमाश के इल्जाम लगाने पर हमारी बेहन को घर से उठा कर लेगे ये क्या तमाशा है
27:57तुम रुख जाओना जाहिद रिलेक्स रो बस रुख जाओ
28:00नवारा वकील मसला हल कर लेगा और तुम देखना इस लड़के को बाहर तो मैं कभी भी नहीं आने तुम और अगर ये बाहर आया तुम मौत को तरसे
28:06ये क्या मौमला है
28:07क्या किसी पर लजाम लगाना इतना आसान है
28:09अभी क्या होगा ये सारा तमाशा खाला के सामने हो गया
28:13खुद बताओ वो उसे छोड़ेंगी क्या
28:15हाँ अफसोस की बात है
28:17महनूर तुमारी बहन है फिर भी वो उनके नापसंदीना लोगों में शाहिद साहब
28:21अमीन फसूल बातें मत करो
28:23वकील साहब कुछ बताईए
28:26कालवाई अभी खत्म होने वाली है
28:28इसके बाद हम अदालत जाएंगी
28:29क्या मतलब अदालत में जाएंगी अभी ये क्या चक्कर है
28:33एक मिनिट एक मिनिट आरिस साहब
28:35अभी अचाना का अदालत कहां से अभी
28:36आपकी बहन ने लजाम कबूल कर लिया है
29:05समंदर की हवा बिल्कुल मुख्तिलिफ होती है
29:08जब आप एक गहरा सांस लेते हैं
29:11तो जैसे अंदर की सफाई हो जाती है
29:13तुम समंदर के किनारे घर लेने वाले हो क्या
29:15आँ वैसे क्या तुम अभी होटल में रह रह रहे हो
29:20कब तक रहोगे वहाँ
29:22ये एक अच्छा सवाल है
29:23लेकिन अब लगता है मुझे मैनेज करना पड़ेगा
29:26हम तुम्हारे लिएक अच्छा सा घर ढूंटे हैं
29:29जो समंदर के किनारे पर हो
29:30छीक है हम ये नोट कर लेते हैं
29:33कभी कबार दिन की भागदोर में ये भूल जाता हूँ
29:37कि मैं कहा हूँ
29:38मस्तानबॉल को इतना नहीं जी रहा
29:40लेकिन जब भी मुझे वक्त मिलता है
29:43तो मैं सुकून से बैठ कर ये सोचता हूँ
29:45कि ये कितना खुबसूरत शहर है
29:48जानती है पर मैं खुच से पोच्छता हूँ
29:51कि मैं वाकि इसका मज़ा ले रहा हूँ
29:53एक दिन
29:55सिर्फ एक दिन
29:57मैंने इसका पूरा लुट फटाया था
30:00ये वाणी से लुबसूरत आए लुबसूरत लुबसूरत लिए
30:29कि ऐrainगोर क्ति कर चीजधी तार्ड़ तूम � 떡ड़ो मार् ड्लड़ एक निशिम्न व्रूम अवय किजी आकर बार्ड़ोर कि एलेहरन सकि आपरा
30:48कि बने आयाफ इंग विल मार् नार्ड़ में चारेश नही कि ए चारबरा लोय एक्या ....
30:56Ne kaldı ki kalabalığı biten
31:00Kaçamayıp da saklanan
31:25Kidicikler gibi
31:28Sığındım senin sıcaklığına
31:35Sevemiyorsan İstanbul'u benim gibi
31:41Kaçarım yine bozkırlara
31:48İstanbul'da
31:52İstambol
31:59शायद कोई खुबसरत जगा थी
32:02इस्तनबॉल
32:05अली को जान का इस्तनबॉल
32:08वो दिन जब मैं अली से महबत करने लगी थी
32:11उसी दिन शुरू हुआ था सब कुछ
32:15एक अचने भी शहर इस्तनबॉल में
32:21मिलकुल अपने जैसे ही एक शक्स को पाया था मैंने
32:24उस दिन से आज तक इस्तनबॉल एक जैसा रहा
32:31हमेशा खुबसूर है
32:33हमेशा पेचीदा
32:34मैं रशान रहने वाला
32:36लेकिन हम
32:38कहां से कहां पहुँच गए है
32:41चाहे मैं उससे कितनी भी नाराज हो जाँ
32:44मैं खुद से
32:46या तुम से
32:47और इस रहर से कुछ नहीं चपा सकते
32:50मेरा दिल आज भी उसी तरह से धड़कता है
32:55आज भी उसके लिए
32:56महबब महसूस करती हूँ
32:58वो खास है
33:02बहुत खास है
33:05हर किसी के लिए महबबब का एक अलग नजरिया है
33:09लगता है तुमारा नजरिया यही है
33:11लगता है
33:41बोलिये आरिफ साब
33:43हमें कोई खेर मतवक्य सुरते हाल नजर नहीं आई
33:45मानूर साहिबा आजाद हो जाएंगी
33:47मतलब कंप्लेंड करने वाले भी अब पेशकर्ष कबूल करेंगे
33:50पहले सेशन में ही आजाद हो जाएंगी
33:52ठीक है
33:54हम रापते कर लेंगे आपसे
33:56ठीक है मिलते हैं खुछ रहें
33:58मैं आप लोगों से
34:04माफी जाती हूँ
34:06क्या कहूँ मुझे नहीं मालो
34:08चलो अब यहां से
34:10परिशान हो क्या
34:25मुझे ही नहीं मालूम फाते
34:29क्यों इस पर इतना गुसा हूँ मैं
34:33जब मैं अपने और अली के
34:37दरम्यान की महबबत को देख रही हूँ तो
34:40तो ऐसा कुछ होता है
34:43एक छोटी सी चीज़
34:45जैसे आज रात की तरह
34:47हर रोज मैं जिस मन्जर से गुजरती हूँ
34:52वो मुझे पहले की दिन की तरह लगता है
34:54मेरी सारी नरास्किया
34:56मेरे सारे डुक मेरे सारे हग
34:58सब और से जाते हैं मैं अली से कभी भी
35:02इतना नरास नहीं रह सकती हूँ
35:04मुझे समझ नहीं आता
35:05उससे दूर क्यों नहीं जा पाती
35:09पतर नहीं क्या खेचता है
35:11इतनी बेबस क्यों हूँ मैं
35:15तुम बस तयार नहीं हो
35:16नहीं तुम गलत समझ रहे हो
35:18मेरे दिल में इस तरह की कोई नियत नहीं है
35:21ठीक है हमारे दर्मियान जगड़ा हो सकता है
35:24नराज भी हो सकते हैं हम
35:25मतलब हम दोनों ही गलत हो सकते हैं
35:27लेकिन अगर तुम ये कहना चाहते हो
35:30कि अमलेदा हो जाए तो
35:31मुस्करा क्यों रहा हूँ?
35:46ठीक हो तू?
35:47फाते बताओ ने क्यों मुस्कुरा रहे हूँ तू?
36:05फाते?
36:17लड़ तू मुझे बताओ कि क्या हस क्यों रहे हूँ?
36:21मैं जानता हूँ कि तुम अली से अलग होने का को इरादा नहीं रखती है
36:24और ये तुम अभी मुझे समझा रही हो इसलिए मैं हसा
36:26आहा तुम मुझे से वजाग कर रहे हो क्या?
36:28मैं सिर्फ इसलिए हसा कि तुम अभी तक नहीं समझी मैं किस बारे में बात कर रहा हूँ
36:31तुम अली के बारे में सोच रही हो लेकिन मैं तो सिर्फ तुम्हारे बारे में बात कर रहा हूँ
36:35ठीक है मैं ये पूछ रही हो किस चीस के लिए तैयार है ना चाहिए
36:58क्या कुछ हुआ है
37:07अमीन
37:14कहां से आ रहे हो तुम
37:18तुम्हारे साथ वो लोग क्यों थे
37:28क्या उसे पूछेंगे नहीं
37:43अभी नहीं
37:45जब उसे मुनासिब लगीगा तो वो खुदा करा में सब बता देगी
37:48क्या हो गया
37:49क्या कुछ गरबर हुई है शायद
37:51जाहिद बता दो इसे
37:58जाहिद बताओ क्या हुआ है
37:59मैंने अमीन से सुना के क्या हुआ है
38:23क्या तुम बात करना चाहते हो
38:24में बताओ किणिल donne meant
38:34क्या हुआ है
38:39मैंने नकांट इुम results
38:45क्या बताओ के तुम है
38:48मैंने भिजय मैंने यRE दिख डमेद़
38:52मैं जानती हूँ, मैं जानती हूँ तुम में ज़रूरत है अचू
38:56आपके वजो मनुवर से इस वक्राव ताम अपके नहीं
39:16उमीद है कि तुमने मेरा मेसेज पढ़ने के बाद फोन आफ नहीं किया होगा
39:20मैं जानती हूँ कि तुम्हे मेरी ज़रूरत है
39:22मेरा फोन आउन है, मैं सोने ही रही हूँ
39:26मेरा मेसेज सुनो तो मुझे कॉल करना हूँ
39:29ओर लाद दहिते की बाद तो मुझे जानके ज़रूरत है
39:31मेरा मेरा मेरा मेरा मेरा वी वाङर पाद बाद नहीं
39:41आखे लादे बाद Türkiye को जानके बादे ही हूँ
39:47में विजुनी
40:17आजा
40:43मानूर के साथ क्या हुआ होगा
40:45शुकर है कि वो कोई प्रोफेशनल बदमाश नहीं है
40:48उसका कोई क्रुमिनल रिकॉर्ड नहीं होगा
40:50याने कि वो असानी से बच भी जाएगी
40:52इससे क्या फर्क पड़ता है
40:54है तो परिशानी वाली बात ना
40:56जाहिद की तो पूरी रात परिशानी में गुजरी है
40:59उसे नेंद ही नहीं आ रही थी
41:01कुछ घाया भी नहीं
41:02फिर वो मुझसे कुछ शेर नहीं करता है
41:04असान नहीं है
41:05शमंदा हुआ होगा
41:07खौफ़दा भी होगा
41:09असल में
41:10मैं पसंद करती हूं से जानती हूं
41:13उसे समझ सक्थ हूं मैं
41:15अच्छी लग्या
41:16मानूर, अगर उसे सही से बात करने का मौका मिलता तो सुमझाती उसे मैं
41:20देखो, उसकी जबान समझने वाला वहाँ पर है
41:24वो भी कल राद उदास था, उसका दिमाग भी मानूर में ही था
41:27मैंने बात करने की कोशिश की लेकिन कुछ भी नहीं बताया उसमें
41:32कासिन, बात सनू मेरी, वो तुम्हƯ क्या रगता है, इसके दिल में मानूर है
41:37नहीं यार, शायद नाइला है
41:41अई, नाइला को क्यों खसित रही हो बीच में? और क्यों नहीं, इसमें बुरा क्या है?
41:46मेरे ख्याल में وہ दोनों बहुत प्यार करते है
41:48अरे यार क्या हमारे खांदान में कोई ऐसा हो सकता है जो किसी कोजान के पीछे ना पढ़ा हो
41:52अली कैसा है?
41:55आहां, मैं कुछ नहीं जानती हूँ
41:57वो कल से ही प्ले एरिया में है
41:59और मुझे तो लगता है कि वो कल रात स्नूकरी टेबल पर ही सो गया होगा
42:03मैंने कल उसे मेसेज किया
42:05जानती हूँ कि उसने मेरा मेसेज पढ़ा होगा लेकिन जवाब नहीं दिया
42:08उसके बाद उसने अपना फोन भी बंद कर दिया
42:10मतलब मुझे लगा वो मुझे से बात करना चाहता होगा लेकिन अब तक कोई कॉल भी नहीं की उसने मुझे
42:16वो तो भी गुस्से में है और उसका पता तो है तुम्हें
42:18ठीक है मैं भी उससे नराज हूँ
42:20लेकिन क्या फिर्ट पड़ता है
42:22जब हम एक दूसरे से नराज होते हैं तो भी हम एक दूसरे के साथ देते हैं
42:26और अगर हमारे मसाइल है भी तो क्या हम एक दूसरे से इस तरह से चुपाएंगे
42:30हाँ पर क्या तुम्हारा गुस्सा ठंडा हो रहा है
42:33चलो चलो मेरा वक्स आय करना बंद करो अब
42:36पहले ही ओफिस से लेट हो रही हूँ जा रही हूँ अब मैं
42:38ओके ठीक है
42:39फदाफिस
43:06अब मैं अब मैं
43:36उमीद है कि तुमने मेरा मेसेज पढ़ने के बाद फोन ओफ नहीं किया हूँ
44:01मैं जानती हूँ कि तुम्हें मेरी जरूरत है
44:03मेरा फोन अन है मैं सोनी रही हूँ
44:05मेरा मेसेज सुनो तो मुझे कॉल करणे
44:07ठीक है चलो मैं अभी निकल रही हूँ यहां से
44:13सही है मैं बस दस मिनिट में पहुच जाओंगी हुटल
44:16अरे यार यार यालीना को भी अभी आना था तुम अभी तक नहीं गए याली नहीं बस मैं थोड़ी देर में निकलूंगा अभी तुम जाओ
44:28हाँ न तुम तो जाओ तुम क्यों खड़ी हो यहां पर जाओ तुम्हें क्या हुआ तुम यहां क्यों खड़े हो
44:36जैसे कुछ चुपा रहे हो
44:43क्या कहा
44:44मैंने कुछ नहीं कहा मैं क्या कहूंगी वैसे भी
44:47तो तुम यहां पर खड़े रहो मैं जा रही हूँ
44:50खुदा हाफिस
44:52खुदा हाफिस, यतियात से जो
44:53गुद मॉर्निंग
45:03तुम्हें भी
45:05मैंने सुना नहीं
45:08मैंने कहा तुम्हें भी गुद मॉर्निंग
45:10क्या हुआ नूर
45:12मैंने तुम्हें गुद मॉर्निंग कहा है
45:14हाथों क्या हुआ तुम्हारे ये कहने से खुशी नहीं हुई
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