Watch Nand Episode 73 in full HD — the latest twist-filled episode of this gripping Pakistani family drama! 🌟
In this episode, the tension reaches new heights as the characters face challenging decisions, family secrets, and unexpected revelations. How far will the rivalry go, and will peace ever be restored in the family?
The drama’s intense plot keeps viewers hooked every week! Don’t miss this thrilling new episode.
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#Nand #Episode73 #PakistaniDrama #FamilyDrama #Rivalry #Drama2025
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00:00ताकर आप कहीं जा रहे थे?
00:10हाँ, आफिस जा रहा है
00:13लेकिन आफिस तो हसन जा चुक है
00:17वो ये भी कहके गया था कि आज मैं आपको अराम करने थो
00:21वो आफिस में ज़रूरी काम है
00:24मेरा वाँ होना बहुत ज़रूरी इसले जा रहा हूं
00:30साकिबाब उच्से ज़रूर कुछ चुपा रहे हैं
00:34लेकिन क्यों?
00:38कुछ समझ नहीं है और आप इस तरह से क्यों कर रहे हैं?
00:42खुदा के लिए मुझ पर भावसा करें
00:44अब मुझे पहले से ज्यादा आपकी फिकर होना शुरू हो गई है
00:48आइसे आपी के बारे में बता तो तो
00:51लेकिन किसी वक्त अम्मी को आपी के लिए रुटा देख कर ये तमसोर बढ़ गई
00:57तो जिकर कर बैठेगी
00:59पिर अम्मी की हालों पिकर सकती है
01:05आपी के मिल जाने तब किसी को नहीं बताल कर
01:25साकभ आप क्या सुच। साकभ मुझे बताएँ मैं आपसे बात कर रही है
01:34झाल झाल
02:04बस जी अगर मेरे सुस्ट्राल वालों ने मेरे साथ नाइंसाफी ना की होती ना
02:12तो आज गुल्रोग के बाप का साया उसके सर पर सलामत होता
02:17ओए ओए इसका मतलब तो ये हुआ के बहुत तक्लीफें जेली आपने
02:26हक हलाल और इज़त की रोटी खिलाकर बच्ची को बढ़ा किया अगने
02:32जी बिलकुल ये जो बेटियां होती ना ये ये ये ला की रहमत है
02:38इनकी कुछ अलगी बात है वैसे इनके होने से जो माएं हैं ना बड़ा मैफोस अपने हब को मैसूस करते हैं
02:48अब फूद भी अपने मूँसे
02:54अरे अरे क्या हुआ अब आप आप रो क्यो रहे हैं
03:01मैं कुछ नहीं गए हैं जैसे ये पुरानी बातें याद आ गए थी अरे तो पिर जबान पर नहीं आए ना
03:11दुख बाटना तो वैसे भी बहुत अच्छा होता है मेरी बेहन
03:15मुझे अपने ही समझे ना पुरी फाइदा नहीं है इसका
03:20बस दिल पर एक जखम सा है यही दौा करें कि वो जखम जल बहुत जाए बस यहीं है
03:30बुडिया दिल की बड़ी मजबूत है फूर देती तो हम दर्दी से बड़ी बड़ी पुते निकल वालेती मैं
03:37ले बीबी जी फ्रेश चूस लेकर आई हूं आप दोनों के लिए
03:48वो मैंने ना आपके कमरे को खुब सफाई करके चमका दिया है
03:54हर चीज नहीं है खुश्बूदार हो गया है मेरे सफाई करने से शुक्रिया
04:00शुक्री की क्या बाते आप इस घर की महमान है आपका ख्याल रखना तो मेरा फर्ज बनता है
04:06और यह आपकी चादर में सलवटे पड़ देए मैं इसको सही कर देती हूं
04:12अच्छा आपने गुर्रक की बाते तो बच्पन की बताई ही नहीं मैंने आपको हुसन की कितनी बाते बताई हैं
04:22बस क्या बताऊं आपको मैं एक ही बेटी थी मेरी माशाला बस बहुत बहुत लाड़ी और बहुत लाड़ों से पाला है मैंने उसे
04:36अरे जो खाहिश करती थी मैं तो फॉरम पूरी कर देती थी
04:41बस जी अब हला जैसे भी रहे लेकिन तरबियत मैंने अपनी बच्ची को बहुत अच्छी दी है
05:11गुल जी भावी आँ वो हासन की शेर्ट साकिप की कप्रों में आ दी थी बस वही देने आया है
05:23थैंक यू भावी
05:25हाँ वो अम्मी केरिंग थी के गुल से कहना वो में सब जूल्री मेरे पास रखवा दें ताके वो अपने लॉकर में रखीं
05:37जी बहता है
05:39जी बहता है
06:09जी बहता है
06:11जी बहता है
06:13जी भावी
06:15पुल जाण
06:19तड़ का
06:25अमने ने का बताय तुम्हें नहीं का हूँ यही किसी का एक्सिदेंट हो गया आप वहाँ गया
06:45पाकस
06:46ओ हाँ आप आप आपसिस के लड़के का एक्सिदेंट गया
06:51सारी गाँ तुसी के पांस थाग
06:55सुक्के मक्जूबा नम्बर से जवाँ को तुस नहीं हो रहा
07:09ज़राए मेरे बादी
07:10सारी तुस्टेंट नहीं हो एक्सिदेंट आप अप्सिदेंट रहें
07:26जिवा विया साम वालेकूम
07:54वालेकूम असलाम
07:56हसन, साकिप का नंबर नहीं मिल रहा, साकिप से बात करवा सकते हूं?
08:02अभी वो ओफिस क्यों है यह वो तो भर पर थे ना?
08:06नहीं, वो तो मुझे कहके गेथियम को ज़रूरी काम है
08:11ऐसा तो पुरी काम नहीं है
08:15अभी आपने साम नहीं में वालेकूम
08:17आपने साम नहीं में वालेकूम
08:19आपने साम लेक्षग
08:21आपने यह वालेकूम
08:24आपने भी साम नहीं
08:26एंजा
08:27वैवाई पनाथ
08:29प्राइश
08:31प्राइश
08:44आप करें जा रहे हैं?
08:57आप आफिस जा रहे हैं?
08:59यह नि आफिस तो हसन जा चुक है
09:02वो यह भी कहके गया था कि आज मैं आपको औराम करने तो
09:06वो आफिस में ज़रूरी प्रामने था
09:09मेरा वहना बहुत ज़रूरी इसलिए जाए है
09:11वो इसलिए जाए है
09:23साखें मसाथ सब छूट क्यों कहने रगें
09:27आखिर कहां जाने लगें आप
09:41यार भाई साब
09:43आपने इनको देखा है
09:45आपने इनको देखा है
09:47आपने इनको देखा है
09:49यार भाई साब
09:51आपने इनको देखा है
09:53यार भाई साब
10:07यार भाई साब
10:09आपने इनको देखा है
10:11जी इनको
10:13एक बार देखीजीए
10:15एक बाद देखी जिए ठीके शुक्रिया शुक्रिया बाई जान इनको देखा है एक शुक्रिया
10:33असलाम अलेकुम जार इनको देखा है कहीं देख सकते हैं आप कहीं भी नजर आई है आप देखें गोर से देखें
11:03साकी लाविट से जर्ण कुछ उपा रहा है लेकिन क्यों अगर कुछ होगा तो बताओ मैंना
11:21अफिस के लखेंगा एक सारी गात उसी के पास क्याएगा
11:33आप इस तरह से क्यों परिशान हैं बताए मुझे क्या बात है इसी कोई बात नहीं अगर होती तो हमेशा की तरह सबसे पहले तुम्हें बताता हूँ अब मुझे तेर हो रही है ओफिस जा रहो
11:55अभी वो ओफिस के लखेंगे हो तो बहर पर थे लगए नहीं वो तो मुझे कहके गेथिन को जरुभी कामा
12:05ऐसा तो प्रीकाम नहीं है आई कैस आपके सुन्दे में और अपशी की होगी हो को कर दो और देंगे हैं
12:12मैं कहरा था कि आपने टार्डिट से जीट करने के लिए प्रॉप़रली मार्केट में पैलिटेट करें
12:35प्लियूसिक देगा, इसको कॉल किस देखा?
12:40झाल्डी करने शुब्सक्राइब
12:42कि अब मैं मेटिंग में आप योगे कॉल करता हूं
12:47आप योगे कॉल करता हूं
12:48अब कॉहरे में दो काथेगा प्लीज
12:57प्लिज रखेगा
12:59आप घर पर नहीं है, तो अगर आपकी आवाज सुनती रोंगी तो आपकी कमी महसूस नहीं होगी, आप ही नहीं अपना फॉन साइट पर रखती चे, तो ना क्या रहता है कि आपको पॉर्ली मार्केट में पेनिट्रेट करना होगा, कॉंपूटिशन बहुत हाई हुचुकर है
13:29अपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपकी आपक
13:59ओमार — ओमार
14:19वहाँ जो अट्या है
14:21शैनाज
14:22शैनाज जल्दी आओ
14:25जी पेगम साइबा
14:27ओमर कोड़ के नहीं ठाल प्रवेश esta
14:28बेगम सहबा मैंने तो आज दिन से उमर बाबा को देखा ही नहीं है जाओ जाके बाहर देखो जल्दी से अच्छा बेगम सहबा देखती थी
14:35क्या हुआ खेरियत है अपनी परिशान क्यों लग रहे हैं अमर पता नहीं कहा है उसके लाप का फोटा है पेटा अमर का पूछने हूं कि कहा है उसका बाब लेने आना चाता है सुपगा वेकिन अम्मी उमर ऐसे कहा जा सकता है यह पता अपने दोस्तों के साथ गेमिंग जॉ�
15:05उदास हो रहा था, अभी तो उसके केलने को उदने के दिन है, और ये किस किसम की पावन दिया है, इस तरह से तो उसकी शक्सियत पर बहुत बुरा से बढ़ेगा नहीं, कह रहा था कि घर जाकर वापस कैद हो जाओंगा, उससे देखा नहीं क्या, इसलिए मैंने जाने का कह द
15:35बताओ में क्या करो, आप परिशान मतों, कॉल रसीब करें, और कर पूछे तो कहिएगा कि मेरे साथ थोड़ी ने के लिए बाहर निकला हाँ, मैर सिफोन आ रहा है मैं क्या करो, हलो, हाँ बेटा, वो अपनी गुल्रुक मामी के साथ बाहर गूमने निकल गया है, जरा, वो �
16:05हाँ मैं हसन से कहूंगे के वही से वह तुम्हारे गड़ छोड़ देगा हुझा है, ओके, ओके, तुदा हाँ, अम्मी आपको जांगे, मैं इसे जूट नहीं बोलना चाहिए जोट, अगर किसी अच्छाई के लिए जूट बोलना भी पड़ जाए तो इसमें कोई बुराई
16:35जब तुम्हारा दिल करें तुमको निकाल के पहन लेना है, जी? हाँ, ओकी.
17:05कि तुमने बेवकूफी की है, और वो भी बहुत बड़ी.
17:11क्या?
17:14कुछ करने से पहले, पूछने की जहमत किया करो.
17:19कुछ, बलत हो गया मजशामनी?
17:22कुछ, आज मुझे उमर की फिकर हो रही है, इसनो मुझे जाना है.
17:37चोब यह जानगे बर मुझे नहीं पताओ.
17:39क्यों फजूल की बहस करती हो, गोहर?
17:41सोया है नसीवारवा, ऐसी है जड़ाईवे.
17:55चांगीर, आपको उच देखे के दुआ को तीज देख सकते हैं, उज़े कुछ काम है.
17:58नहीं अभी नहीं, मैं उमर को लेने जा रहा हूँ.
18:01दस मेने पेरे तो आप घर आए, थोड़ देख में जड़े जाएगा.
18:14नहीं, वो दिन में कॉल कर रहा था, वो असन की बीवी के साथ निकला हो था, फोन घर पर है.
18:21आंटी के फोन आया, तो बस मुझे फिकर हो गई, काफी दिन से हैं वहाँ.
18:25ठीक है, फिर कुछ देर में जड़े जाएगा.
18:29बस थोड़ी देर में आज हो गरा भी.
18:33आपको पता है कि आप जब घर आते हैं तो आप दुआ के साथ खेलते हैं, जब तक वापस आएंगे मैं सो जाएगी.
18:39कहा ना, आज आँगा थोड़ी देर में.
18:41आज कर आप बिल्कुल टाइम नहीं दे रहे हैं हमें.
18:44पूरा दिन में आपका अंतिजार करती हैं दुआ के साथ और आप हैं कि...
18:47तुम अच्छी बरा जानती है, मैं बहुत अपसेट हैं कुछ दिन से.
18:50तुम जाना तो तुम लोगों को टाइम देगा हूँ.
18:52आज मुझे उमर की फिकर हो रही है, इसनों मुझे जाना है.
18:56जो भी आज जानगे बर मुझे नहीं पताओ.
18:59क्यों फजूल की बहस करती हो गोहर?
19:22जानगे?
19:30जानगे?
19:37जानगे?
19:44आङ सो एलएम.
19:50तुम जानती हो कि मैं बहुत अपसेट हूँ
19:52और यह जानती हो कि मेरा बहुर से कोई रिष्टा नहीं हूँ
19:58यह हमार का बाप हूँ
20:04और मेरे बच्चे की मा को वो ही है लो
20:08कहता तो वो कुछ नहीं है
20:15तेकिन अपने मा के बारे में सोचता तो होगा
20:17याद तो करता होगा ना उसे
20:21कहीं दूर उसके दिर्में खाहिश न होगी कि कभी अपनी माज से मिलेगा
20:30उसके गले लगेगा
20:33असने मुशकराते देखेगा उसे
20:37और जिस हालत में मैंने गोहर को देखा है अगर
20:43और देख लेता तो
20:46बहुत मजबूरी में मैंने उमर को एतने दिन वाँ चोड़ने का सुचा
20:56पता नहीं तुमका
21:00सब जोगी याद नहीं
21:03इस वक मुझे एक लाना तो यह भी उमर को अपने से दूब नहीं करना चाहिए था
21:13कभी कभी दिल करता है कि उमर को उसकी मा की आलत की वजह से
21:23सीने से लगा कर खूब रहूँ दिल खोल के रहूँ लेकर नहीं कर सकता हूँ
21:31जांगीर मेरे दिल, दमाग, रूम में अभी फिर तुम हूँ
21:38हलती से बोहर का नाम जबान से किसल लिया
21:45काश
21:48काश मन उसे देखा ना होता हूँ
21:53काश उसके दोनों भाईयों ने उसे देख लिया हूँ
21:59मुझे बताते भी ना ढूंटते रहते उसे
22:04खुद को समयने जांगी बहुत बुरी थी गोर, बहुत बुरी
22:11उसे उसके किये की सजा मिल रही है
22:16अगर उसे इस हालत में देख लेने के बाद में हराम से तो नहीं बैच सकता था ना
22:23जानवर को नहीं अगर इंसान अतनी गुरी आलत में देखे तो दिन दुखता है
22:32वो तो पहर इंसान है
22:34बुरी ही सही
22:38एक वक्त बोजारा मैंने उसके साथ
22:43मैंने बच्चे की माँ है
22:45सब कुछ ठीक हो जाएगा जांगी
22:49आप दीस हिम्मत करें और परेशान में तो
22:53परेशान में तो
22:57मैं सॉरी
22:59आप
23:02में आए उमार को
23:03मैं तो बाबा की कौन्हें थाएथी
23:08उपके गवाहती
23:09मैं तो बाबा की कौन्हें थायगी
23:10army उपके जान लिकाल गयी ती
23:12स्सथी में supreme मेरे जान
23:15नाई मे बिता दिया था न अक की बाबा को
23:16जो परेशान हो वह रहा हूं
23:18उमाहन नानों ने बता वियंके पाबा को UrsCH घृष narrative
23:22नानों ने क्या बोला?
23:24यही
23:25क्या आपका फोन गर गर आगे और आप मेरे सAGब भाहर गये हो
23:29हो। और भाबा ने मैं कांगया हूँ तो
23:31यह साथ गए थे मीरे घर मेरे सामान ने ने
23:34अच्छा भी टीक है, आस तो मुझे इतना मज़ा है, मैंने इती दे गेम खेला, मैं तो सब आदे घंटे के लिखेल पाता है, फ्लास बंग करके, अपर बापर उस्कून चले जाता था, अपर पता है मैं कितने पैसे जीते हैं, कितने, ये देखें, हाँ, साही से रहा है उजा
24:04अच्छा अच्छा न चाहा था एक राता है, और आज भी गुद्ट पामिया ये भूद अच्छा पामिया ये बहुत अच्छा है, आप खुद बहुत अच्छा होगा है, कैसे हैं आप? अग्षा अग्षा भारक उप तेंक्यू, आप अंदर आईए ना? नहीं, असल मैं ब
24:34एक्षिरी ये दुआ के साथ खेलता है और दुआ जल्दी सो जाती है बहुत याद कर रही है हूँ तुम्हें
24:41मैं अभी उमर ने दुआ की बहुत प्यारी प्यारी बाते बताएंगे अब तो मेरा भी दिल चाह रहा है कि मैं जल्दी से मिलू अपने हाथों में उठाओ और इसके साथ खेलू गुर्णुक मामी अब अमारे को रहे ना जरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरू
25:11सब्सक्राइब अच्छी दर्यूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूरूर
25:41अनों के जिरे सारा करने का रहा होगे
25:43शुकरे जिल्दी आगर
25:58साकित
26:02तुम यहां क्या कर रहे हो
26:06साभी
26:08जांगिरी स्वकर पर मौजूद नहीं है वो
26:11उमर को लेने गए
26:13जानता हूँ वो नहीं
26:15इसलिए इस वक सिर्फ तुमसे बात करने आया
26:19देखो साकित
26:21मुझे तुमसे कोई बात नहीं करने है
26:22और नहीं मुझे तुम्हारी कोई बात सुननी है
26:24मैं पिर भी करूँगा
26:27खुदा का वास्ता है साकित
26:30शीज से रह जाओ यहांसे
26:33एक बार आपी को माफ करता हूँ
26:36बसे एक बार उन्हें अपने दिल से माफ करता हूँ
26:40शायद फिर उनकी यह सज़ा
26:42यह अजियत थोड़ी कम हो जाए
26:46और वो हमें मिल जाए
26:49मैं जानता हूँ
26:52आनता हूँ उनकी वज़ा से मैंने तुम्हारे साथ जाने अंजाने में
26:57बहुत सी जयत्तिया की
27:00शाकित तुम मैं तुमसे माफी माग चुका था
27:03चाहता था कि अब तुम अपनी सिंदगी में खुश आओ
27:11लेकिन उस देन मर को टाटता देखकर
27:14मैं फिर तुमसे उलच गया
27:17बत्तमीजी की तुमसे
27:21प्लीज मुझे माफ कर तुम
27:27जांकीर नहीं देगा
27:32उसी ने मुझे बताया कि मेरी बेहन किस हाल में
27:37सडकों पे घूम रही है फिर रही है
27:42उस दिन से मैं घर पे नहीं बैटा
27:46दिन राज शान सफैर सडकों पर घूम रहा है कि एक बार
27:50एक बार कहीं मुझे मेरी आपी नजर आजाए
27:53फिर सोचा
27:55सोचा कि जब तक तुम उन्हें दिन से माफ नहीं करोगे
28:00तब तक वो मुझे कभी नहीं भी लेगी
28:03मेरे दिल में गहर के लिए कुछ मी नहीं है
28:07तो फिर बसे एक बार कहतो
28:10पर एक बार कहतो कि तुम ने उन्हें माफ किया
28:15मैंने गहर को दिल से माफ किया
28:17सिर्फ जबान से नहीं रावे
28:20लबसूर से नहीं
28:23तो दिल से माफ कर दिल से माफ कर तो
28:27तो मेरी देहन को देखा देखा देखा एको मेसे तुम्हारे आके हाल जोने
28:31साकेप मैं कह रही हूं ना
28:57झाल झाल
29:27हसन वापिस आगे ऑफिस से
29:48ना उसने कोई साकिप की बात की
29:51ना मैं उसे पूच सकी
29:52और साकिप कहा हैं क्या हो रहे हैं सब
29:58कुछ समझ नहीं आ रहा है
30:00शाहिद कुछ गलत हो रहा है
30:02नहीं बहुत गलत हो रहा है
30:08समय हसन के और किसी से डिसकस नहीं कर सकते
30:26कर सकते हो रहा है
30:28करुंग यसे बात
30:30करुंग नहीं आहा है
30:32ईपनाम
30:34यसे बेटमान
30:38तुमग रहे लिए
30:40लिए
30:42घर से निकलते ही मुझे तो ओके हैसार में देना
30:48वे सब एतमाम
30:50तुम्हारे लिए
30:51लिए
30:54घर से निकलते ही मुझे तुमों के हिसार में देना
31:00लिए लिए गारी का तरवाजा खुड़ना
31:03गर हो सके तुम्झे पैर जमीन पर ना रखने देना
31:08इतना कुछ किया तुम्हे
31:11इससे ज्यादे है तुम्हाम करना चाहिए था तुम्हारे लिए
31:15इना हज़सन
31:17इससे यह बताओ खाओगी क्या
31:22आप
31:25तो आपको तो खान देगा
31:27जी जी
31:41जब मा बाबा घर पर नहीं थे तो साथों मामु क्या करने आए थे और दों में ही रो रहे थे
32:02मुझे मिपता वे हाँ क्यू आए थे
32:26नहीं पता वो यहां क्यों आया था
32:33जांगी राप कुछ बोल के रहें
32:35कोई बात भी नहीं कर रहें
32:42क्या बोलो रापी
32:44क्या कहूं
32:47वो यहां सिर्फ यह कहने आया था कि मैं
32:50में गोहर को दिल से माप कर दूँ
32:52वो सिर्फ यही बात कर निकले यहां है थाओ कोई बात ने
33:00आप लीज कुछ खलत में समझेगा जांगी
33:02मैं कुछ खलत नहीं समझ रहा हूं
33:04तुम क्यों परेशान हो रही है
33:06खलत समझ ही नहीं सकता मैं
33:12देखो
33:14मैं
33:15गोहर के ना मिलने की वज़ा से इतना अपसेट हूं
33:19तो उस दुआ करता हूं कि वो मिल जाए
33:21अपर वो तो उसका भाई है
33:23बहुत अपसेट है वो कुछ दिनों से
33:27और जबात अफसूस हुआ था कि
33:32जब मैंने उससे देखा किस तरह तुमसे
33:35गड़गड़ा कर वोहर के लिए माफी मांग रहा था
33:38और जानता हूं कि अगर फरवा का पता होता कि वो कहा है
33:50तो वो कहा है तो वो उसके पास भी जाकर इसी तरह यड़गड़ा कर आफी मांगता उसके लिए
34:01अगर हो सके तो तुम गवहर को माफ कर दो
34:05दिल से माफ कर दो से
34:11शायद बाईयों को उनकी पहल मा को बेटी और बेटा को उसकी मा मिल जाए
34:21यह नहीं गवहर को दिल से माफ किया है
34:24अब आपको कहीं जाने के जुरूरत नहीं बस आप यहीं रहें
34:48हाँ बस देखो ना यह बच्चे है ना मुझे जाने कहा देते हैं
34:54अरे ना बड़ा खर खुला पैसा खाना पीना भी खुला
35:00माशाल्ला से एक आपके यहां रहने से इनको कोई फरक थोड़ी पड़ जाएगा
35:05हाँ भाई अल्ला इनको बहुत दे बलके जम जम जीएगे आमीन आमीन अब वैसे तुम तो इनकी बहुत पुरानी मुलाजमा होगी नहीं जी
35:19काम तो मैं सालों से इस महले में कर रही हूं मगर वो लोग न मुलक से बाहर चले गए तो मैं यहां आ गई
35:38मगर खबर महले में घर घर की रखती हूं
35:42अच्छा तो यह बताओ कि जब फरवा यहां पे थी तो उसकी कोई खेर ख़बर है तुम्हां जी बिलकुल
35:55तो क्या हुआ था असल मामला क्या था क्यों छोड़ कर गए वो
36:02समय जी मुझी न एक लड़के से दोस्ती थी
36:12क्या हुआ जी बाहां जी बाहां एक भी थарूब तो यहाँ
36:28से जी घर के अना क्या क्या जी बाहां
36:33झाल झाल
37:03झाल झाल
37:33झाल
38:03कुछ अपाइए जाग।
38:10कि अपाइए जाग।
38:17नाग। दाग।
38:33झाल झाल
39:03को या है नसीबा रभा ऐसी है जुदाई वे
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