00:00केरल एक ख्वाव की तरह कुलता है या जमीन पर बानी चलता है और बानी में आस्मान उतराता है बैक वाटर की ठेवी बुवी जीले जैसे वू गछू ले लिवो गवाहे सरियो का सुपोर चोटे शोटे जाओ मंदिर लिगंटिया दूप मेली वह यावाए
00:26सब कुछ जैसे किसी दुवा की तरह उतरता है या ये कोई जगा नहीं एसास है शायत कवी दोई से गौर्थ ओन कर देगा गया है और वजी इस सन्नाटे में जब दो नजरे ड़कराती है एक उतर की एक डप्षिन की तो कोई दिल के कोने में दी में से कुछता है
00:54क्या लटका है केरल और बंजार का मिलन हो सकता है
01:00इस सवाल सकता रहा है तुमने मुझे पूरे संफर्द परताया क्यों नहीं तुम्हें हिंदी आती है जुन्दी की बादला समन संदी उससे शारी क्यों करती मैं ये वाइदा कमने सोचाई नहीं जला मताओ अबम में दी लिमें क्या है
01:21अबी इलेसिव सीन एंजाए को नोगा है अबी इलेसिव सीन एंजाए को नोगा है
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