भारत और अफगानिस्तान के बीच बढ़ती नजदीकियों को लेकर पाकिस्तान बौखलाया हुआ नजर आ रहा है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी (Amir Khan Muttaqi) ने चौंकाने वाला बयान दिया। मुत्ताकी ने कहा, “भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते हमारी संप्रभु नीति का हिस्सा हैं... अगर किसी को परेशानी है, तो पाकिस्तान से पूछो!” यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत और अफगानिस्तान के बीच कूटनीतिक और व्यापारिक सहयोग तेजी से बढ़ रहा है। राजनैतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान पाकिस्तान पर सीधी कूटनीतिक चोट है, जो अफगानिस्तान की नई विदेश नीति के रुख को दर्शाता है।
00:00आप ये पाक्षिस्तान से पुछो, हमारे तरफ से मिश्किल ले, हमारे सीना बहुत बड़ा है, अफगानिस्तान अभी ये चाहता है, कि अखिलाप से महफूज, जो साबका चालिस सालों में, अफगानिस्तान में जो कुछ हुआ है, जुनम और जाती हुआ है,
00:19तो चार साल पहले, जब हमारा फटुछाद शुरू हुआ, तो हम हमारे तरफ से, हमारे ग्यादत के तरफ से, सारे जितना पे मखालफिन थे, जितना जुनम किया था, वो सब के लिए उमुमी आपवा, वापी एलान हुआ, पिर ऐसा लोग भी उस में शामीन था, जोनों ने ह
00:49शहादत के बाद, उसके लाशों पे, उसके अजसात पे आग लगाया, वो भी अफगानस्तान में अभी आज़ाद जिन्दगी कर रहा है, और साभी जो सदर ते, या और बड़े-बड़े वोदो वाले लोग ते, वो आभी कामल में हैं, वो सब आज़ाद जिन्दगी कर र
01:19और सब लोग वहाँ पे यह इहसास करें कि यह हमारा वतन है, और हम इदर जिन्दगी कर सकता है, क्यों खून, खून से सपा ने हो सकता है, यसलिए हम यह चाहते हैं, कि सारे लोग, जितना ववानस्तान के अवाम हैं, जितना साभी हुकुमतों में काम किया था, जो लोग हम
01:49कमद मुकाबल में कड़ाता, जो और लोग उनके साथ साथ दियाता, तो हम सब के लिए मापि और इलान किया, अभी वही मापि के बरकत है, जो अभवानस्तान गोजबरूज करखी करता है, तिजार भी है, और हमारा तालमी अप्तवा का भी है, और साभी हुकुमत के कारकु
02:19हगी, उसके खिदमें, मख्नुम की खिदमें है और आभया, अबहे जोगला, कोई जूलम भी
02:25कर सकता है, कि एक इस्याची निजाम का ये बरकत है, कि कोई बदमाश्य को जूरयाद में
02:34कर सकता है कि मजलूम और बेचारा पर जल्म करें चाहे बड़ा हो या चोटा हो अगर आप दे के हमारे हुजरा हमारे गुवर्नर उसकी आगे और पीचे कोई गाड़ी नहीं जाता है हम खुद बाद आवकाद मसेकल में काबल में धिर्श कर रहा है गर से वजारत तक है अलहम
03:04करों गरों मसला गरों करने के बाद लोग आगाम जिन्दगी करता है यह हमारे लिए अवलियत का हक रखता है और आपने जो सवाल किया सर्माए गुजारों के लिए अभी अमन ऐसा अमन है कि राद दिन तिजार हो डिपलोमात हो आवाम हो वो सब आर तरफ जा सकता है कोई �
03:34अब ये चार सालों में बहुत सारे लोग है जो यूर्ब से आया है जो आविम मान मस्दीक मालिक से आया है जो आरब मालिक से आया है कोई एक प्ला� certa मिश्किल के वा है तो इसलिए या स्व
03:37है जो यूरब से आया है जो यही ममा नज्दीक मौमालिक से आया है जो आरब मौमालिक से आया है कोई एक भी अलहांदुल्या मुश्किल के साथ रूबरू नहीं हुआ है तो इसलिए यह सुबूत यह है कि सब आ सकता है और कानून के ताहत काम कर सकता है और उसके लिए जमिन
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04:28एब
04:29अजखैकनraszam
04:31प्रफिसे पुरावास है जब से आप निए चुछान है जब से आप निए चुछान आये जब से पाकिसान के साथ अवानितान के सब्सक्राइब बहुत जादा पर गेए है।
04:52अच्छान चर्फिक आरा है जब से अच्छान आप यह पुछागी लिए है जिए आप लोगों के सब्सक्राइब से जादा पर गेए है।
05:00अच्छा आप यह पाक्षिस्तान से पूछो हमारे तरफ से मिश्किले हमारा सुना बहुत बगट बढ़ा है।
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