Aaj Ka Panchang Today: कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर 14 अक्टूबर 2025 मंगलवार का दिन पड़ रहा है। अष्टमी तिथि दोपहर 11:11 बजे तक रहेगी, उपरांत नवमी तिथि लग जाएगी। वहीं, आज शिद्धि योग सुबह 04:10 बजे तक रहेगा। साथ ही आज पुनर्वसु नक्षत्र दोपहर 11:55 बजे तक रहेगा। आचार्य अजय द्विवेदी जी से जानिए मंगलवार का पंचांग, राहुकाल, शुभ मुहूर्त और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय।
00:11प्यारे मित्रों जैश्याराम जैमातादी मित्रों आज आप से चर्चा करते हैं आज का पंचांग
00:17आज है 14 अक्टूबर 2025 आज का दिन है मंगलवार कार्तिक मास के क्रश्टन पक्ष की अश्टमी तिथी है विक्रम शंबत 2022 है
00:30मित्रों पंचांग को प्रारंब करें उश्य पूर्ब उन सभी भक्तों को बहुत बहुत सुपकामना जिन लोगों का हयात जनम दिन
00:38इसके साथ ही उन सभी भक्तों को भी हार्दिक सुपकामना जिन लोगों की महरेज इनवरसरी है महादेव की मंगल में क्रपा आप लोगों को उपर नित्त निरंतर बनी रहे तो आईए प्रारंब करते हैं आज का पंचांग आज के शूरोदय के साथ में
00:51आज का शूरोदय 6 बच करके 20 मिनट एम पर हो रहा है शूरोदय 5 बच करके 53 मिनट पी एम पर हो रहा है मित्रोचंदरोदय की बात करते हैं तो रात्री में 12 बच करके 25 मिनट एम पर और चंदर अस्त की बात करते हैं तो एक बच करके 50 मिनट पी एम पर चंदर अस्त होंगे
01:21चाहार बच करके दस बिनेंट पीम तक और आप सभी को बताएं कि कृष्न पक्ष्च चल रहा है
01:46मंगलवार का दिन है आज चंद्र देवता करकराशी पर विद्धिमान रहने वाले हैं और सरदेरितू है शक्षंबत उन्निश्चोश चल रहा है बिक्रम शंबत दो हजार बयासी है
01:59मित्रों आज का दिन काल 11 गंटा 32 मिनट का रहने वाला है और इसके साथ ही आज की अभिजीत महुर्त की अगर हम चर्चा करते हैं तो 11 बच करके 43 मिनट एम से ले करके 12 बच करके 30 मिनट पीम तक आज का अभिजीत महुर्त रहने वाला है
02:17आज के राहुकाल की बात करते हैं तो तीन बजे से ले करके और चार बच करके 26 मिनिट पीएम तक आज का राहुकाल रहने वाला है
02:29आज का दिशाशूल उत्तर दिशा की ओर है अत्यदिक आवश्चक नहीं है कोई कारण नहीं है तो आज उत्तर की ओर यात्रा करने से आपको बचना चाहिए
02:38मित्रों इसके साथ ही चंद्रबल की बात करते हैं तो चंद्रबल जो है ब्रशब, करक, कन्या, तुला, मकर और कुम्मराशी पर रहने वाला है
02:48मित्रों हमने आपको आज का पंचांग बताया अगर आप चाहते हैं किसी भी तरह का कोई पूजन, पाठ, यग्जी अनुष्ठान, ग्रेप्रवेश, कालशर पदोस्टी, पूजा, महामरतुन्जे मंत्र का जब, गायत्री अनुष्ठान, पित्रों की आत्मा की संतिक लि�
03:18मुखं की आत्स थांग, ङग्जी अनुष्ठान, प्योन इसके आत्स, का भी तरह काया रव्जान, ग्रेगण, पित्पर रखाना, इससाल बता की सबद़् आपको
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