Delhi से अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने पाकिस्तान पर हमला करते हुए कहा – “Afghans की हिम्मत मत आज़माओ, सोवियत, अमेरिका और NATO से पूछ लो।” उन्होंने साफ कहा कि अफगानिस्तान अब 40 साल बाद शांति और प्रगति की ओर है, और किसी को इससे दिक्कत नहीं होनी चाहिए। साथ ही, उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों को रिश्तों में सुधार का संदेश दिया।
00:00हम तो यहां पे तें तो हम ने भी सुनाया मुहतरम जबियुला मुजाहिद साभ ने रपोर्ट दिया कि काबल में एक आवास सुनाया तो रात बर उसके जो तलाश हुआ अभी तक कोई नुखसान का कोई ख़बर ने आया है और ये भी पता नहीं चला कि ये आवास क्या चिसक
00:30चिजों को दमाका दिया या कोई और कोई बात है अलबता सरहदी आलाकों में जो हमारे दूर दराज आलाके हैं वहां पे कुछ अटेक हुआ है हम उसके मुझमत करता है और हम पाकिस्तान हकुमत का ये काम एक बाग गलती समझता है
01:00इससे मसाइल हल ने हो सकता है अफगानिस्तान का तारीख गवा है कि अईसे मसाइल जोर से हलनी किया सकता है तपाहूम और मुझमत का दरोाज सह में बाग तपाहूम होना चाहिए और जो
01:19مشکلات جسم و مالک کے اندر
01:21है वो अपना
01:23مشکلات
01:24खुद हल करे जब
01:27अलह ताला ने चालीस
01:29साल के बाद
01:31अफगानिस्तान को अमन दिया
01:33अफगानिस्तान को तरकी नसिब
01:35किया इस पर कम्नियती
01:37नहीं होना चाहिए
01:38अफगानिस्तान भी इस खिते के
01:41एक अजाद मुल्क है
01:43जब उदर अमन आया है
01:45तो फिर लोग उनको क्यो तकलिफ है
01:47यह अफगानिस्तान का
01:49लोग भी हकदार है
01:51इनसान है, मसल्मान है
01:53बशर है, ताकि इसी
01:55चार सालों में
01:57जो सहलियात आया है
01:59जो अमन अमान आया है, जो तरकी
02:01आया है, जो इक्तिसाद
02:03और दूसरे शौबों में
02:04बेहतरी हाया है, उसको
02:07और भी प्रोग देना चाहिए
02:08अफगानिस्तान में अमन और तरकी
02:11यह सारे खिते के खेर में है
02:13अफगानिस्तान आपको पता है
02:15कि इस खिते में
02:17वो इतिसाल और
02:18और ट्रांजिट और इक्तिसाद
02:21का एक मरकज बन सकता है
02:23यह जोगराप्या ऐसा है
02:24कि सिंट्रल एशिया
02:27और जूनेवी आशिया के दरम्यान
02:28यह बहतरीन
02:30निजदीक रास्ता है वसल का
02:32तो इससे पाइदा होट उटाना
02:34चाहिए
02:35इस हलाद को खराब करना
02:38नहीं चाहिए
02:38हम जैसे हिंदोस्तान के साथ
02:41अच्छा तालुकाच चाहता है
02:42पाकिस्तान के साथ भी अच्छा तालुकाच चाहता है
02:45लेकिन यह तालुकाद
02:47दोनों तरफ से हो सकता है
02:48एक तरफ से तो नहीं हो सकता है
02:50इसलिए हमारा ख्वाइश ये है कि ऐसे गलती को तक्रार नहीं करना चाहिए
02:57अफगानियों का हुसले नहीं अजमाया उसको उसको ज्यादा चेणा अगर लोग करता है
03:10तो एक बार अंगरेश से पुछे फिर स्योट यूनिन से पुछे फिर अमरिका से पुछे फिर नाटो से पुछे था कि वो आपको तुला सा समझ अज़ाए कि भाई अफगानिस्तान के साथ ऐसक केल करना ये अच्छा नहीं है
03:32अफगानिस्तान का लोग अफगानिस्तान का हुकुमात अफगानिस्तान का जो मुझूद सियासत है वो मतوازिन सियासत है वो सुल्हामे सियासत है वो बरादरी चाहता है हम इक्तिसादी रवाबिट चाहता है हम डिपलमाटिक रवाबिट चाहता है जब डिपलमाटिक रव
04:02में कभी भी कोई खारीजिजी जो मिलिटरी है वह आप बिलू attentat पर लोग कबल नहीं किया है
04:11इसे बात भी कबल नहीं करता है तो यह हमारा पूसला है कि अफगानिस्तान एक अजाद
04:17आजाद खुड्मखतार मुल्क है और इससे बाद भी और खुड्मखतार होता है अगर ममालिक चाहिए
04:24क्या मारवसाद कालुकात चाहिए तो डिपलुमातिक मिशिन ना आ
04:28सकता है तो अक्तिता किसादी मिशिन में आ सकता है लेकं घुन
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