बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब भोजपुरी स्टार खेसारी लाल यादव ने भी दखल दे दिया है। पटना में मीडिया से बात करते हुए खेसारी ने कहा — “मैं चाहता हूं कि मेरी पत्नी चुनाव लड़ें। मैं उन्हें 4 दिन से मना रहा हूं। अगर वो मान गईं तो नामांकन करेंगे, नहीं तो सिर्फ प्रचार करूंगा — भइया (तेजस्वी यादव) को जिताने के लिए!” खेसारी का यह बयान बिहार की सियासत में हलचल मचा रहा है। क्या खेसारी खुद राजनीति में उतरने वाले हैं या सिर्फ प्रचार में रहेंगे? देखिए इस वीडियो में पूरी कहानी
00:00मैं चाहता हूँ कि वो लड़े, बट उनका थोड़ा सा मनाना मेरे लिए बड़ा कठीन काम हो गया है, क्योंकि एक फैमिलियर हैं, वो हाउस वाइफ हैं, दो बच्चे की मा भी हैं, और अपने बच्चों के भविशे के लिए मा हमेशा सोचती है, मैं भी यही चाहता हूँ कि
00:30नामंकं कर लोगा, देखिए मैं लड़ना था उनको, और मैं चाहता हूँ कि वो लड़े, बट उनका थोड़ा सा मनाना मेरे लिए बड़ा कठीन काम हो गया है, क्योंकि एक फैमिलियर हैं, वो हाउस वाइफ हैं, दो बच्चे की मा भी हैं, और अपने बच्चों के भवि�
01:00वाक्त दे यहां पर, और उसी में दुविधा अटका हुआ है, मैं चाहर दिन से बस मना ही रहा हूँ कि मान जाओ, अभी दो दिन वाक्त है, अभी 16-17 है, अगर मान जाएं, तो साइद मैं नामंकं कर लोगा, अगर नहीं मानी तो स्रिफ परचार करूँगा, परचार करके �
01:30लड़ो, क्योंकि परिवारी कहीं ना कहीं, परिवार की तरह हमारे और भाया की संबंद भी है, चाहिए उते जस्वी भीया हूँ या हमारे अकले भीया हूँ, तो लोग हमेशा एक परिवार की तरह हमें प्यार भी दिया है, तो मेरा परियास हमेशा से रहा है, कि मैं उस प
02:00यह शब्वाईल हूं और वैसे पुत्र के पिता हैं जिनों होने विहार की बदलाव में बहुत बड़ा एक्चेंज लाया था।
02:08लोग कहते हैं कि जंगल राज जंगल राज कहके हम लोगों ने अपने विहार को बदनाम कर दिया।
02:15बस मैं इतना ही चाहता हूँ, अभी जंडल राज मैंने क्या बोला, कि हम लोगों ने हमें करना नहीं है, बदनाम करने के लिए हमारे पस बहुत सारे सबने सब, अगर किसी को बुरा बोलना होना, तो हमारे पस सब्द बहुत हैं, लेकि अगर दो बाते आपके बारे में अच्
02:45का रीज़त कम होती है, कि निताओं ने कभी हमें जंगल राज से उभरने नहीं दिया, 15 साल से सरकार दोसरी है, उसके बावजूद भी आज भी जंगल राज की ही बात होती है, क्योंकि हमने परजिंट में कुछ किया ही नहीं है, इसलिए किसी को अगर नीचा दिखाना है, �
03:15आखर जाए, कैना है कि यνगल राजक भी आज़ से समत classicि के बावजू तो से सकती है, वो तो किताओं भी आब्ली कुछ कि है, क soupसिश सब्सक्पश कर दो किर राजस भी हमें घुर, भी आ खंऱू
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