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  • 2 days ago
क्या आप जानते हैं❓ भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का संबंध सिर्फ पति-पत्नी का नहीं, बल्कि सृष्टि के संतुलन और जीवन की समृद्धि का प्रतीक है।

🌊 जब समुद्र मंथन हुआ तो देवी लक्ष्मी कमल पर विराजमान होकर प्रकट हुईं।
💫 उन्होंने विष्णु को अपना वर चुना और तब से वे सदा उनके साथ रहती हैं।
🔱 विष्णु संरक्षण करते हैं, और लक्ष्मी समृद्धि देती हैं।

इसीलिए हर शुभ कार्य में दोनों की एक साथ पूजा की जाती है 🙏
जहाँ विष्णु हैं, वहाँ लक्ष्मी सदा वास करती हैं ✨

इस वीडियो में जानिए –
✅ समुद्र मंथन से लक्ष्मी का प्रकट होना
✅ विष्णु और लक्ष्मी का दिव्य मिलन
✅ और क्यों दोनों का साथ हमारे जीवन में जरूरी है

🙏 जय श्री विष्णु लक्ष्मी माता 🙏

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Transcript
00:00क्या आप जानते हैं भगवान विश्णु और माता लक्ष्मी का संबंध केवल पती-पत्नी का नहीं, बलकी सृष्टी के संतुलन और जीवन की सम्रिध्धी का प्रतीक है।
00:10इन दोनों के बिना संसार का संचालन असंभव है।
00:14आज हम आपको सुनाने जा रहे हैं इनकी एक अध्भुत और दिव्य कथा जो जानकर आपका हृदय भक्ती से भर जाएगा।
00:22पौरानिक कथा के अनुसार जब देवताओं और असुरों ने अम्रित प्राप करने के लिए समुद्र मन्थन किया।
00:29तब अनगिनत रतनों और दिव्य वस्तूओं के साथ समुद्र से प्रकट हुई एक दिव्य तेजस्वी देवी कमल पर विराजमान।
00:38हाथों में स्वन कलश और कमल लिये।
00:41माता लक्ष्मी जगमगाते रूप से पूरे ब्रह्मान को आलोकित कर दिया।
00:47तब ही देवताओं और रिशियों ने कहा ये हैं लक्ष्मी, सम्रिध्धी, वैभव और शुभता की देवी।
00:55जब माता लक्ष्मी समुद्र से प्रकट हुई तब सभी देवता और असूर उन्हें अपने साथ ले जाना चाहते थे।
01:02लेकिन लक्ष्मी जी ने अपने लिए स्वयमवर का आयोजन किया।
01:06सभी देवताओं में उन्होंने देखा कि जो सबसे शान्त, धैर्यवान और ब्रह्मान के पालन करता हैं, वहीं है भगवान विश्नु।
01:16उन्होंने विश्नु को अपना वर चुना और उनके वक्ष स्थल में सदा के लिए स्थान प्राप किया।
01:22इसलिए विश्नु को श्री पती कहा जाता है।
01:26अर्थात, श्री यानि लक्ष्मी के पती, कहा जाता है जहां विश्नु हैं, वहां लक्ष्मी अवश्य होती हैं।
01:34विश्नु संसार की रक्षा करते हैं और लक्ष्मी उस संसार को संब्रिध बनाती हैं।
01:41विश्नु धर्म और नीती के प्रतीक हैं और लक्ष्मी वैभव और संपन्निता की देवी।
01:47इसलिए हर शुभ कार्य में दोनों की एक साथ पूजा की जाती है।
01:52अगर केवल धन हो और तो मित्रो विश्नु और लक्ष्मी केवल देवता नहीं हैं,
01:58बलकि जीवन के दो आधार हैं, संग्रक्षन और सम्रिध्धी।
02:03उनकी कृपा से ही जीवन में सुख, शान्ती और सौभाग्य प्राप्त होता है।
02:09जैश्री विश्नु लक्ष्मी माता, अगर धर्म नहो तो जीवन असंतुलित हो जाता है।
02:15और अगर धर्म हो पर संपन्नता नहो तो जीवन कठिन, इसलिए विश्नु और लक्ष्मी साथ मिलकर ही जीवन को पूर्ण बनाते हैं।
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