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उत्तराखंड सरकार ने मदरसा बोर्ड भंग कर दिया है। सरकार के इस फैसले पर साधु और संत समाज के लोगों से प्रतिक्रिया आई है। साधु और संत समाज ने खुले दिल से इस फैसले की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को इससे सीख लेनी चाहिए और अपने-अपने यहां यह लागू करना चाहिए। साधुओं ने मदरसों में अनैतिक गतिविधियों का आरोप भी लगाया। कहा गया कि शिक्षा सरकार के नियंत्रण में होगी और बच्चों को देश प्रेम की भावना को पढ़ाया और सिखाया जाएगा। उत्तराखंड सरकार के इस फैसले पर आम लोगों की भी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। कुछ लोग इस फैसले की तारीफ करते तो कुछ सवाल उठाते नजर आए।
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00:00मदरसों के नाम के उपर ऐस इसलाम की दुईयाए देखर बहुत अनेतिक कारि मदरसा के आड़ में चलते थे, ऐसे ऐसे कारी कारी चलतु है जो आपसी में फ़लतु है, बहुत आपसी में पें ऑसे गारिकोर, ट्रहित कें नहीं, श्वतिन कापने दुचुका को करने आप ऐसे
00:30कर देना एक साथ Defく कतम को तो में धामी सरकार को और धामी
00:34जी को इसके लिए सादूबाद orth他的 Bella the ciel मतर, मतर सोके दवारा जो 있었 goose निज़हाद जाते थे
00:41मदर्सों के दोऱा राश्ट द्रोही जो पैदा किये जाते ते राश्ट द्रोही कम से कम उत्तराखन में पैदा नहीं हो गए वह सम्द्राखन सरकारfish के नियंतन में
00:51रहेगी मन मरजी से नहीं चलने वाली वास्तम में पूरे देश को इससे सिख्षा लेनी चाहिए प्रेड़ना लेनी चाहिए पूरे देश के सभी मदर्सा वोड़ों को सरकारों को तत्कार बंग कर देना चाहिए यह काम लागबू करके पहले ही किया था मुखमंतरी ने मुख
01:21करते देना तक रहbnता स्कार करते तो इससी में उस सिख्षly कार्या प्रेड़ना लागदा है Nee अग्मेंने विश्चलनी आप देविग ये शिक्षे का औसला पारों समार्मना अंग्योर थे प्रमाईंटे में च्वीच्छा ग्हें एक दल्म॔र भूतक्वेतिक अहक्प्र स
01:51सबसे अग्रणी अगर कोई थे ते वह मदर्सा थे मदर्सों में शिक्षा दी जाती थी तो ऐसे में मदर्सा बोड को खत्म कर देना एक सहास्थिक कदम है में धामी सरकार को और धामी जी को इसके लिए सादुवाद देता हूं धन्यवाद देता हूं ताकि वह गरीब बच्�
02:21में लेंगे जिस समाज में तरक्ति होगी चाहिए वो किसी भी जात्का हो लेकिन शिक्षा के छेतर में अगर वह तरह आते हैं मुसल्मान बच्चे हैं मदर्सों से निकल के तो मैं समझता हूं का भाइस भी अच्छा रहेगा तो दामी सरकार ने जो फैसला किया है सब को समा
02:51क्यों करते हैं और वाश्तमmer में पूरे देश को प्रेना शरूत का काम कि आए कि अधिब मदर्सों के द्वारा जिहाद पैदा किया जाते थे ती और राश्ट में उत्त्रहण में फैदा नहीं होंगे और वाश्तमर में जो सिक्ष्षा प्राप्त करना चाहते हैं वो उत्र
03:21और उन्होंने शाषात में अर्थ संगों के को के जीवन के विश्थार के लिए भी उन्होंने सिच्षा बोड़ बनाया है लेकिन वह सब सिक्षा उत्राखन सरकार के नियंतन में रहेगी मनमर्जी से नहीं चलने वाली वास्तम में पूरे देश को इससे सिक्षा लेनी चाहि�
03:51किया था मुखमंत्री ने जीज़ने मुखमंत्री ने दूसरा कदम उठा करके बहुत सरानी गाम किया है मैं उनकी गोर गोर परशंस्था करता सी नारएंदि तिवाली जी की सरकार के भक्त मैं मदस्थों को समावीश्ची सिठ्ष्या की मुख्यधारा में लाने की प्रयाश्�
04:21रहेगा यह तो आने वाले समय में मालूम पड़वाएगा लेकिन मुझे इस बात की चिंता है कि इसे जो मदर्शा
04:29education में आधुनिक्ता का समाविश हो रहा था कहीं वो गती रुक न जाए वो गती
04:36प्रवावित्तों हो जाए क्योंकि मदर्शों में जब से समाविशी सिक्ष्या का ही परिणाम था कि विभिन जाती धर्मों के लोग भी आप मदर्शों के अंदर सिक्ष्या लेने लगे थे और राजी के उपर बोज़ भी कम हो रहा था आर्थिक बोज़ भी कम हो रहा था ले
05:06अलक थालक आप किसी समाज को करेंगे उतने ही कठरता बढ़ेगी और उतना ही तनाव बढ़ेगा और उतना ही समाजिप विद्विस बढ़ेगा तो यह कदम का क्या प्रभाव रहेगा यह
05:26समझा जा सकता लेकिन ही मेरी आसंका है
05:36झाल झाल
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