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00:00तेल लगते हैं
00:01मगर सरोष अपने बेहन के बीमारी और गुर्बत के वज़े से नाइला के करीब आने से कत्राता है
00:07नाइला सरोष के खामोश को इसके बिरुखी समझ बेटते हैं
00:11और दिल में टूट पूट के साथ खुद की इससे अलग कर लेती है
00:15कहानी के जबर्दस मोल तबहता है जब नाइला को सरोष के बेहन के बारे में पता चलता है
00:20वो समझ जाती है कि जेसे ही वो भी रूखी समझ जाती है दुर दरासर कुर्बानी और मुझबूरी थी
00:26अखरी सीन में नाइला सरोष के पास आकर गहती है
00:29मुहबबत के सबसे खुबसूरत इजार कभी कभी सिर्फ खामोशी होती है
00:33और मैं तुम्हारे खामोशी को सुने चकी हो
00:35विजिस ड्रोमे की खतिताम एक सचे खामोश
00:39और मिल्लिव इस रिश्छे पर होता है
00:40जहाँ अलपास कम और हिसासाथ ज्यादा होते है
00:43जिस रामसली के हवाले से लाज़ में अपने राय की जार कमेंट करें
00:48साथ में हमरा योट्यूब का चेनल सब्सक्राइब का नमद बोली है
00:50वीवर्ज ये कहानी है जिसमें लबजों से ज्यादा खामोशा होती है
00:55ये कहानी नाइला और सुरोश की है दो ऐसी के तारू की जिन है तरक्दिय अपने बार बार करीब लाने की कोशश की
01:02मगर हलाद बार बार अलग करते रहे
01:05नाइला को एक कमगू हसास और अदास से लड़की है जो अपने खौबों के दिन्या में रहती है
01:12सुरोश एक बेहत बातूनी शोख मगर दिल का नरम ललगा है जो हर दिल को हसाना जानता है
01:19मगर अपने दर्द चुपाता है
01:21दोनों पहली बार एक लाइबरेरी में मिलते है एक अदूरी किताब की तलाश
01:25और चिन मुश्टरी का शौकिन के दर्माइन एक अजीब सी खामोश दूशी का आज़ करते है
01:30नायला के जिन्दगे में एक पुराना दुख है बच्पन में वाले दिन की अलेहदगी दो इसे दुन्या से ला तालुक कर दियाता
01:37सरोष अपने बेहन के बिमारे से लिल रहा है मकर कभी किसी के सामने जाहिर�� नहीं करता है
01:43गहरता है और बगहर किसी जहार के दुनों की दिल एक दूसरे के लिए दलकते लगते है
01:49मगर सरोष अपने बेहन के बीमारी और गुर्बत के वज़े से नाईला के करीब आने से कतराता है
01:55नाईला सरोष के खामोश को इसके बिरुखी समझ बेटा है
01:59और दिल में टूट बूट के साथ खुद की इससे अलग कर लेती है
02:03कहानी के जबर्दस मौल तबहता है जब नाईला को सरोष के बेहन के बारे में पता चलता है
02:09वो समझ जाती है कि जैसे वो बिरुखी समझ जाती है दो दरासर कुर्बानी और मुझबूरी थी
02:14आखरी सीन में नाईला सरोष के पास आकर कहती है
02:17महबत के सबसे खुबसूरत इजहार कभी कभी सिर्व खामोशी होती है
02:21और में तुम्हारे खामोशी को सुन चकी हो
02:23विजिस ड्रामे के खिताम एक सच्चे खामोश और में लिवस रिष्टे पर होता है
02:28जहां अलपास कम और हिसासाथ ज्यादा होते है
02:31जिस ज्रामेसली के हवाले से
02:33लाज़ में अपने राय की खार कमेंट करें
02:36साथ में हमरा यूट्यूब का चैनल सब्सक्राइब करना मत बोलिया
02:38वीवर्ज ये कहानी है जिसमें लफ़ों से ज्यादा खामोश होती है
02:43ये कहानी नाइला और सिरोश की है
02:45दो ऐसी के तारो की जिन्हें तक्दियर ने बार बार करीब लाने की कोशिश की
02:50मगर हालाद बार बार अलग करते रहे
02:53नाहिला को एक कमगू हसास और उदास सी लड़की है जो अपने खुआबों के दिन्या में रहती है
03:00सिरोश एक बेहत बातूनी शोख मगर दिल का नरम लड़का है जो हर दिल को हसाना जानता है
03:08मगर अपने दर्द चुपाता है
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