बिहार में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा 1 सितंबर को पटना में समाप्त हुई। 17 अगस्त से शुरू हुई इस 16 दिवसीय यात्रा ने 1300 किमी का सफर तय करते हुए 25 जिलों और 110 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया। यात्रा का मकसद SIR (Special Intensive Revision) के बहाने वोटर सूची की "गड़बड़ियों" पर सवाल उठाना था। हालांकि यात्रा कई विवादों में घिरी रही—PM मोदी और उनकी मां पर की गई विवादित टिप्पणी, हाइड्रोजन बयान, और विपक्षी एकजुटता की राजनीतिक मंच सज्जा ने सियासत को गर्मा दिया। यात्रा तो खत्म हुई, लेकिन सवाल अभी बाकी हैं।
00:00Bihar में चुनावी सरगर्मी के बीच लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की 17 अगस से चल रही वोटर अधिकार यात्रा बीते सुमवार को खत्म तो हो गए
00:10लेकिन अपने पीछे कई सियासी सवालों के साथ बवाल भी छोड़ गई है
00:14करीब 15 दिन तक चली इस वोटर अधिकार यात्रा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने लगभग पूरा बिहार नाप लिया
00:2117 अगस 2025 को बिहार के सासाराम से वोटर अधिकार यात्रा शुरू हुई
00:2616 दिनों की ये यात्रा राज्य के 25 सिलों और 110 विधान सबाक्षेत्रों से गुजरी
00:32राहुल गांधी और तेजस्वी यादव ने करीब 1300 किलो मीटर की दूरी तै की
00:361 सितंबर 2025 को राजधानी पटना आकर ये यात्रा खत्म हुई
00:40ऐसा यार यानी Special Incentive Revision के मुद्वे को लेकर हुई इस वोटर अधिकार यात्रा पर BJP लगातार, कॉंग्रेस और RJD पर हमलावर रही
00:49लेकिन वोटर अधिकार यात्रा पर सवालों का खेरा तब और बढ़ गया जब दर्भंगा में कॉंग्रेस की रैली के दौरान मंच से PM मूदी और उनकी मा को लेकर भिवादर टिपणी की गई
00:58जिसके बाद BJP और इंडिये दल के नेताओं ने कॉंग्रेस RJD के खिलाफ मोर्चा खोल दिया
01:04लोग तंत्र को इस तरह सरमसार कॉंग्रेस और मा गटवंदन के लोगों ने किया
01:09और मा बहन की गाले आदर ने प्रधान मंत्री जी को दिया
01:13और जिस पीड़ा में आदर ने प्रधान मंत्री जी थे हम लोग भी उस पीड़ा को एहसास कर सकते हैं
01:21देखे राहुल तेजस्जी देश की आदर ने प्रधान मंत्री जी के स्वर्गिये माता जी को अपमानित करा रहे है