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Dive into Episode 106 of “Mohabbat Ek Saza” (Urdu‑dubbed Turkish drama “Asla Vazgeçmem”). In this episode, newly revealed truths threaten Yiğit and Nur’s bond as hidden agendas emerge, pushing them to a turning point that could define their future.

► Cast Highlights:
– Yiğit portrayed by Muneeb Butt
– Nur portrayed by Anmol Baloch

► Creative Team:
• Writer: Zanjabeel Asim
• Director: Zeeshan Ahmed
• Production: 7th Sky Entertainment
• Original Story: Turkish drama “Asla Vazgeçmem” (“I Never Give Up”)

► Why Watch:
- Secrets unravel, alliances are tested, and love is put on trial — expect emotional tension and dramatic confrontations.
- Approximate run time: 40–45 minutes

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#MohabbatEkSaza #Episode106 #UrduDub #TurkishDrama #MuneebButt #AnmolBaloch #AslaVazgeçmem #7thSkyEntertainment
Mohabbat Ek Saza
Episode 106
Urdu Dub
Turkish Drama
Asla Vazgeçmem
Muneeb Butt
Anmol Baloch
Zanjabeel Asim
Zeeshan Ahmed
7th Sky Entertainment
Dramatic Twist
Love and Secrets
Emotional Drama
Forbidden Love
Family Secrets

Category

😹
Fun
Transcript
00:00मेरे बच्चे
00:08सुना छोटू
00:15आपने मुझे बुलाया
00:20हाँ बेटा तुम्हे बुलाया
00:22मेरा नाम छोटू नहीं है
00:24मेरा नाम मर्थ है
00:25मर्थ
00:29मर्थ
00:31मेरा
00:33मेरा नाम हारून है
00:36तुम्हारा दोस्त
00:39तुम्हारे बाबा से बहुत करीब रिष्टा है
00:42मेरा मेरे बच्चे
00:43मेरे बाबा आपको जानते है
00:45देख रही है अली साहब को
00:50उन्हें अपने बेटे को छोड़ने की जहमत तक नहीं हुई
00:52सारी रात उस औरत के बारे में जो सोचते रहते हैं अरब नीन पूरी हो रही है
00:55उस पर दिहान मत दो
00:56कल मैंनों से खूप सुने
00:58उसका दिल दुखाओगा
00:59मुझे ऐसा नहीं लगता
01:00तुम उसके बचाज बेगरत के बारे में पर सूचो जो मारे सर पर मुझे लगते हैं चुहे की तरह आता जाते हैं में उसके बार में क्या सोचना होना ना होना बराबर ही है अभी ऐसा ही है
01:16जल्दी अपना सर उठाएगा अब तो भरुसा नहीं कर रही न अब ये किससे बात कर रहा है यहां मर्द
01:27ये यहां कैसे क्या मर्द को फॉरण यहां लेकर आवा ली न मर्द
01:46क्या अल्ला चलो यहां से चलो आंटी रात में अच्छी नीद आई होगी न आपको कुछ हो तो मुझे कॉल कीजेगा देखेगा आइस्ता इस्ता मना लेंगे अमीर को फिकर मत कीजेगा ठीक है इंशाल्ला मेरी जान इंशाल्ला
02:08चले अंटी अंदर जाएं यहां ठांडर गातिल
02:18तुम्हारी हिमत कैसी हुई यहांने की किस मुझे तुम्हारी हिमत कैसी हुई यहांने की किस मुझे तुम्हारी हिमत कैसी हुई यहांने की मर कुछी गाए तुम्हारी मत कर आज मैं तुम्हारी मैं जाने लूगी तुम्हारी
02:36खूँ थीड जिदा नही नहीं कंको जिर्द कि होंगी जोड की उनि पर फोड़िया यह खोड़ों।
02:51जिल्दी आओ हमिरी मादवडी खूड़ दिभी उनि औरisia mixture हों गारि मेरे उसकित Mr. Harag
03:01फोझ मैं ूचल सकते मेरी आथ से
03:02अलीशादी सरिया?
03:03मझे लटो
03:04अल्न अन्छल खाँ गया दिया कि है
03:06अली बर्बाद कर द McMahon
03:15वाम 5
03:15अजैं यह है क्षै कि मा हाद अलीग्या
03:18हिंवाल जडी थे विंब भास
03:22अड्च आ से अलीबे हाद बहुत मैं अपक alm
03:27ठीखत चुक्ता धूली इसे मेरे हमाल करता इस बस खला बस चले चले हम अंदर चले चले अमी छोड़े क्या हो आपका
03:38यह मेरे यह मेरे पेटे को ते दे रप इटी और उसे और उसे कहना के
03:47अली अली इन्हें सास नहीं आरे जल्दिया हूँ
03:54मैं अंबुलंस बनाती हूँ
03:58पीठा पीठा पीठा पीठा है लो फॉरन एक अंबुलंस चाहिएक अमिजंसी है
04:10पीठा पीठा
04:13पिचतावा है मुझे
04:21बहुत जदा
04:28चाहता हूँ
04:32मालूम है मुझे
04:37कि खुद भी मुझे माफ नहीं करेगा
04:41झाल झाल
05:11झाल झाल
05:41झाल
06:11बहुत अफसोस हुआ
06:12आपके करीमे थे क्या
06:14बाबर
06:16हमारा कोई तालुक नहीं है
06:17एक बेसारा आद्मी था बस
06:20ले जाएए बस इससे आप लोग
06:22ठीक है सर्थ
06:22तो मलशे हुए हो ना
06:44मैं जानती हो
06:46काश मैं तुम्हें बता सकती तुम्हें क्या कहना चाहिए
06:50और क्या करना चाहिए इस वक
06:53ये बाप और बेटे की कहानी कि इतनी जखमी और ठूट भूट का शकार है
06:57मैं भी अभी तुम्हारे जस्पात को पुरी तरह से नहीं समझ सकती
07:01मेरी चान अपने आँसों नहीं रुको
07:06रोलो
07:07बहने दो इने
07:11ना साल की उमर में अपने मा को खोने वाले उस बच्चे के लिए बहने दो इने आली
07:23मैं हूँ ना
07:24तुम्हारे गले लग के रोने के लिए हूँ मैं
07:27आयतुल साहिबा को हुआ क्या है
07:48मुझे तो फुद समझ नहीं आरा कि अचानक से उन्हें क्या हो गया
07:50बस अली साब कहीं गए ना हूँ
07:52देखो अली सर यहीं है
07:57फिर से यहीं मुसिबत है
08:01अगर तुम चाहो तो मैं बगएर उके बात करती रहूंगी
08:14मैं तुम्हारे बदा सकती हूँ कि वो नौ साल का छोटा सा लर्का जिससे इतने दुख मिले हूँ
08:20वो मुझे कितना अजीज है लेकिन अगर तुम चाहते हो अली कि
08:26कुछ न कहूं और खामोश रहूं तो तुम्हें मेरे सांस लेने की भी अवास नहीं आएगी
08:31मैं तुम्हारे साथ तुम्हारी आखों से बहने वाले हर आंसू
08:36तुम्हारे साथ शेयर करूंगी अली
08:40मुझे बस तुम तुबारा अपनी ताकत बनने दो अली
08:44तुम्हारी आखों के आंसों मेरे है
08:51तुम्हारे दिल कर दर्द मेरा है
08:55तुम्हारे सारे जखम मेरे हैं अली
08:58ये तो अली साहब को पीछा ही नहीं छोड़ती
09:05अब हम क्या करें
09:07अलीना साहब अने देख लिया तो कयामत आ जाएगी
09:09हमें ही कुछ करना होगा वरने तमाशा हो जाएगा
09:20अली सर अलीनस हैब आपको बुला रही है
09:27तुम्हारा शुक्रिया दूर
09:39किस मुसे आया है वो यहाँ से आया है वो यहाँ से आया है वो गातिल किस जुर्स से अमारे सामने आया है वो शाज मिता
10:05खाला, खुदा के वास्ते धूरा सा पानी पी ले जोड़ो पानी, वानी
10:12क्यों तुम लगों मुझे इस आप भी लेने दिया
10:14भू मेरी पेरत का काटिल मैं उसे मार डालोगी, जब आप रहरो यहाँ से मार डालोगी
10:21आला आपका ब्लड पिशर पहले ही बड़ा हुआ है, खुदा के वासे सुकून कर ले
10:24मेरी जाल से प्यारी मैं, वो अपने मच्छों को दिल बर के प्यार भी नहीं कर सकी
10:29तुम ने उसे मेरे हाथ से चीन लिया, क्यों तुम ने उसे चीन लिया
10:33मैं उसके टुकड़े टुकड़े करते थी, अपने हाथ उसका गला दबाते थी
10:38चले हमी, अब आप बस कर दीजिए, मेरे लिए ये दवाई का ले
10:41मार लाती मैं उसे, वो कमीना कातिल, कातिल कहां से आया, वो कातिल
10:48अली, अली, कहां से निकला ये, कहां चुमा मोरता है ये इतने सालों से, अब अमारे साब में क्यों आया, मैं से बाहर डालू, बाहर डालू कि उसे, मैं उसे डूढूँगी, पहले मैं उसे डूढूँगी, और फिर अपने आदों से टुकड़े टुकड़े कर दूगी, सुन
11:18जहन्दू में जाए मेरी बला से
11:20जहन्दू की आग में जले यारभ मलालवीन
11:24जहन्दू में जाए मेरी बला से
11:26जहन्दू में जाए
11:28नमबर उन्नीस टैकसी
11:38यह चका कहा है
11:40कहा हो सकती है
11:48नूर
11:50तुम्हारे पास ही आ रही थी मैं
11:53क्या हुआ ये कैसे शूर था
11:54वो आयतल साहिबा किसी को बद्दुआएं दे रही है
11:58और जाहिद भी अंदर चला किया बाहर नहीं आ रहा हूँ
12:00हुआ क्या है आखिर यहाँ
12:01कहीं तुमने तो कुछ नहीं किया है
12:03जाहिद को तमहारी जरूरत है इलमास
12:05अभी घर जाओ
12:06यानी तुम जानते हो
12:08उसके बाबा का इंतकाल हो ग्या
12:14उस आदमी को मेरी बेहन की पहलों में दफ़्न नहीं करणा
12:18मेरी बेहन के पास मतदफ्टा ना सुना तुमने
12:21सुना तुमने
12:23लावार इस उम्में डफ्णाओं से, मरना मैं किसी की मिश्यक्र नहीं देखूगी
12:27खाला, अम्मी के पहलों में डफ्ण होना उनकी वसीयत थी
12:30खुदा के वास से पुरसुकुन हो जाएं, कबर के ओपर भी लड़ेंगी क्या
12:33मेरा बच्चा
12:53हम बहुत चोटे थे, मैं तो बहुत ही चोटे थी
13:08मुझे याद है मैं जब भी उने देखती तो डर जाती थी
13:14तुमने कभी नहीं बताया, लेकिन मैं हमेशे देखती थी
13:19कि वो तुमें कैसे बेदर्दी से मारा करते थे
13:23खाला के साथ क्या क्या नहीं किया करते थे वो
13:27मैं देखती थी
13:29कि अम्मी और खाला उनसे कितनी खौफ सदर रहती थी
13:34उने मैंने कभी भी हस्ते हुए नहीं देखा था
13:38उस वक्त वो मुझे एक जिन की तरह लगते थे
13:42उनका सक्त चेहरा मैंने कभी हस्ते हुए नहीं देखा था उने
13:49आज पहली नजर में तो मैं उन्हें पैचानी नहीं भाई
13:53वो देव जैसा आत्मी वक्त के सासा कैसे तना शोटा होगी अली
13:59उनकी सख्मजरे कैसे देरो गई
14:04आज उन में वो देव नहीं दिखा मुझे
14:23अरे वो आत्मी तुम लोगों के सामने ही मर कहा
14:30ये तो बहुत हैरत की बात है
14:32मुझे तो लगता था कि वो बहुत पहले ही मर चुके थे
14:35इतने साल गुजर के किसी ना उनका नाम तक नहीं लिया
14:39तब कहां से आ गए वो
14:40मैंने क्यों नहीं पूछा कभी
14:44कि मा का अंतकाल हो गया लेकिन बाबा कहा है
14:46कितनी बेवकूफ हूँ मैं
14:48मुझे कभी ख्याल ही नहीं आया
14:50है वो आत्मी था कहा इतने सालों से आखिर
14:53छोड़ो ना अलमास
14:54अब वो नहीं रहे
14:56जाहिद को भी सवाल करके तव्मत करना
14:58उसके पास जाओ तो
15:00उसे जरूरत है तुमारी
15:01उसका दुच्या कर बांटो
15:03अच्छा, तो तुम इस आदमी के बारे में कुछ जानती हो
15:06अलमास पस बी करो ना
15:08जाहिद के पास जाओ उसे जरूरत हा तुमारी
15:11अच्छा, ठीक है, ठीक है
15:13जारी हूँ मैं
15:14बात करते हूं उससे, ठीक है,
15:24नंबर उन्निस तक्सी, पता नहीं जगा कहा है,
15:30नूर, क्या कर रही हो, कहीं जा रही हो क्या,
15:39वो अब,
15:40नंबर उन्निस, तक्सीम, ये कौन सी जगा है,
15:49मुझे भी नहीं पता, लेकिन मुझे लगता है या जाना चाहिए,
15:53क्या मतलब बैसका, छोड़ो ना ये सब, ये भाहत लबी कहानी है,
15:58चलो अभी जाओ ना शाम को बताती हूं,
15:59रुको रुको, तुम्हें टक्सीम की क्या समझ नूर,
16:03मैं भी सबता हूं तुम्हारे साथ,
16:05चलो, आजा फिर, रास्ते में बात कर लेंगे, आजा,
16:08प्राइब बात कर लेंगे, आजा,
16:38जाहिद
16:47जाहिद तुम्हारे बाबा का इंतकार हो गया
16:52मतलब तुम जादा करीब नहीं थे अपने बाबा से
16:58तुमने कभी उनका जिकर नहीं किया मुझे तो पता ही नहीं था कि तुम्हारे बाबा जिन्दा भी है
17:03वो जिन्दा नहीं थे
17:07हमारे लिए पहले ही मर चुके थे
17:37अली, आज हो जाहिद
18:00मैं जर अमी को दिख राती हूँ
18:05कह वली, ये लिकाता
18:27शयत, नवर ते शयत
18:34के तो उन्हें उनका हाथ पकड़ा
18:38मौका नहीं मिला
18:42अचाना की चले गए
18:46कुछ का
18:48क्या उन्होंने तुमसे
18:52अल्ला भी माफ नहीं करेगा ये का
18:56क्या हम जाएंगे अली
19:10खा जाएंगे
19:16उन्हें दफनाने के बाद उनसे कुछ बाते भी करनी है
19:20हम निभाएंगे अपना फर्स
19:26जाएंगे
19:29उनके लिए हम इत्मा तो करी सकते हैं
19:34कहीं हम गलत तो नहीं आ गए यार
19:43परिसी दिखाना क्या नमबर था उसका
19:58रुको ना मैं गिंती कर रही हूँ
20:00भूल जाओंगे
20:01वैसे सोचो जरा
20:10उस आदमी ने ये अपने बेटे को
20:12खुद क्यों नहीं दिया हम क्यों इस तरह से घूम रहे हैं
20:15ये तो नहीं पता लेकिन मैंने सोचा कि
20:17अली को कोई तकलीफ ना हो तो
20:18खुदी जाकर देख लेती हूँ मैं
20:21और पत्या नहीं कि अली के दिल में इस वक्त क्या चल रहा है
20:24हाँ, देखो, शायद हम इसी तरफ जाना चाहिए
20:28तो, कब सिला कर रही हो फिर?
20:49इस मामले में मत बोलो तो
20:50क्यों नहीं, खुद तो तुम इस मौमले से बाहरी में निकली
20:53अली साब इक शोहर है तुमारा, लेकिन फिर भी उसकी खातर तुम जासूसी कर रही है
20:57जाँ, पिर पिरूब कर दोवा है
21:07अली दुमारा से निकली तुमारा से बाहरी तुमारा से लाप कर दो है
21:12कि देखो यहीं है वो जगह यहीं का इड्रेस है यह तो मुझे कोई बाहर लग रहे हैं कहीं बुढ़े ने हमसे मजाग तो नहीं कर दिया मुझे क्या पता मीन अंतर चकर देखते हैं
21:39मैं जा कर देखता हूँ पर हमें किस से मिलना है क्या बात करनी है इस बारे में तो हमें कुछ भी मालूम नहीं है नूर
21:49हम पागल तो नहीं बन रहे हैं
21:52हो सकता है
21:53लेकिन फिर भी मैं देखना चाहिए
21:56ठीक है तुम रुको
21:57मैं जाकर देखता हूँ तुम यहीं वेट करो
21:59आदमी का नाम हारून था
22:01हारून बेग, हारून कोजान, अली कोजान
22:04जाकर पूछना पड़ेगा
22:05ठीक है
22:06मैं यहीं बेट करते हूँ
22:07ठीक है
22:08यह सब क्या है
22:36कितनी देर लगादी इसने कब आएगा यह वापस
23:06कि दिखाए नहीं देता क्या
23:13सौरी पर आप में टकर मारी है
23:16तुम मेरे राश्टे में आते हैं तुम्हें टकरा थी बेवकुफ
23:18क्या, क्या कहा तुमने
23:20अमी, क्या कहा इसने
23:22एक तो अंधों की तरह चल रही है और उपर से मुझे यह बेवकुफ कह रही है
23:25पता नहीं क्या समझती है खुद को, बहुत अजीब हो तो हो, हाँ देखो कितनी अजीब हूँ मैं, कोई मसला है? हाँ, मसला है, बोलो
23:34कितनी बत्तमीज है यह, अलमाज से भी दो हाथ आगे है कसम से
23:42श, अमीन, ऐसे मत कहो
23:44और तुम्हारे साबिक सुसरवी कैसे अजीब इनसान थे, कोई अपने बेटे को आखरी वक्त में यहां क्यों भेजेगा
23:49यह गौतिक क्या कहते है इने? छोड़ो इसे, यह बताओ कि अंदर क्या हुआ, जल्दी बताओ मुझे क्या मिला तुम्हें
23:56अंदर तो बस आमसा एक बार है, तेज आवाज में म्यूजिक लगा है, अभी सुनसान है, लेकिन शाम में यकिनन रश हो जाता होगा यहां पर
24:03मैंने अंदर जाकर बारमेन से बात की, हारुम को जान का पूछा, अली को जान का पूछा, सब कुछ पूछा, लेकिन बस वो मुझे खाली नजरों से ऐसे ही देखता रहा
24:12देखो, ऐसे तो हमें कुछ मालूम नहीं होगा नूर, यानि वो कागज अली सहाग को दो तुम, वो खुद मालूम करेंगे
24:20दे दूँगे, दे दूँगे, वैसे क्या होगा
24:38सुनो माहनूर, तुम्हारा सर्णीम क्या है?
24:39तुम्हें क्या करना है, पेजबुक पर एट करोगे?
24:42हाँ, ऐसा ही कमचलू तो, अभी यहाँ एक आदमी आया था, किसी के बारे में पूछ रहा था
24:48और उसने, तुम्हारे सर्णीम से मिलता चुलता कुछ नाम लिया था
24:52हाँ, कोजान कहा था उसने
24:55पूरा नाम लिया उसने, हारून कोजान
24:58हाँ, कोजान, यही है सर्णीम
25:01जाओ यहाँ से मेरा दिमाग खराब मत करो तो
25:03मेले था कहा था दिया तुमे
25:33हो तो शुरू कर चुके है, लिया
25:56क्या?
25:59चलो, आगे चलो
26:00आदिल बाबा भी आ गये है
26:04तुमने यह खबर दी होगी ना?
26:09मैंने बताया था
26:30क्या आप सब ने मरहुम को माफ किया?
26:52हमने पाफ किया
26:53मैंने मौफ किया
26:54मौफ किया
26:56मौफ किया
26:57आओज बिल्लाह मिन श्चाइटान र्वजीम
27:01बिस्म लाह र्रह्मान र्रहीम
27:05यासीन वाल्कुरान र्हकीम
27:09इन्न कलमिनल मौसलीन
27:12अला सुरातिल मौस्तकीम
27:15तन्जील अजीज र्रहीम
27:18बाबा कुछा के लिए छोड़ दे अम्मी को
27:28अम्मी मर जाएंगी
27:30ना करे बाबा
27:32ना करे ना करे बाबा
27:37बाबा
27:39बाबा
27:41आम्मी
27:45शड़क लाह लजीम
27:47अल्फातिह
27:49आमीन
27:53आमीन
27:55पर रहा हुआ
27:57आमीन
27:59आमीन
28:03अपी
28:05आमीन
28:07करें
28:37देखें, देखें यहां पे कितने सारे लोग आये हैं अलविदा कहने के लिए आपको, हम दोनों भी सर्फ फर्ज निभाने आये हैं अपना, ताकि अपनी मा के साथ ने शर्मिद्दा न होना पड़े हमें, देखें अपने असपास, नजर आ रहा है कोई ही रोने वाला आपके
29:07और आज, देखते हैं, देखता हूँ कि अपने कितना हिसाब देपाएंगे आप, मैं आपके लिए नहीं, यासू अपने खोय हुए बच्पन के लिए बाहा रहा हूँ, इसका भी हिसाब होगा आज की रात,
29:22हर्किस नहीं, हर्किस ये मत सूचेगा कि यासू मैं आपके लिए बाहा रहूँ, आपके जाने का दुख नहीं है मुझे, उस जिन्दगी का है जिसमे थाई नहीं बच्पन, आपके लिए नहीं, उस बच्चे के लिए, जिसकी माह का कतली, उसकी आखों के सामने हुआ था,
29:52हो धी है, फर्सकूर, तम चलो, मैं सबा हतू, तुल जाओ,
30:22देखो बेटा
30:26मैं जानता हूँ कि तुम नराज हूँ लेकिन
30:29आदिल बाबा
30:30आपने हमेशा मेरे साथ
30:33बाप की तरह सुलोग किया है
30:35नराज नहीं हुए और कुछ कहने को भी नहीं है
30:38बेटा अभी भी
30:39बात करने के लिए बहुत कुछ है
30:41उस आद्मी से तालुक रखने वाले
30:43किसी भी शक्स से मुझे तालुक रखने की ज़रूरत नहीं है
30:46अली
30:47उस लड़की की क्या गलती है
30:49बतनिसमती से उसका तालुक
30:52तुम्हारे बाप से है
30:53क्या तुम उसकी मदद नहीं करोगे
30:55इंसानियत के नाते कर दो
30:58मैं पहले ही बहुत टेंशन नहीं उसके लवार कोई टेंशन नहीं चाहिए बाबा
31:01उसका नाम मानूर है
31:03वो इस्तंबोल में अकेली रहती है
31:05मैंने
31:07बहुत कोशिश की कि उससे
31:09सिर्फ एक बार हरून से मिलवा दूँ
31:11लेकिन नहीं कर सका
31:12मैं बहुत परिशान था
31:14उसने मेरी नाक में दम कर दिया था
31:16देखो ली
31:17तुम जिस बाब की उलाद हो
31:19वो भी उसी की उलाद है
31:21अपने बाब को तो छोड़ दिया
31:22लेकिन उस लड़की को नहीं चोड़ना
31:24वो बहन ने तुमारी
31:26सुनो अली बेटा
31:28तुम नहीं जानते हैं
31:29वो किस हाल में है
31:29मैं तुम्हां बताता हूँ
31:31वो एक बार में काम करती है
31:33उसका फ्यूचर खत्र में है
31:35अली बेटा
31:37मैं तुम से छूट नहीं बोल रहा
31:39इस तरह की बाते करके
31:43मुझे इमोशनल करने के ज़रूरत नहीं आदिल बाबा
31:45देखो लिए
31:46सीधी बात करूँगा
31:48क्योंकि मैं तुमारे दिल और जमीर को बहुत अच्छी दरह जानता हूँ
31:52तुम पिर भी मदद करने के लिए तयार हो जाओगे
31:55तुम भी उसे बचाओगे
31:56क्योंकि तुम बेगो नहीं और वुलिर की बी ये कभी मुण भी मुण भी मुण
32:20तुम भी बेको सूरो और वो भी बेको सूर
32:26उसका कोई नहीं है बेटा
32:45उसके माँ पिशले में ये न मर गई
32:47वो बेकर हो गई है
32:48इस सम्बोल आई थी
32:50वो मुझे देखना भी नहीं चाहती
32:52जबान
32:53सादा
32:54तुम्हारी तरह बहुत समझदार भी
32:56उसका कोई नहीं अकेली है वो
32:59मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है अली
33:01तुम्हारा एरावा उसका कोई नहीं
33:04उसका कोई नहीं अली
33:05अगर मैं उसका बाब हूँ
33:07तो तुम्हारी बेहन है वो
33:08मैं तुम्हें हमानत देता हूँ
33:10बहरम क्या आप अपना हाथ पीछे ला सकती है
33:24लगता है आप बहुत तराओं में हैं क्योंकि कमर के पट्टे जखड़े हुए है
33:32बात सुनू मेरी अम्मी का मसाद बहुत अच्छी तरीके से करना तुम
33:35बहुत फिकर मंद हूँ मैं इनके लिए
33:37बस एक मसाज की कमी रह गई थी अलीना
33:40अम्मी ये सब बाते छोड़ दें हाँ
33:42मसाज करवाई ये अराम देगा आपको
33:44बस करो ऐसे करो
33:47मुझे बात रोब उठा की दे दो तरह
33:49ठीक है मिरे लिए भी काफी है बस
33:55अच्छे मसाज किया तुमने
33:56रहो चल्दी लाओ
33:58बहुत शुक्रिया
34:05सुकून मिल गया मुझे
34:07अम्मी अगर थोड़ा से और मसाज करवा ले थी तो सुकून मिल जाता आपको
34:15अब मुझे एक कमबर की चकड़न पसंद नहीं
34:18उधर तो देखे बड़ी मज़े चल रहा है मैडम बैटकर सामने योगा कर रही है
34:37हमें मसाज करवाता देखकर खुद भी योगा करने बैड़ गई मैडम
34:45देखे देखे शकल देखे सलाम कर रही है कितनी चलाक लड़की है ये
34:51बत्तमीज
34:52ये तो सदा से ही बत्तमीज है न मी
34:55हाँ देखे ओ अम्मा भी आ रही है बुंकी
35:05कितने जाहिल लोग हैंगे हमारे स्टेटिस कर आपकर दिया सारा
35:14चलो मैं जाके अपने जरह फून देखू
35:16नाजान कहा रह गई तुम?
35:35हाथ को बिल्कुल इस तरह से सैक उपर से ले जाना है
35:42अलमास ये सब क्या कितनी भरका है कि तुम्हें अराम की जरूरत है?
35:56जान कॉंसेंट्रेट करने दे मुझे
35:58हां ठीक तो करी हूं मैं अभी दोनों हातों को इस तरह रखना है
36:14और दोनों गुट्मों में जादा गैप नहीं होना चाहिए
36:18और कमर नीचे करके सामने देखना है
36:23पहले इस तहां से सांस भरें और फिर छोड़ दें
36:33अलमास ये सब मत करो तुम्हारे लिए बहुत खतरनाक है ये
36:36ये सब बाद में कर लेना
36:38अमी योगा कर रही हूँ योगा ताकि बच्चा सानी से हो जाए फिकर ना करें
36:42अरे अगर ऐसे बच्चे प्रदा होने लगे तो हो गया काम
36:45क्या है ये योगा मोगा मारे दौर में तो नहीं था
36:47बिना योगा के प्रदा किये मैंने तुम लोगों को
36:49को अम्मी आप क्या बोले जा रही है मैं मां फिकर ना करें मिर्यमी परिशान हो जाती है बस इन्हें योगा कर नहीं बता आप बातें छोड़कर योगा पर फोकस करें सांस लें ओकी ठीक है मैं
37:00कि अहला की कसम मुझस से ये सब नहीं देखा जा रहा
37:03किया आप अभी लॉन में नहीं है हां मुझे भी जाहिद से मिला है लेकिन लगता है वह पिदक आया नहीं है आप में आ गई हूं बस है आप में रवीट करें थी
37:21अरे अल्वाश उठो देखो सर्फश पूलरी है तुमारी चल बंड कर यह से उठो सांस लीजे है अल्मास में ठाया जा सांस नेन खुरेठी और महलक भी फचिया मेरे
37:37के अलला पूछे गष ऑसस्य अलला पूछेगा एंस ब सर्व अथ है उखे बलाया गया और या
37:44आया गया है
37:45बेटा, कल से कोई योगम होगा नियोगा, तुम चाओ अपनी घर, आठो तुम भी
37:50कासम से उनकी वज़े से मेरे बच्चे गहीं पैदा हो जाएगा
37:53इतनी टेंशन की वज़े से मेरे बच्चे वकसित पहले ही पैदा हो जाएगा
37:55तुम नहीं लो ना टेंशन, किसने कहा है तुम से, सब को छोड़ो अपनी हालत देखो बस
37:59चलो अराम से, मैं, मैं हाईएँ पारी, अराम से
38:03ये औरत इस वक्त यहां क्या करेगे
38:07आप चलिए मेरे साथ, उस औरत के यहां होते हुए अराम से नहीं बैठ सकती हूँ मैं, चलिए
38:13शुक्रिया आप चला खुदाफिस, चलो देखते हैं तुम चलो
38:19लगता है आजकर यूट्यूब वीडियो सा तो देख रही है, फ्रेग्नेंसी योगा कर रही थी बाहर
38:27ये जाहिलोग हमारे घर में कच्रे की तरह बिखरे पड़े हैं, मुझे देखते ही उसकी सांस लेना मुश्किल हो गई, फिछे खास-खास का मली न गई हो
38:37बस करो, अपने शोहर अपनी जिन्दगी की फिकर छोड़कर उसी में लगी रहती है, बहुत होगी है नासान
38:43मैं तो कसम से अपना घर नहीं अपना पा रही, इन गवार लोगों की वज़े से मुझे ये घर भी पसंद नहीं आ रहा है अब
38:49हमें जल्दी कुछ करना चाहिए नासान, मेरी बताई जगह तुमने तलाश कर ली?
38:54हाँ, बिल्कुर, बिल्कुर, बिल्कुर, बिल्के जब मैंने आपका नाम लिया तब उन्होंने थोड़ी से दल्चस्पी दिखाई, लेकिन वाँ मौझूद आरत में कोई खास रिस्पॉंस नहीं दिया, बिल्के कहा कि प्रोसीजर बहुत लंबा है, महीने से कम नहीं लग
39:24तो मच पर भरोस रखो, फिकर मत करो
39:27हाँ, अमी, मैं जाकर अपने ड्रेस निकाल लेती हूँ जरा, क्योंकि आज रात का खाना मैंने जाहिद के साथ बाहर जाकर खाना है
39:35अई, कितनी जूटी है ये
39:37जाहिद आज रात का खाना बाहर खाई ही नहीं सकता
39:40मैं अपना शेहद बारा दूट जरा सुविंपूल के सामने बैठ कर प्योंगे
39:46तुमसे मैंने कहा है, मत लगो मूँ इन लोगों के
39:50अई, अमी देखें, शेयतान के खानाओं की मीटिंग चल रही है, यहाँ पर चले हम भी बैठ जाते हैं
39:58आईए, आईए
40:00सुनो, कि थारा हो सहरा
40:07सहरा मेरी अमी के लिए तुकिश कॉफी और मेरी लिए शेहद बारा दूट लिया
40:14आईए
40:19आई
40:24चलो, अली, चलो
40:49संभालो खुद को, चलो
40:53जो होना था, वो हो चुका है
40:56चलो उतरो, शाबश, चलो
40:59क्या हुआ, उतर क्यों नहीं रहे थे?
41:11उतर तो क्यों हो भाई?
41:14क्या बात की आदिल बाबा ने?
41:17रे चार, उनसे क्या बात होगी कश्ती और पानी के लवा?
41:20कोई बात नहीं होई उनसे
41:21मुझे क्या पता बस वैसे ही पूछ लियो
41:22तुम्हें थोड़ा डिस्टरब देखा तो
41:24बस
41:28मुझे लगा तुम परिशान हो
41:31ये वक्त भी गुजर गया खेर से
41:33बाप भी मर गया हमारा
41:34एक बार फिर उन्हें दफना करा गये हैं हम
41:37और इस बार तुम अकेले नहीं मैं भी था वहाँ
41:39तुम्हें सही कहा
41:41हमारे लिए तो वो मुर्दा था
41:43और मुर्दे को ही दुबारा दफनाए हम दो रोले
41:45तो आज के बाद से कोशिश करो
41:47अस टॉपिक को दुबारा ना निकाला
41:48अब ओफिस आ गये ना
41:50चलो अब सिर्फ और सिर्फ काम की बात करेंगे
42:08अच्छा हाँ वो उस जर्मन वाले मौमले पर भी मिटिंग करनी है
42:11मुझे लगता है कुछ दूरों में सब कुछ वाज़ हो जाएगा
42:13अरे हाँ
42:14उसके डेडलाइन भी करीब है मेरे खियाल से
42:17हाँ
42:19हमने कुछ दिन पहले जर्मन्स के साथ नए डॉकुमेंट्स चेयर किये हैं
42:22तुम्हें बताना भूल गया था मैं
42:24अब गौर करती हैं इस पर
42:25दरसल इस वक्त हमारे पास तीन कमपनियों के आप्शन्स बाकी है
42:28इसके अलावे एक दो आप्शन्स और भी जिरे बहस है
42:30और एक तुर्क है जो इस चोबे का सर्वारा है
42:33वो अकेला फैसला करेगा कि किस के साथ प्रॉजेक्ट में शिराकतदारी करनी है
42:36वाँ भई
42:37वैसे उनकी अकल को दाद देनी पड़ेगी इपना बड़ा प्रॉजेक्ट करने के लिए उन्होंने अपने साथ एक तुर्क को शामल किया है
42:42अच्छा काम कर रहे होंगे वो लोग
42:44हाँ मिलकुल वो एक जबरदस एंजिनियर है कि तुम चानते हो
42:47वो जर्मनी में पढ़ा है योरप के हर कोने में काम कर चुका है
42:50बहुत अच्छा है यहां तक के पूरे तुर्किये में वो इंटेगलास के नाम से जाना जाता है
42:55क्या गैस?
42:57इंटेगलास, इंटेगलास बिटा
42:58हाँ, अब समझा है यार
43:01इंटेलिगास, ऐसे को ना?
43:04तुम जानते हो रसे ही क्या है, क्या चीज़ होती है?
43:05आम बिल्कुल, आला तरीन जहन वाला तुर्क
43:08वैसे तुम नहीं अच्छा बता है, मैं कहीं लिख ले तो उसे बातो बातो, मैं बोल दूँगा कहीं बीच
43:13लिखो लिखो, अच्छा है, मैंने उसे बैनिस बैलिटन, उबर मुबर का उर्फी नाम दे दिया है, समझ गए ना?
43:19अब आजाओ, काम पे लगें
43:20वैसे मानना पड़ेगा भई इन जर्मनों को
43:22खुब दिमाग लगाते हैं ये लोग अपना
43:25अस आदमी की आखरी ख्वाहिश तो मेरे पास रह गई है
43:31अब आप पीचाओ, अली
43:34मुझे तो लगता है, ये फिर से कोई चाल चल रही है
43:36बेशरम, जर्शरम नहीं आती से
43:40किस तरह सुबा से वेट करें ये अली साब का?
43:42इतने गौर से मत देखो इसे, कहीं ऐसा ना हो, फिर से डाट खानी पड़ जाए
43:53लो देख लो अपना फितना
44:02यहाँ दुम्हें रखा है नो, सरसुन लो ये बाते
44:06पास होने के बावजूद भी इस अबखवा सुननी पड़ती है मुझे
44:09ऐसे नूर को हमारे हाँ काम करने की आद़ तो तुमने ही डाली है ना?
44:14यार, अल्ला के वास्ते जाहिद मैं तुमसे क्या बोल रहो और तुम क्या जवाब दे रहो यार
44:17अली?
44:20सॉरी, यानि अली साहब
44:22जाहिद साहब, जाहिद साहब, अली साहब नहीं होते हैं?
44:25जाहिद साहब है तुम्हारे बोस, अली साहब नहीं
44:28और तुम, इनहीं की असिस्टेंट हो
44:31वो, मैं, जाहिद, मैं
44:48मुझे पता तुम क्यूं आई होया?
44:50अली रुको, ये वाकि तुम्हारे लिया हम है
44:53तुम रुक जाओ नूर, सुबह से बहुत शांदार लमाद गुजार रहा हूँ
44:56इसलिए मजीद कोई टेंचन देनी की सर्वत नहीं है तुम्हें मुझे
44:58काश मैं, काश मैं तुम्हारे साथ और ज्यादा रह पाती
45:01किसको मैं वकूफ बना रही हूँ तुम, हाँ
45:03हाँ सही का, तुम मेरे साथ रह पाती है और ज्यादा
45:07अगर मेरी बात मानली होती और अपनी से छोड़ दी होती
45:11और उस आदमी से उस वटने का ना करती
45:13तो हाँ तुम मेरे साथ रह पाती
45:14सही का, ये जो कुछ भी हो रहा, इसकी जिबदार सिर्फ तुम हो
45:18और कोई नहीं, मानो इसे
45:20खैर, नहीं क्या करो ये बाते
45:23क्या कह रहा था मैं तुमसे
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