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  • 5 weeks ago
Part- 03 जनसंख्या भारत वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन (GEO--भारत लोग और अर्थव्यवस्था--1--जनसंख्या वितरण, घनत्व, वृद्धि और संघटन )

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00:00:00सब्सक्ति विद्यार्थियों न glued नवस्कार, राम, रादे रादे
00:00:03दोक्तों हम बात कर रहे थे भारत जनसंख्या वितर्ण गनतव व्रदी पर
00:00:08पिछले पार्ट में हमने बात की थे
00:00:12कि भारत की विद्रण उछको प्रभावीत करने वाले कार Hebdole bought
00:00:30परिवयन के साधन भी है, उद्योग दंदे भी है, खनीज भी है, इस परकार करते हैं, हमने टोटल साथ कारकों के बारें बात के थी, एक पर फिर से देख दीजेगा, हमने यहां पर अच्छी रूप से बात की थी, यह देख सकते हैं, यहां पर हमने देखा था, साथ परकार क
00:01:00भारत्का, जनसंख्या, वित्रन, घ्रत्व, और, व्रति,
00:01:30भाग, तिन, आईए बात करते हैं, आज हमें किस पर बात करनी हैं, तो आईए देखते हैं, सबसे पहले अगर देखा जाएं, तो आप सभी को यहां प्रमानसितर को गोर से देखना होगा,
00:02:00तो यह हमारा जो शेतर है, यह कौन सा है?
00:02:04हम जलवाईयों को प्रभावित करने वाले कारक ही पढ़ रहे हैं,
00:02:34अगर हम इसमें बात करें, तो जैसा कि आप सभी जानते हैं,
00:03:00कि हमारा जो यह वाला शेतर है, यह वाला, यहां पर हमाले फैला हुआ, बाद में यही हमाले इद्रमून गूम जाता, आप जानते हैं अच्छे रूप से, और यहां पर इसमें इस परकार से पहाड़ियां हैं,
00:03:16इस परकार से पहाड़ियां आप सभी अच्छे रूप से जानते हैं, ठीक है, इसके बाद आप देखींगे, तो जो यह वाला शेतर है, यह वाला,
00:03:31यह वाला शेतर है, आप को दिहानक नहीं है, मुरू तलिये शेतर हैं,
00:04:01जलवायू की हम बात कर रहे हैं, सिर्फ किसकी जलवायू की, ठीक है, इसके अलावा अगर हम बात करें, तो हमारा जो यह वाला शेतर है,
00:04:31झाला शेतर है, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो हमारा शेतर हैं, तो ह
00:05:01यह वाला शेत्र आप जानते कौन सा है तो हम पहले हमें देखना है जो ऊपर ही उपर मैंने यहां पर लिखा है यह वाला तो यह तो कौन सा है हिमाल्य प्रवत्य शेत्र है
00:05:26यह कैसा शेत्र है हिमाल्य प्रवत्य शेत्र है जो आपको यह पहाड़ियां दिखाई दे रही है यह शेत्र कौन सा है तो हम कहेंगे यह हिमाल्य प्रवत्य शेत्र है यह आप सभी को ध्यान रखना है चलो ठीक
00:05:37इसके अलावा दोस्तो जो ये वाला शित्र है ये वाला ये कौन सा है तो हम कहेंगे ये है थार मरुस्थल
00:05:43कौन सा है थार मरुस्थल ठीक है ये शित्र कौन से हैं तो आप कहेंगे तटिय मैदान है ये
00:05:51क्या है तटिय मैदान है यह बात आप सभी को शुरूप से ध्यान एक पुचा जा सकता है आज हम कौनशे कारक पर चच्चा करने जा रहे हैं
00:06:05तो आज हम बात करने जा रहे हैं दोस्तो ध्यान एक परभावित करने वाला कारक है
00:06:18जलवायू के बारे में हमें ध्यान रखने की भारती एक जंसंक्या वित्रन को प्रभावित करने वाला दूसरा प्रमुक कार है
00:06:23भारत में जहां पर दोस्तों क्या है विशम प्रदेश है विशम प्रदेश मतलब की थोड़ी सी कठीन जलवायू है
00:06:28यानि दोस्तों या तो बहुत ज़्यादा गर्म है या बहुत ज़्यादा शेत्र है जैसे कि हम बात करें प्रवतियों शेत्र होती है विशम शेत्र है दुर्गम इलाका है उंचा शेत्र है विशम प्रदेश जैसे कि बात करें भारत में विशम प्रदेश जैसे कि सेत्र जल�
00:06:58बात करें तो कहां पर जन संग्य क्या है नहीं है लेकिन एक
00:07:11चीज का ध्यानक है बाकि जो शित्र वहां पर जन संग्या है तो आप सभी को क्या ध्यानक
00:07:15आई ये बात कर लेते हैं सब्सक्राइब पहले पॉइंट क्यों पर है तो हम कहेंगे यहां पर हम पहला पॉइंट लिखेंगे
00:07:22भारत के जंसंख्या वित्रण को भारत के
00:07:40जंसंख्या वित्रण को प्रभावित करने वाला दोसरा प्रमुख कारक जलवायू है
00:08:10क्या है तो हम कहेंगे जलवायू है जो सबसे पहले हमने इसी के बारे में देखा है दो नंबर पॉइंट के बारे में बात करें तो आप सभी को क्या ध्यानक ना होगा कि भारत में
00:08:24जहां बहुत ज्यादा ठंड है भारत में जहां सीट जलवायू है भारत में जहां सीट जलवायू है
00:08:38जुए बहारत में जहां सीट जलवायू जै से की जम्मु कश्मीर लडाक का तो नाम हम लिख नहीं सकते क्योंकि
00:08:482011 की जरिंटना की अनुसार करना की 201 में हमारे यह जम्मु कश्मीर एक राज्जय था लडाक तो इसी एका भाग होता था
00:08:55बहारत में जहां सीजलवाई जैसे कि जमुक्षमीर है, सिटकिम है, अनुनाचल परदेश है, तो हम क्यांगे बहारत में जहां सीजलवाईू है,
00:09:16बहारत में जहां सीजलवाईू, ओशन जलवाईू, यानि पश्मी राजस्तान,
00:09:42तो बहारत में जहां सीजलवाईू, ओशन जलवाईू है,
00:09:46वहाँ जन संख्या निवास करना, कम पसंद करती है,
00:10:09कम पसंद करती है,
00:10:11तो यहां पर मैंने एक साथ ही बता दिया है,
00:10:14कि कौन से शेत्र है, वहाँ पर कैसी जलवाईू है,
00:10:17और वहाँ पर जन संख्या कम निवास करना पसंद करती है,
00:10:21तो आपके सामने अच्छी रूप से देख सकते हैं,
00:10:23कि यहां पर आपने देखा,
00:10:24कि यहां पर जो थार का मुरुष्टल में वहाँ पर तो बहुत ही ज़्यादा क्या थी,
00:10:28थार के मुरुष्टल में बहुत ज़्यादा गर्मी थी,
00:10:30और आप यहां पर गए,
00:10:31तो यह बहुत ही ज़्यादा ठंडे शेतर थी,
00:10:33जैसे कि आप देखेंगे यह पीक आगया दोस्तों लास्ट में यानि कि यह एवरेस्ट की चोटी आगी बिल्कुल शीखत वाली तो इस प्रकार से यहां पर जनता रहना पसंद नहीं करती लेकिन एक तरफ दोस्तों क्या होता है कि जो हमारे भारत के उत्तर भारत का विशाल म
00:11:03उत्तर भारत का विशाल मैदान वे तटिय प्रदेश में वे तटिय प्रदेश में समान्य जलवायू पाई जाती है
00:11:26क्या पाई जाती है समान्य जलवायू पाई जाती है
00:11:38इस कारण इन शेत्रों में इस कारण इन शेत्रों में
00:11:51अधिक जन्द संक्षा निवासर करती है
00:11:57अधिक जन्द संक्षा वासर करती है तो यह बात आप सभी को जहां रखता है
00:12:15तो आप देख सकते हैं उत्रप्रदेश है विहार है पश्वि मंगाल है तो आप में जो जितने भी हमारे महान अगर है वो सारे कि सारे कहां पर पढ़ते हैं तो आप सभी राज्यों में जन्द संक्षा आधिक निवास कर रही है
00:12:25तो यह हमने सबसे पहले किसके बारे में देखा है जलवायू के बारे में देखा है उधारन के तोर पर राज्ये भी आप देख सकते हैं चलो उधारन भी यहां पर लेक देता हूँ
00:12:32तो यहां पर भी हमने एक्जाम्पल लेखे थे तो यहां पर भी हम उधारन ले देते हैं उत्तर परदेश है विहार है
00:12:44महाराष्ट्र है केरल है आप देख सकते हैं पश्यमी बंगाल है यह सभी राज्ये क्या हैं दोस्तों इन्हों अधिक जन्संक्या
00:13:01देख सकते हैं आप इन सभी राज्यों में क्या अधिक जन्संक्या है यह बात आप सभी अच्छी रुप से नोट करनी होगी नोट कर लीजेगा हमने यहां पर जलवायू क्यों भी अच्छी रुप से समझ लिया है कि जन्वायू किस परकार प्रवावित का रही है आई आ�
00:13:31आई आई आई आई आई
00:14:01ठीक है अब इसमें आप देखेंगे कि हमारा जो यह वाला शित्र
00:14:31यह वाला शित्र देख पा रहे हैं सभी और यह यहां तक ही नहीं काफी इस परकार यहां तक फाइला हो इतना ही नहीं
00:14:35यह वाला शित्र देख पा रहे हैं सभी और यह यहां तक ही नहीं काफी इस परकार यहां तक फाइला हो इतना ही नहीं है दोस्तों
00:15:01यह जो शित्र है इस परकार से यहां तक भी फैला है और यहां से इस परकार से यहां तक भी आ जाता है
00:15:08पूरा का पूरा शित्र इस परकार से हैं यह पूरा का पूरा दोस्तों यहां पर उपजाओ मिर्दा है पूरी की पूरी इसके अलावा अगर आगर बात देखोगे तो आप देख पाएंगे कि जो यह वाला शित्र है
00:15:32जो पूरा के था झाल पूरी की अलाव डाफ प्लावा गैज़ अंधित्र यहां झालावाज़ ओाएंग मिर्च देखोग यहां बालावा शित्र इस और बालाव
00:16:02यह वाला जो शित्र, डोनों शित्र आप शभी को धिखाई हैं, आएज देखते हैं, दोनों के बारे में जो � do
00:16:32ये है हमारा उत्तर का मैदान
00:16:37ये क्या है तो हम कहेंगे ये है तटिये मैदान
00:16:47ये क्या है तटिये मैदान
00:16:52तो एक तो हो गया उत्तर का मैदान, एक हो गया तटिये मैदान
00:16:56अब बाकी जो शेतर बसता है उपर वाला वेकी करके नोट करते जाएगा अरची रूची
00:17:00अब जो हम प्रभावित जनसंक्या वितन को प्रभावित करने वाला कारक अभी देखने वाले हैं
00:17:05वो कारक है मृदा
00:17:07और मृदा में हमें सबसे पहले क्या देखना होगा
00:17:12मृदा में सबसे पहले गोर से सुन लेजेगा मृदा में हमें क्या देखना
00:17:15सबसे पहली बात दोस्तों ऐसा कोई भी शेतर जहां पर नदियों के दोरा या नहरों के दोरा उपजाओ मिटी जलोड मिटी क्या कर दी गई है जमा कर दी गई है
00:17:25भारत में नद्यों के द्वरा निम्मित जो जो रोड मिती प्रियों के मैदान हैं दोस्तों वहाँ पर एक चीज़ का ध्यान के क्रिशिका अधिक जो तह हो जबीए पज़ाब का मैदान हो गया ब्रम्ति on
00:17:39कि आधिक होता है तो आप सभी कोच्छी रूप से ध्यान अखना है कि नदियों के द्वारा
00:17:50नदियों के द्वारा
00:17:56जलोड मृदा का जमाव करके जो उपजाओं मैदान
00:18:16कि निर्मित किये गए हैं इन में क्रिशी कारे अधिक होता है
00:18:39इसी कारण इन में अधिक जनसंख्या निवास करती है
00:19:02अधिक जनसंख्या निवास करती है तो सबसे पहले हमने देखा है कि यहां पर देखेंगे
00:19:23भले वो नद्यों की दोरा उत्तर भारत का विशाल मैदान हो भले दोस्तों वो तकिये प्रदेश हो यहां पर क्या है आप देखेंगे
00:19:29तो अधिक जनसंख्या रहे रहे हैं यह कारण क्या है तो उसका उधारण के सोभ देख लेते हैं उधारण कहां कहां पर नद्यों ने ऐसा कारे किया है तो उधारण के तोर पर हम एक तो लिख लेंगे
00:19:38उत्तर भारत का विशाल मेधान उत्तर भारत का विशाल मेधान और दूसरा हम देखें तो तकिये प्रदेश है या तकिये मेधान
00:19:57यह क्या है तो हम कहेंगे यह दो शित्र ऐसे हैं दोस्तों जहां पर जंसंग्या अधिक निवास कर रही है
00:20:07अब आप प्राइड इपिय शेक्तर में चले जाओ प्राइड इपिय शेक्तर की बात की जाए तो दोस्तों वहां पर काली मिट्टी अच्छी पाई जाती और वर्शा भी ठीप साख हो जाती है इस वज़े से आप देखेंगे कि ये तो जुलोड मृदा थी इस वज़े से यह
00:20:37बशात की बात करेंगे क्योंकि एक यहीं दो राज्य जाहां पर काली मिर्दा का ज्यादा जमाव है तो प्राइड इत्प्य भारत में जहां को का लिदा पाई जाती है क्यों अग्य जर् few दिख अजन्द संख्या अधिक नवास करती है
00:21:05जमसंख्या
00:21:07अधिक निवास करती है
00:21:13कि महराष्ट्रो कुजरात आएगा
00:21:16महराष्ट्रो कुजरात आएगा, ये हमने साथ साथ ही देख लिया
00:21:21लेकिन आप देख लिजे भारत की परवत्विए शित्र क्या
00:21:24भारत के जो परवत्य शेत्र वहां पर क्रिशी होगे भूमी नहीं है उपजाओ मिर्दा का अभाव है
00:21:28तो उन शेत्रों में जनसंक्या कम निवास करती है
00:21:31तो आप यहां पर हम लिख भी लेंगे
00:21:32परवत्य वैर
00:21:37पठारी शेत्रों में
00:21:43उपजाओ मृदा का अभाव होता है इस बज़े से वहां पर जम संख्या कम निवाद से करती है
00:22:05तो ये नोट कर लीजिए का हमने हम पर मृदा की रुप में भी अच्छे रुप से देख लिया
00:22:09नोट कर भी लीजिए होगा आप सब लीजिए अच्छे रुप से तो नोट कर ले फिर आगे बढ़ें
00:22:14ठीक है अगला देखिए
00:22:39झाला देखिए
00:23:09अगर हम बात करें दोस्तों तो आप देखेंगे कि भारत के अंदर यहां पर यह मांचितना हम ऐसा ही रखने वाले हैं
00:23:27क्योंकि इसमें राज्यों के बाउंडरिया आपको दिखाई दे रखी होगी
00:23:31इस वज़े से हम इसे ऐसे ही रख लेते हैं
00:23:34अगर हम बात करें तो आप देखेंगे कि हमारे यहां से एक नदी निकलती है यहां से इस परकार से बहती हुई
00:23:41अब इसके बहुत सारी सायक नदिया है
00:23:49हमारे यहां से इस परकार से बहती हुई
00:24:00यहां से आते हैं तो एक तो यह उपर से आप देखेंगे कि हमारे यहां से इस परकार से नदी निकल कर आती है
00:24:22इस परकार से खिर हमारे यहां पर भी आप देखेंगे यहां से एक नदी निकलती है इस परकार से
00:24:29ठीक, अब इसकी कई सायक नदिया है, यह देखिए, इसके लावाद जैसा कि आप सभी जानते हैं,
00:24:59इसके लावा आपने यहां से एक नदिय सुने होगी, इस परकार से,
00:25:29यहां मैंने दिश्रेसी हैं कि अब सबसे पहली बात करें यहां पर इक यकर करके
00:25:39अब सब्रक्रांगे करें सबी नधiva के बारें सुनेगा कि यह थे तो कौन सी रडि है यह
00:25:44कोंसा नदींत्र हैं और से देखेंगे यह यह जुनकीर है
00:25:57यह आपकी महानदी कौन सी नदी है यह कौन सी नदी है गोदावरी इसके नीचे वाली कौन सी अजस्ट नीचे कृष्णा यह वाली नदी कौन सी है तो यह नदी है पैनार
00:26:19यह वाली नदी कौन सी है यह वाली कवेली है नीचे नीचे कौन सी है गोई है तो हम एक तो है नर्मदा
00:26:49और हेडिंग हम लगा लिते हैं कि अब की बार जंसंख्या वितन को प्रभावित करने वाला जो कारक है
00:26:54वो है जल की उप्लब्दता
00:26:57जल की उप्लब्दता भी क्या करती है तो आप सभी को चिरुप से ध्यान रखना है
00:27:03जल की जो उप्लब्दता होती है
00:27:06वो भी हमारे यहां पर जन्शंख्या के वित्रण को प्रभावित करती है
00:27:10कैसे तो आप पताइए
00:27:24आपने देखा है यहां पर कोई नदी ही नहीं आ रही है
00:27:27यह वाला चो शेत्र
00:27:30ये पूरा का पूरा क्या है? धार का मुरुष्टर
00:27:38क्या है ये पूरा का पूरा? धार का मुरुष्टर
00:27:42इसमें नदी ही नहीं आ रही है
00:27:45तो इस पर सी बात है यहां पर जन संग क्या क्यों निवास करेगी? विजल की उपलगता ही नहीं
00:27:50सिंचाई के लिए भी नहीं है और पेन पीने के लिए भी नहीं है तो सब्सक्री बात है यहां पर जंसंग के फिर निवास करना कम पसंद करेगी तो यह आप सभी को धारगना है भारत में जहां पर प्रयाप्त वर्शा वाले शेत्र होते हैं यहां पर यहां तो प्रयाप्त व
00:28:20तसकी प्रयाप्त जल्की आश्क्ता होती है तो जहां करने हो पर धिंगों का विकास होता को
00:28:29करोंगे संद करेंगे एक सब्सक्राइब सकतर ये तो ये उद्टु करण 46 जहां पर यूप
00:28:36तपर लोगरेलτα नहीं करते अदें मैं और पकल्ण कि
00:28:45अधिका करे चक्राइब
00:28:46क्रिशे कारे और देगित पिकायों आदी में
00:29:13जल की आवशकता होती है आदी में जल की आवशकता होती है जहां पर अगला पॉइंट आएगा जहां पर
00:29:41प्रयाप्त वर्षा हो, जहांपर प्रयाप्त वर्षा, नदी घाटी शित्र हो, यहां तपिये पर्देश हो, जहां प्रयाप्त वर्षा नदी घाटी शित्र हो, नदी घाटी शित्र
00:30:11जहांँ प्रयाप्थ वर्षा नदिघाटी शित्र सित्र स्सावं के प्रदैस्तु
00:30:27जालब असानी से उपलबत हो जाता है
00:30:32उप्रव्द हो जाता है
00:30:38इस कारण
00:30:43वहाँ अधिक जन्चंख्या निवास करती है
00:30:49अधिक जन्चंख्या
00:30:58निवास
00:31:01करती है
00:31:04उधारण के तोर पर भी मैं आपको बता सकता हूं
00:31:07उधारण दे सकता हूं इसका
00:31:09उधारण ले लीजिए गरेड़ा अधिक दिल्ली कहां पर है
00:31:15मुंबई देख लीजिए दिल्ली हो गया
00:31:19मुंबई है
00:31:21चैन नहीं है
00:31:24यह कोल काता
00:31:26यह चारों क्या है भारत के महानगर है तो चारों ही देख लिए यह तो उत्तर भारत के विशाल मेदान में पड़ता है यह कहां पर है उत्तर भारत के विशाल मेदान में यहां पर बोल सकते हो किसके तट पर है यमुना नदी के तट पर आप देख सकते हैं यमुना नदी के त
00:31:56तो जल असानी से यहां पर भी उपलब्द है और जो कॉल काता हुए है हूगली नदी की किनारे हो
00:32:03तो देख सकते हैं बहारत के चार महानगर है है चारों इन महानगर यहां तो तक्षय परदेश
00:32:15पर यहां किसी नदी की तठो पर तो यह आप सबी soundsersonект नहीं है तो यहांपर दोस्तक्र magic नहीं है तो यहांपर दोस्त को नदिया
00:32:25तो यह हैं जल की उपलबदता के बारे में तो नोट कर लीजिए जल की उपलबदता उसके बाद हम आगे बढ़ेंगे
00:32:49कि नोट कर लिया होगा कि इस वज़े से आपर जादा जंसंग का निवास करती है और आप देख सकते हैं
00:32:54कर लान पर रूछले शे वचिब में जल का अभाव होता इस वज़े से यहां पर लित भी देता हूं देख सक ça
00:33:02कि हां
00:33:05के आदा
00:33:11कर दो
00:33:17
00:33:18यह रहली हम अए लग करना है
00:33:43झाल झाल
00:34:13नोट कर लीजिएगा कर भी दिया हुआ आई आगे बढ़ते हैं अगला जो हम बात करने जा रही है आई ये देखते हैं
00:34:43लोट कर box
00:34:52कर सकती है, बात आई का भी देखते हैं
00:35:13ठीक, अब जो हम बात कर रहे हैं, ये किसके उपर बात करेंगे, खनेज संसाधन पर बात करेंगे, खनेज संसाधन भी क्या करते हैं, जनसंख्या को, जनसंख्या के वित्रन को प्रभावित करने का कारे करते हैं, तो भारत में आप खनेज पेटियां, देख लिए खनेज पे�
00:35:43आपने नाम सुनाओगा करनाटक में बाबा बुधन पहाडियों के आसपस का या आपने नाम सुनाओगा बुंबई हाई का मुपई हाई,
00:35:49बॉंबे हाई बोल किते हैं मुपई हाई भी है, यह आप बात करेंगे दोस्तों, मत्या 7परदेश में आप बाला घाट शेत्र की,
00:36:13इस प्रकार से इसे बोलते हैं उत्री पुर्वी पठारी से इसे बोलते हैं दक्षनी पश्चमी पश्चमी पठारी प्रदेश
00:36:40और इसे बोल सकते हैं उत्री पुर्वी पठारी प्रदेश
00:37:10एक आपको यहां पर इस परकार से प्रदेश मिलेगा इस परकार से फैला हुआ इसे बोला जाता है
00:37:25उत्री पश्चमी परदेश एक आप जानते हैं यहां पर शेत्र है इसे बोलते हैं मुंबई हाई
00:37:42इसे बोला है यहां पर दोस्तों बहुत सारे अलग लग परकार की खनीज निकलते हैं
00:37:49खनीज संसादन की शेत्र हैं जैसे आप जानते हैं उत्री पुर्वी पठारी शेत्र के गबारे में बात करेंगी हम तो आप सभी जानते हैं उत्री पुर्वी जो पठारी शेत्र है दोस्तों ये वाला यहां पर चोटा नाकपूर पठार पाये जाता है और चोटा नाकपूर
00:38:19यहां बात करें तामबा है, सीसा है, जस्ता है, बहुत सारे खनीज निकलते हैं।
00:38:23तो उसी प्रकार से दोस्तों दक्षनी पस्विम पठारी परदेश में जाओगे नीचे, यहां पर उच्छ कोटी का लुखा निकलेगा।
00:38:30यॉरेनियम है, थोरियम है, इस परकार से बहुत सारे हैं।
00:39:00वाले परदेशों में, खने संसादन वाले परदेशों में, उद्योग धंदों को बढ़ावा मिलता है।
00:39:18इसको उद्योग धंदों को बढ़ावा मिलता है।
00:39:28जिससे रोजगार के अफसर है।
00:39:56जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:02जिससे रोजगार के अफसर पैदा होती है।
00:40:06इसलिए इन शेत्रों में इसलिए इन शेत्रों में जन्संच्या निवास करना पसंद करती है।
00:40:28जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:38जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:42जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:46जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:48जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:50जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:52जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:54जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:56जिससे रोजगार के अफसर है।
00:40:58जिससे रोजगार के अफसर है।
00:41:00कर दो कर दो गो कर दो और नहीं है
00:41:31कि एपन कर सादन के बारे में भी बात की है
00:41:43कि यहां पर आप देख सकते हैं कियोन अब हमें किस पर बात करनी होगी हिए
00:41:49द्यूग कर तो इप नमारा रहता है वह और उन सभी प्रबात करने दो शित्राइटे निवा
00:41:56और एक शित्र हमारा कौन सा रहता है तो एक शित्र हमारा रहता है प्रिवन के सादर दो चीजें रहती है तो आईए तो प्रिवन के सादरों के बारे हमें अच्छी रुख से बात करनी होगी प्रिवन के सादर कहां कहां पर जादा है उन सभी शित्रों पर हम बात करने वाला ह
00:42:26झाल झाल
00:42:56आप सबसे खास बात क्या है तो आप सभी जानते हैं कि जो ये वाला शेत्र है ये वाला
00:43:08पूरा का पूरा प्रवत्य शेत्र है ये आप जो पूरा का पूरा ये वाला शेत्र देखोगी ये वाला
00:43:26यह वाला तो यह वाला पूरा का पूरा शेत्र कैसा है प्राइजी पे भारत है बाकी सारा का सारा आप देख पारेंगे यह वाला जो शेत्र है
00:43:56यह वाला शेत्र मुरुस्तले शेत्र है बाकी आप सभी जाते हैं बाकी जो शेत्र है अले आप यह वाला ले लिजिए जैसे उधारन के तोर पर हम यहां पर बात कर लेते हैं कौन सा शेत्र यह वाले शेत्र के मैं बात कर रहा हूं
00:44:26कर दो कर दो कर далे को सिझ झानरी यह
00:44:27कर दो झानरी यह जो पिर सिर म हिर मार दिए तैक week
00:44:54यह लिजी तो यह वाला जो शित्र है आप देख पा रहे है कि रहे है तो अच्छे रोप से पहले मैं के बारे बता देता हूं आप सभी को
00:45:00कि माली शित्र
00:45:11अगा थार मुरुष्टल शित्र
00:45:20प्रायद वीद्य भारत तत्या मैदान और ये पूरा का पूरा आगया उप्तर भारत का मैदान
00:45:50प्रवत्य शेत्र होगा वहां पर उबडखाबड भूमी होगी तो उबडखाबड भूमी में क्या दोस्तों यहां पर संचार के साधनों का या नहीं किया जा सकता है क्या नहीं किया जासे
00:46:12आप जानते हैं प्रिवन के साधनों का विकास नहीं होगा
00:46:16जहांपर प्रिवन के साधनों का विकास नहीं होगा
00:46:18वहांपर क्या जंता रहना पसंद करेगी
00:46:20नहीं रहना पसंद करेगी
00:46:21तो एक चीज़ का सबसे आपको अच्छे रूप से धान रखना है
00:46:24हम बात करें किसके बारे में प्रिवन के साधन के बारे में बात करें प्रिवन के साधन भी क्या करते हैं प्रिवन के जो साधन होते हैं वो भी हमारे जंसंक्या वितन को प्रभावित करने का कारे करते हैं
00:46:38प्रिवन के साधर भी जनसांक्या वित्म को प्रभावित करने का करें करते हैं
00:46:42कैसे करते हैं तो आज़े लिख लेते हैं इसमें सबसे पहला पॉइंट हम लिखेंगे
00:46:46उत्तर भारत मैदान में
00:46:49उत्तर भारत
00:46:52मैदान
00:46:55वै
00:46:57तटिये मैदान
00:47:01उत्तर भारत मैदान वै
00:47:08तटिये मैदान में समतल भूमी का शेत्र है, यानि समतल भूमी का शेत्र है, इस कारण यहाँ परिवहन का अधिक विकास हुआ है,
00:47:35परिवहन का क्या हुआ है, अधिक विकास हुआ है, इस कारण यहाँ अधिक जन संक्या निवास करती है,
00:48:02लेकिन आप अगर देखेंगे, जो हिमाले शेत्र है और पठारी शेत्र है, यानि हम कहेंगे,
00:48:28प्रवत्यवय पठारी शेत्र में घूमी उबडखाबड होती है, यानि उबडखाबड घूमी होती है,
00:48:46जिसके कारण प्रिवान के
00:49:10साध्रों का विकास नहीं हो पाता,
00:49:22इस कारण इन शेत्रों में जन संख्या कम निवास करती है,
00:49:46आपने देखा होगा कि हमारा जो लद्दाक शेत्र है वर्तमान में या वर्तमान में जम्मुक्ष्मीर की बात करें,
00:49:56में जहां पर बड़ा उपर खाबड़ा पार इस वज़य से बहुत ज्यादा जहां पर हमें चलने में सानी उस स्थानों से हम चलते हुए आगे बढ़ते हैं और शेहरों में जाते हैं,
00:50:04इस वज़े से हमें समय बहुत जादा लग जाता है इसलिए तो भारस सरकार वर्तमान में प्रवतों को काट कर सुरंग मना रही है जो शित्र हमें यानि जो दूरी हमें सो किलोमेटर दूरी तया करनी पड़ती थी अब सिर्फ 9 या 10 किलोमेटर दूरी में हम दूसरे शहर में �
00:50:34पहले आप ऐसे घुमते चले जा रहे हैं अब सिर्फी सुरंग मना दी 9 10 किलोमेटर में वहां पूंचाएं हलांकि आदूनिक टक्निकी विकास के माधियन से कुछ भी किया जा सकता है कि अवाई जाज से चले जाए जाएं कि वियोल सामय कम लगेगा लेकिन अवाई जाज �
00:51:04नोट कर लिजेज़्िんな इसी फिर आगे बढ़ते हैंश्य कि अग Segendra जो हमारे यहां पर बात कर रहे हैंश्य कि अगला अगला है उद्ध्यों जो जन संक्या के वित्रन को परृभाविट करने
00:51:26प्रभावित करता है यह देख लेते हैं तो भारतिया मांचेतर तो आप सभी जानते हैं यह लिजिए
00:51:36कि
00:51:40कि
00:51:44कि
00:51:48कि
00:51:49अ जिए
00:52:10कि
00:52:14कि यह अब भारत में आप देखें कि दोस्तों यहां यहाँ पर कहां प्रमदलप की अधिक
00:52:18तो आप जानते हैं कि यहां पर यह वाला है यह बना �息�र नहीं है यहांपर यहां पर उद्योगों का विया प्रोह
00:52:28यहां पर प�व्यपर यह वहा है जहां पर दोस्तों यहां पर आप ढहले की अजसीका मुंट कॉछtake सिर्श विक शुका दोस्त्त मारा इiza
00:52:37बिल्ली के आसपास का शित्र NCR, यहां पर उद्योगों का विकास जादा हुआ है, आप देखेंगे दोस्तों हमारा एहमदाबाद के आसपास उद्योगों का विकास जादा हुआ है, कहां पर एहमदाबाद के आसपास भी उद्योगों का खूब विकास हुआ है, सूति वस्त
00:53:07आप जानते हैं अधिक विकास हुआ है जैसे आप जानते हैं दोस्तों यहां पर चोटा नागपुर शेत्र है कहां पर यह वाला चोटा नागपुर शेत्र है कौन सा चोटा नागपुर शेत्र है तो यहां पर उद्योगों का अधिक विकास हुआ है तो यह बहुत सारे शेत्
00:53:37सबी वर्गों के लोग वहाँ पर निवास करना पसंद खंद करेंगे
00:53:44क्योंकि दोस्तों दोबिक प्रदेशों के आज़ोसपास, रोजगार के अवसर अधिक होते हैं
00:53:50निवास करते हैं, यह बात आप सभी को च?」 से हिरुपल से ध्यान रखनी होगी
00:53:58आप सभी को क्या धान अतना है आई यह देख लिते हैं तो हम यहां पर स्परस्टूप से लिखेंगे दोस्तों कि हमारे यहां पर हम कईगे उद्ध्योगीक प्रदेशों के यहां उद्ध्योगीक प्रदेशों के ऑज़ पास
00:54:28और जोगिक परदेशों के आजपास, रोजगार के अफसर अधिक होते हैं, इस कारण सभी वर्गों के लोग
00:54:58जैसे, माल इस जैसे व्यपारी है, जैसे दोस्तों हम बात करेंगे, व्यपारी हो गया जैसे की चिकित सक्षक हो गया,
00:55:12जैसे की सिक्षक हो गया, जैसे की बैंक कर्मी हो गया,
00:55:23जैसे की हम बात करेंगे, व्यपारी है, चिकित सक्षक है, बैंक कर्मी है, यह बात करेंगे, दोस्तों, मजदूर वर्ग है,
00:55:34मजदूर वर्ग आदी, तो हम कहेंगे, उद्योगी प्रदेशों के असपास रोजगार के अवसर अधिक होने के,
00:55:44अधिक होते हैं सबी वर्गों के लोग जैसे व्यपारी, मजदूर वर्ग आदी, वर्गों के लोग रहना पसंद करते हैं,
00:55:51तो ये बात आप सभी को अच्छे रूप से ध्यान रखनी हो, लेकिन मरुस्तल ये शेत्र है, प्रवत्य शेत्र है, यहाँ पर उद्योगों का विकास नहीं हो पाता, और उद्योगी द्रिश्टी से पिछले हुए शेत्र होते हैं, इस वज़े से आपर कम जनसंचारिवास
00:56:21मरुस्तल ये प्रवत्य शेत्र है, उद्योगी द्रिश्टी से पिछले होते हैं, इस कारण यहाँ
00:56:51कम जनसंचारिवास से करती है, यह लिज़े तो हमने आप रहे के करके सभी पॉइंटों के पर अच्छे रूप से नजर डाली है, यह सारे पॉइंट आप सभी को धारक ने, अभी तक तो हमने सिर्फ
00:57:19जनसंचा के वित्रण को प्रभावित करने वाले जो भी कारक थे, उन सभी कारकों उपर हमने अच्छे रूप से बात की हैं
00:57:25तो आज हमने आये देखते हैं क्या-क्या बात væं कि रहा हैं
00:57:42और आप देख पारे हैं फिर हमने यहां पर बात की कि भारत के अंदर आप देखेंगे मैंने आपको था तोल कितने ज़ीं धतनी को प्रभाईत करने वाले कारकेहं साथ buscar aik
00:57:51एक तो दूसरे पार्ट में ही देख लिया था उचावच अब हम बात करें जलवायू कैसे प्रभावित कर रही है तो हम कहेंगे दोस्तों भारत की जो जनसंक्या वितन है उसको प्रभावित करने वाला दूसरा यह प्रमुप काड़क होता है भारत में जहां पर दोस्तों प्
00:58:21बात का विशाल मैदान यहाँ पर जो जलवायू होती है यानि ठंड भी होता है यानि रितु परिवर्टन होता रहता है समान्य जलवायू पाई जाती इस वजह से यांपर अधिक जनसंक्या निवास है करती है दूसरा कारक हमने दोस्तों यहां पर देखा था अमरिदा में
00:58:51तो इस वज़े से दोस्तों हमेशा जो हमारे मैदानी शेत्र होते हैं जो रोड मिट्टी वाले यानि उपजाओं मिर्दा वाले जो शेत्र होते हैं वहां पर अधीक जन्संक्या निवास करती है
00:59:08उधारण के तोर पर आप देख सकते हैं कि हमारे उउत्तर प्रदेश या विहार है पश्री बंगल है जो पंजाब चितर होता है इस वज़े से यहां पर भी क्या है उपजाओं मिर्दा का विश्तार होता है
00:59:28अगला पॉंट देखें
00:59:58अगला देखेंगे कि अगला प्रदेश होते हैं वहां पर आप सभी देखेंगे कि खनेश अंसादर वाले प्रदेशों के अंदर हमेशा
01:00:27अगला प्रदेश अंसादर वहां पर प्रदेश अंसादर का अच्छा विकास हो जाता है और इस वज़े से वहां पर दोस्तो जिनसंक्या जादा निवासे करती है
01:00:55फिर उद्योग उद्योग की बात करें तो आप जानते हैं उद्योगिक परदेशों के आस्पास रोजगार के अफसर अधिक होते हैं इसकारण सभी वर्गों के जो लोग होते हैं
01:01:02बले वो सिक्षकों बले वो चिकट्सकों बले वैपारी हो बले दोफ्तों वो क्या हो बैंक कर्मियो मजदूर हो सभी लोग वहां रहना पसंद करेंगे लेकिन बोस्तलिय और प्रवत्य शेत्र में वो जोगों का विकास नहीं हो पाता इस वज़े से वहां पर लोग रहना �
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