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  • 4 months ago
ऑनलाइन गेमिंग बिल से जुए पर कैसे लगेगी लगाम? देखें ब्लैक एंड व्हाइट

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00:00नमस्कार मैं हूँ अंजिना उमकर्षप और ब्लाक इन वाइट में आपका स्वागत है
00:30जिस हतियार के दम पर चीन, रश्या और भारत पर दबाव बना रहा है
00:34अब तीनों देशों ने मिलकर उसी हतियार की काट निकाल ली है
00:38तीनों देश अव्यापार और आपसी से योग की नई इबारत लिक रहे है
00:41जिससे अमेरिका समेट सभी पश्यमी देश घबराए हुए है
00:45आज हम आपको इस सिचुएशन ट्राइंगल की महशक्ती के बारे में बताएंगे
00:50इसके बाद हम आज बात करेंगे डॉनल्ड ट्रॉम्प के
00:53दे ग्रेट अमेरिकन नोबल हंट की
00:56डॉनल्ड ट्रॉम्प का फंडा एक दम क्लियर है
00:59वो अपने दूसे कारकाल में बाई हुक और बाई क्रुक
01:03जो अंग्रेजी में कहते है
01:05यानि सामदाम दंडभेद
01:07नोबेल पुरसकार हल
01:08हर हाल में हासल करना चाहते है
01:10इसके लिए वो दुनिया में हो रहे हर सेंडिस संगर्ष को
01:14रुकवाने का दावा करते है
01:15फिलहाल वो रश्य और यूक्रेन के बीच पीछे पड़े हुए है
01:18आपने ध्यान दिया होगा कि डॉनल्ड ट्रम्प के तेवर आम तौर पर काफी सक्त रहते है
01:23वो अपना काम करवाने के लिए धंकी देने से भी पीछे नहीं हटते
01:27लेकिन नोबेल की चाहत ने उन्हें सौफ्ट बना दिया है
01:30आज हम दे ग्रेट अमेरिकन नोबेल हंट पर निकले डॉनल्ड ट्रम्प के बदले हुए सुर्ण
01:35और अपने मुहमिया मिठ्थू बनने की उनकी आदत का एक प्लाक इन वाइट विशलेशन करेंगे
01:40और मेरी AI वर्जिन आज आपके पास कौन सी खबर
01:44आज मैं हरियाना सरकार के एक ऐसे फैसले के बारे में बताऊंगी
01:50जिसने जंगल की नई परिभाशा तै कर दी है
01:53कोई क्षेत्र जंगल कहलाएगा या नहीं ये दो शर्तों के आधार पर तै होगा
01:58अब इस आदेश को जंगल विरोधी माना जा रहा है
02:00क्योंकि इसके बाद कई क्षेत्र जंगल नहीं माने जाएंगे
02:04और विकास के नाम पर जब ये काटे जाएंगे तो विरोध का कोई आधार नहीं रहेगा
02:08तो आज हम सबसे पहले रशिया भारत और चीन के त्रिकोण ये साजेदारी का विशलेशन करेंगे
02:13जिनके बीच वैश्विक राजनीती का सिचुएशन ट्राइंगल बन रहा है
02:18ये सिचुएशन ट्राइंगल है क्या
02:20ये एक सिचुएशन ट्राइंगल है जिसमें तीनों देश परिस्थितियों के कारण
02:25दोस्ती और डिप्लॉमसी का एक त्रिकोण खीच रहे है
02:28और ये त्रिकोन कुछ ऐसा दिखता है इसमें भारत और रूस एक ही रेखा पर मौजूद है और रूस हमारा अगर आप देखे तो पुराना सबसे भरोसे मन दोस्तों में से एक है जिसे आप भारत का नाच्रल अलाई भी कह सकते हैं लेकिन चीन के साथ इन दोनों देशों के �
02:58के साथ चीन का सीमा विवाद भी है लेकिन इसके बावजूद मौजूदा परस्थितियों में चीन इस वक्त भारत और रूस के साथ एक सिचुएशन ट्राइंगल बना रहा तो आईए आपको बताते हैं क्योंकि आज भी चीन के विदेश मंतरी वांगी ने भारत के प्रध
03:28अमेरिका ने भारत पर 50% टारिफ लगा दिया है वांगी ने खुद प्रधानमंत्री मोदी से स्यों समिट को लेकर बात की और अब बताया जा रहा है कि स्यों समिट के लिए रूस के राश्रुपती व्लादेमिर पूतिन भी चीन आ सकते हैं और वहां प्रधानमंत्री मोद
03:58भारत चीन के रिष्टों में ऐसी चुनौतियां आई जो दोनों देशों के हित में नहीं थी जबके अजीर डुबाल ने ये कहा कि अब दोनों देशों के रिष्टों में सुधार हुआ है सीमा पर शांती और स्थिर्ता बनी हुई है याद रखिए ये गलवान के 2020 वर्ष �
04:28अज़े लिए लाज़ी ओी चाना-ईदी चाना-इथ लाज़ शेश्ट जसेफ में नहीं जानों पुनुट्स अबटार बोस अवान का रिष्टी लेख टुनुट्स अबट अबटार इष्टी इनकाना प्रूं क का अज़खेश लेश्टी चाना टुटीज इनकार अज़ी
04:58so as to advance our relationship in a healthy and sound manner.
05:04Borders have been quiet, there have been peace and tranquility.
05:08Our bilateral engagements have been more substantial.
05:12And we are most grateful to our leaders who, in Kazan, in October last,
05:18were able to set a new trend.
05:22And we have profited a lot since then.
05:25प्रश्राइब के लिए अगर किसी देश की डिप्लॉमसी को समझना हो तो उसके लिए डायलॉग को समझे डायलॉग का मतलब यह है कि वो देश आपके लिए किस तरह के शब्दों का इस्तमाल कर रहा है जैसे चीन अब तक भारत को लेकर हर मुद्दे पर असेमती जताता है �
05:55जीप्लॉमसी की डिक्ष्णरी को यी बदल दिया है और वो भारत के लिए कुछ अच्छी अच्छी बातें कर रहाए है
06:02जैसे भारत की विदेश मंत сторी एस जैय शंकल से मुलाकात के दौरान चीन के विदेश मंत्री वांगी ने यह कहा
06:08कि भारत और चीन एक दूसरे के लिए खत्रा नहीं बल्कि साझेदार है
06:13अब देखिए अभी तक की जो भाषा थी वो बिलकुल अलग होती थी
06:16अब वो कह रहें कि we are not a danger for each other
06:19we are co-participants
06:21वो कह रहें कि खत्रा नहीं हम साझेदार है
06:23वो ये भी कह रहें कि चीन भारत को प्रतिद्वन्दी नहीं
06:26बल्कि एक partner के रूप में देख रहा है
06:28भारत और चीन दोलों को अपनी असली संसादन विकास और प्रगती पर लगाना चाहिए
06:34तो ये तस्वीरे आप देख रहे हैं
06:36चीन हमारे देश के साथ इमानदारी और बराबरी के सिधान के साथ काम करने के लिए तयार है
06:41जिससे आप ये समझ सकते हैं कि इस सिचुएशन में चीन भी भारत के साथ
06:46अपने रिष्टों को सुधारने पर पूरी ताकत लगा रहा है
06:49और सीधा सा कारण ये है कि वो भारत को अपने पक्ष में करके पश्चमी देशों पर दबाव को कम करना चाहता है
06:57मैं आपको बड़ी स्क्रीम पर इसे समझाने की कोशिश करती हूँ
07:00जिससे आपको ये समझ में आएगा कि अगर भारत चीन की ये रिष्टे में मजबूती आ रही है
07:06हाला कि भारत को ये कभी नहीं बूलना होगा कि चीन क्या कर चुका है और क्या कर सकता है
07:11लेकिन इंडो पासिफिक रीजन में हर देश की आप पहले मौजूदगी देख लीजे
07:16भारत, चीन, फिलिपीन, जपान, प्रशांत महासागर में इधर देखिए
07:20और फिर आ जाईए औस्ट्रेलिया और इधर का हिंद महासागर
07:24अमेरिका और चीन के बीच सबसे बड़ा टक्राव इस शेतर को लेकर है
07:28जिसे कहते हैं हम इंडो पासिफिक रीजन
07:31ये एक शेतर इंडिया ओशन और पासिफिक ओशन दोनों को जोड़ कर बनता है
07:36और अभी अमेरिका और पश्चिमी देश इस इंडो पासिफिक शेत्र की सुरक्षा को चीन से एक बड़ा खत्रा बताते हैं
07:44और आज भी अमेरिका और चीन के बीच टक्राव की सबसे बड़ी वज़ा अगर कुछ है तो यही वो इंडो-पैसिफिक रीजन है जो हम आपको दिखा रहे हैं
07:52इसमें चीन, भारत, फिलिपीन, जपान यह पूरा जो आस्ट्रेलिया यह प्रशान्त महासागर का पूरा ख्शेत्र आता है
07:59लेकिन एक जवाना ऐसा था जब अमेरिका और पश्चिमी देशों को इस मुद्दे पर ज्यादा देशों का समर्था नहीं मिलता था
08:06और इसका कारण यह था कि उस वक्त इस पूरे इलाके को एजिया पैसिफिक कहते थे
08:13और तब देखिए इसमें कौन-कौन से देश आते थे
08:16रूस का एक हिस्सा चीन, जापान, फिलिपीन, आस्ट्रेलिया, इधर कैनिडा, अमेरिका यह सब
08:25लेकिन यह याद रखिए कि इसमें यह हिस्सा नहीं आता था
08:28जिसे हम कहते हैं भारत देश हमारा
08:32और इसलिए तब यह एशिया पैसिफिक कहते थे
08:35इसमें पूर्वी एशिया, दक्षन पूर्वी एशिया, अस्ट्रेलिया, यह तमाम देश आते थे
08:39भारत बाहर था लेकिन फिर पिछले 20 सालों में चीन बहुत ताकतवर हो गया उसे दक्षण चीन सागर में आक्रमक दावे किये उसके बाद नौसेनिक ठिकाने बनाए
08:49Belt and Road Initiative उसका जो कि अभी वी एक चुनौती है उससे हिंद महासागर तक घुसपैट शुरू कर दी
08:55अमेरिका और पश्चमी देशों को डर था कि अगर इस मुद्दे पर भारत को बाहर रखा गया तो चीन को रोकना मुश्किल हो जाएगा
09:02और यहीं से अमेरिका ने एक नया शब्द गड़ दिया जो कि अब इंडो एशिया पैसिफिक रीजिन है तो यहीं से अमेरिका ने ये नया शब्द गड़ इंडो पैसिफिक शित यह शब्द अमेरिका जापान औस्ट्रेलिया ने मिल कर दिया था जिससे एशिया पैसिफि
09:32विस्तारवादी नीतियों का विरोध किया है इसलिए हमने इंडो पासिफिक रीजिन के मुद्दे पर अपनी चिंताएं व्यक्त की और इससे वाकई में चीन पर दबाव बढ़ा
09:42क्वाड के समिट में भारत की भूमिका से चीन बहुत परेशान हुआ और इसलिए अगर आप इसको देखिए तो भारत की यहाँ पर एंट्री एक तरह से पूरा बालंसिंग पूरा इस संतुलन जिसे कहते हैं ताकत का वो इसकी वज़ा से बना लेकिन अब इस नए सिचुए�
10:12सिचुएशन ट्राइंगल जो दिनों तीनों देशों के बीच में बन रहा है भारत और रीस का तो आप समझ लीजे कि रश्या और रश्या और भारत एक ही लाइन पर हमेशा से रिस्ता रहा है हमारा अच्छा भरोसे मन फ्रेंड रहा है चीन भारत को अपने साथ लाकर पश
10:42है कि राजनीती में दोस्त या दुश्मन स्थाई नहीं होते बलकि आपके हित स्थाई होते हैं नेशन फर्स्ट सबसे पहले भारत और भारत की अगर इस वक्त स्थिती अमेरिका ने टारिफ 50% करके ऐसी लगाई है कि हमें इस स्थिती में अपनी ताकत दिखानी है तो हमें
11:12स्थितीयां भी आपके हित में हो तो उस मित्रता को स्वीकार करना चाहिए शर्ट सिर्फ इतनी है कि शत्रू से मित्रता रखते वक्त उस पर हमेशा निगरानी और संतुलन बना कर रखना चाहिए और हम तो चाहेंगे कि आखरी वाली लाइन को अंडरलाइन कर दिया जाए
11:42चाल चलने की कोशिश करता है अगर उसकी फित्रत में ये बात शामिल हो इसके लिए चाणक की नीती में ये लिखा है कि शत्रू से मित्रता करते समय उतनी ही साथदानी रखे जितनी आग के पास जाते हुए करते हैं ये फिर से सुनिए शत्रू से मित्रता करते समय उतनी ही
12:12लेकिन मित्रता करते हुए भी सावधानी उतनी ही रखिए
12:16परिस्तियां हमें चीन के साथ रिष्टा सुधारने के लिए कहती है
12:20लेकिन इतिहास हमें इन रिष्टों में सावधानी बरतने के लिए कहता है
12:24और इसलिए आज जो बड़ी बात है वही हम आपको दिखा रहे हैं और ये समझा रहे हैं कि जब हम ये रिष्टा चीन के साथ करते हैं तो हमें कैसे इस ट्राइंगल की ताकत को समझना होगा
12:33ये बात बहुत कम लोग जानते हैं कि 1998 में रशिया ने RIC बनाने का एक प्रस्ताव रखा था जिसमें R का मतलब रशिया, I का मतलब इंडिया, C का मतलब चाइना था
12:46उस वक्त इन तीनों बड़े गेर पश्चमी देशों का सबसे बड़ा मंच माना गया था
12:50साल 2002 में पहली बार RIC के विदेश मंत्रियों की बैटके शुरू हुई, पश्चमी देशों ने इस मंच को एक चुनोती के रूप में देखा कि ये, ना तो इसमें यूरोप के तमाम ताकतवर मुल्क थे, ना इसमें अमेरिका के ताकतवर मुल्क थे, और ऐसमें उनको लग
13:20और 2020 के बाद से अब तक ये मंच निश्क्रिय रहा, इन आक्टिव और रश्या, भारत और चीन के रिष्टों में काफी उतार चड़ा हुआ है
13:30जब ये तीनों देश एक साथ थे, तब इने ट्रॉयका कहते थे, रश्या में परमपरागत रूप से ट्रॉयका का मतलब होता है
13:38तीन घोडों की जोड़ी और ये रश्या की संस्कृति और इतिहास का प्रतीक भी है, जिसने उसने भारत और चीन को साथ लाने के लिए इस्तमाल किया
13:46और अब एक बार फिर से ये ट्रॉयका साथ आते दिख रहे हैं
13:51मैं आपको बड़ी स्क्रीन पर फिर से लिए चलती हूँ और दिखाती हूँ कि भारत, रूस और चीन का जो ये रिश्टा हम ट्रॉयका जिसे कह रहे हैं
13:57वह एक वक्त पर रश्या ने ये नाम दिया था
13:59ये साथ आना क्यों दुनिया के लिए एक बड़ी घटना मानी जानी चाहिए
14:04ये तीनों देश परमाणू संपन्न देश है
14:07तीनों देशों के पास पाँच हजार नवासी परमाणू हतियार है
14:11जो कि आप देख रहे हैं
14:13उसमें रश्या के पास चार हजार तीन सो
14:16नौ और उसके बाद चाहिना के पास छे सव
14:20और फिर भारत के पास एक सो असी
14:23अब ये देखिए ये जो परमाणू संपन्न इन तीन देशों के हतियार है
14:27परमाणू हतियार वो पाँच हजार नवासी है
14:30ऐसे में इन तीनों देशों की ताकत कितनी बड़ी महाशक्ती बनती है
14:35एक साथ होकर दूसरा
14:36दूनिया के 38 प्रतिशत आबादी 38%
14:40आप सोचे दूनिया के 38 वीज़ी आबादी
14:45रश्या भारत और चीन में ही रहती है
14:48इनमें भारत की आबादी 144 करोड है
14:50चीन की 141 करोड रश्या की आबादी 14 करोड 30 लाख है यह आपके सामने तीनों आ गए तो तीनों देशों की आबादी आपने देखे अब आपको तीसरा दिखाते हैं क्योंकि अगर आप इस पूरे मामले को देखे तो दुनिया की कुल GDP विकास काम कहा हो रहा है तो यहां पर �
15:20आबादी और 33% GDP इन तीन देशों की है 18.7 ट्रिलियन डॉलर 4.3 ट्रिलियन डॉलर है भारत का और 2.2 ट्रिलियन डॉलर है रश्या का कुल 25.2 ट्रिलियन 25.2 ट्रिलियन डॉलर की एकॉनमी बनती है तो इससे आप समझ गए कि इन तीनों देशों की जब आप GDP को निकाल ले �
15:50देशों में है 20% land composition जो है शेत्रफल जो है वो रश्या भारत और चीन में है और सेना के मामले में भी यह तीनों देश बहुत मजबूत हैं रश्या के पास दुनिया की दूसरी सबसे मजबूत सेना है तो वहीं चीन के पास दुनिया की तीसरी मजबूत सेना और भारत के पा
16:20अगर ये तीनों एक साथ मिल जाएं तो कैसी महाशक्ति यानि संशेप में कहें तो तीनों देशों के पास ऐसा सामर्त है कि अगर ये साथ आ जाएं तो अमेरिका की धड़कने भी बढ़ जाएंगी इन आकड़ों से पता चलता है कि इस वक्त परिस्तियां रश्या भारत और �
16:50आई आपको बताते हैं पहली खबर जो है वो है सूत्रों के हवाले से यह आई थी कि चाइना के विदेश मंतरी वांगी ने ये भरोसा दिया कि चीन भारत को खाद दुरलब खनिच और टनल बोरिंग मशीन्स की सप्लाई जारी रखेगा और इन पर कोई पाबंदी नहीं ल
17:20लिए ये अवेलिए नहीं लिए टो अप्रश भारत को घाई ब्रणा आप बोरिंग यानि अपनी शीमा को तैय कर ने कोशश कर दिया है दोनों ने बल्कि एकोश शुरू कर दी है दोनों थेशों ने तैय किया है कि जन इलाको में कमभवाद है वहां से सीमा निरधान है या
17:50डी लिमिटेशन का नाम शुरू होगा, पूरा काम शुरू होगा, और फिर स्थाई रूप से सीमा चर्णित करने की प्रक्रियाश शुरू होगी, जिसे दिमाकेशन भी कहते हैं।
18:20नहीं रहेंगी, ये तस्वीरे आप देख रहे हैं, वांगी और अजिद डुबाल के मुलाकात के उधारन के लिए, रश्या, नेपाल, तजाकिस्तान, किर्गिस्तान, वियतनाम के साथ भी चीन का सीमा विवाद था, और इसकी वज़े से चाइना और इन देशों के बीच ल�
18:50मैं आपको बड़ी स्क्वीन पर दिखाना चाहती हूँ, वहाँ पर चलते हैं और आपको दिखाते हैं कि आखिर इसका अर्थ क्या होगा, क्योंकि देखिए, यही वो परिशानी है, भारत और चीन के बीच 3488 किलोमेटर का ये पूरा फासला है, जो आप नीले रंग में दे
19:203488 किलोमेटर का ये मामला है, मतलब सीमा है, भारत के साथ इसे वास्तविक नियंतरिन रेखा, यानी लाइन अफ आक्च्वल कंट्रोल यानी एले सी भी कहते हैं, अब देखिए, इस नक्षे में आप देख सकते हैं कि भारत के किन राजों में कितना ये बॉर्डर मिला हु�
19:50साथ शिमला कंवेंशन में मैक मोहन लाइन ते की थी, और इसे मैक मोहन लाइन इसले कहा गया था, क्योंकि इसका प्रस्ताव ब्रिटिश अफसर हेंडरी मैक मोहन ने दिया था, हलाकि चीन ने कभी भी इस लाइन को स्वीकार नहीं किया, और उसकी तरफ से इस पर हस्ताक्�
20:20एन लाइन पंडित नहरू को एक नोट लिखा था और इसमें पहरी पार उन्हों ने कहा था कि दोनों देशों के बीच एक लाइन अफ आक्च्छल कंट्रोल मानी जाए, मतलब जहां तक हर देश का वास्तविक नियंतरन रेका है, वहीं तक उसकी सीमा मानी जाए, लेकिन प
20:50विभारिक रूप से डी फैक्टो इस लाइन को ही एलेसी मान लिया गया था, जो हम आपको राज्यों के साथ दिखा रहे हैं, अभी आपकी टीवी स्क्रीन पर जो आप देख रहे हैं, लेकिन भारत और चीन ने धीरे धीरे एक फाइनल बॉर्डर ते करने की बात कही है, हा
21:20और ये हमेशा से यही वो दो जगा है, जहाँ पर सबसे ज़ादा वो विवाद करता रहता है, हमेशा से उसकी नजर लद्दा कर नाचर प्रदेश में भारत की जमीन पर रहती है, इसलिए चीन के नस्दीक जाते वक्त हमें उतना ही साथधान रहना है, कि जितना आक्त के प
21:50हम ले कर रहे हैं, आपको पता है जब ये समिट चल रहा था अमेरिका में, जेलेंस्की और यूरोप के तमाम दिगजनेता राश्राधाक्ष मौझूद थे, कुछ घंटे बाद रूस ने सबसे बड़ा रश्या ने अटाक कर दिया यूक्रेन पर, ये युद रुकवाना ट
22:20अपने हमलों से खंडरों का शहर बना दिया है, इसराइल ने गाजा पर इतने भीजन हमले किये, कि वहां की तस्वीरें देखकर लोग डर जाते हैं, बावजूद इसके जॉनल ट्राम्प के स्वीट को रुकवाने के बारे में सोच भी नहीं रहे हैं, और यहीं वज़ा है
22:50जैसे क्षेत्रों की ओर भेजा जा रहा है, इसराइली सेना ने गाजा के बाहरी इलाकों पर अपना कब्जा कर लिया है, और जोरान कुछ जगा पर उन्होंने जमीनी लडाई का भी सामना करना पड़ा, एक अनुमान है कि गाजा की लडाई में इसराइल ने करीब एक ला�
23:20पर जिया घायों है कि गाजा के पीछटर प्रदे शेत्र पर अ खान चुका है इन शेत्रों में हमास आतनकि और उन्प्एंप उर्धियर से जुड़ी इमारतों पर भी
23:30पालिया गया है कि करीब 2,000 हमास आतंकियों को इस ग्राउंड ओपरेशन में अभी तक मारा जा चुका है और 10,000 के करीब आतंकी चिकानों और 30 किलोमेटर तक की टानल्स को तबाह करने पर उस पर भी नियंतरन उस हिस्से पर पालिया गया है
23:47इज्डइली सेना ने एक एनिमेशन के जरीया अपने ऑपरेशन की मुझूद स्थिति के बारे में बताया है
23:53जो मुझूदा स्थिति है इसमें यह दिखाया गया है कि इस्राइल फिलहाल किन खितरों पर नियंतरर बा चुका है
23:59हम आपको गाजा पर इस्राइल के जमीनी ओपरेशन से जुड़ी एक रिपोर्ट दिखाते हैं
24:03उसके बाद हम गाजा को लेकर इस्राइल के मास्टर प्लान के बारे में आपको बताएं
24:29हुआ हुआ है
24:59जो लोग गाजा पर आंसू बहा कर डॉनल्ड ट्रम्प से युद रुकवाने की उमीद कर रहे हैं उन्हें पता होना चाहिए कि डॉनल्ड ट्रम्प का गाजा इसराइल युद रुकवाने में कोई दल्चस्पी नहीं है
25:10सच तो यह है कि युद अमेरिका के लिए पैसा चापने की एक मशीन की तरह है
25:15साल 2023 में गाजा इसराइल युद शुरू होने से अभी तक अमेरिका ने इसराइल को
25:201,75,000 करोड रुपे से जादा के हतियार बेचे हैं
25:24तो क्या अमेरिका के जो ये पैसे वहाँ पर बना रहा है इसको क्या वाना जाए
25:30क्या इस पैसे का सीधा इस्तमाल और उन हतियारों का सीधा इस्तमाल एक युद में नहीं हो रहा है
25:36तो फिर सीज़ फायर और पीस लविंग ट्रम्प का पूरा जो थियोरी है वो कहा जाती है
25:41इसी तरह रूस युक्रेइन युद को रुकवाने के लिए डॉनल्ल ट्रम्प, पूतिन और जेलेंस की दोनों से मुलाकात कर चुके हैं
25:46लेकिन सच है कि अमेरिका युक्रेइन को हतियार देकर रॉस्या पर हमले कर वारा है
25:50जिसके जवाब में रॉस्या युक्रेइन पर हमले कर रहा है
25:52रॉस्या युक्रेइन युद के दौरान अमेरिका ने युक्रेइन को 4,98,000 करोड रुपे के हतियार बेचे
26:00और इसी यूद की वज़ा से यूरोप ने साल 2022 से अब तक अमेरिका से 12,75,000 करोड रूपे के हतियार खरीद
26:08और इस यूद का फाइदा अमेरिका की लॉखीद मार्टिन, रेटियॉन, नॉर्ट्रप ग्रूमन और जेनरल डाइनमेक्स जैसी हतियार की जो कंपनियां हैं उनको हुआ है
26:19इन कंपनियों के शेज चार्लेस प्रतिशत तक बढ़ गए हैं
26:23कलवाइचा उस की प्रवक्ता ने यह धन्दा जो यह बिस्नस पूरा हो रहा है
26:29यह युद से ही तो हो रहा है
26:31कलवाइचा उस की प्रवक्ता ने जो की हैं कैरलन लेविट ने कहा
26:36कि भारत पर 50% टारिफ इसलिए लगाया गया है ताकि रशिया युक्रेन युद्ध रुख सके
26:41लेकिन यह अमेरिका का सबसे बड़ा जूट है क्योंकि उसे युद्ध होने या युद्ध होने की देशत बने रहने दोनों हिस्थती में पायदा होता है
26:49अब अगली खबर का रुख करें अमेरिकी राश्वपती डॉनल्ड ट्रम्प के ग्रेट अमेरिकन नोबल हंट की बात करेंगे नोबेल हंट
26:58जबसे Donald Trump ने अपने दूसरे कारकाल की शिरुवात की है
27:03उनकी विशलिस्ट में Nobel शान्ती पुरसकार टॉप पर है
27:07Donald Trump ने अपनी जिंदगी में वो सब कुछ हासल किया है जो उनकी विशलिस्ट में था
27:13वो बड़े बिजनसमेन हैं, दो बार अमेरिका के राशुपती बन चुके हैं, और अब वो अपनी विशलिस की एक और चाहत पूरी करना चाहते हैं और वो चाहत है नोबेल पुरसकार, बस यहाँ पर टिक मार्क लगना बागी है।
27:43किसी के लिए मुम्किन नहीं हुआ है, लेकिन ग्रेड अमेरिकन नोबेल हंट पर निकले डॉनल्ड ट्रम्प इसके लिए सब कुछ दाव पर लगा रहे हैं।
28:13कि यूरोपिया साथियों की पूरी टीम लेकर पहुंचे थे इस मीटिंग में उक्रेन के राश्रोपती वोलादी मेर्पुद जिलेंस्की के साथ, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्च, इटली की प्रदानमंत्री जोजिया मेलोनी, फ्रांस के राश्रोपती इमानियोल मा
28:43कि यूरोप की उनके साथ आई थी, ताकि वो ऐसा ना कर पाए, कि सभी लोग इसलिए आयते था कि उक्रेन रश्या के भी शांतिपून समाधार निकल सके, लेकिन इस मीटिंग के बाद भी युद्विराम पर सहमती नहीं बन पाई, हाला कि डॉनल्ड ट्रॉम्प ने इस मी
29:13किसा इस इस साथ आई उस अच नु उना का बाद एको गाद ताव, कि लोग ख दाँ यूनल्ड टो अवाद लेकिन लेगिर्टेख लेग वाला को यूर आई छोगिर्टे लेकिन बाने लेकिन लेगीं लेकिन बाद dवेंट, लेकिन बाद था bit लेको बाद आई आफ्या, ज
29:43stop killing people immediately but we can work a deal where we're working on a peace deal while
29:48they're fighting they have to fight i wish they could stop i'd like them to stop but strategically
29:53that could be a disadvantage for one side or the other but all of these deals i made without even
29:59the mention of the words ceasefire you know you will remember that this year 28th February
30:06this year Donald Trump and Volodymyr Zelensky all over the world saw how did Donald Trump
30:12team fight against it a couple years ago they both last had this deal in terms of the
30:16design of the party were asked that America came completely wrong with Trump the party
30:21because it's like a very quiet since America didn't right now than the company that's
30:27going to be Europe Europe capital of America has worked on Ukraine but that day and the
30:32fall of the atmosphere was a white Rising smile and an atmosphere wasn't to become the
30:37पर नहीं आवे और उनके तेवरों में भी अड़ा अंतर दिखाई दिए पिसी बार,
30:42जोनल्ल्ट्रॉम् जलेंट्रॉम् जलेंट्रॉम् को डरा धंका कर यू दुरुकवाने पर अड़े वे थे,
30:46लिकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ.
31:07अब बदले से हैं, हुजूर, अंदाज आपके.
31:18नोबेल पुरसकार की चाहत ने डॉनल्ट्रॉम् जान्त कर दिया है.
31:22अब उन्हें समझ में आ गया है कि मामला धंकाने और डराने से नहीं बदलने वाला है.
31:27दोनों अड़े हुए है, वापस देश जाएंगे फिर वही करेंगे, इसलिए मिठास घोलो, मिठास के साथ बात करो, और इस नोबेल की चाहत ने डॉनल्ल ट्रॉम्म के तेवर शांत कर दे, पिछली बार की तरह इस बार उन्होंने जेलेंस्की को धमकाने की कोर्शश नहीं क
31:57इस बार ट्रॉम्म को लग रहा है कि शायद पुछकार कर ही बात बन जाए, ट्रॉम्म ने यूक्रेन को मजबूत सुरक्षा देने का वादा कर दिया, ट्रॉम्म ने कहा कि अगर जेलेंस्की उद्विराम करते हैं तो उन्हें अमेरिका का समर्तन मिलता रहेगा, नेटो सद
32:27की मांग कर दी है, लेकिन वो इस बात पर तयार नहीं है कि यूक्रेन की जमीन रश्या को दी जाए, यहीं पर फसती है, फसता है पूरा मामला, यहीं पर फस जाता है, पेच, समझिये, डॉनल्ड ट्रॉम्म जो बड़ी-बड़ी बाते कर रहे हैं, उन्हें भी इस बात का �
32:57बार बार फिर उन पर दबाव बनेगा, हाला कि वो यूद रोकने के लिए रपक्षे बातचीत के लिए जरूर जेलंस की तायार है.
33:27इस बार फिर फिर फार जाएंज एक लिए बार बार फिर फिर उन्हें, पर बीड़ी बात्रॉड एक लिए दाए टायार है, पॉर्स जाता है.
33:34तो आपको आपको इससा दिखाते हैं तस्वीरे दिखाते हैं रचा के राश्रपती दफ्तर राश्रपती के जो दफतर है क्रेमलिन उसका दावा है कि मीटिंग को बीच में
34:04डॉनल्ड ट्रम्प ने करीब 40 मिनट तक राश्रपती पुतिन से बात की और इस दौरान यूद रोकने के मुद्धे पर यूक्रेन, रश्या और अमेरिका के बीच एक त्रिपक्षिय बातचीत करने पर सहमती बन गई है
34:34तो डॉनल्ड ट्रम्प ने दावा किया कि उनके प्रयासों की वजह से जलेंस्की और पुतिन बातचीत की टेबल पर आने के लिए तो तयार हो गए हैं,
35:04विदेशी मीडिया ऐसे होट माइक मोमेंट कह रहा है, यह तब हुआ जब यह मीटिंग बस शुरू होने वाली थी, इस दौरान डॉनल्ड ट्रम्प एम्मानुवल मैकरों को भरोसा दिल आ रहे थे, कि अब की बार सच में पूतिन युद विराम के लिए तयार है, हलांकि �
35:34मेरे लिए समझोता करना चाहते हैं, पूतिन मेरे लिए समझोता करना चाहते हैं, यह उसमें डॉनल्ड ट्रम्प बोलते हुए पाय जा रहे है, डॉनल्ड ट्रम्प ने एम्मानुवल मैकरों से कहा कि उन्हें लगता है कि पूतिन इस बार उनकी खातिर समझोता करना चाहत
36:04में यू दिवराम करने वाले के तौर पर धिंडोरा पीट रहें लोग सभा में एक ऐसा बिल पेश हुआ जिसका असर देश के 20 करोड से जादा लोगों पर होगा ये बिल ऑनलाइन गेमिंग और फैंटेसी गेमिंग के नाम पर जुआ खिलवाने वाली कंपनियों के खलाफ है
36:3425 में से प्रावधान किये हैं जिसे ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर जुए की लट लगवाने वाले पैंटेसी आप प्रतिबंधित कर दिये जाएंगे और उनके मालिकों पर सख्त कारवाई होगी
36:44यल मनी को दाव पर लगवाने वाले ऊनलाइन गेम्स पर प्रतिबंध लगेगा
36:49इस तरह के गेम्स का प्रचार प्रसार भी खैर कानुनी होगा विध्यापन देने वालों पर भी नकेल कसी गई है
36:54इस तरह के गेमिंग आप से पैसों का लेंदेन प्रतिबंदित तो ये बैंक्स के लिए भी है
36:59रियल मनी वाले गेम खिलवाने वाली कमपनियों पर भी कारवाई होगी
37:04यानि तुरंत पैसा वाला जो गेम है
37:06राश्य स्तर की एक ओनलाइन गेमिंग अथोरिटी बनेगी
37:24गेम्स का प्रचार प्रसार करने वालों को भी दो साल की जेल
37:27पचास लाक रुपे जुर्माने का प्रावधान किया गया है
37:30उदारन के तौर पर हम आपको बता रहे हैं
37:33बहुत सारे ऐसे फैंटेसी स्पोट्स आप हैं ड्रीम 11 है
37:36माई 11 सिर्कल है जो कि फैंटेसी गेमिंग अप कहलाते हैं
37:40और ये भी अपने मेंबर्स को ड्रीम टीम बनाने और फिर कुछ पैसे लगाकर करोड़ों रुपे जीतने का उफर देती है
37:45ओनलाइन गेमिंग बिल के आने से इस तरह के कई आपस के इस तरह के ओफर्स पर प्रतिबंध लग जाए
37:52क्रिकेट फैंस को पता ही होगा कि ड्रीम 11 टीम इंडिया की टाइटल स्पॉंसर है
37:57उसने 358 करोड़ रुपे में टीम इंडिया की टाइटल स्पॉंसर्शिप खरीदी थी
38:03इसी तरह से माई 11 सिर्कल ने पांच सालों के लिए IPL फैंटेसी राइट्स को सालाना 125 करोड़ रुपे में लिया है
38:10एक्सपर्स का कहना है कि रियल मनी गेमिंग को रोक लगने से इससे जोड़े 17,000 करोड़ रुपे विग्यापन बाजार पर भी ठप हो जाएगा
38:18एक अनुमान है कि इस साल के अन तक पूरी दुनिया में ऑनलाइन गेम खेलने वाले गेमर्स की संक्या
38:23साड़े 300 करोड हो जाएगी हमारे देश में भी ऑनलाइन गेमिंग की प्रती लोगों की रूची पिछले कुछ वर्षों में बहुत तेजी से बढ़ी है
38:31और इसी वजह से केंद्र सरकार चाहती है कि भारतिय गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़े लेकिन जुआ नहीं बलकि इस गेमिंग को इस स्पोर्ट्स को बढ़ावा दिया जाए
38:42साल 2024 में भारत की ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री का मार्केट करीब 30,000 करोड रुपे का था
38:47और इसमें करीब 86 प्रतिशत की हिस्सेदारी रियल मनिंग गेमिंग की ही थी
38:51यानि भारत में ऐसे ऑनलाइन गेम्स जिसमें पैसा दाव पर लगाया जाता है
38:57उसका मार्केट साल 2024 में करीब 26,560 करोड रुपे का था
39:02सिर्फ यही नहीं दुखत यह है कि फैंटेसी गेम्स के नाम पर जुआ खिलवा रही ये ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री हर साल 18 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ रही है
39:11अनुमान है कि साल 2029 तक भारत की ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री 75,000 करोड रुपे से जादा की हो जाता है
39:19सरकार चाहती है कि ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर चल रही सर्टेबाजी और जुआ रुख जाए
39:24हमारे देश में ऑनलाइन गेम्स को लेकर दो परिभाश आये हैं जिसके आधार पर सही या घलत का फैसला लिया जाता है
39:31इसमें पहला है गेम ऑफ स्किल और दूसरा है गेम ऑफ चांस
39:36गेम आफ स्किल ऐसे गेम्स को माना जाता है जिसमें आप अपनी बुद्धी का इस्तमाल करते हैं जैसे आपने कोई वर्चुल टीम बनाई
39:42मान लीजे क्रिकेट की टीम बनाई फिर उस वर्चुल टीम के खिलाडियों के प्रदर्शन से आपको नंबर मिले और आप जीत के लेकिन एक है गेम आफ चांस सीधे तोर पर सटे बाजी जुआ माना जाता है इसमें आपकी हार और जीत में आपकी स्किल का कोई लेना देना न
40:12जिसमें वो खुले आम सभी को जुआ खिलवाने लगे इन कंपनियों ने कानूनी रूप से सही कहे गए गेम आफ स्किल की श्रेणी में आने वाले ओनलाइन गेम्स को फैंटसी गेमिंग कहना शुरू किया
40:24फैंटसी गेमिंग में स्किल के नाम पर लोगों से क्रिकेट, फुटबॉल, हौकी, अन्य खेलों की टीमें बनवाई जाने लगी
40:32करोडो करोड रुपे ये कमाने लगे, इसके अलावा लोगों को पोकर, रामी, कार्ड गेम्स, लुडो, कई सारी जो गेम्स हैं वो खेलने के लिए भी प्रेडिट कर किया गया
40:41खिलाडियों को चुनकर टीम बनाने में या फिर कोई कार्ड गेम खेलने में स्किल की जरूरत पड़ती है
40:46स्किल का मतलब ये है कि जब आप टीम बनाते हैं तो आपको खिलाडियों की परफॉर्मेंस के बारे में पता होता है
40:52और उसके आधार पर आप खिलाडी चुनते हैं
40:54इसी तरह से कार्ड गेम में आपको पता होता है
40:57कि इकका, बेगम, बाच्छा या अन्य कार्ड का महत्व क्या होगा
41:02धीरे धीरे देश के लोगों को इन खेलों की लत लगने लगी
41:06और तब ऑनलाइन गेमिंग कंपनियों ने अपना असली खेल शुरू किया
41:10उन्होंने इस फैंटेसी गेम को रियल मनी यानि वास्तविक पैसे से सीधा जोड दिया
41:15इस तरह गेम्स में पैसों का लेन देन शुरू हो गया
41:18फैंटेसी लीग्स, पोकर, रमी या कार्ट गेम्स खिलवाने वाली कंपनियों ने वालेट में रिचार्ज करने के नाम पर लोगों से पैसा वसूलना शुरू कर दिया
41:27इन पैसों को जुए की तरह दाव पर लगवा कर लोगों को करोड़ो रुपे जीतने का लालच दिया
41:32आम तोर पर ये जुआ 10 रुपे से लेकर 100 या 200 रुपे तक का रखा गया
41:37ताकि देश के हर तबके के लोग अमीर बनने की चाहत में पैसा लगाने लगे
41:41लोगों को पता भी नहीं चला और उन्हें ऑनलाइन जुए की लत लग गए
41:45फैंटेसी गेम्स के नाम पर जुआ खिलवाने की कमपनियों को पता है
41:49कि भारत में ऑनलाइन गेमिंग एक बड़ा बाजार बन चुका है
41:52इस वक्त करीब 60 करोड़ गेमर्स हैं
41:56140 करोड़ इस देश की आबादी और 7 करोड़ गेमर्स हैं
42:01जो अलग-अलग ऑनलाइन प्लाटफॉर्म्स पर या मोबाइल अप्स पर गेम्स खेलते हैं
42:06उदारण के तोर पर अगर हम क्रिकेट को ले ले तो कई ऑनलाइन गेमिंग आप क्रिकेट टीम बनाने और उस पर पैसा लगाने के लिए
42:12लोग अपनी महनत की कमाई दाव पर लगा रहे हैं
42:15करोडों लोग अलग अलग अलग फैंटेसी टीम्स बना कर जाधा जाधा पैसा खर्च करते हैं
42:20इसको अनलाइन इंगेजमेंट मतलब अलग-अलग तरीके से फैंटेसी गेमिंग
42:25अलग-अलग तरह के टर्म्स और नाम कोईन करकर के लोगों के बीच फलाया गया
42:30आप मेंसे कई लोगों को एसास भी नहीं होगा कि आपने ऑनलाइन जुए की लत में कितना पैसे डुबो दिये हैं देश में इस तरह के सेक्डों मामले आ रहे हैं जहां ऑनलाइन गेमिंग के चक्कर में लोगों ने अपने लाखों रुपे डुबो दिये फिर कर्स के बोच �
43:00आक्शन गेम हुआ तो क्यारेक्टर के लिए कोई खास कपड़े वर्चुल बंदू के जूते वगयरा सब खरीदे जाते हैं यह सारी खरीदारी वर्चुल होती है ऐसा करना गहर कानूनी नहीं कहा जाएगा ओनलाइन गेमिंग बिल को लेकर मैंने आज देश के सूचना प्
43:30सरकार की ये प्रातमिकता थी प्रधानमंती नरेंद्रमोधी की ये प्रातमिकता थी कि अगर बात इंडस्ट्री की आएगी बना मध्यमवर्ग को बचाने की आएगी तो हम मध्यमवर्ग का ही खयाल रखेंगे
43:41कि अप्रोमोशन और रग्युलेशन ौफ ए अनलाइन गेमिंग आप आप बना ऐसे तो प्रोमोशन और एगजलिशन में कैरा है कि प्रोमोशन में जो आप्रमोशन में जो एपो estou screen
43:54नहीं देखिए, E-Sports एक competitive परदा वाला गेम है, जैसे Olympics में games होते हैं, दो hockey teams आपस में खेलती हैं, तो उस तरह कि जो competitive sports हैं, जिसके कुछ rules defined होते हैं, उसमें कुछ processes होते हैं, उसमें कौन जा सकता है, कौन नहीं जा सकता है, कैसे खेलेंगे, उसके पूरे process defined होते हैं, वो E-S
44:24structure बनेगा, जिसमें training हो गया, proper support हो गया, किस तरह से technological benefits मिलें, वो सब चीजें उसमें रहेंगी, अब मैं सब Dream 11 पर आना चाहती हूँ, मैं किसी एक individual company के बारें बात नहीं करना चाहती हूँ, लेकिन मेरा ये सवाल है कि बहुत सारे ऐसे apps आए, जो कि fantasy sports apps करके आए, उन पर भ
44:54में negative प्रभाव है, वो मुद्दा में है, उसको कैसे control करना, society को कैसे बचाना, समाज में ये जो कुरिती फैल रहे है, इसको कैसे रोकना, वो मुद्दा है, अब किसी company का नाम नहीं ले रहे है, लेकिन हम मानें कि ऐसे तमाम जो खेल जिसमें पैसा लिया जा रहा है, 88 रु�
45:24अगर और इतना नुकसान होता है, इतने लोग सुईसाइड कर रहे है, इतने लोगों के घरों में, डबलु एचो, World Health Organization ने इसको gaming disorder के नाम से एक, जो उनका international classification of disease होता है, उस disease में उसको classify किया है, तो इतनी एक बड़ी समस्या, अगर समाज के सामने है, तो उसके उपर कठोर
45:54डेफिनिटली इट विल गेट दी पेरामांट इंपोर्टन्स
46:24अगर किसी क्षेत्र को सरकारी रिकॉर्ड में पहले से जंगल माना गया है, तो जंगल कम से कम दो हेक्टेर के क्षेत्र में भी हो सकता है, और दूसी शर्त ये, कि उस जमीन की canopy density कम से कम 0.4 यानि 40 प्रतिशत होनी चाहिए, canopy density को जंगल में पेडों की छाया या उसका घनत �
46:5440 प्रतिशत होने से छोटे-छोटे जंगल के टुकडे, अरावली की पहाडियों पर कम घनत्व वाली जाडियां, घास के मैदानों को अब जंगल माना ही नहीं जाएगा, और इसे छोटे-छोटे हरे-बरे इलाके और अरावली जैसे क्षेत्र परयावरन से बाहर हो जाएं
47:24उनके लिए जंगल, सिर्फ किताबों में ना बज्जायत, सवाल ये है कि आखिर इन पेड़ों को काट कर हमने विकास कर भी लिया, तो उस विकास का क्या महत्व होगा, जंगलों को पेड़ों की धरकन कहा जाता है, ये पेड इंसानों को अक्सिजन देते हैं, जानवरों को
47:54रूप बहुत है, पूरी दुनिया में सिर्फ इंदू दर्म ऐसा है जहां पेड़ पौधों को भी भगवान के रूप में पूजा जाता है, आप रामायन के उस प्रसंग को याद कीजे, जिसमें संजीवनी बूटी के लिए भगवान, हनुमान, पूरे पहाड जंगल को उ
48:24बचाने की एक मुहिम शुरू कर रहे हैं, जुड़िये हमारे साथ, हमें उमीद है कि इन बेजुबान पेड़ों और जंगलों को बचाने में आप भी हमारा साथ देंगे, कई लोग धर्म बचाने की बात करते हैं, लेकिन अगर पूजा इन पेड़ों का प्रकृती का होता
48:54और मुझे जीवन भर लगता रहा कि हवा फ्री है, फिर मैंने एक दिन चिप्स का पैकेट खरीद लिया, नमस्कार
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