बच्चों, क्या आपने सुना है रेलगाड़ी की छुक-छुक? | Hindi Rhymes | Hindi Song #HindiRhymes #KidsPoem #BalGeet #ChildrenRhymes
🚂 छुक-छुक करती आई रे रेल – बच्चों की प्यारी हिंदी बाल कविता! इस मजेदार Kids Hindi Rhyme में बच्चे रेलगाड़ी की सवारी का आनंद लेते हैं। सीटी की मधुर आवाज़, हरे-भरे खेत, और सपनों से भरी रेलगाड़ी – सब मिलकर बच्चों को सिखाते हैं कि सफर सिर्फ मंज़िल तक पहुँचने का नाम नहीं, बल्कि हर स्टेशन एक नई सीख लेकर आता है।
👦 मोहन, गुड़िया और पिंकी की मासूमियत से भरी यह कविता बच्चों को मनोरंजन के साथ-साथ सीखने का आनंद भी देती है।
✅ यह वीडियो खासकर Hindi Rhymes, Hindi Poem, Kids Learning, Nursery Rhyme और Educational Stories में रुचि रखने वाले दर्शकों के लिए बनाया गया है। ✅ माता-पिता और शिक्षक इसे बच्चों को सुनाने और गाने दोनों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
👉 तो आइए बच्चों, मिलकर गाते हैं – "छुक-छुक करती आई रे रेल, सपनों का लेकर आई मेल..." 🎶
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00:00चुक चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर चुक तर च
00:30बच्छे बोले आओ देखो, सीती बजाई हायाई मजा देखो, चुक चुक करती आई रेल, मस्ती भर राई सपनों का मेल
00:49बैठे मोहन गुडिया पिनकी, आखे जिल मिल हसी खनकती, कह जा रही ये प्यारी रेल भैया, सपनों के नगर में प्यारे भैया
01:09चुक चुक करती आई रेल, मस्ती भर राई सपनों का मेल
01:19खिरकी से बाहर खेत जलके, हरी हरी घास से खुश बू महके
01:39बापा को वे सफर सीखाता, हर स्टेशन नई सीख बटाता
01:49चुक चुक करती आई रे रे रे
01:53सपनों के नगर मेले कई मेल
01:57सीती बचा, मस्ती बरी आओ पच्छो रेल गारी चली
02:03सब्सक्राइब और शेर करें
02:23इससे ना सिर्फ हमें आपका सपोर्ट मिलेगा, बलकि आपको आने वाली नई कहानियों की जानकारी भी मिलती रहेगी
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