तेलंगाना के आकुला मायलारम गांव के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है क्योंकि उनके गांव का एक शख्स एक और बुलंदी की ओर कदम बढ़ा रहा है. इंडिया ब्लॉक ने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. आठ जुलाई, 1946 को इस सुदूर कृषि प्रधान गांव में जन्मे न्यायमूर्ति सुदर्शन रेड्डी एक किसान परिवार से निकलकर देश के कई सर्वोच्च न्यायिक पदों पर आसीन हुए. इनमें उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश का कार्यकाल भी शामिल है. न्यायमूर्ति रेड्डी ने 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री पूरी की और फिर आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में वकालत के लिए रजिस्ट्रेशन कराया. गांव वालों का कहना है कि रेड्डी का इतने ऊंचे पदों तक पहुंचना इस बात की मिसाल है कि एक छोटा सा गांव भी राष्ट्रीय स्तर का लीडर पैदा कर सकता है.
00:00तिलंगाना के आकुला मायलारम गाउं के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं है
00:05क्योंकि उनके गाउं का एक शक्स एक और बुलंदी की ओर कदम बढ़ा रहा है
00:10इंडिया ब्लॉक ने जगदी धनकड के अचानक स्तीफे के बाद उचितम न्यायाले के पूर्व न्यायधीश बी सुदर्शन रेड़ी को उपराश्रपती पद का उमीदवार घोशित किया है
00:218 चुलाई 1946 कोई सुदर्शि प्रधान गाउं में जन में न्याय मूर्ती सुदर्शन रेड़ी एक किसान परिवार से निकल कर देश के कई सर्वोच न्यायधीश का कारेकाल भी शामिल है
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01:491971 में उस्मानिया विश्व विद्याले से कानून के डिग्री पूरी की और फेरांदर प्रदेश बार काउंसल में वकालत के लिए रेजिस्ट्रेशन कराया
01:57गाउंवालों का कहना है कि रेड़ी का इतने उचे पदों तक पहुँचना इस बात के मिसाल है कि एक छोटा सा गाउं भी राश्ट्रेस्तर का लीडर पैदा कर सकता है
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