- 5 weeks ago
Part- 01 द्वितीय क्रियाएँ (GEO--मानव भूगोल के मूल सिद्धांत--7-- द्वितीय क्रियाएँ )
Category
📚
LearningTranscript
00:00अज और ड़ह नो
00:07दैधितिक क्रिया लें यानि प्राभ रिया इसमाँ ठोच के आज हम दृतिक क्रियां पर चार्शा करेंगे
00:12दृतिक क्या हुति इसे के पारे में देखेंगे दोस्торы प्राभ राप्मिं क्रिया में आपने क्या शीज पढ़िए थी
00:18बिलकूल दोस्तों हeni जो आपने प्रात्मि �ωνहीं हम जो चीजित पड़के रहे हैं जो चीज हमने प्रात्मिक किरियां में जो चीजें हमने प्रात्मिक किरियां के ति भाले वो खनी और देखिन है
00:34प्राप्स दोस्तों क्लीए उसका कारण है मैं जब छनिज प्राप्त हुआ है parents
01:03कर दियार्फिंट
01:27मुल्य वान उत्पाद में
01:28यानि महेंगी वस्तु बना दी
01:30इसकी कोई कोई ने कोई श्तुा
01:31तो कच्छे चीज कोई वस्तू नहीं होती है, कच्छा पदात नोर्मल होता है, अब दूद निकाल, पश्वों का दूद निकालते हैं, तो उस सीदा तुभी जाता है, उसको आपको, आपने देखो, बजार में जाता है, थैलियों में जाता है, दूद गरम करके, पास्चुर
02:01सेलुलियोत से बनाओ, वह अलग लेजगा, रेशे से हम वस्तर बना देंगे, और वीज को दुबारा उसे दुबारा बढ़ें तयार करके, पिसानों को वापर बेचते हैं, तो आपने देखा, कच्छे माल को मुल्यवान उतपाद में परिवर्थित करके, उसका मुल्यवा
02:31द्वित्य करिया ही, वी निर्माण, परसंसकर्ण, निर्माण, उज्ड़जक से समंदित होती, यह व्य दंदित ehivodhya kriya då दोस्तों उज्द्योग से समंदित होती है
02:35यानि उट्वित्य कर्या है वो दोस्तों उट्ध्योंग से संवन्दीत होती है
02:39तो इसे के अन्zne हम बात करने बड़ा स्रल साय आइए देखते हैं
02:42जैढया हम में पहले पॉइंट की क्लिख ना कि इढिख На कि पहले अंब भूवती है यह देखना थे लेकंशें थिर्या
02:48हम लिखेंगे अरफ को दुइत्यक क्रिया में हम लिखेंगे डुबशिक को
03:00का sleep क्रिया में का कच्चे बधार्ट को प्रात्मिक क्ध्यक्रिया नि
03:14प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्मिक क्रिया के दोरान प्रात्
03:44कि मुल्लवान कि अधार्थ में प्रिवर्थित कर दिया जाता है मुल्लेवान प्रिवर्थित कर दिया जाता है
04:02मुल्यवन पदास्त में प्रिवर्तित कर दिया जाता है
04:06तो दुट्य क्रिया में क्या किया जाता है वो में आपको बताया जैसे आगे लिख भी देता हूं जैसे
04:14आईए देखते हैं जैसे में तो जैसे में हम लिखने हैं जैसे कपास है
04:22तो कपास को किस में प्रिवर्थित कर दिया वस्तर में कर दिया
04:27जैसे कि जो लोहा था लोहे को किस में प्रिवर्थित कर दिया
04:36लोह अयस्क में प्रिवर्थित कर दिया
04:42तो यह दृत्य क्रिया हो गए न कपास निकाली मीलों में बेजी
04:47वाँ पर बीज को अलब किया गया रेशा बनाए गया वस्तर बनाए गया तो यह बड़ा सरल सी चीज होती है
04:53तो इस प्रकार हम यह बोड़ सकते हैंड़िस प्रकार ढगार दित्यक्रियाह किस से समध्योत कि तो रहे कि थिक्रियाई विक निर्माण मrize में निर्माण उधयोता है।
05:09उसे बड़ी आत्रीके से सेट के और डंबे में बंद कर दिया तो डंबे में बंद करने के बाद आप जब बैचोगे तो वह परसंसकरन उध्यों कहला है तो हम बोलेंगे इस परकार दृत्य क्रियाएं वी निर्माण उध्यों से समधित होती है उपर करके नीचे लिख देते
05:39करिया है वी निर्माण प्रसंसकरन और निर्माण को द्योग प्रसंसकरन और निर्माण को द्योग
05:57से समंधित है तो यह आपने देख लिए बड़े सरल से त्रिकेशन देख रहे ही क्या होता है अब एक एक पॉइंट पर हम चर्चा करेंगे चिरूप से तो सबसे पहले हमें पता होना चाहिए दोस्तों वी निर्माण क्या होता है
06:27प्रसंसकरन का मैंने बता दिया निर्माण आप जानते हैं वी निर्माण क्या होता है इसे समझना पड़ेगा वी निर्माण का मत्रबद किसी विवस्तु का उत्पात है अब जैसे कि लोहे वैस्पात को गड़ना प्लास्टिकी खिलोने बनाना कि कम्प्योटर कहती सुक्�
06:57यानि वी निर्माण की जो किरिया होती है वी निर्माण के अंदर जो कारे किया जाता है उन सभी की कुछ समानिय विश्यस्ता ही होती है जैसे कि विद्यूत का उप्योग यानि शक्ति का उप्योग वी निर्माण में हमेशा एक ही प्रकार की वस्तों का उत्पादन किया ज
07:27इने बनाई तो क्या है तो किसी वस्तु का उत्वादन इत किया है हमने कोई वस्तु बना दी का पास वस्तु नहीं थी वो कच्छा पदार्थ था हमने उसे किसमें करवर्ट कर दिया कपड़े में करवर्ट कर दिया कपड़ा क्या है वस्तु है तो वस्तु का उत्वादन क्या
07:57लेकिन सबसे बड़ी बात होती है, वी निर्मान के अंदर, वी निर्मान पत्रकीरिया के अंदर कुछ समाणी विशेशता ही होती है,
08:03जैसे कि शक्ति का उपयोग है और हम लिए सिते हैं एक ही प्रकार के वश्टों का विशाल उत्पादन,
08:07कारखानों में विशिष्ट शर्मिक विशिष्ट का मत्रबचक कुछ विशेश शर्मिक जो इसके बारे में खास तोर पर जानकरी रखते हैं
08:17तो ये बात आपको ध्यानक नहीं होगी और वी निर्मान दोस्तों अधुरिक सक्ति के शादर है
08:22मसीनिय की द्वारा दोस्तों इसमे कारे किया जाता है यह आप सभी को ध्यान अब बात आती वी निर्मान को जो शाब्दी कर्थ है दोस्तों पर अब वी निर्मान भौज़ादा उप्योग में लिया जाता है तो ध्यान रखिए जो तिर्थे विश्व के अधिकांत देश हैं
08:52इसी देश की बात हो रही है दोस्तों और विकास सिल देश ऐसे जो कि अंतिम चरण में एकड़ी और विक्सित बनने वाले
08:58तो तित्य विश्व के अधिकास देशों की बात करें दोस्तों वी निर्मान को अब भी वो शाब्दी कर्थों में परियोग करते हैं
09:04तो ये बात आप सभी को ध्यानक ना है और वर्तमान में अगर देखें तो वी निर्मान जहां पर ज़्यादा होगा अपने आप उध्योग ज़्यादा हो जाएगा
09:12तो हमें ज़्यादा इसमें नहीं देखना हमें वी निर्मान क्या होता है ये देखना है
09:17तो आइए देखते हैं वी निर्मान शब्द को परिवासित करना है हमें और कुछ नहीं करना है
09:21ये वी निर्मान क्या होता है
09:25क्योंकि दुवित्यक किरिया में वी निर्मान शब्द को समझना बहुत ज़्यादा जुरूरी हो
09:29तो आईए देख लेते हैं ये वी निर्मार क्या होता है
09:32वी निर्मार के अंदर हम ये एक बात लिखेंगे
09:37कि इसका आर्थ किसी वस्तु का उत्पादन करना होता है
09:40इसका आर्थ
09:43किसी वस्तु का
09:48उत्पादन
09:57करना होता है
10:03जैसे
10:06तो जैसे में हम लिख देंगे जैसे
10:11कच्चा लोहा था
10:18इसे किस में कनवर्ट कर दिया
10:21तो हम कहेंगे कच्चे लोहे को कनवर्ट कर दिया लोह इस पार्थ में किस में कनवर्ट कर दिया लोहे इस पार्थ में कनवर्ट कर दिया इसके अलावा और देखें हम तो हम यह कहेंगे कच्चे लोहे को लोहे इस पार्थ में कनवर्ट कर दिया जैसे कि एक्जामपल के दोर �
10:51प्लास्टी के खिलोने बराना, कम्प्यूटर के सुक्षम, जो डिवाइस हैं, पार्ट से, जो अंग हैं, सुक्षम अंगों को जोड़ना या सुक्षम पार्ट को जोड़ना
11:21अंतरिक्ष्यान के, अंतरिक्ष्यान का निर्मान करना, यह क्या है? सारे की सारे बिनिर्मान में आता है, अंतरिक्ष्यान निर्मान करना, यह बाते आप सभी को ध्याने करने हैं, इसके लबाद करें तो वी निर्मान में दोस्तों कुछ विशेस्ता ही होती है, वो विशेस्त
11:51समान्य विशेश्था हैं यानि कुछ सिंपल सी विशेश्था ही होती है वह विशेस्था है आपको याद रहे तो बहुती बढ़िया है
12:01अब जो भी उद्रोग दंदा होता है उसमें बिजली तो काम में लई जाती है बिजली के विना तो कैसे चलेगा स्पस सी बात है दोस्तों
12:11हम यहां पर कह देंगे
12:13शक्ति का उप्योग
12:18क्या चीज है शक्ति का उप्योग अपने आप में एक समाने चीज है
12:30एक यह वस्तू का विशाल उत्पादन करना
12:33एक यह वस्तू का अधिक मात्रा में उत्पादन
12:43एक यह वस्तू का क्या है दोस्तों अधिक मात्रा में उत्पादन करना
12:55इसके अलावा हम बात करें कार खानों में विशिष्ट शर्मिक जो मानक बस्तों का उत्पादन करते हैं शर्मिक वी निमान में एक शर्मिक भी बहुत बड़ी है विशिष्ट शर्मिक
13:03यह इसके कुछ समाने विशिष्था हैं तो यह आपको धानक ना होगा
13:17तो ये तो हमने कुछ समाने विशेश्था ही देखिए हैं, लेकिन जो बड़े पयमाने पर होने वाली जो वीर निर्मान की विशेश्था हैं, उनके बारे में हमें बात करने ही पड़ेगी,
13:31वो एक अलग चीज है, तो उनके ओपर हम अभी बात करेंगे जरूर,
13:34आएए देखते हैं आदुनिक प्रेमाने पर आदुनिक बड़े प्रेमाने पर वी निर्मान की विशेस्ता हैं देखेंगे
13:44आएए देखते हैं आदुनिक बड़े प्रेमाने पर जो वी निर्मान की विशेस्ता हैं उन्हें देखेंगे
14:04आदुनिक बड़े प्रेमाने पर वे निर्मान की विशेश्ता है वो तो समानी विशेश्ता ही थी
14:29अब कुछ बड़े प्रेमाने पर विशेश्ता ही देखेंगे
14:31तो यह इन्हें विशेश्ताओं के बारे में हमें बात करनी है
14:42सबसे पहले विशेश्ता क्या कोशल का विशिश्टी कर यहां बोल सकते हैं उत्पादम की विदिया
14:50कोशल का जहां नखिया किसके बारे मात करें हैं कोशल का विशिश्टी करनी
15:03पॉसर सपर अब की विदिया यह बड़र प्रिसीं आफ में बात करुंद कर रहे हैं कोशल का विश्टी कर यहां उत्पादं की विदिया
15:24कि यह बड़े पेमाने पर इसकी जो विश्यस्ते हैं उन पर हम बात कर रहे हैं सबसे पहले विश्यसताम देख रहे हैं कोशल का विश्यस टिकन उत्पादन की विधियां क्या होती है तो आप अगर देखोगे जो हमारा हस्त शिल्प है दोस्तों हस्त शिल्प हातों से बनाया
15:54इसमें लागत वेधिक आती है समय की जाधा मांग समय भी ज्यादा लगता कि आप कि जीज्प बनाने में बहुत्जादा नीपून है वहहतन laquelle आप उस चीज को हाथ से बनाते हैं
16:07अब मान लिजे आपने हाथ से बनाया तो आपके पास जब और आएगा ना तभी आप बनाओगे वरना नहीं बनाओगे तो इस पंसी बात आपके पास ओडर हो सकता है ज्यादा है लेकिन इतना भी ज्यादा नहीं आएगा कि आपको सारा दिन लगना पड़ जाए तो ध्यान �
16:37अब तो क्या करो भी मान लीजेश दीजिया है जो लघी को तयार करते ह Like लाइब कर लेगा जो दोस्तों इसको पूली लगा रहा वो पूली
16:51यह भी ही लेगा थे टो मत्युक्तव हो एंसे नहीं होगा है
16:56तो जो लकडी को तयार करता है वो लकडी ही तयार करेगा दोस्तों जो लकडी को डिजाइन देता है वो लकडी को डिजाइन ही देगा जो दोस्तों उसको पोलिश लगा रहा है वो पोलिश ही लगाएगा ऐसे नहीं कि वहीं कि सारे काम कर लेगा तो यह होता है कोशल का विश
17:26बात करते हैं कि इसमें लेके तो इसमें हम लेखेंगे दोस्तों ध्यान 3000 से
17:39Ay're still
17:42कि कि दूब हुदोर अच्रेपी से
17:49कर कार खाने में हमेशा
17:53थोड़ा ही समान बनता है
17:58थोड़ा ही समान बनता है
18:04आदेशा अनुसार बनता है
18:08यानि आदेश ओड़ राएगा
18:10आदेशा अनुसार बनता है
18:16क्या होता है आदेशा अनुसार बनता है
18:22लागत अधिक होती है
18:25लागत क्या होती है? लागत अधिक होती है
18:31एक शर्मिक सभी प्रकार की कारे करता है
18:40एक शर्मिक सभी प्रकार की कारे करता है
18:45सभी प्रकार के कारे करता है यह लिजी तो हमने इसके बारे में कुछ बातें देखनें अच्छे रूप से नहीं देखेंगे
19:00तो आईए देखते हैं दूसरे दूसरा पॉइंट इसमें देखते हैं तो इसमें हम कहेंगे
19:05कि बड़े पैमाने पर या अधिक उतपादन का समन्द बड़े पैमाने पर बनाई जाने वाले समान से हैं
19:35बनाए जाने वाले समान से है
19:45समान से है जिसमें शर्मिकर
19:53जिसमें शर्मिकर
19:58निरंतर
20:04एक ही कारे करता है
20:07एक ही कारे करता है
20:14तो यह आपको द्यान अकना हूँ
20:16जिसमें प्रतेक कारेगर या प्रतेक शर्मिकर
20:18निरंतर एक ही कारे करता है
20:20यह आपको द्यान अकना है
20:21तो पहली विशेस्ता थो हमने देख ली
20:26अभी दूसरी विशेष्टा भी हम देखेंगे दूसरी विशेष्टा क्या कहती है
20:30आए देखते हैं दूसरी विशेष्टा दूसरी विशेष्टा यंत्री करन
20:38दूसरी विशेष्टा क्या है दूसरी विशेष्टा है यंत्री करन
20:45यह क्या होता है यंत्री करन
20:51सब्सक्राइब जण जादा जो विख्षी तवस्ता यह है ओपने आप चलते रहेंगा अपने आप सारा काम करेंगा या сstudy
21:13दोस्तों मशीने आने लगे जैसे कपड़े दोने वाली वोशी मशीन आज कल देखा आपने बटन दबा के थोड़ दिया आपने पानी उसने अपने अपने आप लिए शरफ को अपने गोला पानी भी साफ निकाल दिया दोस्तों कपड़ों को सुखा भी दिया सारे काम कर दिय
21:43जाता हैं सभी को तो यह चीज हमें दिखने हैं यंत्री करण में ये आजकर वी निर्माडों ध्यों कि दूसरी जो बड़ी विचेस्ता वो यही है यंत्री करण से तात्परे हैं
21:54यंत्री करण से ताथ पर यह है कि किसी कारे को किसी कारे को मशीनों से पूरा करना
22:13किससे पूरा करना मशीनों से पूरा करना तो यह आपको ध्यान करना इसका ताजपरिया क्या है वो हमने देखा किससे पूरा करना मशीनों से पूरा करना पर आप जानते हैं स्वाय चालित यंतिकर्ण विक्सित अवस्ता है
22:32स्वयचालित यानि अपने आप चलने वाली स्वयचालित यंत्रीकरण कैसी अवस्ता है हम पहेंगी विक्षित अवस्ता है
22:47यह इसंधे अपिध्यकरण में और यह विक्षित अवस्ता का और हम कहेंगे हैं कंप्यूटर क्लिपन परणाली से युगत होती है
23:08उसमें दोस्तों ध्यान के स्वयचालित कारखाने जिन में मशीनों को सोचने के लिए विक्षित किया गया है तो हम कहेंगे
23:13यह मशीने, कंप्रोटर से नियंतरित होती है, इनहें कार खानों में
23:43सोचने के लिए विक्सित किया गया, अब आपको विसर सोचने क्या, मसीन अपने आप सोचे, नहीं, जैसे आपने देखा है, आपके मुबाइल में अलारम है, आपने उसमें लगा कर सोड़ दिया, अपने आप बजेगा, वो अपने आप सोचेगा, भी किस समय मुझे बजना,
24:13और आपने मशीन है, आपने जोष मिशीन उसमें आट्मेटीक करके, जो फूली इजक आपने इका कि असमें, थे दे दिया, इतने रांड लगानी है, तो आजकल यह होता है, जो इस stitch मिंट में सूखेगा, कपडा दूपेगा, थुल जाएगा, तो यह क्या है तो सोच स्वा
24:43एma यहीं तो यन्निकान आदके समय पुर आता है प्रद्योगी की नवाचार यह अनुख अब जानते यह जांते हैं
24:54मतलब होता है नए नए 11 का
24:57हमारी जो दोस्तों वस्तुएं है विनिर्मान की
25:00तो वी निर्मार में हमारी जुव में और झॉण हृ और सिस्टों के निस्थार हरने ऐद रख्षता को स्माप करने पर दॉशन के विलुद संगर्ष करने का मेहत्रोपर नहीं ॔र ने श्सथ और परीउप्यों स्थों जो उए विकासमान जो यूप्तिया इस बेति नंपके �
25:30आप सिस्टों का निस्तारण यानि उनका भी हम उप्योग ले सकते हैं तो ले लिजिए वरना उनको बड़े अत्रीके से निप्टा दीजिए जब उनको निप्टाया तो परदूशन नहीं होना चीए परदूशन के विरुद शंगर्श करने का महत्रपून पहले हुए यानि
26:00तो यह क्या है प्रद्योगी की नवाचार प्रद्योगी की नवाचार का मतलब है प्रद्योगी की नवाचार शोध और जो वर्तमान में विकासमान युक्तिया हैं उनके द्वारा वी निर्मान गुनवत्ता को नियंतरित करना अप्सिष्टों का निस्तारन करना यहां तक
26:30जो हम यह सारी चीज काम कर रहे हैं हम नहीं नहीं चीजें बना रहे हैं इससे प्रदूशन तो होता ही है धीरे धीरे ऐसे टेक्नोलोजी आजएगी वी निर्मान में आ भी रखिये जिसे पॉलूशन नहीं होता है तो प्रदूशन के विरुद एक महत्तपून क्या है संगर्�
27:00प्रद्योगी की नव अचार्व इसके बारे में हम अभी बात करेंगे तो यह बात करते हैं
27:30प्रद्योगी की नव अचार्व इसमें लिखेंगे प्रद्योगी की नव अचार्व शोध और विकासमान
27:55तो और टारो प्ञेस जो यृवड चाटिए्ट नहीं करना दो साँव ना रविकास मांन यृवतियुद्व
28:07कि डोरः तो अड़ी नियुक्तियों के द्वहरा वियुक्र सियोड़ी निर्मान
28:18कि गोन्वत्था को नेंज dosタि करना
28:25को नियंतित करने
28:27नियंतित करने
28:37वेने मान गुनवत्ता को नियंतित करने
28:39ए दक्सता
28:41को समाप्त करने
28:45ए दक्सता को समाप्त करने
28:55अप्सिस्टों का निस्तारण
28:57अप्सिस्टों के का निस्तारण
29:04तथा
29:05परदूशन के विरुद
29:11परदूशन के विरुदर
29:17संघर्ष का
29:20एक महत्वपूर्ण पहलू है
29:25क्या है एक
29:28महत्वपूर्ण पहलू है
29:31यानि परद्योगी की अमाध्यम से
29:35अगर नए नए अविश्कार होते हैं
29:37तो नए नए अविश्कार होसे हम क्या क्या कर सकते हैं
29:39वो सारी चीज़े इसमें हैं, यह हम पर्दूशन को ह右 हम कर सकते हैं अनव Undi
29:59तो जिया इसकी विछेस्ता हीएग।
30:09तो प्रमुक प्रमुक मैंने आपको तीन विश्यस्ताइं बताई है
30:13अभी मैं चोथी विश्यस्ता और बताऊ ना
30:22आईए चोथी विश्यस्ता की बारे में हम बात करते ही
30:32चोथी विश्यस्ता और बताई है
31:02क्या है एन इमित भुर्वलिक विट्रक्वा अगर हम बात करें दोस्तों
31:09ध्यानके अधुनिक वर्तमान के अंदर क्या है जो निर्मान का जहां पर निर्मान कि आज़ाता है वस्तों का
31:15वो सारे सारे उद्यों कुछी स्थानों पर सीमी थे भारत में भी आप देख लीजिए जब आप कच्छा भारत की ही भारत का भुगर पुस्तक पड़ेगी तो उसमें आपको बताए जाएगा भारत के अंदर आठ मुख्या उद्योकिक परदेश हैं लोगों उद्योकिक पर�
31:45छुट्व से भी कम भूल कर थे पर दोस्तों हमारी आपर लोस्तों को नेंहां कि आ जाता है यानि हमारेaldenderब कबॉष्ट्वे
31:51हम पार्तिषक पर ढॉट्स ऐसेह बाको थे इसॉन स्वांगत। प्रथिशक का में लीगभे हैं से तरह का में च Kemperिंग में
32:00कितना 20.2% के निकलेंगा 2.12% परकी इससे भी कम शेटर पर पर अस्तों का निरमान किया जाता है बाकी स्थलकंड सारा देखिये अगर आप देख लिए स्थलकंड के 2.2 निकालेंगे एक 20.2 में इसे को लग भग आपको कितना प्राप्त होगा तो आपको प्राप्त होगा के �
32:30जहां पर बहुत सवर्जाूं मेंैं कि इ草नों ===
32:42यह सथान जहांब स्वर्थेन व Learn
32:55इस्थान पर क्या है गहनता हो चुकिए निश inom यहन हें
33:00कि निए घृंफ ये क्रिशी से बहुत ही चोटे शेत्र में दोस्तो सकंद्रित होते हैं निए
33:06के लिए बहुत बढ़ा शेतर अचाइए बहुत कम शेत्र चाहिए ज्यादा शेतर नहीं चाहिए एक्जामफल के तोड़ पर अमरिका के मक्का की पेटी की में बात कर taraf
33:14तो मक्का की पेटी के अगर बात की जाए तो अमरिक्का की जो मक्का की पेटी है उसमें 2.5 बर किलोमेटर शेत्र में
33:21सदार्णता चार बड़े फारम होते हैं चार बड़े फारम का मतलब है चार मालिक होगे एक फारम का यह की मालिक होगा
33:282.5 वर किलोमेटर का मदलब है कि इतना ही तो लंबा धाई किलोमेटर लंबा और धाई किलोमेटर चोड़ा इतना शेत्र उसमें बड़े-बड़े चार फारम आजे चार परिवाद हुए यानि कि चार रेक्टिवे उनका ही हुगा जिनमें लगवग 10-20 शर्मिक कारे करते हैं
33:58अगर बड़े कार खाने स्थापित कर दिया जाएं तो हजारों शर्मिकों को रोजगार दिया जा सकता है
34:27कितने गुव रोजगार था केवल ही आप देछ सकते है कितने गुवरजगार मिला 10 शर्मिक दख़स वरजगार कर दे टियो दॉम
34:37करदा कटो हम कंतल जाल निर्मां कि उखता है या जैण ये आपने उसके कर सेभीका कि डिया
34:40अइस दोवारा सुनिएका या वी निर्मान का कुछी शेत्रों के अंतर क्या है या निk निर्मान के वाथ किरे तो अधुनेक रुस्तों का निर्मान की अज़त कुछ नूers थालिया वारे सजी रिछत दशाठर करके फक了
35:06की अजिए निकी रॉकों का विस्तार है बसक के आरी को राज में तर चटे के अंदर बन गए
35:14और धियान अधिर कई दोस्तों जो यदिक बन गये वहां पर उड्योगों बहुत ही जादा को
35:19तो द्योगों का विस्तार हो चुका है वहां पर अत्य दीक गहनता आ चुकी है यह क्रिशी से होती कम छोटे शेतर के अंदर विक्सित होते हैं यानि क्रिशी के लिए बड़ा शेतर चाहिए एक्जाम्पेल के तोर पर मैंने आपको दिया अमरिका का उधान तो यही बाते हमे
35:49आदुनिक निर्मान के मुख्य सक्केंद्रा आदुनिक निर्मान के मुख्य सक्केंद्रा
36:07कुछी स्थानों तक सीमित है
36:24यह विस्व के पुल स्थलिय भू भाग के
36:39पुल स्थलिय भू भाग के
36:4510 परतिशत से भी कम भू भाग पर विस्त्रित हैं
37:00कि भूति कम भू भाग पर विस्त्रित हैं यह हमने देखें का विस्तार बहुति कम
37:11और द्यानक्चि जिन भू भाग परिंका है तो हम कहेंगे यह शित्र
37:18हम कहेंगे यह शित्र देश की आर्थिक और राजनितिक शक्ति का केंद्र बन जाते हैं
37:40केंद्र
37:43बन जाते हैं
37:47बन जाते हैं
37:50बनाते हैं
38:04बनाते हैं
38:05तो यह भी मैंने बता दिया है कि जहां पर इन उद्योगों का सकेंद्रन ज्यादा होता है जहां पर यह ज्यादा इकटे होते हैं वो देश के आर्थिक और राजिनतिक शक्तिक के इंद्र बर गए है तो यह आपको ध्यान अटना है
38:34अगला पॉइंट हम लिखेंगे दोस्तों बड़े सरद से तरीके से यह है क्रिशी से इनका विश्तार क्रिशी से कम भूबाद पर होता
39:02कम भूबाद पर होता है
39:09इनका विश्तार है वो क्रिशी से भी कम भूबाद पर होता है
39:13यह आपको ध्यान अटना है
39:16यहां बोल सकते हैं इनका जो विस्तार है क्रिसी से भी कम भू भाग पर सगेंदरन होता है यह हमने देखा है एक्जामपल हमें लेना है यानि क्रिसी ज़्यादा जिगह रोकती है यह कम जिगह रोकती है तो एक्जामपल हमें क्या लेना है एक्जामपल देखेगा उधारण
39:46मक्का पेटी में, मक्का पेटी में धाई वर्ग किलोमेटर में, धाई वर्ग किलोमेटर में, चार क्रिशी फारम होते हैं,
40:05चार क्रिशी फारम होते हैं, जिन में, जिन में, दस से बीश शर्मिक, जिन में दस से बीश शर्मिक कार्या करते हैं,
40:29जिस से पच्यास से सो लोगों का भरण पोशन होता है, भरण पोशन होता है,
40:49जबकि इतनी ही भूमी पर, जबकि इतनी ही भूमी के गरम बात करें, जबकि इतनी ही भूमी पर,
41:09जबकि इतनी ही भूमी के गरम बात करें, इतनी ही शेत्र की बात करें, तो कार्खानों को समाविष्ट किया जा सकता है,
41:17हमके कि इतनी ही भूमी पर, अगर कार्खानों को समाविष्ट किया जाए, यानि लगाया जाए,
41:29कार्खानों को समाविष्ट किया जाए, तो हजारों लोगों को रोजगा,
41:41हजारों लोगों को, हजारों लोगों को भरन पोशन हो सकता, भरन पोशन,
42:09है, हो सकता, ये लिजी विशेशनि, तो एन इमित भूगोली वितर्न,
42:21यानि कृषि के पास ज्यादा भोली के इनके पास कम हैं, क्रिशी के पास ज्यादा होते होई BE कम लोगों बेडर कम लोगों
42:28कि पास कम शेट्र होते हुए भी जादा लोगों को रोजगार और जादा
42:32लोगों को हिबहन पोश्ण होता है इस वज़े से कि इन
42:34से शेत्रों में दोस्तों गहंता वह जादा आती अत्य धी घनतों हो
42:37जाता है और ये क्या करते देसके आर्थिक और राजनातिक
42:40सब्सक्राइब बन जाते हैं
43:10सब्सक्राइब जाते हैं
43:40काई एक विशयस्ता अवर देख लेते हैं
43:45कितनी विशयस्ता ही हो चुकी है
43:47जा पांच में विशयस्ता
43:51हुई अम कहेंगे संक्ठनात्मंग धांचा यहूं सत्रीका
43:57ना इंहें ड्सक्राइब जाते हैं
44:03भांचा वास्त्राइब
44:07कर दोस्तों विनिर्मान शेतर अगर वर्तमान में अगर उद्योगों की स्थापना की जाए कि तो जटल प्रद्योगी की अंतर है
44:30अत्य धीक विशिष्टी करन यानि अत्य धीक इनका बहुत अलग अलग अलग लेवल पर इसकी बात है वह सार हमें देखना हो अधुनिक निर्माण की विशेष्टाइं वरतमान समय के अंदर दोस्तों मालीजे संक्रात्मक धाचा श्तरी करन की विशेष्टाइं
45:00कॉंते ही अधुनिक निर्मान की विशेष्टाइं आगर हम अधुनिक निर्मान की विशेष्टाइं में अगरो आपको बताता हूं इसमें देखे गा
45:16कि विशेस्था नियम ने लिखी थे विशेस्था एक करके विशेस्था ने कि पहले मैं विशेस्था चलो लिख देता हूं फिर इनकी ओपर बात करेंगें एक जटिलग परजूगी की यंत्र एक
45:38जटिलग परजूगी की यंत्र दो नमबर पर हम बात करें तो आपको गे अधिक पूंजी
45:55अधिक पूंजी बड़े संखन
46:04बड़े संखन
46:13चार नमबर पर हम बात करें परसास की यह अधिकारी वर्ग
46:18परसास की यह अधिकारी वर्ग यह भी आपको धानता हूं
46:32और इसकी जो पांच भी होती है हम कहेगे कम प्रयास यह अलब लागत से
46:39सरम विभाजन के द्वारा जहान रखेगा
46:41पांच भी से लिखते हैं अत्य दिक विशिष्टी करण
46:48अत्य दिक विशिष्टी करण
46:53एम अपर शरम विभाजन के द्वारा कम समय वे अलब लागत में
47:08अधिक फार्दन यानि कि यह विशेष्था है और है तो संख्णनात्म करदा होता है वी जो अलग लग धांचे होते हैं अलग लग देटिल यंतर होता है प्रडियों कि सिस्टम होता है लग लग यानि टैक्नोलोजी होती है
47:35कि अधिक पूंजी कम पूंजी आधिपर इसे मनाया जाता है बड़े बड़े जो द्योग पती हैं बड़े जो संग्टन हैं वह उसके अंदर निवेश करते हैं इसके अंदर अलग अलग लिवल की अधिकारी रखे जाते इसलिए परसास की अधिकारी वर लिखाए विशिस्�
48:05युत्य करियों के बाग
48:22को या भ्द सारी बाते हैं आपको ध्या दी है जैसे की कोश्ल का विशिष्ट्री करन ok
48:32दोस्तों अगर आप शिल्क तरीके से किसी कार्व यानि कि हातों से किसी समान को बनाते हैं तो थोड़ा समान बनेगा और आप ओडर की अनुसार मनाओगे लागत अधिक आएगी एक शर्मिक सभी वरकार की कारे करेगा आप शर्मिक थोड़ी रखो गया अगे भी जब उत्प
49:02शर्मिक शर्मिक शोट शर्मिक प्योंकि बन चुका है क्योंकि दोस्तों कंप्यूटर से यह क्या होगा नियंत्रित होगा
49:28कम्प्यूटर से जो टेक्नोलोजी नहीं नवाचार आ रहे हैं नहीं टेक्नोलोजी आ रहे हैं बहुत ज़ला महत्रफुन पहलों क्यों है क्योंकि एक तो इसमें मालीजे कोई प्रोड़क्ट में कमी रह रही है ए दख्षता है उसको स्मप किया जा सकता है प्रोड़क्ट बन
49:58तब कुन पहलो है तो यह सारी बात हैं आप सभी को इसमें ध्यानक नहीं है आगे बढ़ता हूं अगले पॉइंट के और आगे देखे लिखा फिर मैंने एनिमित बहुलेग वित्रम तो आप देख सकते हैं दोस्तों बहुत ही कम शेत्र में यह मनलब की होते हैं यह सारी बा
50:28इसके बारे में बात की तो इस पार्ट में ने जो विद्यक्रियाओं के अंदर हमने जो यह बात कर रहे हैं अरुड़ियक्रियाओं में हम जो यहां पर बात कर रही है ध्यान रख्येगा
50:43कि अगले पार्ट में हम दोस्तों कि इसके बारें बात करेंगी विर्पार्ट में
50:52ग्रवान को प्रावित करने वाले कारर क purchased पार क Taylor
50:59पार्ट में अधनी बात करेगी आप सबी ने प्रेम सनेव नाय रखा उसके
51:03लिए बहुत बहुत धन्यवार कि
51:08क्रेए
Recommended
28:16
|
Up next
Be the first to comment