00:00लोगों ने इतनी मशकत शाका उठाई और हम एक कलम से चौकड़ी लगा दें कि हदीश शरीफ कुछ नहीं है ये अजीजान गिरामी है क्या एक वबार ये दुनिया की तबाई ये होत क्यूं रहा ये इसलिए हो रहा कि जो उसका सब्जेक्ट नहो उस पर गुफतगू करे ड
00:30की तफसीर बयान करें लोग कर थे वा वा वा वा वा देखा अपने पबली भी कैसी दात दे रही कि दिन में नाच रहा और कुरान मजीद की तफसीर बयान कर रहा रात में दिन में गाने का रहा और रात में कुरान मजीद की तफसीर बयान कर रहा ये को साहब थे हमारा मिज
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