क्या आपने कभी सोने से पहले या रात के अंधेरे में शीशे (आइने) में झांकने की कोशिश की है,अगर हां, तो यह वीडियो आपके लिए है! भारतीय परंपरा और मान्यताओं के अनुसार, रात में शीशा देखना अशुभ माना जाता है। कहा जाता है कि रात के समय शीशा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, जिससे मानसिक बेचैनी, डर और भ्रम पैदा हो सकता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी देखा जाए तो जब शरीर और मन थके हुए होते हैं, तब खुद को शीशे में देखने से तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
00:00कभी रात के सुनाटे में अकेले शीसे के सामने खड़े होकर अपनी आखों में ज्याकने की कोशिस की है अगर नहीं की तो मत करना
00:11क्योंकि कहा जोता है रात का अंधेरा शीसे का सच और आपकी परच्वाई तीनों मिलकर कुछ ऐसा दिखा सकते हैं जिसे आप कभी भूल नहीं पाएंगे
00:19क्या वाकई रात में शीसा देखना अशुब होता है या फिर इसके पीछे छुपा है कोई वैज्यानिक कारण
00:25आज जानेंगे इस वीडियो में कि आखिर रात में शीसे देखने से क्या होता है लेकिन उससे पहले नमस्कार मैं असुतो शिपाध्या और आप बोल्ट्स काई देख रहे हैं
00:34भारतीय संस्कृति और कई पुरानी मान्यताओं के अनुसार रात में शीसा देखना अशुब माना जोता है
00:40मान्यता है कि रात के समय नवकरात्म कुर्जा सक्री हो जाती है और शीसा इन शक्तियों को आकरशित करता है
00:46खासकर अगर आप सोने से पहले शीसे में देर तक देखते हैं तो इससे अंजाने में आपके मन में डर, भ्रम और बेचैनी घर कर सकती है
00:55पुराने समय में जब बिजली नहीं थी और लोग दियों या फिर मुंबतियों का उपयोग करते थे तब शीसे में परचाईया रहस्यमई और डरावनी लगती थी
01:04अब इससे डर और मानसिक असंतुलन पैदा हो सकता था अब इसलिए लोगों को सला दी जोती थी कि वे रात में शीसा नो देखें
01:12वे अगर वेग्यानिक की डुष्टी को उन से देखें तो रात को जब मन और शरीर ठका होता है तब खुट को शीसे में देखना मानसिक तनाओ या फिर आत्म मुल्यांकन की भावना को बढ़ा सकता है जिसे अनिद्रा या फिर बेचैनी हो सकती है
01:26वहिर रात में शीसा देखने से नकरात्म कुर्जा वापस लोटती है और सोते वक्त शीसे के सामना होने से सपने और नींद पर बुरा असर पड़ता है तो दोस्तों चाहे मानियता कहें या फिर वैग्यानिक सोच रात में शीसा देखने से बचना ही बहतर है क्योंकि या न
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