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उत्तरकाशी में 'ऑपरेशन जिंदगी' तेज, धराली-गंगोत्री में रेस्क्यू जारी; देखें ब्रेकिंग न्यूज
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00:00प्रकृति के साथ चुनोतियों में यहां जिंदगी से जंग चल रही है हरशिल और धराली में और उसके ठीक पहले कोशिश की जा रही है मिशन मोड पर कनेक्टिविटी जोडने के नमस्कार आप देख रहे हैं आज तक आपके साथ मैं हूँ आज तोष मिश्रा मैं इस समय ह�
00:30चल रही है आएए आपको सीदे लिए चलते है इसी रास्ते की सोग करके जैसे ये कनेक्टिविटी ठीक होगी हम यहां से आगे बढ़ेंगे धराली और हरशिल की ओर हलाकि यहां से 25 किलोमिटर और आगे 15 किलोमिटर के सफरताय करने के बाद जो एक जगह है गंगडानी वह
01:00विशेश इंजिनियर बुलाए गए हैं और जो वैली ब्रिज लोहे का जो पुल होता है वो सामान लाया जा रहा है यानि मिशन मोड पर जो अभियान है उसमें बहुत जरूरी है कनेक्टिविटी जैसे कनेक्टिविटी ठीक होती है सब कुछ सुचारू होगा और मेगा मि�
01:30पास एक CRPF वाहन दुरगटना ग्रस्थ हो गया है तो जमू कश्मीर के उधंबूर से बड़ ख़बर आ रही है हाथे में CRPF के दो जवानों की मौत हो गई है बेहत दुखत ख़बर जमू कश्मीर से उधंसिंग नगर ये इलाका है कंडवा में 12 जवानों के घायल होने की
02:00साल में ले जाया गया है तो जमू कश्मीर के उधंबूर में एक दर्दनाक हाथसा सुनील जी बट हमारे समधाता हमारे साथ जुड़ रहा है सुनील बता सकते हैं कैसे हुआ ये हाथसा उधंपूर नगर में दो जवानों की इसमें मौत की ख़बर आ रही है कितने घायल है
02:30जो कि बुलेट प्रूफ वाहन होता है बंकर वाहन होता है वो उस शेतर से जा रहा था क्योंकि ये काफी दुर्गम स्थान है वहां पर गने जंगल है पहाड है और साथी में पिछले कई दिनों से यहां जमो कश्मीर में भी मौनसून की जो है बारिश काफी जादा हो रही
03:00पर इस थान ये लोग भी रैस्क्यू के लिए पहुँची और साथी में जो प्रशासन के लोग ऺिए इस थान प्रशासन से उसके अनुसर इस हादसे मैं
03:10CRPF के दो जवानों की मृत्यू हो गई है जबकि 16 अन्य जो CRPF जवान है वो जखमी हुए है और जो जखमी CRPF के जवान है उनको बसंदगड के ही सरकारी अस्पताल में भरती कराया गया है उपचार के लिए जो जानकारी आ रही है कि कुल 23 जो है CRPF जवान इस गाड़ी में
03:40पर जम्मु कश्मीर के उधंपुर जिले में और आश्टोष अगर हम देखें तो इन विशम परिस्थितियों में चूंकि जम्मु संभा के जो पहाड़ी शेत्र हैं वहां पर काफी समय से यह बात सामने आ रही है कि वहां जो अपर रीचिस हैं जो उंचे पहाड़ है घने
04:10ग्रस्थ हो गया आज यह वहां पर एक खाई में जागिरा और कुल इसमें 23CRPF के जवान सवार थे यह CRPF की ही गाड़ी थी CRPF का ही वहां था और इसमें कुल तेई जवान सवार थे और जो स्थानिय प्रशासन से जानकारी आ रही है कि दो CRPF के जानकारी के लिए तो एक
04:40का उफान ऐसा आया कि उसने शहर को दुबाए और पहाडों से आया मलबा उसने एक शहर को जमी दोस कर दिया अब राहत बचावकारी के लिए भियान चल रहा है कहीं सडकों को जोड़ा जा रहा है कहीं बिजली को वापस लाने की कोशिश की जा रही है और इन कोशिश में �
05:10परतिये सेना, NDRF, SDRF, उत्राखन पुलिस, केंदर से लेकर के राज की सभी एजिंसियां लगातार इस समय सक्री हैं राहत बचावकार अभियान में और इस बीच अंजली स्टवाल मारे साथ जोड़ रही हैं उनके साथ वो पीडित हैं जिने वहां से रिस्क्यू किया गय
05:40ये जल्दला आया
06:10हम हम पांच्छे भाई हैं लेकर एक भाई जुट वो वा ध Catalina में रहता है और उसका पर्वार भाई अ
06:23तो डोग जोteen परवार थो मेले में मंदिर में था और जो उंका लड़का था ता वो मारकेट में घूम नहया था लेकिन अचानक
06:35खीन नदी के बढ़ने से वो हमारा जो मकान था छह भायों का वो भी उसी खीन नदी में बह गया और नीचे जो भाय का लड़का था वो भी वहां चेहल कर दिमी कर रहा था मार्केट में और अचानक बार आने से उसका भी अभी तक पता नहीं है और हम लोग यहां पर रुके ह
07:05लोग हम चाटने की जल्डी तरह से हम जाएं अपने इपने आत्तव का मलें गाऊंवों के पर हां मिलें नहीं है कि मेजन तो 2 जिन skinny मैं यहां पर खड़ा हूँ कोई विश्ता नहीं ज्यानने की हम नहीं कि
07:34सब्सक्राइब नाया रहा है कि हम अपने पराजनों कब बतीज को मिलूं कब काहा है जिन्दा मुर्द है पता ही नहीं चल रहा है और हमारे ब्युश्ता की जाए एक हेली पेड यहां से लोकल लोगों को क्योंकि हमारा जो गाउं है अजिक लोग आज कर नीचे रहते हैं बच
08:04तीजे वहां थे लेकिन जो और लोग थे वह क्या गावाले थे या कुछ टूरिस भी अब मेला था उस यात्री भी थे कुछ टूरिस भी थे मेले में सबी लोग जाते हैं लेकिन जो मार्केट में घूम रहे थे वह अचाने बड़ी बाड़ा आगे कि जिसके कलपनाई ने की �
08:34सुन सके वहांदब कोहीझ अपना भशार लक सकते हैं अपना जुखडा रोक आपकी मीडिया के मार्जम से यही एविजा रोक के form को से अने जाने कि SPDश 간 जाए अपने परवाध से मिलने कि
08:47अगर हेली पैड की सुविधा नहीं हो पाती, क्योंकि हेली कॉप्टर से उनकी अपनी प्रात्मिक ताइं भी हैं, लेकिन अगर ये रोड लिंक रिस्टोर हो जाता है, बन जाता है, तो आप क्या करेंगे?
08:59ये रोड जल्दी बन जाएं, ताकि अगर जो लोग हमारे अपने खो गए हैं, जिनका पता नहीं है, उनको खोज सकें, उनसे मिल सकें, उनके सुख दुख में हम अपना सहयोग कर सकें, हम तो यहां पर बेश आ रहा हैं, हम तो सरकार करते हैं कि जल्दी जल्दी इस रोड को �
09:29कितने लोग, कितने लोग, जो परिवार के बच्ची हैं, उनसे बात उपाईगे, अभी तक हम, हमारी माता जी सुना है कि वो, फोज वाले ने जो है, ये कोपांग ले जा रहे हैं, वहापे उनका ट्रीट में चल रहा है, माता क्या हैं, अब तो भगवान जाने, अपने पर
09:59कारे में कम से कब खोज ख़बर तो कर पाएंगे, जी, बहुत शुक्रे अंजली, आप जुड़ी हमारे साथ, उन तमाम सारे लोगों ने अपनी कहानी भी सुनाई, अपनी व्यता भी सुनाई, जेहन में गम है, आँखों में वो दर्दनाक तस्वीरे भी हैं, वो डरावना
10:29जो अधिकारी थे, सक्षब अधिकारियों को जगों पर भी भेजा, तमाम बंदोबस्त किये, केंदर के साथ समनवे भी चल रहा है, खुद पुशकर सिंग धामी हरशिल पहुँचे, वहां उन्होंने पीडितों से भी मुलाकात की, मुलाकात के बाद या आश्वासन दिया
10:59से मुलाकात भी की, हर पूरे डिवलप्मेंट पर इस पूरे रिसकी ऑपरेशन में, कहां तक, कहां अरचने आई हैं, उन अरचनों का समाधान खोजने पर भी उन्होंने निजी तोर पर ध्यान दिया है, तो चाहे लोगों से मिलना हो, उन्हें आश्वासन देना हो, ग्रा�
11:29उसमें भी एक्षिल में पानी भूसना सुरू हो गया था, तो अमने आपने आपको परचाने के लिए भी हमारे जो जवान थे, उन्होंने इमारी बहुत साइथ अगरी जो लोकल लोग थे, उन्होंने हमें रात पर श्रांड दी, तब जारी हमने अपनी जान उन्होंने जा
11:59बहुत बड़ी बात है जी, निकाल ले मिया जो सबनी और कितने लोग है अब यह बहुत अपर, आप सब लोग कहां से उड़ कूट बहुत बहुत बहुत अब जाए ज़राए ज़राए तो मनलब जब हम लोग नोग वोटेल में थे तो तबी यह सब होगा था लाइड साइ�
12:29और फिर मतलब दाएक पैकर के निकल गए और आजनी भी चैंक में आ गए रच्टी तेमें फिर वहां पता चला लागी सिर्फ हमारा होटेल बज़े बाकि सब गए गये तो एक और आगया था दो आये था ना था दो आए था ना था दो गए ना फिला आए ना परस्तुमारा
12:59तो ये वो लोग थे जिन से पुष्कर सिंग्धा में मुलाकात कर रहे थे जिनों हर्शिल और धराली से
13:28बचा करके लाया गया था एक चुनोती थी मौसम की मौसम आज ठीक है दूसरी चुनोती कनेक्टिविटी के और इन सब के बीच पुष्कर सिंग्धा में लगातार सकरी है लेकिन चुनोतिया और कितनी है तयारिया और कितनी अंकिश वर्मा हमारे समवादाता देरादून से
13:58आश्यदो जैसे कि हम सब आपको देख रहे हैं आप लगातार डाउन रिपोर्ट भी कर रहे हैं और वी समवादाता महाँ पे मौझूद है और सिती जो थी अब पहले से बहतर हो रही है रोड की अगर बात की जाए तो रोड की सिती अभी भी खराब है जो सबसे महतफून �
14:28लॉंग और हर शिल हेलीपैड को एक्टिवेट किया है उसमें अभी चिनूक लैंड हुआ है और चिनूक लैंड होने के बाद वहां से 35 लोगों को लेकर जॉली ग्रांड पहुंचा है और इसी हेलीकॉप्टर से एंडीरेफ के और जवान वहां पर पहुंच रहे हैं इसके
14:58हमने ये भी देखा है कि पुश्कर सिंग धामी लगातार सक्रिय हैं और उन्होंने लोगों से मुलाकात की है जो पीडी थे जो वहां से बचा के लाए गए हैं उनसे भी उन्होंने स्थिती को समझा जाना की आखिर कितनी बड़ी मुश्किले थी पुश्कर सिंग धामी ल�
15:28और इससे पहले देरादून में जब घटना होई थी तो आबदा प्रबंदन विभाग में वो मॉनिटर कर रहे थे उसके बाद उत्तरकाशी पहुँचे जहां पर उन्हें पूरे थराली एरिया का हर्शल वैली का जो हवाई दौरा किया उसके बाद वो लगतार ITVP मातली में
15:58को देखते हुए भी प्रदेश के जो दूसरे शेतर हैं वहां के लिए भी पहले से अलर्ट एक जारी किया जिसमें जो लोग नदी किनारे रह रहे हैं क्योंकि बीते दो दिनों से जिस तरह से विशम परिस्टिती बनी हुई थी मौसम ने विक्राल रूप लिया था तो लो
16:28कर रही है और सबसे ची बात यह है कि हैली सौटी जो है शुरू हो गई है इसमें युकाड़ा जो तराखंड का एक स्टेट वेंग है से वेलेवियेशन का वो एहम रोल निभा रहा है ठीक है आंकित लोटेंग में आपके पास आप तमाम जानकारी दे रहे थे कि कैसे राहत
16:58और जो उपरेशन है उसमें भी तेजी लाई जा रही है कैसे रिस्क्य उपरेशन पूरा किया जा रहा है मरसमधाता अंजली इस्टवाल की रिपोर्ट देखे इस वक्त हम लोग भटवाडी में है और जैसा कि आप मेरे पीछे देख सकते हैं भटवाडी जो कि 50 किलोमेटर
17:28कोशिश की गई थी लेकिन एक बार फिर से सब कुछ धस गया था अभी ये काम चल रहा है बियारों के जरीए उनकी स्पेशल टीम यहाँ पर मौजूद है हम उनसे बात करेंगे ये बताइए कि यह जो टीम आप लोगों की काम कर रही है उसने कल रात को थोड़ा कैमरे की त
17:58सौ मिटर आगे पापडगार्ड है वह भी पूरा दसा हुआ था वहाँ पर भी हम लोग लगे हुए थे रात को तीन वज़े तक हम दोनों जगे यह रोड हमने ओपन कर दिया था यह जो दिकाई दे रहा है आपको यह रात को हमने ओपन कर दिया था लेकिन जैसे हमने देख
18:28जिनको उठा करके हटाया जा रहा है तो यह ओपने देखी सकते हैं यह काम आसा नहीं है उपर से कभी भी चटान धसक सकती है नीचे अपरेटर मशीन चला रहा है और वो उसकी फाउंडेशन को जब हिलाता है तो पहाड से पेड़ों का गिरना और चटानों का गिरना यह ल
18:58खुल जाएंगे यह दो दो केविन की हम बात करेंगे खुल जाएंगे तो आके जाके एक ब्रिज है उस ब्रिज की इंपोर्टेंस और वो उसको कैसे ठीक किया जाएगा वो तो हम तो मैं में अभी ला रहा है सामान वहां से आज सिफ्ट कर लेंगे फिर उसमें वो प्लान यह
19:28हुता है और जो यह ब्रिज बन जाएगा तो आपकी पहुंच और जो रसंद है और जो रेस्क्यो अपरेजिश्ट है उनकी और पहुंच कहा हुँआ है कई दर्हाली गाओं जापदा इतनी
19:54बड़ी है तो मदद का पैमाना भी बड़ा होना चाहिए और बिल्कुल आपको 2013 की वो तस्वीरे याद आएंगी जब हवा जो है जहाजियों से भर गया तहली कॉप्टर से लगातार हर वो एजिंसी चाहे केंदर की हो राज जी की हो मदद में जुट गई थी बिल्कुल वैस
20:24दूसरे हिस्से पर मैं हूँ जहां कोशिचे जारी हैं लेकिन पहले चरण पर काम्याबी कैसे मिली देखे एरपोर्ट
20:29पहला ब्रीज खटम हो चुका है बड़ी सफलता मिली है इस समय बियारों को यहां जो पहला बड़ा रास्ता था जो सबसे बड़ी मुस्किल थी उसे ठीक कर लिया गया है जिस सडख पर कल हम पैदल नहीं जा सकते थे उस सडख पर अब यहां गाडिया जाने वाली है गंग
20:59इंजिनियर्स वो भी यहां पहुँच रहे हैं वो यह कहा जा रहा कि आज गंगवानी ब्रिज भी रिस्टोर कर लिया जाएगा अगर ऐसा है तो संभवता कल लिच्छी के पास जो इलाका है यानि संभवता कल सुबह या कल दो पहर तक यह तमाम जो रेस्क्यूर्स हैं अपन
21:29गई है और जब इसका इस्तमाल हुआ तो यह पूरी सड़क मलबा कलियर कर दिया गया साफ हो गया है भटवाली में जो राजमार बह गया था महस 40 घंटों के भीतर उसे बियारों की टीम ने दुरूस्त कर लिया है अब वो रास्ता खुल गया है और इन ही रास्तों से पीछ
21:59के इस पूरे हिस्से को चीडते हुए अब जो आगे बढ़ रही है यह हमारी सहयोगी अंजली इस्टवाल वो आगे इस रास्ते से बढ़ रही है और आज तक की पहली गाड़ी इस काफिले में चुकि हम यहीं पर इंतजार कर रहे थे रास्ता कुलने का हमारा सफर आगे ज
22:29जा था जब रास्ता बन था चलिए रास्ता खोलते पीछे पूरा काफिला शुरू हो गया है आगे जो सप्लाइ लाइन है उदर से गैस जो सिलिंडर है वो आ रहा है उसके पीछे जो है आगे कुछ मीडिया की गाड़िया है और इसी के साथ साथ जो राहत बचाव कारे का �
22:59ऐसी तस्वीरें और इसी के बाद सवाल उठें कि आखिर वहां कितने लोग थे क्या वज़य थी जिसकी वज़य से उत्तराखन में इस बार फिर ऐसी आपदा देखने को मिली भटवाली में दिपक बिश्ट के साथ मैं आशितोष मिश्रा आज तक
23:29ये तमाम एजिंसिया जो वहां पर सक्री हैं उसमें एक बड़ी जानकारी आ रही है राहत बचाव कारे में 200 से ज्यादा लोग लग बड़ 270 लोग और इसमें ये तमाम लोग धराली से हैं इसमें 100 से ज्यादा लोग गुजरात के रहने वाले हैं जो उस समय धराली में मौ�
23:59पहुचाया जाएगा तो बड़ी कामियाबी मिली है तमाम एजिंसियों को आंकिर शर्मा हमारे समवादाता देहरादून से हमारे साथ जुड़रे हैं अंकित बड़ी कामियाबी है दो दिन लग बड़ 40-45 घंटे का ये ऑपरेशन और अभी तक महां बहुत ज्यादा बुन
24:29थी करीब 300 के करीब उनकी संख्या बताए जा रही थी लेकिन प्रशासन ने 274 के करीब लोगों को इसमें रेस्ट्यू किया और हर्शिल पहुचाया हर्शिल से करीब 100 लोग जो है
24:41इसके साथ चिनूक से वापस वड़ान भर के हर्शिल पहुचा है और मौसम खुले होने के साथ ये ऑपरेशन तेजी पकरता जाएगा
24:59मैं आपको बता दूँ इसमें जाधतर जो यात्री हैं वो गुजराट से हैं 151 यात्री गुजराट से हैं महराच्छा से 123 हैं मद्रवदेश से 31 हैं और रुत्य प्रवदेश से 12 हैं इसी तरह दिल्ली राज़िस्थान असम करनाटक और तिलंगान और पंजाब से भी यातर
25:29इन के परिजद नहीं पहुचे हों गया की पूरे खबर परमारे नजर बनी हो यहाया है
25:51एक बिशरेंगे पर शुरक्षट झबिधा जो खाल जेँ है
25:57पुल को बनाएगी सिर्फ एक से डेड़ दिन में यानि चौबिस से चछटिस घंटे में
26:27सामान यहां पहुंचता है रूरकी से रवाना कर दिया गया है वो पुल सिमेंट का पुल जिसको बनाने में दो से तीन से च्छे महीने लगते हैं भारतिय से चौबिस से चछटिस घंटे में बना कर तयार करेगी तो एक बड़ा मिशन जो चल रहा है कनेक्टिविटी का और ज
26:57मेरे देख रहे हैं ये उसी मिशन की है चप्पे चप्पे पर आज तक मौझूद है उत्तरकाशी उत्तरकाशी के हर उस इलाके में जहां आपदा का असर है राहत बचावकारे पर लगातार हमारी नजर बनी होई है तो इस समय भटवाली में आप देख रहे हैं कि एक बड�
27:27अब एक रास्ता खुल गया जिस रास्ते पर कल तक जिस रास्ते ने हमारा रास्ता रोका था अब इस रास्ते से बढ़ते वे आगे जा रहे हैं बियारो और ग्रिफ की जो टीम है अब ये भी हमारे साथ में
27:37अब इन रास्तों पर देखिए को सबसे बड़ा हिस्ता है
27:44वहाँ पर ग्रेफ और बियारों की टीम लगी हुई है
27:46कल से परसों से मशक्कत कर रहे हैं
27:48लेकिन वहाँ सफलता नहीं मिल रही है
27:50और उसकी एक बड़ी वज़य है वो मलबा
27:52जगा जगा जगा जो सडके हैं वो टूटी भी है
27:58तो कहा जा रहा है कि 50 से ज़ादा लोग में में से भी हो सकते हैं
28:04भाग भाग भाग
28:06घटवाडी जो कि 50 किलोमेटर दूर है धराली से
28:09वहाँ पर रोड टूट गई थी उसको अभी फिक्स करने का काम जल रहा है
28:14यहाँ पर मार्ग का पूरी तरह से वास आउट हो जाना
28:23यहाँ पर जो NDRF के सीनियर अधिकारी हैं वो तमाम लोग इस पर नजर बनाये हुए
28:44ओपरेशन जिन्दगी के एक तीन दिन उत्तराखंड में उत्तरकाशी में आई वो आपदा
28:51हर्शिल और धराली में वो आपदा जिसके बाद शुरू हुए ओपरेशन जिन्दगी
28:55तीन दिन बीतने के बाद कहा पहुंची रखतार इस तीन दिनों में आखिर क्या क्या हुआ देखे इस रपोर्ट में
29:25उत्तर काशी के धराली में आई प्रले कारी आपदा का आज तीसरा दिन है
29:33पहले दिन जो आफ़त आई थी उसके बाद वहां सिर्फ गिने चुने सैनिक और स्थानिय प्रशासन के लोग मदद कर पा रहे थे
29:41दूसरे दिन मुख्यमंत्री का दोरा हुआ हेलिकॉप्टर से फसे लोगों का रिस्क्यू हुआ और तीसरे दिन अब सड़क खुलने के बाद युद स्तर पर राहत बचाव शुरू हो रहा है
29:51धराली के राहत बचाव कारे में सबसे बड़ी राहत उस वक्त मिली जब दो दिन तक दिन रात मेहनत करके भटबाडी इलाके वाली सड़क खुल दी गई
30:0324 घंटे पहले जो सड़क सेक्रों मीटर में तबाह हो चुकी थी
30:08वहां से इनसानों का गुजरना भी मुश्कल था
30:11वहां जवानों, इंजीनरों और प्रशासर की मेहनत ने एक दिन के अंदर एक मोटरेबल सड़क खुल दी है
30:18इस सड़क के खुलने से राहत बचाव को कितनी रफ़तार मिल पाएगी उसे इस नक्षे पर समझे
30:24तो ये नीचे यहां उतरकाशी है और उपर यहां धराली है
30:29इसके बीच की सड़क में तीन जगे अवरोध है
30:32पहला अवरोध इस भटपाड़ी इलाके में था जहां की सड़क अब खुल चुकी है
30:37इसके बाद गंगनानी में एक पुल बह गया है
30:40उस जगे पर सेना के इंजीनियर वेकल्पिक पुल बनाने वाले है
30:43इसके बाद हर्शिल में हुए नुकसान को पार करने के बाद धराली तक रास्ता क्लियर हो पाएगा
30:49बटवाली में जो राजमार्ग बह गया था
30:52महस चालिस घंटों के भीतरू से बियारों के टीम ने दुरुस्त कर लिया है
30:55अब वो रास्ता खुल गया है और इन्ही रास्तों से पीछे आई टी वीपी की टीम
30:59इसी के साथ एन्डी आरेफ और उन तमाम एजिंसियों का पूरा सामान पूरा अमला आगे बढ़ेगा
31:05धराली के लिए हर्शिल के लिए दरसल बड़ी चुनोती थी कि पूरा राश्ती राजमार जो है नदी का शिकार हो गया था
31:11उसी के साथ साथ गिर रहा था मलबा पहाड को चीर करके इस पूरे हिस्से को चीरते हुए अब जो आगे बढ़ रही है ये हमारी सहयोगी अंजली इस्टवाल वो आगे इस रास्ते से बढ़ रही है और आज तक की पहली गाड़ी इस काफिले में चुकि हम यहीं पर इंत�
31:41और इंडिया टुडे की जिसने ये रास्ता क्रॉस करेंगे इसे के साथ साथ जो राहत बचाओ कारेकाप सामान है जो पीछे इंतजार कर रहा है अब वो आना शुरू हो गया है
32:01भटपाडी में रास्ता तो खोल गया लेकिन इससे आगे अब बड़ी चुनौती भटपाडी से 15 किलो मीटर उपर के गंगनानी इलाके में है
32:10यह गंगनानी की तस्वीर है यहां सैलाब और लैंड स्लाइड में पूरी पुलिया ही बैग गई है यह पुलिया के दोनों तरफ के स्पैन नजर आ रहे हैं लेकिन बीच का पूरा पुल बैच चुका है इसे युद स्थर पर तैयार करने की चुनौती आज सेना के इंजीन
32:40रोड बनाई जा सके और उमीद है कि अगर मौसम ठीक रहा तो कल तक धराली में आसानी से बाहन आ जा सकेंगे भटपाडी उत्तरकाशी से आशुतोष मिश्टा के साथ आज तक बेवरो
33:10कल तक यहां नहीं थी लेकिन रातो रात सबको पूरा अमला यहां पर भेजा गया है और इसलिए उन अमलों को भेजने के साथ अब यहां कोशिश हो रही है अब देखे यह जो बड़ा रास्ता था लगबग 200 मीटर लंबा इस पर भी यह पूरी सड़क कल बन के तयार थी ल
33:40बैठा और इसलिए जगह जगह पर इन पहालों में दरा रहे हैं आज बरसात अगर होती तो संभवत लैंसलाइड और होता और अगर ऐसा होता तो ऐसे में यह जो आपरेशन जिंदगी है उस पर बड़ा ब्रेक लग जाता उसके इस मिशन में ब्रेक लग जाता सरकार यहां
34:10और चमूली जनपत ये अब समझो लगातार हर वर्स इसमें आपदा आ रही है हमको ये संकेत है कि हमें सारी व्यवस्ता बरसात से पूर्व कर लेनी चाहिए हमें हर बार चिनूक की जुरत न पड़े हमारी हैबी मशिने चाहे वो हर्सिल में हो धराली में हो भटवाडी में हो
34:40पूरा हो जाएगा एक 72 घंटे से जादा अब होने वाले हैं अभी तक दूर संचार की व्यवस्ता बाहल नहीं हुई है और बिजली की व्यवस्ता बाहल नहीं हुई है ये एक बड़ी चिंता है लेकर के खासकर धराली में और उसके बाद हर्शिल में और इसलिए यहाँ प
35:10नहीं था अब वो सब दुरुस्त कर लिया गया बिजली पहुँच गई अब भारतिय से ना जुटे की उस ब्रिज को बनाने के लिए जो बह गया उसको क्योंकि आप अगर कॉंक्रीट से बनाने जाएंगे तो बहुत मुश्किले आएंगी लेकिन जैसे जैसे हम आगे बढ
35:40ये वो दूसरे चरण का रास्ता जिसे दुरुस्त कर लिया जाएगा और जैसे ही ये दुरुस्त होता है उसके बाद हम समझ पाएंगे कि गंगवानी में जाने में आफिर तब वो समय कितना लगेगा उसके बाद सेना का अभियान शुरू हो जाएगा लेकिन इस ओपरेश
36:10उस दर्दनाग हाथसे की कहानी
36:12धराली में ऐसी आपता आई है कि एक तरब धराली तबाह हो गया है तो दूसरी तरब धराली तक जाने के सारे रास्ते भी तबाह है
36:40धराली में आए महाविनाशक फ्लैश फ्लैश फ्लैट के बाद मौके पर मौझूद चंद सेना, ITBP और SDF के जवानों ने रेस्क्यू तो शुरू कर दिया था
36:50लेकिन वहाँ से बचा कर निकाले गए लोगों को धराली से बाहर ले जाने का विकल्प नहीं था
36:55इसके बाद ITBP और SDF के जवानों ने चौपर से फसे लोगों को निकालने की मुहिम शुरू की
37:03दो दिनों में 200 से ज्यादा लोग सुरक्षित निकाले जा चुके थे
37:07इसमें ज्यादा तर उत्राखंड के बाहर से आये परिटग भी थे
37:10सब पूरे सब फोर्स ने पूरे हल्प के
37:13और सब लोग सब निकल गया हाँ से
37:18बहुत प्राउट फिल करती हूँ उत्राखंड, टूरिजम, इंडिन आर्मी, गाओं वाले
37:25और जितने भी यहाँ पे मेंबर्स हैं, जो सब पूर्ट कर रहे हैं हमें
37:29उनको मैं सल्यूट करती हूँ, उन्होंने हमें वहाँ से निकाला
37:33इतना डर लगा मुझे, बट गाओं वाले ने इतना सब पूर्ट किया
37:37वो मतलब हमें बताया कि इसा नहीं होता है
37:40ये परेटक सिर्फ धराली नहीं, बलकि हरशिल से लेकर गंगोत्री तक की इलाके में
37:49जगा जगा फसे हुए थे, जिन्हें निकाला जा रहा है
37:51राहत बचाव में जुटा हिलकॉप्टर इधर से एंडियारेप के जवानों को लेकर जा रहा है
37:58उदर से फसे लोगों को लेकर आ रहा है
38:28जब तक सड़क नहीं खुल जाती, ये चौपर ही एक मातर रेस्क्यू का साहरा है
38:32एक से अधिक चौपर उत्तरकाशी से लेकर धराली के बीच चल रहे है
38:36जिन में हर फेरे में कुछ न कुछ एंडियारेप के जवानों को भीजा जा रहा है
38:40हेलिकॉपर्टर्स के माधियां से 35 लोग पहुँच चुके हैं
38:43और अभी हमारे जो मॉर्निंग से अब देख रहे हैं हेलिकॉपर्टर्स जाने शुरू है
38:46उसमें हमारे लोगों की आवागमन शुरू हो गई है
38:49साथी वहाँ पर जो कॉम्मिनिकेशन का इशू होता
38:52आज सुगही हमारा जो एक QDA होता है
38:54उसने भी काम करना शुरू कर दिया
38:56कुछ सेटिलाइट्स फॉन भी हमारे वहाँ पर काम कर रहे हैं
38:58जो कि इस आपरेशन में बहुत बड़ी मददगार सावित होगी
39:01बाकी वहाँ पर पूरा स्टेट अडिस्टेशन, हर्मी, ITBP और NDRF, SDRF
39:07सभी इवन अस्तानी लोग काफी मिलकर इस आपदाका सामना करने में एक दूसरी की मदद कर रहे हैं
39:13चौपर से धराली पहुंची NDRF की टीम मौके पर राहत बजाव में जुटी हुई है
39:18लेकिन धराली में इतना धिक मलबा है कि चंद दरजन जवान उट के मुह में जीरा की तरह है
39:23इसके अलावा जगा-जगा फसे परेटकों को सुरक्षित निकालना भी बड़ी चुनाती बना हुआ है
39:31अब ही जो सूचना हमारे पास है जो जगा-जगा आर्मी कैम्प में हैं आजबी पी की कैम्प में हैं जगा-जगा पर याक्ती रुके वे हैं वो लगवर 300 से 400 के आसपास है
39:43फिलांग सेना, NDRF, SDRF, उत्रकंड पुलिस और अस्थानी प्रशासन धराली में जीजान से राहत बचाव में जुटा हुआ है
39:52उधर सीम धामी उत्तरकाशी में ही कैम्प करके राहत बचाव पर पूरी नज़र बनाए हुए है
39:58आज तक बेरो
40:00परियावरन विश्यशक की हमेशा से ये मानते रहे कि पहाडों में आपना आने के पीशे एक बड़ी वज़ा है
40:07बेहिसाब बढ़ती आबादी और जब आबादी बढ़ती है तब वहाँ टूरिजम बढ़ता है
40:12उन इलाकों में टूरिजम बढ़ाने के लिए बेहिसाब इंफ्रस्रक्चर तयार किये जाते हैं
40:15और जब ऐसे इंफ्रस्रक्चर तयार किये जाते हैं तो जो एकॉलिजी है जो परियावरन है उसके साथ छेड़कानी होती है
40:21और जब प्रकृति को नुकसान पहुंचाया जाता है तो प्रकृति कुछ इसी तरह से बदला लेती है।
40:51दाएं आती हैं क्योंकि मिसाल के तोर पर सिर्फ उत्राखंट की अगर बात करें तो राजज में पिछले बरसों में तेजी से परियटकों की आबादी बढ़ी है
40:582021 में जिस राजज में परियटकों की संक्या 2,18,000 के आसपास थी वो 2022 में बढ़कर 5,40,000 तक पहुँच रही थी
41:06और 2023 में 5,96,000 यानि करीब 6,00,000 परियटक उत्राखंट पहुँच चुके थे
41:12जाहिर तोर पर ये दबाव उत्राखंट के संसाधनों पर बढ़ता है और फिर अन्यंत्रित निर्मान होते हैं
41:17और जब पहाडों में विकास योजनाओं के नाम पर अन्यंत्रित निर्मान होते हैं
41:21खुदाई होती है, एकॉलिजी को प्रभावित किया जाता है, तो फिर भूस्खलन जैसी घटनाएं भी होती है, पहाडों में भूस्खलन से बड़ी तबाही होती है, और अगर आंकडों में भी देखें, तो हैरानी होती है, ये 2018 में जहां भूस्खलन की 216 घटनाएं हुई,
41:511100 के पार हो गई, भूस्खलन की घटनाओं में 4-5 गुना बढ़ोतरी बता रही है, कि सारी आपदा प्राकृतिक नहीं है, इसके पीछे जो इनसानी दखल है, वो एक बड़ी वज़े है, नि बेतहाशा निर्मानकार इसके पीछे एक बड़ी वज़े है, यहां तक कि पहा
42:21इसमें Geological Survey of India के साथ National Landslide Forecast के लिए NLFC बनाए गया था, भूसंकित नाम की वेबसाइट और भूस्खलन Mobile Lab के जरिये भी अग्रिम सूचना दी जाती है, इसके लाबा British Geological Survey के साथ Prototype Early Warning System भी डेवलप किया गया, जो कि 6 राजियों के 18 जिलों में Early Warning Bulletin जारी करता है, लेकिन इ
42:51Glacier Lake Burst Out की आशंका भी जताई जा रही है, और इस सिलसले में सरकार ने पहाड़ी राजियों में आपदा से होने वाले जानमाल को बचाने के लिए Integrated Alert System Common Alerting Protocol तयार किया, इसमें केंद्र ने National Glacier Lake Outburst Forecast के लिए Risk Management Program बनाया,
43:07Glacier के फटने के कारण जो नुकसान होता है, उसे निपटने का कारिकरम बनाये गया, खासकर उत्राखंड हिमाचल, अरुनाचल और सिक्किम के लिए 135 करोड रुपए का बजट भी दिया गया, लेकिन उसमें सिर्फ 27-28 करोड रुपए ही अब तक जारी हो पाए हैं, तो कु
43:37प्ता हुआ टूरिजम और बे लगाम इंफ्रस्ट्रक्चर, और पर्यावरण विध हमेशा ये चेतावनी देते रहे थे, कि अगर इसे नहीं रोका गया, तो ऐसी आपदाओं से बचना बिलकुल मुश्किल होगा, और इसलिए जिन्दगी के इस जंग में ऑपरेशन जिन्
44:07गंगोतरी से 307 लोगों को बचाया गया है, यानि 274 लोगों का रिस्क्यू धराली से जिन्हें हर्शिल भेजा गया, आप 300 से ज्यादा लोगों को गंगोतरी इलाके से भी रिस्क्यू किया गया है, यानि ओपरेशन जिन्दगी के तहद जहां पर 5 शरणों में ये पूरा �
44:37सामत लाए गये हैं, वो अपने अगले गंतावे अपने घरों की ओर रवाना हो जाएंगे, यानि ओपरेशन जिन्दगी का स्केल अब बड़ा हो रहा है, पैमाना बड़ा हो रहा है, तमाम कोशिशें भी बड़ी हो रही हैं, और हर संभव, हर मुमकिन कोशिश की जारी है,
45:07जाला गया है, तो इस ऑपरेशन जिन्दगे में आगे आखिर कितनी चुनोतिया हैं, उन चुनोतियों को, उन बाधाओं को पार करते करते, हम एक चरण आगे निकले, दूसरा चरण बस अपूरा होने वाला है, और तीसरे चरण में उस पुल को, उस नदी के प्रवाह को, �
45:37भारतिय सेना सभाले की मोर्चा, रुड़की से 60 इंजिनियर की टीम यहां पहुँच रही है, सामान पहुच रहा है, और वैली पुल को बनाने की कोशिशे होंगी, 24 से 36 घंटे का समय, जैसे उस नदी पर बहा वो पुल तयार हो जाएगा, भारतिय सेना, NDRF, SDRF, ITBP, हर �
46:07मिंटों का इंतजार, जैसे पहला रास्ता खुला, ये दूसरा रास्ता खुलेगा, और इनी रास्तों के बाद उन लोगों के लिए रास्ते खुलेंगे, जो कहीं पफसे हुए हैं, जो अपनों का इंतजार कर रहे हैं, और हर दिन हम लगातार, इसे जुड़ी खबरें ल�
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