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  • 2 days ago
वाराणसी/प्रयागराज/अयोध्या, यूपी: श्रावण महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन देशभर के तीर्थों और मंदिरों में नाग पंचमी का त्योहार मनाया जा रहा है। बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी के ऐतिहासिक नागकुण्ड मंदिर में इस दौरान श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मान्यता है कि नागकूप में स्नान और पूजा करने से कालसर्प दोष, अकाल मृत्यु और अन्य ग्रह बाधाएं दूर होती हैं।

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00:00श्रावन महीने के शुक्ल पक्षकी पंचमी के दिन देश भर के तीर्थों और मंदिरों में नाग पंचमी का त्योहार मनाया जाता है।
00:12बाबा विश्विनाद की नगरी काशी के एतिहासिक नाग कुंड मंदिर में इस दोरान शद्धालों का ताता लग रहा है।
00:20मानेता है कि नाग कूप में इसनान और पूजा करने से काल सर्प दोश, अकाल मृत्यू और अन्य ग्रह बाधाएं दूर होती है।
00:34इसके व्याख्यान है कारकोटक वापी के नाम से अश्कंद पुराण में तो में नाग पूजन के लिए उपियोगत स्थान है।
00:42यहां पर अपने बनाराश कासी के सासाथ अन्य प्रांत से भी लोगें आते हैं, अन्य राज जी अन्य जीलों से भी लोगें आते हैं दर्शन करनें।
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01:20और खास्त वाइव कामति कीई है
01:24काशी के साथ ही प्रयाग राज में भी नाग पंचमे के मौके
01:41पर श्रद्धालूोंने संगं में allowing टुक्टी लगाएं वही नाग वास्व की
01:46मंदिर में भी बड़ी तादाद में शृत धालू पहुंचे मानेता है कि इस दिन नाग वासुकी के दर्शन करने से काल सर्पदोश से मुक्ति मिलते हैं
01:56शृत अब बढ़ने के दिन जो सच्छन संगम में आकर असनान करते हैं
02:13असनान करने के तस पश्काद सब काम के पहले भगवान नागरा के पुझा करना चाहिए
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02:45દારંતારલે સ્રરારલે મારલે વી સ્રદાલે શરધધાલુંંંગી સ્રધરાલે મંદેંંથલે પસ્રલે સેશર્

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