शिमला: केंद्र से मदद न मिलने और वन भूमि पर आपदा प्रभावितों को बसाने के लिए अनुमति न मिलने पर मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने एतराज जताया है. राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा, "मैं मुख्यमंत्री की इस बात से सहमत नहीं हूं. जयराम ठाकुर भाजपा से हैं और केंद्र में भाजपा की सरकार है, इसलिए मुख्यमंत्री ये कह रहे हैं कि जयराम ठाकुर को दिल्ली में जाकर बात करनी चाहिए, ये सही नही है. केंद्र से मदद मांगने का काम मुख्यमंत्री का है, जयराम ठाकुर का नहीं है." राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू जब स्वयं गृह मंत्री से मिलने के लिए दिल्ली गए थे तो उस समय क्यों नहीं जयराम ठाकुर को अपने साथ लेकर गए? अगर जयराम ठाकुर नहीं जाते तो फिर वह इस तरह की बातें कर सकते थे. उन्होंने कहा कि सरकार किसी की भी हो पक्ष या विपक्ष, आपदा के समय सभी को मिलकर काम करना चाहिए. गौरतलब है कि इससे पहले सीएम सुक्खू और कैबिनेट मंत्री जगत सिंह नेगी ने भी इस पर सवाल उठाया था. जगत नेगी ने कहा था कि जब 2023 में आपदा आई थी और जयराम को दिल्ली साथ चलने के लिए कहा गया था, तो वो क्यों नहीं साथ चले थे?