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  • 4 days ago
श्रावणी मेला में पूजा करने पहुंच रहे लाखों श्रद्धालु देवघर में मिलने वाले पेड़ा और चूड़ा की प्रसाद स्वरुप खरीदारी कर रहे हैं.

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Transcript
00:00स्थ्रावी मेले के दौरान देवगहर में मिलने वाले हर चीज की खास महत होती है
00:05लेकिन मेला में, पूझा करने पहुँचे लाखों सरधालों के लिए
00:08सबसे खास होता है तो वो है देवगहर में मिलने वाला चूडा और पेडा
00:13धार्मिक मानेताओं के अनुसार यह कहा जाता है कि भगवान भोलेनात पर जलाविसे करने के बाद जो भक्त चूड़ा और पेड़ा की खरिदारी करते हैं
00:22और खरिदे वे पेरे और चूड़े को अपने परिवार और समाज के लोगों के बीच में बाटते हैं
00:27तो इससे भक्तों के धन में बिर्दी होती है वहीं जो भक्त इस पेरा और चूड़ा के परसाद को ग्रहन करते हैं
00:33उनके भी जीवन की सारी कष्ट दूर हो जाती है
00:35पौरानी कथाओं के नुसार यह माना जाता है कि भगवान भोलेनात को पेरा का भोग बहुत ही पसंद
00:57है अर्जुन प्रसादे न सर्ब दुखा नाम सभी दुख को हरने बाले
01:26परसादे न सर्ब दुखा नाम हानी रस्च बजायते उसका हानी भी होने बाला है तो
01:33यह परसाद रूपी जो है भागवान का असिरबाद उसको लेने से हमारा बुधी में यह बिकार है
01:40वो भी मिट जाता है और सुभीचार और उसको पुर्णी मिलता है
01:45He is very good and good.
01:56He is very good and good.
02:00The old thing is that its strength is here.
02:08Yes, the tree is planted in the tree, and the tree is not planted on the tree.
02:16In the village of the father's country, the tree is very strong.
02:20That's why I take the tree here.
02:24So that's why people are here 12 months, they come every day, every month, they come here and they come here.
02:34This is the whole family?
02:36Yes, the whole family.
02:38Is it the whole family?
02:58Who are they ready?
03:00I'm ready for the family.
03:04ुचुडा और पेरा का रेट भी तैय कर दिया जाता है
03:30ताकि दुकांदार किसी भी ग्राहक के साथ बारगेनिंग न कर सके
03:33और ग्राहकों को उचित मुल्य में चूरा और पेरा मिल सके
03:37पुरानी परंप्रा के नुसार प्रती दिन लोग चूरा और पेरा जरूर ख़ई
03:41देवघर से ETV भारत के लिए हितेश कुमार चौधरी

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