केरल के पत्तनमतिट्टा जिले में हरे-भरे धान के खेतों में ऊपर से देखने पर चौंकाने वाली आकृति नजर आती है. खेतों में भगवान विष्णु की छवि को चावल की फसलों का उपयोग करके बनाया गया है. इसे स्थानीय किसान उथमन और अखिल ने कई महीनों की मेहनत से तैयार किया है. इस बारे में किसान उधमन ने बताया कि कलाकृति बनाने के लिए कृष्ण कौमोद और कल्याणी वायलेट किस्म के बीजों का इस्तेमाल किया गया है. जलवायु और वर्षा महत्वपूर्ण कारक हैं क्योंकि बीज केरल के बाहर से हैं, वर्षा एक प्रमुख भूमिका निभाती है. फिर भी, बिना किसी रासायनिक खाद का उपयोग किए, केवल जैविक खाद का उपयोग करके खेती की गई है, और यह अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है. वहीं कलाकार अखिल ने बताया कि इसी तरह से हमने पहले भी ईसा मसीह और अय्यप्पन दोनों की आकृतियां बनाई हैं. स्कूलों और कई अन्य जगहों से हमें दोनों की ऐसी तस्वीरें बनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है. उथमन और अखिल अगस्त में नीरपुथरी के कृषि महोत्सव के दौरान उगाए गए चावल को 100 से ज्यादा मंदिरों में चढ़ाने की योजना बना रहे हैं.
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00:00केरल के पत्तनम्थिट्टा जिले में हरे भरे धान के खेतों में उपर से देखने पर चौकाने वाली आकृती नजर आती है
00:09खेतों में भगवान विश्णों की छवी को चावल की फसलों का उप्योग करके बनाया गया है
00:16इसे स्थानिय किसान उत्मन और अखिल ने कई महीनों की महनत से तयार किया है
00:39इस जोडिक के काम ने राज्य भर के सैक्षडिक संस्थानों, सांस्कृतिक समूहों और मंदिर समुदायों का ध्यान अपनी और खीचा है
00:58इस कला को देखने के बाद दोनों कलाकारों को इस खास कला को अपने यहां तैयार करने के लिए नियोता दिया है
01:04उत्मन और अखेल अगस्त में नीर पुतरी के क्रिशी महुत्सव के दोरान उगाय गय चावल को
01:34सौ से ज्यादा मंदिरों में चड़ाने की योजना बना रही है