वलसाड (गुजरात) - गुजरात के वलसाड जिले के वांकल गांव में महाशिवरात्रि महोत्सव की शुरूआत हो चुकी है। इस महोत्सव में 36 फीट ऊंचे रुद्राक्ष के महाकाय शिवलिंग की स्थापना की गई है। यह विशेष शिवलिंग संत बटुक महाराज द्वारा बनाया गया है, जो पहले ही चार बार लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना स्थान प्राप्त कर चुके हैं। इस वर्ष भी 36 लाख रुद्राक्ष से निर्मित यह भव्य शिवलिंग श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। शास्त्रों के अनुसार, रुद्राक्ष पर जल चढ़ाने से शिवलिंग की पूजा का फल प्राप्त होता है। यदि एक रुद्राक्ष पर जल चढ़ाने से एक लिंगार्चन का फल मिलता है तो 36 लाख रुद्राक्ष पर जल चढ़ाने का लाभ कल्पना से परे है। इस अद्भुत और भव्य शिवलिंग के दर्शन का लाभ लेने के लिए श्रद्धालु बड़ी संख्या में वांकल गांव पहुँच रहे हैं।
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00:30समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्यों समक्
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03:00अगनीत पुजा हमारी हो जाती है
03:02ये अभूत पुर्व है
03:04अध्बूत है दर्शन से, पर्श से, और जाप से
03:06रुद्राक्ष हमारे जीवन में क्रांती करते है
03:09किसी भी प्रकार की हमारी समस्या हो
03:11तो उसका ये समाधान करते है
03:1336 लाख रुद्राक्ष के
03:16मैं अपने आपको बहुत
03:18गर्वानित महसूस कर रहा हूँ
03:20मैं मुझे लगता है कि मैं शिव की शरण में आ गया
03:23यहां का यज्ञे का आयोजन है
03:25यहां महा शिव लिंग के दर्शन और अभिशेक है
03:28मैं धन्यता अनुबोव करता हूँ
03:30मेरे जीवन की एक परिपूर्ण खशण है
03:33जहां मैं शिव के चरण में बैटके
03:35अपने जीवन को उसकी और गती में ले जा सको
03:38और मुझे बहुत बहुत बहुत आनन्दमाई खशण लग रहे हैं
03:42हाँ यह भव्य शिवलिंग दिफ्य शिवलिंग अद्भूत शिवलिंग
03:46मेरे जीवन में मैंने पहली बार देखा है
03:48और जो अनुबोती है मुझे उसका वर्णन करना भी बहुत कठीन लग रहा है
03:52मैं शिव मैं हो रहा हूँ ऐसा मुझे लग रहा है
03:55खास तो यह है कि 36 लाक रुद्रक्ष के बना हुआ एक भव्य दिफ्य और पवित्र शिवलिंग है उसके सामने खड़ा रहना
04:03उसके सामने पूजा करना उसकी अर्चना करना यह जीवन के दन्य खशणों में से एक है