Skip to playerSkip to main content
  • 5 years ago
कानपुर से 22 जून को किडनैप हुए लैब टेक्निशन संचित यादव मामले में अब नई बात सामने आई हैं। 30 लाख रुपए फिरौती देने का दावे से पलटने के बाद अब पीड़ित की बहन ने कहा कि उन्होंने स्वाट टीम के इंचार्ज दिनेश यादव के दबाव में बयान दिया था। संचित की बहन ने कहा, 'पुलिस वाले घर आए थे और कहा था कि किडनैपर खिसिया गए तो भाई नहीं मिलेगा, तभी खाली बैग वाला बयान दिया।' वहीं एसपी अपर्णा गुप्ता ने बुधवार को बताया, 'पीड़ित परिवार से रुपयों के सोर्स के बारे में पूछा गया तो वे कुछ नहीं बता सके। बैग खाली था। पैसे देने का आरोप गलत है।' वहीं एक विडियो में एसपी यह बताते दिख रही हैं कि कैसे हाईवे से बैग फेंकने पर नीचे जाना मुश्किल है, क्योंकि यह दूरी डेढ़ किमी है। कानपुर पुलिस की नाकामयाबी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं।
ज्ञात हो कि 22 जून को निजी पैथॉलजी में काम करने वाला युवक संचित 22 जून को घर से निकला था, लेकिन वापस नहीं आया। वहीं किडनैपर्स ने संचित को छोड़ने के लिए 30 लाख रुपये की फिरौती मांगी। पीड़ित के पिता ने बर्रा थाने में शिकायत की थी, जहां पुलिस ने उन्हें रुपयों का इंतजाम करने को कहा। परिवार ने किसी तरह मकान और गहने बेचकर 30 लाख रुपये जुटाए गए। किडनैपरों ने सोमवार रात गुजैनी रेलवे क्रॉसिंग पर परिवार को पैसों के साथ बुलाया। परिवार का दावा है कि पुलिस भी उनके साथ गई और रुपयों से भरे बैग में मोबाइल भी रखवा दिया। इसी दौरान किडैपर्स रुपये लेकर भाग गए। और संचित को भी नहीं छोड़ा।

Category

🗞
News
Be the first to comment
Add your comment

Recommended