Skip to playerSkip to main content
  • 5 years ago
लम्बे लॉकडाउन के बाद एक जून से देश में आम लोगों के लिए ट्रेन सेवाएं शुरू की जा रही हैं। पहले चरण में व्यस्तम रूट पर 100 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी। लेकिन इस दौरान भी श्रमिक स्पेशल ट्रेनें बंद नहीं होंगी। रेल मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा है कि आने वाले दस दिनों में 2600 और श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। इससे करीब 36 लाख यात्री अपने घरों तक पहुंचेंगे। इस बारे में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन वी के यादव ने कहा है कि अगले दस दिनों के लिए यह ट्रेनें शेड्यूल कर ली गई हैं। इसके अतिरिक्त अगर राज्य सरकारें मांग करती हैं तो रेलवे किसी भी स्टेशन से और ट्रेन उपलब्ध करवाएगा। अध्यक्ष यादव ने कहा है कि ये सेवाएं तब तक चलती रहेंगी जब तक कि सभी श्रमिक अपने घरों तक नहीं पहुंच जाते। वहीं रेलवे के रिज़र्वेशन के लिए आरक्षित टिकट की खिड़कियां खोलने का फ़ैसला किया है। रेलवे के कई कोच जिन्हें कोविड केयर सेंटर में तब्दील किया गया था उनमें से पचास फीसदी कोचों को श्रमिक ट्रेन में इस्तेमाल करने का फ़ैसला किया गया है।
इससे पहले एक से 23 मई के बीच भी रेलवे 2600 ट्रेनें चला चुका है। अब दस दिनों में इतनी ही ट्रेनें चलाई जाएंगी। एक मई से ये श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू हुई थी। पहले दिन देश में मात्र चार ट्रेन चलाई कई थी। इसके बाद ट्रेनों की संख्या 300 तक और 23 मई तक 2600 तक पहुंच गई। पिछले चार दिनों में रेलवे ने रोजाना औसतन 260 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलायी हैं। अगले दस दिनों में हर दिन करीब 3 लाख लोगों को ट्रेन के जरिए उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा।
ये 2600 ट्रेने आंध्रप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक, केरल , मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, राजस्थान, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से चलाई जाएंगी। इसी बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 26 मई तक श्रमिक स्पेशल ट्रेनें बंगाल तक ना चलाने की अपील की है। उनका कहना है कि कोरोना के बीच राज्य फिलहाल चक्रवाती तूफान का नुकसान झेल रहा है। राज्य के अधिकतर जिलों में जलभराव की स्थिति है। ऐसे में इन मजदूरों को घर तक पहुंचाने में दिक्कत आ सकती है। इसके बाद 26 मई तक के लिए बंगाल की ट्रेनें स्थगित की गई हैं।
वहीं रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने साफ कर दिया है कि फिलहाल यात्री अनारक्षित यात्रा नहीं कर पाएंगे। फिजिकल डिस्टेंस नियम के मुताबिक ही यात्रियों को जगह दी जाएगी। निर्धारित मापदंडों के अनुसार ही ट्रेनों की सीट मिल पाएगी।

हालांकि आने वाले दिनों में यह स्थिति सामान्य होने की उम्मीद भी की जा रही है।

Category

🗞
News
Be the first to comment
Add your comment

Recommended