शब्दयोग सत्संग १४ सितम्बर २०१४ अद्वैत बोधस्थल,नॉएडा
पौड़ी: अनहता सबद वाजंत भेरी || (सोहिला,नितनेम)
प्रसंग: मौन माने क्या? कहाँ मौन हुआ जा सकता है? आत्मा क्या है? मन को मौन कैसे करें? मौन और चुप्पी में क्या फ़र्क? क्या मौन ईश्वर स्वरूप है? क्या चुप रहना और मौन रहना दोनों एक ही बात है? मौन कैसे बनाए रखें? मंदिर माने क्या? मंदिर किसे कहे?