शब्दयोग सत्संग १२ अक्टूबर २०१७ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: त्योहारों को मानाने का सही तरीका क्या? जीवन में त्यौहारों, उत्सव मनाने का क्या महत्त्व है? अध्यात्म और त्योहार का क्या सम्बन्ध है? हमारे त्योहारों को मनाने के तरीकों में कहाँ चूक हो जाती है? त्योहार एक परम्परा का पालन मात्र करने के लिए मनाये जाते हैं या उनमें कोई गहरा अर्थ भी छुपा होता है?