शब्दयोग सत्संग २१ अप्रैल, २०१८ कुंजुम कैफ़े, दिल्ली
प्रसंग: क्षणिक ख़ुशी से कैसे बचें? ख़ुशी कैसे पाएँ? क्या स्थाई खुशी संभव है? मन को क्षणिक खुशी क्यों भाती है? क्या सुख और दुःख दोनों एक ही गाड़ी के दो पहिये है? क्रोध के पार कैसे जाया जा सकता है? क्या गुरु से भी आसक्ति हो सकती है? क्रोध क्या है? क्रोध हमें क्यों आता है? अशांति से हमारा इतना लगाव क्यों रहता है? क्रोध से कैसे बचा जाए? क्रोध कितने प्रकार के होते है? क्या क्रोध होना ख़राब चीज हैं? क्रोध कब करें?