प्रसंग: जीवन में राम नाम का क्या महत्व है? राम के सुमिरन का क्या अर्थ है? राम का स्मरण क्यों आवश्यक है? राम को भुला देने से क्या आशय है? क्या राम को भुलाना संभव है? क्या राम का नाम राम से भी बड़ा है?
जानें इन महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर, आचार्य प्रशांत जी द्वारा इस शब्दयोग सत्संग के माध्यम से- _________________________________________________
आचार्य प्रशांत शब्दयोग सत्संग ९ जून २०१७ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
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