शब्दयोग सत्संग १७ नवम्बर २०१७ अद्वैत बोधस्थल, नॉएडा
प्रसंग: मृत्यु का डर हमेशा क्यों सताते रहता है? हर समय ऐसा ख्याल आते रहता है कि मेरा मृत्यु के बाद परिवार का क्या होगा? कितने जरुरी है हम? परिवार का चिंता क्यों सताता हैं? मौत क्या है? मौत से डर क्यों लगता है? मौत से सब घबराते क्यों हैं? मृत्यु के बाद क्या होता है? क्या मृत्यु के बाद संसार और समय दोनों नष्ट हो जाते हैं?
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