उमरिया धोखे में बीत गयो रे || आचार्य प्रशांत, संत कबीर पर (2017)

  • 5 years ago
वीडियो जानकारी:

शब्दयोग सत्संग
१४ जुलाई, २०१७,
दा नानतिन कैंप, नैनीताल

प्रसंग:
"उमरिया धोखे में बीत गयो रे" का क्या आशय हैं?
कबीर साहब उम्र बीतने पर क्यों ध्यान करबा रहे है?
समय को लेकर इतना चिंता क्यों हैं?

संगीत: मिलिंद दाते