शब्दयोग सत्संग २४ सितम्बर, २०१७ अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग: आत्मा क्या है? क्या आत्मा को जाना जा सकता है? वर्तमान में कैसे रहूँ? हम सिर्फ सपने में क्यों जीते है? वर्तमान में जीने का क्या अर्थ है? क्या कल की सोचना गलत है, और कल के लिए लक्ष्य रखना?