शब्दयोग सत्संग १४ जनवरी, २०१६ शिवानन्द आश्रम, नॉएडा
प्रसंग: मन को कैसे नियंत्रित करें? क्या मन को हम खुद भटकाते है? जब मन भटके, तो क्या करना चाहिए? ध्यान करने बैठते हैं तो मन भटकने क्यों लग जाता है? जीवन में अक्सर ऐसा होता है कि हम ठीक चलते है पर सामने वाला हमारा बुरा कर देता है ऐसी स्थिति में क्या करें?
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