Qarib Qarib Singlle : Movie review, करीब करीब सिंगल : फिल्म समीक्षा

  • 5 years ago
इम्तियाज अली की फिल्मों में यात्रा पर निकले लड़के-लड़कियों की कहानी दिखाई जाती है जो साथ में बिताए गए खट्टे-मीठे पलों के जरिये एक-दूजे को समझते और खोजते हैं। जब वी मेट से तो जब हैरी मेट सेजल में यही ‍बात दिखाई देती है। इसी तरह की फिल्म है 'करीब करीब सिंगल'। इस कहानी के मुख्य पात्र युवा नहीं है। 35 से 40 वर्ष के हैं। मैच्योर हैं। अनुभवी हैं। रिलेशनशिप को लेकर उनकी समझ और सोच अलग है।

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