कानपुर। क्या पत्थर भी भविष्यवाणी कर सकते हैं। कहने सुनने में भले ही यह कुछ अजीब लेकिन यह रहस्यमयी बात सत्य है। कानपुर में पौराणिककाल के जगन्नाथ मन्दिर की छत पर एक अलौलिक पत्थर जुड़ा हुआ है जो मानसून आने की भविष्यवाणी पन्दह दिन पहले कर देता है। जेठ की दोपहर में जब जमीन पर पानी की बूंद वाष्प बनकर स्वाहा हो रही है वहीं मन्दिर के गर्भगृह के ठीक ऊपर लगे इस पत्थर पर पानी की बूंदे आ जाती आई हैं। इन बूंदों के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है, वे खुश हैं क्योंकि यह बूंदे मानसून समय से आने का पैगाम लेकर आई हैं।
घाटमपुर में स्थित है अनोखा मंदिर उत्तर प्रदेश का जिला कानपुर शहर से करीब 55 किलोमीटर दूर एक इलाका है जिसका नाम है घाटमपुर। घाटमपुर में ही करीब 5 किलोमीटर अन्दर की तरफ मौजूद है गांव बेहटा बुजुर्ग और इस बेहटा बुजुर्ग गांव में अदभुत और विलक्षण एक मंदिर मौजूद है। गोल गुम्बद और सांची के स्तूप की शक्ल में बना यह मंदिर पूरे भारत में अनोखा है। अगर इसको एक इमारत के रूप में देखा जाए तो कोई नहीं कह सकता कि यह कोई मंदिर होगा, पर यह भगवान जगन्नाथ जी का मंदिर है