पहली बार रोके गये इतने पाकिस्तानी जो भारत आना चाहते थे अजमेर के बहाने ,हिन्दू संगठनों ने कहा "मोदी जी धन्यवाद" morning news
राजस्थान के अजमेर में में ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह को मुसलमान लोग अपना पावन मजहबी स्थल मानते हैं ,तथा वहां जियारत करने आते हैं. देश भर से ही नहीं बल्कि बाहरी देशों के मुस्लिम लोग भी दरगाह पर आते हैं, लेकिन इस बार भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को अजमेर दरगाह पर जियारत के लिए वीजा जारी नहीं किया है.
हिंदुस्तान की सरकार ने एक साहसिक निर्णय लेते हुए कहा है देश की सुरक्षा के सुरक्षा के मद्देनजर पाकिस्तानी लोगों को वीजा जारी नहीं किया जा सकता है. और ये सत्य भी है क्योंकि पाकिस्तान वेश बदलकर आतंकवादियों को हिन्दुस्तान में भेजता है और अब हिन्दुस्तान की सरकार ने जो ये फैसला लिया है वो सराहनीय है.
लेकिन भारत सरकार के इस फैसले पर पकिस्तान बिलबिला गया है था भारत सरकार को ज्ञान दे रहा है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर रहा है कि भारत सरकार ने 503 पाकिस्तानी जायरीनों को वीजा नहीं दिया जो दुर्भाग्यपूर्ण है. भारत सरकार को आपसी रिश्तों के कारण ऐसा नहीं करना चाहिये. लेकिन ये वही पाकिस्तान है जो लाख कोशिश करने के बाद भी सरबजीत के ओअरिवर को वीजा नहीं देता था. ये वही पाकिस्तान है जो अरब स्टेटस से व्यपार करने से रोकता है।
हिन्दू संगठनों का कहना है कि हमेशा हिन्दुस्तान के खिलाफ साजिशें रचते रहने वाला पकिस्तान अब भारत को समझा रहा है कि भारत सरकार को क्या करना चाहिए क्या नहीं. पूरा देश भारत सरकार के फैसले के साथ है तथा इस साहसिक निर्णय के लिए प्रधामंत्री मोदी जी तथा पूरी भारत सरकार धन्यवाद की पात्र है.
Be the first to comment