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  • 5 hours ago
दिल्ली में कड़ाके की सर्दी के साथ कोहरे और प्रदूषण की मार, देखें ग्राउंड रिपोर्ट

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00:00दिली की सर्दी जो बहुत जादा मश्यूर है साथ साथ बहुत जबर्दस फॉग डेंस फॉग आपको दिली एंसियार में नजर आएगा हर जगह अंधेरा ही अंधेरा है विजिबिलिटी बिलकुल जीरो दूर दूर तक आपको कुछ नजर नहीं आएगा इतनी सारी लाइट
00:30जरा किस तरह के पैदा हो गया है और आपको बता दें कि शाम से ही दिली नौइडा गुडगाओं या फिर आप गाजयबाद इन तमाम इलाकों की बात करेंगे तो बहुत जादा विजिबिलिटी कम होनी की वज़े से पूरा का पूरा जो एरिया था फॉक की चादर से ढख
01:00पूरे के पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले चुकी है और जो सबसे हैरानी वाली बात है कि अभी तक बार बार जरूर आपने सुनाओं कि सर्दी उस तरह से कपकपाने वाली नहीं है आज बहुत जादा ठंड भी महसूस की जा रही है नए साल के शुरुआत से पहले �
01:30कि दिन के हालाद भी कोछ इसी तरह के नजर आ रहे हैं आपकी जहां जहां तक नजर जाएगी वहां वहां तक सिर्फ और सिर्फ आपको कोहरा नजर आएगा फॉग नजर आएगा इसलिए अगर आप हो सके तो घरों से ना निकल रहे हैं निकल रहे हैं तो बहुत जादा सा
02:00देखाएं देखें बिल्कुल पास की चीज नजन नहीं आ रही है निल जी मतलब एकदम अधेरा ही अधेरा है आप देखें रफतार कितनी थम जाती है कितनी धीमी हो जाती है मजबूरन रफतार को थामना पड़ता है तमाम ड्राइवर्स को गारी चलाने वाले लोगों को इस
02:30अधेरा है फॉग है जबर्दस तरीके का कोहरा है डेंस जिसे का जाता है न विजबिलेटी जहां जीरो लगती है वो बिल्कुल वही समय है वही मौका है रफतार थमी हुए यहां देखें यह एक शक्स है जो रुके हुए है यहां पे और क्यूंकि फॉक्त तो बहुत जा�
03:00बहुत जादा फॉग हो गया है न बहुत जादा फॉग हो गया है अभी छे बजे तक तो ऐसा कुछ भी नहीं था चैसाथ बजे था तो मतलब आप स्पीड बहुत कम हो गई होगी बहुत समाल के चलना पड़ रहा है गाड़ी बिल्कुल शिलोय गाड़ी पर दिली की सद्�
03:30बहुत जादा फॉग है लोग उन्जॉइब भी कर रहा हैई है लोग इहतियाद भी बड़े लगाता का भी जाता है और दिलीабат चैया प्रुग है
03:49आपको अपने आसपास कुछ भी नज़र नहीं आए गए जितना जितना आप आगे बढ़ते जाएंगे थोड़ा थोड़ा नज़र आना शुरू होगा क्योंकि सब कुछ सिर्फ और सिर्फ अंधेरा है बहुत जादा फॉग है चारो तरफ
04:01दिली की सर्दी उपर से घना कोरा घना घना कोरा बहुत जबर्दस जैन्स फॉग है दिली में इसblue आदी रात हो चुकी और यहां पे बहुत सारे लोग पंडम नगर में हम मौझूद हैं पंडम नगर है एक मीड़ दिखाए फ्लीस यह पंडम नगर है और इस
04:20बस टॉप में मुझे कही सारे लोग नज़र आये, आदी रात को इतने सारे लोगों को देखे
04:26मुझे आशारे भी वहागिए कौन-कौन लोग जो बस का इंतजार कर रहे हैं
04:30इतनी सरदी में राट के समय इनसे बात करने की गोश़़री करतेैं
04:34आप किस चीज का इंतजार कर रहे हैं?
04:37मैम, बस के इंतजार कर रहे है
04:54कि मैम बहुत है, बहुत थंड है
04:56कह नहीं सकता हूं कि बहुत बहुत थंड है
04:59मेरी मम्मी के लिए तो फर्श्ट हाई में वो परिसान जाद हो गई
05:02यह थन्द में हैं बट अब डॉक्टर के साथ मीटिंग है तो जाना ही पड़ेगा मैं ऐसा है
05:06तो देखे हैं पर की सारे और भी लोग है जो बस टॉप पर हैं आप आप बसका इंतिजार कर रहे है जी मैं अचाना है आप लगनू जाना है अब अब कहा जा रहा है तो यहां बस का वीट कर रहे है यह बस आरही है मेरी राज कल्पन ट्रेवल समया उसका वेड कर रहा हूं
05:35सब्सक्राइब दिखा रहा है तो इसके कारण डिली की सर्दी कैसी लग रही है आपको क्योंकि बहुत थंड़ है और आज समय देख रहे हैं फॉक बहुत जादा है इस कड़करा थे संड़ मैं निकलना भी घर से बार मुस्किल हो रहा है बट मजबूरियन ट्रैवल करना जर�
06:05मैं चार पांच लियर पैनल फिर भी मुझे ठंड लग रही है लग बोलने में मुश्किल हो रही है राइट एक्जाक्ली इसको भी दोड़ी चिंता रहती होगी ना कि कैसे आप पहुंचेंगे ठीक से पहुंचें क्योंकि बहुत जादा फोग है राइट राइट राइट �
06:35है और कोई ऑप्सन नहीं है इसके करें दिली की सर्दी आप इंजॉई भी करते हैं इंतनी सारी परिशानियों के अलावा हां मतना गेड़ी मानने के लिए बार बार जाते ही है
06:43तैंक यू अब बात अच्छें यहां पर देखिए कुछ और लोग भी है जो इंतिजार कर रहे है और आदी रात का समय वेसबरी के साथ इंतिजार किया जार उनका कहना है कि जितना भी उनका ट्रेवल टाइम है वो बढ़ जाएगा क्योंकि बहुत जादा फॉग है और डे
07:13हाथ एकदम जमने लगें आपने अच्छा किया है कि पूरी तरह से कवर किया हुआ है एक्शली मुझे फीवर है इस वाज़े से पूरी तरीके से कवर करना पड़ा मुझे मैं कप रही थी और मैंने एक पैरा सिटा मॉल और एक जुखाम की डेबलेट खाई हुई है और मू
07:43इस सर्दी में तो ऐसे पूरी तरह से कवर हो के रही है फीवरा के सर्दी के वज़े से कहां की रहने वाली है कानपूर की और यहां पे अप घूमने एक्जाम देने आई थी डैली पुलिस का अच्छा रहा है वापस जा रही है हाँ मुझे ऐसे आई ती देने इतना दूर �
08:13जा रही हूँ है कुछ श्ट्रगल तो करने ही पड़ते है जॉब के लिए तो बस वही है श्ट्रगल चल रहा है जरूर हो जाएगा आपका और देखें बुखार क्योंकि उनको हो गया है और एस्पिरेंटे एक्जाम देने के लिए पहुंची है अब उन्हें वापस भी ज
08:43रहें किसी चीज़ का घर जाने के इंतिजार कर रहें तो इस फॉग में मुश्किल तो नहीं होगी बहुत तकली वरी जाने के लिए देवात कितना दुन्द यहां पर बहुत ज्यादा हस्ते जादा और यहां तो इतनी ज्यादा है यह लोग है लाइट से जहां थोड़ा सा
09:13कर चलाने की जरूरत है कोल में लागर अगर देखा जाए तो दिल्ली की सर्दी एक्डम प्रचंड पीक पर पहुंची हुए और ऐसे भी दिसंबर का आखरी समय चल रहा है आखरी कुछ दिन बचे हुए नहीं नियू यह आने में तो ऐसे में सर्दी ना पड़े ऐसा कैसे ह
09:43अंड़े देखा है इसा सबी में सकता है देखिव अर आप से आलाओ को कि ना ने वैसे आखी में अच्छा मैस कोथा आ ती किरारे कड़े होकर इस आटीमर्ट कारा पर आज़े हैं तो आप अदी रात हम सब के सब बाहरे सारे में शनारे में लग रहे हैं नाम क्या आज़े �
10:13वाई पीटे पीटे पीटे शूजी थन बहुत हो रहे थी जिली में वह रहा है तो आप खुझा देखते हैं शाइप पीटे पीटे पीटे पीटे अंप आक त्रबास कड़ होगा जा अब बागी निया प्ता जला लीजी कि केफे पूछणे वाल के तो पता चेले को
10:41अवसे पाचित के चटार में आप जाए किसाथ के साथ है
10:46जाना ना यान
10:48आयान कहाँ से आए हैं अप भी?
10:50पंडावली जो दानिक ना
10:51और चाय पी रहे हैं हैं याप दी?
10:53चाय
10:54पंडे लग रही है लेकिसाथ शाई पड़ेगा
10:58जाना पड़ेगा
10:59आप ये दोस्तों सामें
11:01मिरे वार मृषर्व सारफ वकुकिज नहीं
11:07तो हुआ है।
11:11मतलब ठिटवर्थ हुए उसठर है।
11:19बहुत भंदे है।
11:28पर बुद्ब आज़ागा है, यह एक्ट्रिम सदी रहती है, तो मतलब आराम से नज़ाय करना या भराम करना है?
11:33है अम लोग बहुत इंजॉइक है रहे हैं बहुत मजा आ रहे हैं जो हम आपको पहली बार आपको पता था कितनी सर्दी पर पड़ती है
11:54हम पहले वार यहां पर आया पर आए है आपको औन रखर इन लोगों का कैना है जोगों अपको इन लुग आपके हुए और आप अर चल्गी तब होने होग और अंधनी मोग बहुत है और दिली में बहुत जादा ख्यां है लोगैं ऐसे ही अलगल जोगों पर जो बाहँ निकले
12:24अलाव पर हाथ सेखते हुए आपको मिल जाएगे
12:27दिली एंसियार में सर्दी से हाल बेहाल है
12:38धुन ने वैसे ही नाक में दम किया हुआ है
12:40बहुत ज़ादा घना को रहा है
12:42विजिबिलिटी बहुत कम है
12:43एम्स के बाहर हम मौझूद है
12:45कई सारे रेन बसेरे होने के बावजूद भी
12:48यहां खुले आस्मान के नीचे धेर सारे लोग आपको नज़र आएंगे
12:53मजबूरी वश क्योंकि उनके घरवालों के किसी ने किसी के ट्रीट्मेंट एम्स में चल रहा है
12:57और देश भर से लोग क्योंकि एम्स महुंचते हैं
13:00यहां पर अपने ट्रीट्मेंट करवाने के लिए
13:01कई और सुविधाय मिलने ही पाती
13:03मजबूरी है कि वो वापस जा नहीं सकते
13:05और क्योंकि जो रेन बसेरे हैं वो लिमिटेड हैं
13:09वहां उतनी जगह नहीं है कि सब को
13:11वहां पर अकॉमडेट किया जा सके
13:13तो मजबूरी वश उन्हें खुले आस्मान के नीचे
13:16रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है
13:18धेर सारे लोग आपको ऐसे नज़र आएंगे
13:20बाबा आप कहां से आएं
13:22बिहार से और कॉन है अस्पताल में भढ़ती एंस में हां
13:29कौन भढ़ती है हमारी मैडम हमारी उसमें से रेफर हुआ है
13:33कैंसर वाले में अच्छा उनको कैंसर हो गया है और आप नहीं नहीं नहीं बस आप बता देजे तो पर आप
13:40कितने द्नों से यहां रहे रहे हुआ हुआ जास करे आक्राएं पांग टीक होगे और इसका मैं जबूरी चाल जो था माईत हुआ टीफ
13:40वो एक υडूए फ्ली एक आप बोथ क्तने दिनों से यहां पर कितने दिनों से यहां पर हैं चांसर और यह
14:05लगती है तेका है मुख पढ़नी टांगे हुए है कि आप कहां से आये बढ़ाई हो से उपी उपी से
14:16क्या हो गया इनको गरें प्रेस आनिया जाए अच्छा दिखांगे दिखाएंगे भी नंबर नहीं आया आप ही को दिक्कत है बहुत जादा सर्दी भी है तो
14:28रहन बसेने में जगह नहीं मिली नहीं नहीं नहीं तो मतलब देखिए आप बहुत सरे ऐसे लोग हैं जिने अभी इंतजार है कि उनका नंबर आए और उसके बाद वो डॉक्टर को दिखाएं के लोगों के जो घरवाले हैं उनका यहां इलाज चल रहा है वो इंतजार कर रहे
14:58यहां के डॉक्टर मतलब वो सेवियर से कम नहीं है वो भगवान के रूप से कम नहीं है जिस तरह के जिस तरह से वो लगातार काम करते हैं मरीजों के लिए जिस तरह के केसिस को वो सम्हालते हैं लेकिन क्योंकि कितने लोगों का इंतजाम किया जाए यह सबसे बड़ा सवा
15:28पंदरा साल से में कार्यात हूँ और हर सर्दियों में हालाद ठीक नहीं रहते हैं तो हम इनके लिए कंबल की विवस्था चोटे बच्चों की विवस्था भी पिछले 25 तारीक को जो है हमने करीब दो-तीन सो लोगों को कंबल और बच्चों के लिए कपड़ का वितरन किया है �
15:58अगर लोग इनको खाना ना दे तो इनकी बड़ी समस्या हो जाए यह बहुत अच्छी बात इन्होंने बताई कि यह बहुत बड़ी संख्या में लोग आते हैं बीबी आपने देखा होगा कुछ लोगों के पास ब्लांकेट है रजाई है रोज खाना मतलब बहुत सारे लो�
16:28लगातार इन लोगों के जो पेशिंट हैं वो अंदर हैं इन्हें बाहर रहने के लिए मजबूर जरूर होना पड़ा लेकिन कोशिश होती है तमाम समात सेवी संसाओं की तरफ से इंडिवीजिल जो लोग पहुंचते हैं असन जैसे लोग हैं जो कह रहा हैं कि पिछले बह�
16:58लोग हैं ऐसे यसे कई सारे सेक्शन्स में रहन बसेरे बनाए गए हैं नाम के आपका कहां से आई हैं आप सोही तो नहीं है ना नहीं कौन भड़ती है मेरा दीदी की बहन कि ननत को उनके लिए साथ वो यहां पर आई हैं कि सारे लोग सोच चुके हैं कई लोग हमें उठे�
17:28बात करने की कोशिश करेंगे सर्दी बहुत जादा है और यहां पर लोग आते हैं खाना बाटने के लिए ओने का इंतजाम उनकी तरफ से किया जाता है मतलब कंबल और बाकी की चीजें भी यहां पर लोग आकर मदद कर देते हैं आप कहां से आई हैं और कौन है भड़ती क�
17:58कि चला दा से खुल गल अपर इसा ना कड़े का परी तो तीन बार इस बाढ़ी आ रही तीन बार इसके बाद फिर तो फिर दिखका तुई फिर आना पड़ा और कब से यहां पर यहां आज हो गए पांच शो देन से पांच शे दिन से हो गया मतलब क्यूंकि बहुत लंबी �
18:28शाहिन कितना बड़ा है आपका बच्चा?
18:29तीन साल का है
18:30और क्या दिक्कत है उसे?
18:32वही चलता फिरता नहीं सुनाई भी ने देता है दिखाई भी ने देता है खाना खाने में भी दिक्कत हो रहा है
18:37तो डॉक्टर्स ने क्या कहा?
18:41डॉक्टर्स ने कहा ठीक हो जाएगा द्वा कंट्टिन्यू क्हिलाते रहो खिला रही है दो साल से दवाई ठीक है अबछा तो मतलब अब ही आप इंतजार कर रही है कि दोरई और पर बहुत दूर आना उनके लिए पासिबल में नहीं है
19:04यहां ऐसे कितने रन बसे रहे हैं संजी
19:06रन बसे रहा है, यहां पर मुझे लगता है कि करीब 25-30 के रहे
19:10मतलब एम्स की अच्छा, मतलब इतने सारे लोग है
19:13और सर्दियों में क्यूंकि जरूरत है कि धकी हुई रहे चाहिए
19:16कुछ दिली गॉर्मेंट का है, कुछ एम्स का है, तो ऐसे करके करीब 25-30 संगे
19:21और खाने पीने की वेवस्था बिल्कुल जो लोग बाहर बातने आते हैं वही रहते हैं
19:24उनके लिए तो वह रहता है, काफी लोग मदद करते हैं
19:28बाकी एम्स के तरफ से खानी कोई बिवस्था नहीं, बस रेंड बैसे रखी है
19:31और सारे रेंड बैसे रहे हैं, मतलब पूरी तरह से
19:35पूरी तरह फिल है, बेटिंग जी इसका है, वो लोग बाहर भी आपने देखा
19:38जी जी तो फिर आके कार्ड दिखाना पड़ता है, जो ओपडी कार्ड होता है, उसके हिसाब से लोग बुक करते हैं
19:55तो मतलब आपको रेंड बसेरे को बुक कराने के लिए अपना बैड बुक कराने के लिए भी यहाँ पर पहले अपने आपको एनरोल कराना पड़ेगा, अपना OPD कार्ड दिखाना पड़ेगा, उसके बेसिस पर फिर वो आपको बैड अलोट कर देते हैं, क्योंकि बड़ी स
20:25तो दिली में जबरदर सर्दी दिली NCR में बहुत जादा घना कोहरा, आदी रात हो चुकी है, लेकिन यहाँ आसपास देखने के बाद आपको ऐसा नहीं लगेगा, अलग लग जगों पर बैरिकेट्स नजर आएंगे, हमारी डिफेंस फोर्सिस की बात करें, पुलिस की बा
20:55उठा कर किसी भी तरह कि कोई सुरक्षा में चूक नहीं होनी चाहिए, उसके लिए खास चाक चौबंद व्यवस्ताइं की जाती है, कई जगों पर आपको बैरिकेट्स नजर आ जाएंगे, आदी रात को आपको पुलिस वाले नजर आ जाएंगे, चेकिंग करते होए, पू
21:25आपको बैरिकेट्स लगे हुए हैं, पुलिस वाले पूरी तरह से चाक चौबंद व्यवस्ता को बनाए हुए हैं, और इसी तरह की स्थती आपको जाधतर जगों पर नजर आएगी, खास और से इतनी जाधा सर्दी होने के बाबजूद भी, निर्वे कुमार हमारे साथ है
21:55बजगे हैं, लेकिन ट्राफिक कितना ज्यादा है, तो लोगों में मेरा ख्याल है कि निव येर का खुमार शुरू हो गया है, और हमारी जुम्यवारी इससे ज्यादा बढ़ जाती है, मतलब हम लोगों को कहते हैं कि जरूरत निये घरों से बाहर मत निकलिए, बहुत सर्द
22:25हम लोग एक तो ये फॉग हमारे लिए थोड़ा चैलेंजिंग है, क्योंकि हम लोग ड्रॉंक ड्राइविंग पे भी काफी फोकस कर रहे हैं, हमारा डर ये होता है कि लोग ड्रॉंक ड्राइविंग करके और बैरिकेट्स में हीटना कर दे फॉग में, तो हमने ब्लिंकर्स �
22:55तो ये शराव वाले मामले बहुत ज़ादा बढ़ जाते हैं और एक्सिदेंस के केसे ज़ादा देखने को मिलते हैं खास और से बहुत सरदी होने पर
23:03जी हमारा एप्रिहेंशन यही होता है लोग ऐसे माहौल में जब ये निव येर का ये शुरू होता है तो लोगों में ड्रिंक ड्राइविंग और शराव बगर की यहां पर यूज बढ़ जाती है आप लोग कैसे खुद को फिट भी रखते हैं क्योंकि आप बीमार पढ़ना �
23:33है कि अगर हमारी ड्यूटी है यहां पर अगर हमें लोगों को सेफ रखना है लोगों को एक्सिडेंट से बचाना है लोगों को थोड़ा डिसिप्लीन रखना है तो हमें ये तो करना पड़ेगा मैं तो वी हैब टू डू दिस और गाडियों को चेक करते हैं लोग गाडियो
24:03अगर कभी हमें लगता है कि ड्रंक ड्राइविंग है काफी ड्रंक है और ड्रंक होके ड्राइव कर रहे हैं तो फिर पुलिस टेशन में ले जाके उनको उनकी गाड़ी वहीं पे रहती है फिर उनके घर से कॉल करके किसी और को बुलाके उनको हैंड ओवर करते हैं हम लोग इस
24:33पर खत्रा नहीं बनना चाहिए और देखे दिली पुलिस जिस तरीके से मुस्ताइद है जिस तरीके से लगातार आपकी सेवा में तत्पर है वो तस्वीर हम आपको दिखा रहे हैं और क्यूंकि सर्दी बहुत जादा है ऐसे में भी लगातार जो मैंने कहा कि हमारी तमाम जो �
25:03ही दे रहा होगा और आपको बताते हैं किसी वजह से कई सारी ट्रेने लेट हैं कई को कांसल किया गया है और यह सिर्फ ट्रेनों पर ही असर नहीं है इस फॉक का बहुत जादा जो घना को रहा है उसका सीधा-सीधा असर फ्लाइट पर भी है विजिबिलिटी जीरो होने की �
25:33पर गारी बहुत लेट है कितनी लेट है गारी केरा सुबह आएगी और रादभर रहना पड़ेगा तो पहले नहीं पता चला आपको यह पता चला के क्यों है ट्रेन लेट कोरे की वजह से आजी कोरे से बने लेट है इसे बोल रहे है आप कहा जा रही है अभी हम्दवा जा �
26:03यह मतलब 7-7-8-8 घंटे की डिलेड ट्रेनों की समस्या है और इसी वजह से स्टेशन पर ही कई सारे लोग हमें सोते होगे नजर आए वो भी हम आपको दिखाएंगे कुछ लोग बहुत इंतजार कर रहे हैं बेसबरी के साथ अपनी ट्रेन का आप कहा जा रहे हैं आप साहर
26:33गाता है ऩाही नहीं है अपके ट्रेन ट्रेनों की ट्रेन ट्रेन ट्रेनों का मेंने लेट होगे अर इतनी सर्दी में वह भी दिली की सर्दी में कंबल ओड कर सोते हुए
26:54लोगों को आप देख सकते हैं यहां पर यह देखे किस तरीके से वो अपने बेंच पर ही, किसी तरह से अपने आपको पूरी तरह से धक कर सोय हुए हैं, वहां पर हमें एक फैमिली नजर आई थी, जो पूरा का पूरा परिवार था और धक कर वो सोया हुआ था, क्योंकि सर्�
27:24ज्यादा क्रेजिए लग रहे हैं देरदुन से आरे कि अभी फिलाल 6 माहिने बाद देरदुन आये थे दिल्ली आकर तैसी लग रहे है कि बस मुस से तो ढूआ के लगा भाया बरफ ही लेकरनने वाला है
27:33मुझे दुआ की जगा बर्फ निकल रहा है अंदाजा लगा यह कितनी ज़्यादा थंड है
27:40पर आप तो पहाडो से बिलॉंग करते हैं कहां के रहने वाले आप
27:44मतलब पहाडो से या पहाडो में रहने वाले लोगों को दिल्ली में सर्दी जादा लग रही है
27:58और इंतिजार करना पड़ेगा तो और जादा मुश्किल हो जाती है
28:06वहाँ में देखिए कई सारे लोग आपको पूरी तरह से कवर्ड होकर कंबल में एकदम से ढखे हुए नजर आएंगे आप कहां जा रही है
28:14मैं भी हूँ देरा दून से आई हूँ
28:18आप देरा दून से उस फैमिली के साथ जी
28:20आपके ट्रेंट में पांचे गंडे लेट है और इसकी कारण ही भसे कवे हम लोग हमे लेट हो गए
28:26मधर और में उत्राखद में जाधर सर्दी होती है यहां पर सार्दी है
28:31जी
28:34मुझे तो महां लगा
28:36सब की अपने अपने पॉइंट से लेकिन हाद से खिलकिलाते चेहरे भी है कि चलिए 4-6 गंटे लेटे ट्रेन तो कोई बात नी परिवार के साथ है तोड़ा इंतजार कर लिया जाएगा
28:47लेकिन अपन्दाजा लगाई है कि कई बार ना लोगों को पैसेंजर उसको जानकारी भी नहीं है कि ट्रेन कितने घंटे लेट है वो समय पर पहुचते स्टेशन और घंटो घंटो इंतजार उनको करना पड़ता है तब जाकर पता चलता है कि पहले 3 घंटे थी अब वो 6 घं�
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